हल्दी या कुरकुमा लोंगा (curcuma longa) एक अदरक परिवार से संबंधित बारहमासी जड़ी-बूटी वाला पौधा है। हल्दी का उपयोग आमतौर पर हर घरों में किया जाता है। यह हर्ब न केवल खाने को स्वादिष्ट बनाती है बल्कि यह त्वचा संबंधित रोगों, एलर्जी, लीवर डिजीज और डिप्रेशन के लिए भी बहुत फायदेमंद है। हल्दी अधिक पोषण वाला पौधा होता है इन्हें अच्छी तरह से विकसित होने के लिए लगातार पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है। हल्दी के पौधे को पोषक तत्व प्रदान करने के लिए सर्वश्रेष्ठ उर्वरकों का चुनाव करना बहुत अवश्य है। यदि आपके घर पर लगी हल्दी अच्छे से ग्रो नहीं हो पा रही है तो इस आर्टिकल में हल्दी के पौधे के लिए कुछ सर्वश्रेष्ठ जैविक उर्वरकों और खाद के बारे में बताया गया है जिनका उपयोग कर आप घर पर अच्छी तरह से हल्दी को उगा सकते हैं।
हल्दी के लिए बेस्ट उर्वरक और खाद – Best Fertilizer and Manures For Turmeric plant In Hindi
कम्पोस्ट खाद |
गार्डन कम्पोस्ट, वर्मीकम्पोस्ट, पोल्ट्री खाद, गोबर खाद |
वर्मीकम्पोस्ट यहाँ से खरीदें, गोबर खाद यहाँ से खरीदें |
घरेलू खाद |
कॉफ़ी ग्राउंड, किचन वेस्ट खाद |
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प्राकृतिक खाद |
नीम केक, मल्चिंग |
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तरल खाद |
कम्पोस्ट चाय, फिश इमल्शन, सीवीड फर्टिलाइजर |
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वाणिज्यक उर्वरक |
एनपीके अनुपात उच्च उर्वरक, जैसे बोन मील, मस्टर्ड केक |
बोन मील यहाँ से खरीदें, मस्टर्ड केक यहाँ से खरीदें |
हल्दी के पौधों के लिए पोषक तत्व और उनके कार्य – Function of Nutrient For Turmeric Plants In Hindi
नाइट्रोजन – पौधों के विकास को बढ़ावा देने के लिए या उत्पादन बढ़ाने के लिए नाइट्रोजन आवश्यक है, नाइट्रोजन पौधों की ऊँचाई और उपज में भी सुधार करती है।
फास्फोरस – फास्फोरस पोषक तत्व हल्दी के पौधे की जड़ या प्रकंद के विकास के लिए आवश्यक है।
पोटेशियम – पोटेशियम पोषक तत्व पौधों में कार्बोहाइड्रेट को प्रकंद (RHIZOME) में ले जाने में मदद करता है तथा प्राथमिक और द्वितीय प्रकंदो और हल्दी में पत्तों की संख्या में वृद्धि करता है।
नोट:- चूना, डोलोमाइट, लकड़ी की राख का प्रयोग पौधों को फास्फोरस और पोटेशियम प्रदान करने के लिए कर सकते हैं।
घर पर हल्दी उगाने के लिए अच्छी खाद – Best Organic Fertilizer for Turmeric growing at home in Hindi
हल्दी के पौधों के अच्छे विकास के लिए उन्हें पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है जो उर्वरकों और खाद के रूप में पौधे तक पहुँचते हैं। गर्मी के मौसम में हल्दी के पौधे के पत्तेदार विकास में मदद करने के लिए नाइट्रोजन युक्त उर्वरक की आवश्यकता होती है, वहीं प्रकंद (rhizomes) बनने में मदद करने के लिए फास्फोरस और पोटेशियम युक्त खाद जरूरी होती है। हल्दी के पौधों के लिए कुछ बेस्ट उर्वरक और खाद के बारे में नीचे बताया गया है जिनका चुनाव आप अपनी सुविधा के अनुसार कर सकते हैं:
गमले में हल्दी उगाने के लिए बेस्ट कम्पोस्ट खाद – Compost manure for turmeric plants in Hindi
जैविक खाद में सभी आवश्यक पोषक तत्व जैसे नाइट्रोजन, फास्फोरस, पोटेशियम, कैल्शियम, मैग्नीशियम, सल्फर, बोरॉन, जिंक, कॉपर, आयरन इत्यादि मैक्रो और माइक्रो न्यूट्रिशन शामिल होते हैं। यह प्रकंद (rhizomes) के उत्पादन और हल्दी की गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए फायदेमंद होते हैं। नींच कुछ प्रमुख कम्पोस्ट खाद के बारे में बताया गया है जो हल्दी को अच्छी मात्रा में पोषक तत्व प्रदान करने में मदद करती हैं और इन्हें आप आसानी से घर पर भी तैयार कर सकते हैं, जैसे:
गार्डन कम्पोस्ट – Garden compost in Hindi
हल्दी के बेहतर विकास के लिए जैविक खाद का चयन करना आवश्यक है। गार्डन कम्पोस्ट में कैल्शियम और मैग्नीशियम होते हैं। इस खाद को हल्दी लगे गमले की मिट्टी में इस तरह से मिलाया जाना चाहिए कि इसके पोषक तत्व पत्तियों या तनों के संपर्क में न आयें तथा खाद को जड़ो द्वारा आसानी से अवशोषित किया जा सके। अतः आप पानी देने या मल्चिंग से पहले इस खाद को डाल सकते हैं। गार्डन की खाद में लीफ कम्पोस्ट एक समृद्ध कार्बनिक पदार्थ से भरपूर होती है इन्हें मिट्टी की तरह उपयोग किया जा सकता है। लीफ कम्पोस्ट मिट्टी में पोषक तत्व को जोड़ता है। कम्पोस्टिंग पत्तियाँ हल्दी के पौधों के विकास के लिए एक अच्छा उर्वरक है।
वर्मीकम्पोस्ट – Vermi compost in Hindi
वर्मीकम्पोस्ट या केंचुआ खाद पोषक पदार्थों से भरपूर एक उच्च जैविक खाद है। यह धीमी गति से निकलने वाला प्राकृतिक उर्वरक है, जो आपके हल्दी के पौधों को कोई नुकसान नहीं पहुंचाता है।
(और पढ़ें: वर्मीकम्पोस्ट का आर्गेनिक गार्डनिंग में उपयोग, इसके फायदे और बनाने की विधि...)
पोल्ट्री खाद – Poultry manure in Hindi
पोल्ट्री खाद नाइट्रोजन और फास्फोरस युक्त कम्पोस्ट है इसका उपयोग कार्बनिक उर्वरकों के साथ हल्दी उत्पादन बढ़ाने के लिए किया जा सकता है। हल्दी के प्रकंद का बेहतर उत्पादन करने के लिए गमले की मिट्टी में एनपीके और पोल्ट्री खाद दी जा सकती है।
गाय का गोबर – Cow dung compost in Hindi
हल्दी के उच्चतम उत्पादन और पौधे के अच्छे विकास के लिए गाय का गोबर बहुत उपयोगी उर्वरक है। गाय के गोबर से बना खाद हल्दी उत्पादन के लिए सर्वश्रेष्ठ उर्वरक है इसका उपयोग आप अन्य हानिकारक रसायनों के स्थान पर करें।
(और पढ़ें: पौधों के लिए गोबर की खाद का इस्तेमाल करने के तरीके और फायदे…)
हल्दी के लिए बेस्ट घरेलू खाद – Best Homemade Fertilizer For Turmeric In Hindi
यदि आपके घर में हल्दी का पौधा है और आप घर के वेस्ट मटेरियल (अपशिष्ट) को खाद के रूप में इस्तेमाल करना चाहते हैं, तो नीचे कुछ घरेलू खाद (होममेड फर्टिलाइजर) के बारे में बताया गया है जो आपके हल्दी के पौधे को अच्छी तरह से बढ़ने में मदद करेगें।
कॉफी ग्राउंड – Coffee Ground in Hindi
कॉफी ग्राउंड को आप हल्दी लगे गमले या ग्रो बैग की मिट्टी के ऊपर छिड़काव कर सकते हैं या तरल के रूप में मिट्टी में डाल सकते हैं। कॉफी ग्राउंड हल्दी के लिए फायदेमंद घरेलू खाद है। कॉफी ग्राउंड मिट्टी को एसिडिक (अम्लीय) बनाने का काम करता है।
केले के छिलके की खाद – Banana peel compost in Hindi
घर पर केले के छिलके से बनी खाद में फास्फोरस और पोटेशियम जैसे पोषक तत्व भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं, जो हल्दी के बेहतर उत्पादन के लिए बेस्ट होममेड उर्वरक है।
नीम केक – Neem Cake in Hindi
नीम केक हल्दी के अच्छे विकास और उच्च उत्पादन के लिए एक सर्वश्रेष्ठ उर्वरक है। इसका उपयोग आप आसानी से हल्दी के पौधों में कर सकते हैं।
(और पढ़ें: गार्डनिंग में नीम खली (नीम केक) का मैजिक, फायदे जानकार आप हो सकते है हैरान….)
हल्दी के लिए बेस्ट तरल खाद – Best Liquid Fertilizer For Turmeric In Hindi
यदि आप अपने हल्दी के पौधे को अच्छी तरह से उगाना चाहते हैं तथा इसके लिए बेस्ट तरल खाद की तलाश कर रहें हैं, तो हम आपको हल्दी के पौधे के लिए नीचे कुछ बेस्ट तरल उर्वरक के बारे में बताने जा रहें हैं, जो इस प्रकार हैं:
कम्पोस्ट चाय – Tea Compost in Hindi
चाय खाद या कम्पोस्ट चाय का उपयोग हल्दी के पौधे को स्वस्थ रखने के लिए कर सकते है तथा गर्मियों में चाय खाद का इस्तेमाल ज्यादा से ज्यादा हल्दी के पौधों में करना लाभदायक है। तरल उर्वरक पौधे की जड़ों तक पोषक तत्वों को शीघ्रता से पहुँचाने का एक शानदार तरीका है।
फिश इमल्शन – Fish Emulsion in Hindi
फिश इमल्शन हल्दी के लिए अच्छा जैविक तरल उर्वरक है। इसका इस्तेमाल हल्दी के पौधे की मिट्टी में आसानी से किया जा सकता है तथा इससे पौधे को शीघ्रता से लाभ होता है। फिश इमल्शन का अधिक मात्रा में उपयोग करने से बचें, क्योंकि यह नाइट्रोजन का अच्छा स्रोत होता है और अधिक इस्तेमाल से यह पौधों को नुकसान पहुंचा सकता है।
सीवीड फर्टिलाइजर- Seaweed Fertilizer in Hindi
आर्गेनिक लिक्विड फर्टिलाइजर के रूप में आप सीवीड फर्टिलाइजर का उपयोग हल्दी के विकास की अवस्था में रेगुलर किया जा सकता है।
प्राकृतिक खाद – Natural Fertilizer for Haldi in Hindi
हल्दी के पौधों के लिए प्राकृतिक खाद एक सर्वश्रेष्ठ उर्वरक माना जाता है। आमतौर पर प्राकृतिक खाद के तौर पर हरी पत्तियों या सूखी घास का प्रयोग पौधे की मिट्टी में मल्च के रूप में किया जाता है।
(और पढ़ें: मल्चिंग क्या है? अपने गार्डन को मल्च कैसे करें…)
हल्दी के लिए सर्वश्रेष्ठ वाणिज्यिक उर्वरक (एनपीके अनुपात) – Best Commercial Fertilizer For Turmeric (NPK Ratio) In Hindi
घर पर हल्दी के पौधे के उच्च विकास के लिए एक अच्छे उर्वरक का चुनाव करना आवश्यक है। हल्दी ऐसे उर्वरक के साथ अच्छी बढ़ती है जिसमें 1:1:2 अनुपात में N:P:K होता है। यदि आपके गमले की मिट्टी में पोषक तत्वों की अत्याधिक कमी है तो 3:2:6 के अनुपात में N:P:K उर्वरक का उपयोग कर सकते हैं।
हल्दी को खाद देने का सही समय और तरीका – Right Time And Way To Fertilize Turmeric In Hindi
- हल्दी एक हैवी फीडर प्लांट होता है इसलिए इसे उगाने के लिए उच्च पोषक तत्वों के साथ कार्बनिक पदार्थों से भरपूर मिट्टी का उपयोग करें।
- घर पर उगाए जा रहे हल्दी के पौधे के विकास के दौरान प्रत्येक 3 से 4 सप्ताह में एक बार मिट्टी में उचित मात्रा में तरल उर्वरक दें। आप कम्पोस्ट टी, सड़ी खाद या फिश एमल्शन का उपयोग तरल उर्वरक के रूप में कर सकते हैं।
- सर्दियों में हल्दी के पौधों में खाद देने से बचें।
- गमले या ग्रो बैग में लगे हल्दी के पौधे को हर 6-8 सप्ताह में जैविक उर्वरक आवश्य दें। ये धीमी गति से पौधे को पोषक तत्व प्रदान करते हैं।
- हल्दी के पौधे की जड़ के विकास के लिए फास्फोरस युक्त उर्वरक का चुनाव करें, आप इसके लिए बोन मील, मस्टर्ड केक का इस्तेमाल कर सकते हैं।
- तरल खाद या पानी में घुलनशील उर्वरक का अधिक मात्रा में उपयोग हल्दी के पौधों में न करें, क्योंकि यह आमतौर पर तेजी से काम करते हैं। हालाँकि तरल खाद का उपयोग धीमी गति से जारी जैविक उर्वरकों के साथ किया जाना फायदेमंद होता है।
हल्दी में पाए जाने वाले पोषक तत्व – Nutrients Found In Turmeric In Hindi
हल्दी में प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, कैल्शियम, फाइबर, आयरन, कॉपर, जिंक, फास्फोरस, जैसे मिनरल्स मौजूद होते हैं वहीं हल्दी में विटामिन – B-6, विटामिन – C, विटामिन – E, विटामिन – K जैसे पोषक तत्व भी पाए जाते हैं।
(और पढ़ें: पोटेड प्लांट्स के लिए टॉप 10 होममेड जैविक खाद…)
निष्कर्ष – Conclusion
इस आर्टिकल में आपने हल्दी के पौधे के लिए 5 सर्वश्रेष्ठ उर्वरक के नाम और उनके उपयोग के बारे में जाना और आपने यह भी जाना कि गमले में लगे हल्दी के पौधे की मिट्टी को खाद देने का सही समय और तरीका क्या है। यदि आप इस आर्टिकल से संबंधित कोई सवाल पूछना चाहते हैं या सुझाव देना चाहते हैं, तो कमेंट बॉक्स में अवश्य दें।