सितंबर-अक्टूबर के महीने से पतझड़ (फॉल सीजन) की शुरुआत हो जाती है, इस समय कई गार्डनर अपने पुराने गार्डन को नया बनाने और सर्दियों का गार्डन तैयार करने लगते हैं। शुरुआती सर्दियों के समय सितंबर-अक्टूबर के महीने में बहुत सारी स्वादिष्ट सब्जियां लगाई जा सकती हैं, लेकिन इनमें जड़ वाली सब्जियों का क्रेज काफी ज्यादा है। सितंबर-अक्टूबर में लगाई जाने वाली सब्जियां पाले और कड़ी ठंड से बच सकती हैं। हम आपको उन स्वादिष्ट जड़ वाली सब्जियों के बारे में बताएंगे, जिन्हें आप अपने गार्डन में लगातार हार्वेस्टिंग के लिए सितंबर-अक्टूबर के महीने में लगा सकते हैं! आइये जानते हैं सितंबर-अक्टूबर में उगाई जाने वाली जड़ वाली सब्जियां अर्थात रूट वेजिटेबल कौन-कौन सी हैं और इन्हें कैसे उगाएं।
सितंबर-अक्टूबर में लगाई जाने वाली बेस्ट जड़ वाली सब्जियां – Root Vegetables to Plant in September-October in Hindi
सर्दियों के मौसम में रूट वेजिटेबल की तेजी से ग्रोथ होती है। इन सब्जियों को कंटेनरों या गमलों में उगाने के लिए सितंबर-अक्टूबर का महीना सबसे अच्छा होता है। ये सब्जियां मिट्टी अर्थात जमीन के नीचे उगती हैं और इनकी पत्तियों का उपयोग हरी सब्जी (साग) के तौर पर भी किया जाता है। सितम्बर-अक्टूबर में उगाई और सर्दियों में खाए जाने वाली जड़ वाली सब्जियों में निम्न शामिल हैं:
गाजर – Carrot Vegetable Grown in September-October in Hindi
अधिकांश लोग गाजर खाना पसंद करते हैं। गाजर कोल्ड-हार्डी वेजिटेबल है, अर्थात इसे आप ठंड के दौरान भी आसानी से उगा सकते हैं। चूंकि गाजर के बीजों को अंकुरित होने के लिए कुछ ठंडे मौसम की जरूरत होती है, इसलिए सितंबर-अक्टूबर का महीना गाजर के बीज लगाने के लिए आदर्श समय है।
गाजर उगाने के लिए ढीली और उपजाऊ मिट्टी के साथ-साथ अधिकांश समय सीधी धूप वाली जगह होनी चाहिए। आप गाजर के बीजों को लगभग दो इंच की दूरी पर फैलाएं और जब अंकुर दो से तीन इंच लंबे हो जाएं, तो पौधों के बीच उचित दूरी बनाने के लिए कमजोर पौधों को काटकर अलग कर दें।
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चुकंदर – Beetroot to Grow in September-October in Hindi
चुकंदर काफी पौष्टिक जड़ वाली सब्जी है, यह जड़ वाली सब्जी ठंडे तापमान में अच्छी तरह उगती है। आप चुकंदर को किसी भी प्रकार की मिट्टी में उगा सकते हैं, हालाँकि मिट्टी उचित जल निकासी वाली होनी चाहिए। चुकंदर को मुख्य रूप से भरपूर धूप की जरूरत होती है। चुकंदर के बीजों को लगभग 2-4 इंच की दूरी पर लगाएं। आप चुकंदर की पत्तियों को भी खाने में इस्तेमाल करने के लिए हार्वेस्ट कर सकते हैं, लेकिन ध्यान रहे जड़ विकास के लिए कुछ पत्तियां पौधे में लगी होनी चाहिए।
शलजम – Turnip Vegetable to Grow in September-October in Hindi
यदि आप सितंबर-अक्टूबर की जड़ वाली सब्जी उगाने जा रहे हैं, तो शलजम को जरूर उगाएं। यह तेजी से बढ़ने वाली सब्जी है। आप शलजम के बीजों को लगभग एक इंच की दूरी पर लगाएं, लेकिन उन्हें गहराई में लगाने से बचें। बीजों को मिट्टी के ऊपर डालकर केवल ¼ से ½ इंच बारीक मिट्टी से बीजों को ढक दें। शलजम की जड़ों के अच्छे विकास के लिए अच्छी तरह से और बार-बार पानी देते रहें। जब अंकुरित पौधे लगभग 4 या 5 इंच लम्बे हो जाएँ, तो आप सीडलिंग थिनिंग कर सकते हैं अर्थात कमजोर पौधों को उखाड़कर अलग कर सकते हैं। आमतौर पर शलजम 50-60 दिन में हार्वेस्टिंग के लिए तैयार हो जाते हैं।
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मूली – Radish to Plant in September-October in India in Hindi
मूली की ग्रोथ मौसम पर निर्भर करती है। अधिक गर्मी के मौसम में छोटी जड़ वाली मूली हार्वेस्ट करने को मिल सकती है। क्योंकि तेज़ गर्मी में हरी सब्जियाँ तो बढ़ेंगी, लेकिन बल्ब आमतौर पर अधिक विकसित नहीं होंगे। हालाँकि, सितंबर-अक्टूबर का महीना मूली के बीज लगाने के लिए सबसे अच्छा समय है। जैसे-जैसे रातें ठंडी होने लगती हैं, जमीन के नीचे मूली का बेहतर विकास होता है। मूली की हार्वेस्टिंग में केवल चार से छह सप्ताह का समय लग सकता है। अपने बीज बोने से पहले सुनिश्चित करें कि मिट्टी हल्की, हवादार और बेहतर जल निकासी वाली हो। मूली के बीजों को लगभग ¼ इंच गहराई में और लगभग एक इंच की दूरी पर लगाएं।
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आलू – Potato to Plant in September-October in Hindi
यदि आप आलू खाना पसंद करते हैं, तो सितंबर का महीना आपके लिए आलू उगाने का बिलकुल सही और आखिरी समय है। क्योंकि आलू को ठंड से पहले बढ़ने के लिए पर्याप्त समय होता है। आलू उगाने के लिए ऐसी जगह चुनें, जहाँ प्रतिदिन कम से कम 6 घंटे की धूप आती हो। अपने बीज आलू को बोने से पहले, उन्हें कुछ दिनों के लिए सुखा लें। यह प्रक्रिया बीज आलू के किसी भी कटे हिस्से को सड़न से बचाने के लिए एक मजबूत फिल्म बनाने में मदद करती है। सबसे पहले, बीज के लिए चुने गए आलू को टुकड़ों में काट लें, प्रत्येक पर कम से कम एक अंकुर या आँख होनी चाहिए। फिर, उन्हें धूप वाले सूखे स्थान में 1-2 दिन के लिए रख दें।
इसके बाद गमले या ग्रो बैग में एक हल्का और अच्छी जल निकासी वाला पॉटिंग मिक्स भरें, और उसमें बीज आलु को अंकुर ऊपर की तरफ रखते हुए लगा दें। इसके बाद अच्छी तरह पानी डालें। लगभग 3 महीने बाद जब हरी सब्जियां सूख जाएँ, तो आप आलू की हार्वेस्टिंग कर सकते हैं।