अधिकांश गार्डनर्स अपने पौधों की देखभाल के दौरान अपने गार्डन प्लांट्स को कीट व रोगों से बचाने के लिए बार-बार या समय से पहले ही कीटनाशकों का छिड़काव कर देते हैं और कुछ लोग गार्डन के कुछ आम कीटों का संक्रमण बढ़ जाने पर अपने पूरे गार्डन में भी पेस्टीसाइड स्प्रे करते हैं, ताकि अन्य पौधों को उन कीटों से बचाया जा सके। लेकिन क्या आप जानते हैं कि, गलत समय पर या गलत तरीके से गार्डन में कीटनाशकों (Pesticides) के छिड़काव से आपका गार्डन खराब हो सकता है। अब ऐसे में सवाल यह उठता है कि आखिर गार्डन में कीटनाशक का उपयोग कब करना चाहिए?
चिंता न करें, इस आर्टिकल में हम आपको गार्डन में लगे हुए पौधों पर कीटनाशक का छिड़काव करने का सही समय, पौधों के लिए बेस्ट होममेड कीटनाशक तथा पेस्टीसाइड का प्रयोग करते समय कौन-कौन सी सावधानियां रखनी चाहिए? इत्यादि के बारे में विस्तार से बताएंगे।
गार्डन में पेस्टीसाइड छिड़काव का सही समय – The Best Time To Spray Pesticide In Your Garden In Hindi
होम गार्डन में लगे हुए पौधों को कीटों से बचाने एवं गार्डन को कीटरहित करने के लिए आप अपने गार्डन में पेस्टीसाइड का उपयोग पौधों की ग्रोइंग स्टेज में या फ्लावरिंग के समय कर सकते हैं, क्योंकि इस समय गार्डन प्लांट्स में कीट संक्रमण का अधिक खतरा हो सकता है। इसके अलावा गार्डन में हानिकारक कीटों के गंभीर संक्रमण की सम्भावना होने या कीट दिखाई देने पर भी आप अपने गार्डन में जैविक कीटनाशकों का छिड़काव कर सकते हैं। लेकिन ध्यान रखें बार-बार या अधिक मात्रा में कीटनाशकों के उपयोग से आपके पौधों को नुकसान हो सकता है, इसीलिए केवल निर्धारित मात्रा के अनुसार स्प्रे करें।
नोट- गार्डन के छोटे या कोमल पत्तियों वाले पौधों पर अधिक कीटनाशकों के इस्तेमाल से बचना चाहिए।
अधिकांश गार्डन कीट सुबह एवं शाम के समय अधिक सक्रिय होते हैं, जिसके कारण यह समय कीटनाशकों के उपयोग के लिए सबसे अनुकूल होता है। विशेष रूप से सुबह के समय पौधे की पत्तियों के छिद्र पूरी तरह खुले रहते हैं, जिससे उनके द्वारा पेस्टीसाइड अच्छे से अवशोषित कर लिए जाते हैं।
नोट – दिन के ठंडे समय (सुबह या शाम) में आपको कीटनाशकों का उपयोग करना चाहिए।
(और पढ़ें: पौधों के पत्ते खाने वाले कीड़ों को हटाने के उपाय….)
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पौधों के लिए जैविक कीटनाशक – Organic Pesticides For Plants In Hindi
- नीम का तेल (Neem Oil Pesticide)
- डिश सोप (Dish Soap Pesticide)
- टोमेटो लीव्स पेस्टीसाइड (Tomato Leaves Pesticide)
- 3 जी पेस्टीसाइड (3G Pesticide)
नीम का तेल – Neem Oil Pesticide For Garden Plants In Hindi
पौधों में लगे हुए कीटों से छुटकारा पाने के लिए नीम का तेल एक सबसे अच्छा जैविक कीटनाशक उपचार है, जिसका उपयोग पेस्टीसाइड एवं फंगीसाइड दोनों के रूप में किया जाता है। नीम तेल पेस्टीसाइड स्प्रे तैयार करने के लिए 2 बड़े चम्मच नीम ऑइल में, 2 चम्मच लिक्विड सोप और 3-4 लीटर पानी मिलाएं और गार्डन के सभी संक्रमित पौधे पर सावधानीपूर्वक स्प्रे करें।
(और पढ़ें: पौधों से फंगस हटाने के लिए जैविक फंगीसाइड…)
डिश सोप – Dish Soap Pesticide In Hindi
अगर आपके हाउसप्लांट्स या गार्डन में लगे हुए पौधों पर कोई कीट संक्रमण दिखाई देता है, तो आप डिश सोप का इस्तेमाल कर उनसे छुटकारा पा सकते हैं। इसके लिए 1 लीटर पानी में एक चम्मच लिक्विड डिश सोप को घोलें। तैयार मिश्रण को किसी साफ स्प्रेयर में भरें और संक्रमित पौधे पर छिड़काव करें। आप हर हफ्ते इस स्प्रे का छिड़काव अपने पौधों पर तब तक कर सकते हैं, जब तक पौधे को कीटों से पूरी तरह छुटकारा न मिल जाए। 2,3 सप्ताह स्प्रे के बाद पौधे पर सादे पानी से स्प्रे करें, ताकि साबुन के बचे हुए अवशेषों को साफ किया जा सके।
(और पढ़ें: गमले के पौधों को कीट से बचाने के तरीके…)
टोमेटो लीव्स पेस्टीसाइड – Tomato Leaves Pesticide In Hindi
टमाटर की पत्तियों में सोलेनिन और टोमैटिन (Solanine and Tomatine) पाया जाता है, जो टमाटर की पत्तियों को प्राकृतिक कीटनाशी बनाता है। टोमेटो लीव्स पेस्टीसाइड तैयार करने के लिए टमाटर की 2 कप ताजी पत्तियों को 1 लीटर पानी में रात भर के लिए भिगो दें फिर पौधे पर छिड़काव करें। टोमेटो लीव्स पेस्टीसाइड एफिड्स और पत्तियां चबाने वाले कीड़ों पर प्रभावी तरीके से काम करता है।
नोट – टोमेटो लीव्स पेस्टीसाइड को किसी अन्य नाइटशेड प्लांट्स जैसे- बैंगन, काली मिर्च, आलू, मिर्च इत्यादि पर इस्तेमाल करने से बचें।
3 जी पेस्टीसाइड – 3G Pesticide In Hindi
एफिड्स, मीली बग, नारंगी ककड़ी बीटल और रस चूसने वाले कीड़े इत्यादि को 3 जी पेस्टीसाइड के छिड़काव से नियंत्रित किया जा सकता है। 3 जी पेस्टीसाइड बनाने के लिए 50 ग्राम हरी मिर्च, 25 ग्राम अदरक तथा 25 ग्राम लहसुन को मिलाकर अच्छी तरह पीस लें और 1 लीटर पानी में मिलाकर मिश्रण तैयार कर लें। इस मिश्रण को 2 दिन तक ढककर रख दें और कपड़े से छानकर किसी स्प्रेयर में भरकर संक्रमित पौधे पर छिड़काव करें।
नोट- लगातार लम्बे समय तक कीटनाशक का उपयोग हानिकारक हो सकता है, इसीलिए सावधानीपूर्वक पेस्टीसाइड का छिड़काव करना सुनिश्चित करें।
(और पढ़ें: पौधों की वृद्धि के लिए 10 शानदार टिप्स….)
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पेस्टीसाइड का प्रयोग करते समय सावधानियां – Precautions When Using Pesticides In Hindi
गार्डन में जैविक कीटनाशकों का प्रयोग करते समय आपको अपनी सुरक्षा पर भी विशेष ध्यान देने की जरूरत होती है, ताकि आपकी त्वचा पर किसी भी प्रकार की जलन, खुजली या एलर्जी न हो, इसीलिए चेहरे पर मास्क एवं हाथों में सुरक्षात्मक दस्ताने या गार्डनिंग ग्लव्स जरूर पहनें। इसके अलावा गार्डन में पेस्टीसाइड का उपयोग करते समय निम्न सावधानियां रखनी चाहिए:
- किसी भी कीटनाशक का छिड़काव तेज हवाओं वाले दिनों में एवं 32°C से ऊपर के तापमान में कीटनाशकों के प्रयोग करने से बचें।
- गार्डन में कीटनाशक स्प्रे करते समय सावधानी बरतें, ताकि इनके प्रति संवेदनशील (छोटे या कमजोर) पौधों को कोई नुकसान न हो।
- कीटनाशी का इस्तेमाल करने से पहले अति संवेदनशील पौधों को कवर कर दें या किसी अन्य स्थान पर रख दें।
- अगर पौधे पर लगे हुए कीटों को मैन्युअल तरीके से हटाया जा सकता है, तो कीटनाशकों का उपयोग न करें, या केवल गंभीर कीट संक्रमण पर ही जैविक कीटनाशकों का स्प्रे करें।
- गार्डन में कीटनाशी स्प्रे से पहले सुनिश्चित कर लें, कि पौधे में पानी की कमी न हो। ध्यान रखें कीटनाशक स्प्रे के तुरंत बाद पौधों को पानी न दें।
- पौधों को खाद देने के तुरंत बाद भी गार्डन में कीटनाशी का इस्तेमाल करने से बचें।
- कीटनाशक का प्रयोग करने के दौरान मिश्रण को अच्छी तरह एवं बार-बार हिलाएं।
- फल एवं सब्जियों की हार्वेस्टिंग के कुछ समय पहले गार्डन में कीटनाशकों का इस्तेमाल करना बंद कर दें। या गार्डन के उस हिस्से में कीटनाशी स्प्रे न करें, जहाँ पत्तेदार सब्जियां एवं फल कटाई के लिए तैयार हो गये हों।
नोट – पेस्टीसाइड स्प्रे के लिए उन स्प्रेयर का इस्तेमाल न करें, जिनका उपयोग शाकनाशी के छिड़काव के लिए किया गया था।
(और पढ़ें: कीटनाशक के छिड़काव से पहले जानें यह आवश्यक 5 बातें…)
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अगर आपके गार्डन में भी कीटों का संक्रमण काफी बढ़ गया है और ये कीट आपके पौधों को नुकसान पहुंचा रहे हैं, तो आप ऊपर बताए हुए सही समय पर अपने गार्डन के पौधों में जैविक कीटनाशक का प्रयोग कर पौधों को हानिकारक कीटों के संक्रमण से बचा सकते हैं, लेकिन पेस्टीसाइड स्प्रे करते समय ऊपर बताई हुई सावधानियां जरूर अपनाएं। उम्मीद है आपको जानकारी अच्छी लगी होगी। लेख से जुड़े हुए आपके कोई भी सवाल या सुझाव हो, तो हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं।