प्लांट रिपॉटिंग के दौरान न करें यह गलतियाँ, मर सकता है पौधा – Avoid These Mistakes During Plant Repotting In Hindi

होम गार्डन में लगे हुए पौधों की देखभाल करते समय केवल धूप, पानी एवं खाद की जरूरत नहीं होती, बल्कि पौधों को कभी-कभी रिपॉट करना भी जरूरी होता है। होम गार्डन में या इनडोर पॉट्स में लगे हुए बारहमासी पौधों को हर 1-3 साल के अंतराल में उनकी हेल्दी एवं प्रॉपर ग्रोथ के लिए रिपॉट करने या गमला बदलने की जरूरत होती है। लेकिन रिपॉटिंग के दौरान की जाने वाले गलतियों के कारण नर्सरी से लाये गए या घर के पौधे ट्रांसफर करने के कुछ दिनों बाद ही सूखने लगते हैं। प्लांट रिपॉटिंग के समय जाने-अनजाने में होने वाली उन्ही गलतियों के बारे में आप इस आर्टिकल में विस्तार से जानेंगे। प्लांट रिपोट करने के दौरान होने वाली गलतियाँ एवं उनसे पौधों को बचाने के उपाय तथा पौधे को एक गमले से दूसरे गमले में ट्रांसफर करते समय ध्यान रखने योग्य बातें जानने के लिए लेख को पूरा पढ़ें।

प्लांट रिपोट करते समय की जाने वाली गलतियां – Common Plant Repotting Mistakes In Hindi

पौधे को एक गमले से दूसरे गमले में लगाते समय हम जाने अनजाने में ऐसी गलतियां कर बैठते हैं, जो पौधों को काफी नुकसान पहुंचा सकती हैं, और कई बार तो पौधा मर भी सकता है। गार्डनर्स द्वारा पौधों का गमला बदलते समय की जाने वाली गलतियां निम्न हैं:

  1. गमला बदलने से पहले गलत तरीके से पानी देना
  2. पौधे को गलत अवस्था में रिपॉट करना
  3. गलत समय पर रिपॉट करना
  4. अनुचित आकार के गमले या ग्रो बैग का उपयोग करना
  5. गमले के ड्रेनेज सिस्टम को अनदेखा करना
  6. गमला बदलते समय सही मिट्टी का उपयोग न करना
  7. जड़ों से मिट्टी को पूरी तरह से हटाना
  8. रिपोटिंग के बाद अपर्याप्त पानी देना
  9. पौधे को नए वातावरण के अनुकूल नहीं होने देना

रिपोटिंग से पहले गलत समय पर पानी देना – Incorrect Watering Before Repotting In Hindi

अधिकांश गार्डनर्स गमला बदलने के दौरान अक्सर पौधों को गलत समय पर पानी देने की गलती करते हैं, जिसके कारण पौधों को नुकसान हो सकता है। दरअसल गमले में लगे पौधे को रिपॉट करने से पहले पानी देना चाहिए, ताकि जब आप पौधे को दूसरे गमले में ट्रांसफर करें, तो पौधा अपनी जड़ों को नुकसान पहुंचाए बिना आसानी से गमले से बाहर आ जाए। रिपॉटिंग के कितने समय पहले पौधे को पानी देना चाहिए? इस सवाल का जबाव पौधे के ग्रोइंग मीडियम पर डिपेंड करता है। प्लांट्स को गमले में ट्रांसफर करते समय ध्यान रखें कि, अगर आपके पॉटेड प्लांट चिकनी मिट्टी (Clay Soil) में लगे हैं, तो रिपॉटिंग के 2-3 घंटे पहले पौधे को पानी दें, लेकिन यदि पौधे दोमट मिट्टी (Loamy Soil) में लगे हुए हैं, तो पौधों को ट्रांसफर करने के 2 दिन पहले पौधों को पानी दें, गमला बदलने के तुरंत पहले पानी न दें।

(यह भी जानें: पौधों को पानी देते समय न करें ये 7 गलतियां…)

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पौधे को गलत अवस्था में रिपॉट करना – Repot plants in Incorrect Stage In Hindi

पौधे को बेवजह रिपॉट करना पौधे की हत्या करने के समान है। कुछ हाउसप्लांट धीमी गति से बढ़ते हैं तथा फलते-फूलते हैं, लेकिन बिगिनर्स या अधिकांश गार्डनर्स, गार्डनिंग अनुभव की कमी के कारण पौधे की ग्रोथ रुकी हुयी समझ कर उसे दूसरे गमले में लगाने की गलती कर देते हैं, जिसके कारण पौधे की जड़ों को काफी नुकसान पहुँचता है। अगर आपके गमले में लगा पौधा बहुत ही अच्छी तरह ग्रो कर रहा है, फिर भी आप इसके गमले को बदलते हैं, तो यह पौधे की ग्रोथ पर विपरीत प्रभाव डाल सकता है। पौधे में फूल खिलना शुरू होने की अवस्था में रिपॉट न करें। गमला बदलते समय ध्यान रखें, पौधों को केवल तब ही दूसरे गमले में लगाना चाहिए, जब जड़ें उलझी हुयी एवं ड्रेनेज होल्स से बाहर निकली हुई दिखाई दें, या पौधे की ग्रोथ ग्रोइंग सीजन में भी रुकी हुई दिखाई दे।

(यह भी जानें: पौधे को रिपॉट कैसे करें…)

गलत समय पर पौधे के गमले को बदलना – Plant Repotting At Incorrect Weather In Hindi

पौधों को गलत समय पर एक गमले से दूसरे गमले में ट्रांसफर करना, गार्डनिंग में रिपॉटिंग के दौरान की जाने वाली सबसे आम गलतियों में से एक है, जो अधिकतर गार्डनर्स करते हैं। दरअसल पौधे को अत्यधिक धूप वाले दिनों में या गर्मियों के समय रिपॉट करने पर पौधे की जड़ें मिट्टी में अच्छी तरह स्थापित नहीं हो पाती और सूरज की तेज रोशनी पौधे को झुलसा देती है, जिसके फलस्वरूप पौधा मुरझा जाता है और अंत में मर जाता है, इसीलिए ध्यान रखें, गर्मियों और तेज धूप वाले दिनों में पौधे रिपॉट करने से बचें। पौधों को रिपॉट करने का सबसे अच्छा समय वसंत की शुरुआत (early spring) या पतझड़ के मौसम के अंत (last autumn) में होता है।

नोट – कम धूप वाले दिनों में या शाम के समय आप पौधों को रिपॉट कर सकते हैं।

अनुचित आकार के गमले या ग्रो बैग का उपयोग करना – Selecting Incorrect Size Of Pot For Repotting In Hindi

पौधे को एक गमले से दूसरे गमले में ट्रांसफर करते समय गलत आकार के कंटेनर का उपयोग करना गार्डनर्स द्वारा की जाने वाली एक आम गलती है, जो आपके पौधे को नुकसान पहुंचा सकता है। रिपॉटिंग के दौरान छोटे पौधे को बहुत बड़े (दोगुने आकार के) गमले में लगाने से जड़ सड़ने के कारण पौधा मर सकता है, ठीक इसके विपरीत बड़े पौधे को किसी छोटे पॉट में लगाने पर भी उसकी जड़ों का विकास न होने पर पौधे की मृत्यु हो सकती है, इसीलिए ध्यान रखें, पौधे को दूसरे गमले में लगाने के लिए केवल 2-4 इंच बड़े आकार के गमले या ग्रो बैग का उपयोग करना चाहिए।

(यह भी जानें: जानें किस साइज के फैब्रिक ग्रो बैग में कौन से पौधे लगाएं…)

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गमले के ड्रेनेज सिस्टम को अनदेखा करना – Ignoring A Pot’s Drainage System In Hindi

बिगिनर्स कई बार जाने-अनजाने में प्लांट रिपॉटिंग करते समय ऐसे गमले को लेते हैं, जिसमें जलनिकासी की व्यवस्था नहीं होती, फलस्वरूप पौधे की जड़ें ओवर वाटरिंग के कारण सड़ जाती है और पौधा सूखकर मर जाता है, इसीलिए दूसरे गमले में पौधा लगाते समय आपको एक बार गमले में ड्रेनेज होल चेक कर लेना चाहिए। ड्रेनेज सिस्टम न होने पर गमले में पर्याप्त ड्रेनेज होल्स बना लेना चाहिए।

(यह भी जानें: गार्डनिंग में ड्रेनेज मैट का उपयोग और उसके फायदे…)

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सही मिट्टी का उपयोग न करना – Not Using The Right Soil During Repotting In Hindi

रिपॉटिंग के दौरान अक्सर देखी जाने वाली आम गलती में से एक है गलत मिट्टी का चयन करना। प्रत्येक पौधे की अपनी ग्रोइंग कंडीशन होती है। कुछ पौधे अच्छी तरह से सूखी, बेहतर जल निकासी वाली मिट्टी में उगना पसंद करते हैं, तो कुछ बारहमासी पौधे वर्मीक्यूलाइट, स्फैग्नम, पीट मॉस और परलाईट से बने पॉटिंग मिक्स में अच्छी तरह पनपते हैं। इसीलिए रिपॉटिंग के समय ध्यान रखें, पौधे की आवश्यकता अनुसार मिट्टी का चयन करें।

(यह भी जानें: पौधे की ग्रोथ के लिए अच्छी मिट्टी…)

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जड़ों से मिट्टी को पूरी तरह से हटाना – Completely Remove Old Soil For Repotting In Hindi

प्लांट रिपॉटिंग के दौरान बिगिनर्स अक्सर पौधे की जड़ों से मिट्टी को पूरी तरह से हटाने की गलती कर बैठते हैं, जिससे पौधे को झटका लगता है और वह पौधा रिपॉटिंग के कुछ समय बाद ही अपना दम तोड़ देता है। ध्यान रखें रिपोटिंग, पौधे को केवल पुराने गमले से एक बड़े नये गमले में लगाने की प्रक्रिया है, जिसमें हम पौधे की जड़ वृद्धि और कुछ अन्य आवश्यकताओं को पूरा करते हुए उसे दूसरे गमले में लगाते हैं, इसीलिए रिपॉटिंग के समय जड़ों से मिट्टी को पूरी तरह हटाने की गलती न करें।

रिपोटिंग के बाद अपर्याप्त पानी देना – Insufficient Water After Repotting In Hindi

प्लांट रिपॉटिंग के बाद बिगिनर्स अक्सर पौधे को कम या अधिक पानी देने की गलती करते हैं, जिसके कारण पौधा दूसरे गमले की मिट्टी में अच्छी तरह से स्थापित नहीं हो पाता। अपर्याप्त पानी की स्थिति पौधे को काफी नुकसान पहुंचाती है, जिसके कारण पौधे की जड़ें पानी के कमी के कारण मर सकती हैं, और पौधा सूख सकता है। गार्डनर्स को पौधे का गमला बदलने के बाद अच्छी तरह पानी देना चाहिए, इसीलिए ध्यान रखें रिपॉटिंग के बाद पौधे को तब तक पानी दें, जब तक जलनिकासी छेद से पानी बाहर न निकलने लगे।

रिपॉटिंग के बाद पौधे को अनुकूल वातावरण न मिलना – Plant Does Not Get Favorable Environment After Repotting In Hindi

रिपॉटिंग के बाद कुछ समय के लिए पौधे मध्यम वातावरण (न अधिक धूप और न ही अधिक छाया) में रहना पसंद करते हैं, ताकि वे नये गमले एवं मिट्टी में अच्छी तरह स्थापित हो सकें। कुछ गार्डनर्स गमला बदलने के तुरंत बाद पौधे को धूप वाले स्थान पर या पूरी तरह छाँव में रखने की गलती करते हैं, जिससे पौधा ट्रांसप्लांट शॉक (transplant shock) के कारण झुलसकर मर जाता है। इसीलिए रिपॉटिंग के समय ध्यान रखें, पौधे की जड़ें मिट्टी में अच्छी तरह स्थापित हो जाने के बाद ही उसे पूर्ण धूप वाले स्थान में रखना चाहिए।

नोट – रिपोटिंग के बाद पौधे को अप्रत्यक्ष धूप (indirect sunlight) वाले स्थान पर रखना चाहिए।

उपरोक्त आर्टिकल में आपने जाना कि प्लांट रिपॉटिंग के दौरान ऐसी कौन सी गलतियां हैं, जिसके कारण पौधा मर सकता है। अगर आपके द्वारा रिपॉट किये गये पौधे भी दूसरे गमले में लगाये जाने के बाद बेहतर ग्रोथ नहीं कर पाते तो ऊपर बताई गई प्लांट रिपॉटिंग के दौरान होने वाली गलतियों को करने से बचना चाहिए।

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