सितंबर का महीना अंतिम बरसात का समय तथा पतझड़ (शरद ऋतु) की शुरुआत का समय है, जहाँ मौसम में ठंड का एहसास तथा बिन-मौसम बरसात होने की सम्भावना होती है, जिसके कारण सितंबर माह में अपने गार्डन को हेल्दी बनाए रखने के लिए आपको पौधों की देखभाल का विशेष ध्यान रखना चाहिए। इस समय वातावरण में परिवर्तन आपके होम गार्डन में कई तरह के बदलाव लाता है, जिसके लिए आपको तैयार रहना चाहिए, साथ ही सितंबर के महीने में गार्डन कुछ ऐसे महत्वपूर्ण काम भी करने होते हैं, जिससे कि आपका होम गार्डन साफ-सुथरा, सुन्दर तथा स्वस्थ दिखे। चिंता न करें, हम आपको बताएंगे कि सितंबर माह में गार्डन में आपको कौन से काम करना चाहिए। सितंबर के महीने में गार्डन में कौन-कौन से काम किये जाते हैं, सितंबर माह में गार्डनिंग टिप्स तथा इस समय किये जाने वाले काम के बारे में जानने के लिए आर्टिकल को पूरा पढ़ें।
सितंबर के गार्डन में किये जाने वाले टॉप 10 काम – 10 Things to do in September Garden in Hindi
बदलते मौसम के दौरान सितंबर कई पौधों की हार्वेस्टिंग के साथ-साथ गार्डन में नये पेड़-पौधे लगाने का सबसे अच्छा समय है, जहाँ आप अपने होम गार्डन में नये रंग-बिरंगे फूल वाले पौधे, पत्तेदार सब्जियां आदि लगा सकते हैं, इसके साथ ही आप अपने गार्डन को सुंदर बनाने के लिए कई अन्य कार्य भी कर सकते हैं। सितंबर माह में होम गार्डन की ख़ूबसूरती बढ़ाने के लिए किये जाने वाले काम तथा सितंबर गार्डनिंग टिप्स निम्न हैं:
- खरपतवार को हटाएँ
- क्रीपर प्लांट्स को सहारा दें
- गार्डन में गिरे हुए पत्तों को रेक करें
- एक कम्पोस्ट बिन तैयार करें
- मिट्टी की गुणवत्ता में सुधार करें
- पौधों की प्रूनिंग करें
- पौधों की मल्चिंग करें
- गर्मियों के लिए बीज एकत्रित करें
- ठंडे मौसम वाली सब्जियां उगाएं
- अपने गार्डन में फूल वाले पौधे लगाएं
गार्डन से खरपतवार हटाएँ – Remove Weeds From Garden In September Month In Hindi
बरसात का मौसम पेड़-पौधों के लिए वरदान होता है, जिसमें आपके गार्डन में लगे हुए पेड़-पौधों के आस-पास कई अनचाहे पौधे, खरपतवार (घास-पूस इत्यादि) उग आते हैं। ये खरपतवार, मिट्टी से उन पोषक तत्वों को लेते हैं, जो आपके पौधों की ग्रोथ के लिए आवश्यक होते हैं, जिससे गार्डन में लगे पौधों में पोषक तत्वों की कमी के लक्षण देखने को मिल सकते हैं। बरसात के गुजरने के बाद सितंबर माह में आप अपने होम गार्डन में उगी हुई खरपतवार को पूरी तरह हटा सकते हैं। गार्डन से खरपतवार को पूरी तरह हटाने के लिए किसी वीड-रिमूविंग गार्डनिंग टूल्स की मदद लेना चाहिए।
(यह भी जानें: खरपतवार हटाने के लिए आवश्यक गार्डनिंग टूल्स….)
बेल वाले पौधों को सहारा दें – Support Your Creeper Plants In September In Hindi
अंतिम गर्मियों तथा सर्दियों की शुरूआत वाला यह सितंबर का महीना, अपने साथ कई मौसमी परिवर्तन को लाता है, जिसमें तेज हवाओं का चलना, तापमान कम होना तथा अचानक से बरसात का होना शामिल है। ऐसे में आपको अपने पौधों की सुरक्षा के लिए उपाय खोजने होंगे। सितंबर के महीने में आपको अपने होम गार्डन में लगे हुए नन्हे युवा पौधों को मजबूत लकड़ी से तथा बेल या लताओं वाले पौधों को क्रीपर नेट इत्यादि से सहारा देना चाहिए।
नोट – सितंबर माह में होम गार्डन में लगे हुए क्रीपर वेजिटेबल प्लांट की देखभाल करते समय सुनिश्चित करें कि, वे क्रीपर नेट से मजबूती से बंधे हों।
(यह भी जानें: गार्डन में क्रीपर नेट का उपयोग कब और कैसे करें….)
गिरे हुए पत्तों को रेक करें – Rake fallen leaves In September Month In Hindi
सितंबर, पतझड़ की शुरूआत का महीना है, क्योंकि इस समय अधिकांश बारहमासी पौधे अपने पत्तों को जमीन पर गिरा देते हैं, ताकि कुछ समय बाद उनमें नई ग्रोथ हो सके। लेकिन होम गार्डन या लॉन गार्डन में गिरे हुए पत्ते सूर्य के प्रकाश को मिट्टी तक पहुँचने से रोकते हैं, जिससे पौधों में कीट लगने तथा कई प्रकार के रोग व बीमारियाँ होने का खतरा बढ़ जाता है। इसीलिए अपने गार्डन में गिरे हुए पत्तों को रेक करें और होम गार्डन को हमेशा साफ-सुथरा रखें।
नोट – पतझड़ में गिरी हुयी पत्तियों का उपयोग आप लीफ मोल्ड या लीफ कम्पोस्ट बनाने के लिए भी कर सकते हैं जो मिट्टी की संरचना में सुधार करने के लिए खाद के रूप में उपयोग किया जाता है।
एक कम्पोस्ट बिन तैयार करें – Prepare A Compost Bin In September Garden In Hindi
पतझड़ के इस महीने (सितंबर) में गार्डन में गिरी हुयी पत्तियों को एकत्रित कर आप अपनी खुद की ऑर्गेनिक कम्पोस्ट खाद आसानी से तैयार कर सकते हैं। जो भविष्य में आपके पौधों की ग्रोथ को बढ़ाने एवं मिट्टी की संरचना में सुधार करने में आपकी मदद करेगी। इसीलिए सितंबर में जैविक खाद (लीफ मोल्ड) बनाने के लिए अपने होम गार्डन के किसी एक कोने में कम्पोस्ट बिन तैयार करें।
(यह भी जानें: सब्जियों के छिलकों से जैविक खाद कैसे बनाएं…)
मिट्टी को उपजाऊ बनाएं – Give Nutrients In Your Garden Soil In September In Hindi
सितंबर का महीना मिट्टी में पोषक तत्व मिलाने का सबसे अच्छा समय है, ताकि आप अपने विंटर गार्डन में सफलतापूर्वक पौधे ग्रो कर सकें। दरअसल गर्मियों में उगाए गये पौधे मिट्टी से आवश्यक पोषक तत्वों को ले लेते हैं, जिसके कारण मिट्टी में पोषक तत्वों की कमी हो जाती है, इसीलिए विंटर गार्डन तैयार करते समय या दोबारा प्लांटिंग करने से पहले आपको अपनी मिट्टी की गुणवत्ता में सुधार कर लेना चाहिए।
नोट – मिट्टी में खाद व उर्वरक मिलाने से पहले मिट्टी की जाँच अवश्य कर लेना चाहिए।
(यह भी जानें: गमले की मिट्टी को उपजाऊ कैसे बनाएं…)
पौधों की मल्चिंग करें – Mulch The Plants In September In Hindi
शरद ऋतु अर्थात् पतझड़ की शुरूआत अपने साथ सर्दियों के आने का संदेश लाती है, इसीलिए सितंबर माह के दौरान आपको उन पौधों के आस-पास मल्चिंग करनी चाहिए, जो ठण्ड को सहन नहीं कर सकते। मल्चिंग मिट्टी में गर्माहट बनाये रखने के लिए तथा पौधों की हेल्दी ग्रोथ को प्रोत्साहित करने में मदद करेगी।
पौधों की प्रूनिंग करें – prune Your plants In September Month In Hindi
सितंबर का महीना अधिकांश बारहमासी पौधों की कटाई-छटाई (प्रूनिंग) करने के लिए सबसे अच्छा समय होता है। पौधों की प्रूनिंग पौधों को स्वस्थ बनाएं रखने के लिए बहुत ही आवश्यक होती है, इसके साथ ही कई झाड़ियों वाले पौधों की प्रूनिंग उनके आकार को सुन्दर बनाने तथा पौधों की ग्रोथ को बढ़ाने के लिए की जाती है। गर्मियों के समय फूलने वाले पौधों की प्रूनिंग या डेडहेडिंग के लिए भी सितंबर एक अच्छा समय है, जब पौधे में फूल खिलना बंद हो जाते हैं। सर्दियों में पौधों की प्रूनिंग आने वाले वसंत के मौसम में पौधों की नई ग्रोथ को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से भी की जाती है।
गर्मियों के लिए बीज एकत्रित करें – In September collect seeds for summer In Hindi
शरद ऋतु अर्थात् सितंबर माह में गर्मियों में फलने-फूलने वाले अधिकांश पौधे सूखने लगते हैं, जिनका उपयोग बीज बनाने के लिए तथा अगले साल फिर से पौधे उगाने के लिए किया जा सकता है। इसीलिए अपने होम गार्डन से अपने पसंदीदा ऐसे पौधे चुनें, जो बीज के लिए तैयार हैं तथा जिन्हें आप अगले साल उगाना चाहते हैं।
ठंडे मौसम वाली सब्जियां उगाएं – Grow Cool Season Vegetables In September In Hindi
गर्मियों की सब्जी की कटाई होने के बाद सितंबर के महीने में आप कई तरह की जड़ वाली सब्जियां तथा हरी पत्तेदार हेल्दी सब्जियां अपने होम गार्डन में गमले या ग्रो बैग में आसानी से लगा सकते हैं। बदलते मौसम के इस समय में तापमान में गिरावट होने लगती है, जिसके कारण आप अपने गार्डन में सितंबर महीने में ठंडे मौसम वाली प्रमुख सब्जियां उगा सकते हैं, जो निम्न लिखित हैं:
- टमाटर (Tomato)
- बैंगन (Brinjal)
- धनिया (Coriander)
- हरी मिर्च (Green Chili)
- मटर (Peas)
- पालक (Spinach)
- पत्ता गोभी (Cabbage)
- लेट्युस (Lettuce)
- ब्रुसेल्स स्प्राउट्स (Brussels Sprouts)
- मूली (Radish)
- ब्रोकोली (Broccoli)
- गाजर (Carrot)
- सेम (Beans)
- फूल गोभी (Cauliflower)
- शिमला मिर्च (Capsicum)
- मैथी (Fenugreek)
- गाँठ गोभी (knol-khol)
- फावा बीन्स (Fava Beans)
- पेठा (Ash Gourd), इत्यादि।
(यह भी जानें: सीजन के अनुसार सब्जियों के बीज लगाने का कैलेंडर…)
विंटर फूल वाले पौधे लगाएं – Grow Flowering Plants In September In Hindi
विंटर गार्डन तैयार करने के लिए आप कुछ वार्षिक और बारहमासी फूल वाले पौधों की कलम या कटिंग लेकर उन्हें सितंबर महीने में लगा सकते हैं। अंतिम सितंबर से अक्टूबर का समय अधिकांश फ्लावर प्लांट्स को कटिंग से ग्रो किया जाता है। सितंबर माह में कटिंग या बीज से लगाए जाने वाले कुछ प्रमुख फ्लावर प्लांट निम्न हैं, जैसे:
- गुलाब (Rose)
- कनेर (Oleander)
- गुलदाउदी (Chrysanthemum)
- जरबेरा फूल (Gerbera Flower)
- जीनिया (Zinnia)
- पैन्सी (Pansies)
- कैलेंडुला (Calendula)
- कॉक्सकॉम्ब (Celosia)
- पिटुनिया (Petunia)
- डहेलिया (Dahlias)
- गुडहल (Hibiscus)
- गेंदा (Marigold)
- रातरानी (Night jasmine)
- कामनी (Orange Jessamine)
- मोगरा (Jasminum Sambac)
- कॉर्नफ़्लावर (Cornflower)
- ट्यूलिप (Tulip)
- लिली (Lily)
- हेलेनियम (Helenium Flower)
- कैमेलिया (Camellia)
- लोबेलिया (Lobelia)
- वाइल्डफ्लावर (Wildflowers)
- स्वीट पी (Sweet Peas)
- सदाबहार (Vinca)
- वर्बेना (Verbena), इत्यादि।
(यह भी जानें: ट्रांसप्लांट विधि से उगने वाले फूलों के लिए ग्रोइंग कैलेंडर…)
उपरोक्त आर्टिकल में आपने जाना कि अंतिम बरसात के समय या पतझड़ (शरद ऋतु) की शुरुआत होने पर सितंबर माह में गार्डन को सुन्दर व स्वस्थ बनाये रखने के लिए कौन-कौन से काम करने चाहिए। उम्मीद है आपको यह लेख पसंद आया होगा। सितंबर गार्डनिंग टिप्स से सम्बन्धित अन्य उपयोग पोस्ट पढ़ने के लिए organicbazar.net पेज पर विजिट करें।