बागवानी क्या है: बागवानी करना आपके जीवन का एक सुखद अनुभव हो सकता है, जिसमें आप अपने बगीचे में तरह-तरह की सब्जी, फल, फूल और हर्ब प्लांट उगा सकते हैं। लेकिन बागवानी करने का असली मजा तो तब है जब आप जैविक तरीके से बागवानी करते हैं अर्थात केमिकल युक्त उर्वरकों, कीटनाशकों या अन्य सिंथेटिक रसायनों का उपयोग किए बिना पौधों से अच्छी प्रोडक्टिविटी प्राप्त कर सके। यदि आप प्राकृतिक चीजों की सहायता से बागवानी करते हैं तो इसे जैविक बागवानी कहते है। बागवानी करने के लिए आप अपने घर की छत, बालकनी, आंगन या फिर घर के पीछे की जगह का उपयोग कर सकते हैं। यदि आप भी जानना चाहते हैं कि बागवानी क्या है (What Is Gardening In Hindi) और कैसे की जाती है, तो इस लेख को अंत तक अवश्य पढ़े।
बागवानी क्या है- What Is Gardening In Hindi
“बागवानी” जिसे हम अंग्रेजी में गार्डनिंग कहते हैं, एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमे पौधों को उगाना, देखभाल करना और हार्वेस्टिंग करना आदि शामिल है। बागवानी अपने बगीचे में पौधों को उगाने की एक प्राकृतिक विधि है, जिसमें आप अपने घर पर ही तरह-तरह के फूल, फल, जड़ी बूटी और सब्जी के पौधे उगा सकते हैं। बागवानी करने से आपके आसपास का वातावरण शुद्ध रहता है और यह मनोरंजन का एक बेहतरीन साधन भी है। बता दें कि बागवानी से आप न केवल ताजी सब्जी व फल प्राप्त कर सकते हैं बल्कि बाहर की ताजी हवा में घूमने फिरने और शुद्ध हवा में सांस लेने का अवसर भी आपको मिलता है। अपने बगीचे में कुछ समय बैठकर आप आराम कर सकते हैं और यह तनाव भरे माहौल से अपने आपको दूर रखने का भी एक शानदार विकल्प है।
बागवानी करने के तरीके – Methods Of Gardening In Hindi
अलग-अलग स्थान, जलवायु और व्यक्तिगत प्राथमिकताओं के आधार पर बागवानी करने के तरीके भी भिन्न-भिन्न हो सकते हैं। बागवानी करने के कुछ सामान्य तरीके हमने नीचे बताएं है और साथ में यह भी बताया है कि बागवानी क्या है।
कंटेनर बागवानी – Container Gardening
घर की छत, बालकनी, किचन और आँगन जैसी छोटी-छोटी जगहों के लिए कंटेनर बागवानी बिल्कुल उपयुक्त है। कंटेनर बागवानी में गमले व ग्रो बैग में अच्छी पॉटिंग मिक्स भरकर पौधे उगाए जाते हैं। कंटेनर बागवानी में सबसे पहले आप सही साइज का कंटेनर चुने और अपने बीज या पौधे रोपण करके ऐसे स्थान पर रख दें, जहां पर्याप्त धूप आती है।
रेज्ड बेड बागवानी – Raised Bed Gardening
रेज्ड बेड बागवानी में जमीन से ऊपर ऊंचे-ऊंचे बेड बनाएं जाते हैं और फिर इन रेज्ड बेड में तैयार की गई मिट्टी भर दी जाती है। इनमें अच्छी जल निकासी का प्रबंध किया जाता है ताकि पानी जमा ना हो पाए। बता दें कि रेज्ड बेड बनाने के लिए लकड़ी, ईंट व अन्य सामग्रियों का उपयोग किया जाता हैं। इस तरह से तैयार किए गए रेज्ड बेड में तरह-तरह के पौधे लगा कर रेज्ड बेड बागवानी बेहद आसानी से की जा सकती है। पौधे लगाने के लिए आप बड़े साइज के रेक्टेंगुलर ग्रो बैग का उपयोग भी कर सकते हैं।
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पारंपरिक बागवानी – Traditional Gardening
पारंपरिक बागवानी करने के लिए आपके पास पर्याप्त जगह होनी चाहिए, क्योंकि इसमें सीधे जमीन पर पौधे लगाए जाते हैं। मिट्टी से खरपतवार को हटा दिया जाता है और आवश्यक खाद पदार्थ को मिट्टी में मिलाकर पौधे लगाने के लिए तैयार किया जाता है। बता दें कि पारंपरिक बागवानी में सीधे जमीन पर क्यारी बनाकर पौधे लगाए जाते हैं। बागवानी करने के लिए बनाई गई क्यारियों में आप तरह-तरह की सब्जी, हर्ब, फल व फूल के पौधे लगा सकते हैं।
हाइड्रोपोनिक बागवानी – Hydroponic Gardening
बिना मिट्टी के पौधे उगाने को हाइड्रोपोनिक बागवानी कहा जाता है। हाइड्रोपोनिक बागवानी एक ऐसी तकनीक है, जिसमे जल में आवश्यक पोषक तत्वों को मिलाकर पानी के माध्यम से पौधों की जड़ो को प्रदान किया जाता हैं। इस विधि से बागवानी करने में सभी पौधों को बराबर और नियंत्रित मात्रा में पोषक तत्व प्रदान किए जाते हैं। हाइड्रोपोनिक बागवानी को आप घर के अंदर सेटअप तैयार करके आसानी से कर सकते हैं।
बागवानी की विभिन्न शाखाएं – Different Branches Of Gardening In Hindi
बागवानी कई प्रकार से होती जिनमें से कुछ विभिन्न शाखाओं के बारें में हमने नीचे बताया हैं। तो आइए जानते हैं, बागवानी की विभिन्न शाखाओं के बारें में:-
सब्जी की बागवानी – Vegetable Gardening
सब्जी की बागवानी में आप कई तरह की सब्जियां जैसे टमाटर, गाजर, मूली, लौकी, भिन्डी, खीरा, पालक, धनियां, और सलाद आदि उगा सकते हैं। इन सब्जियों को आप अपने घर पर ही बागवानी करके लगा सकते हैं और रोजाना ताजी सब्जी खाने का आनंद ले सकते हैं। बता दें कि यह अपने खुद का मिनी फार्म बनाने जैसा है।
फलों की बागवानी – Fruit Gardening
फलों की बागवानी भी सब्जी की बागवानी जैसे ही की जाती है, सिर्फ सब्जी के स्थान पर सेब, संतरे, जामुन, आम, स्ट्रॉबेरी और अंगूर आदि फल के पौधे उगाएं जाते हैं।
हर्ब की बागवानी – Herb Gardening
हर्ब ऐसे प्लांट हैं, जिनका उपयोग खाना पकाने या औषधि बनाने के लिए किया जाता हैं। हर्ब बागवानी के दौरान आप तुलसी, पुदीना, नीम, धनियां, कड़ी पत्ता आदि जड़ी-बूटियाँ उगा सकते हैं। जब आप इन हर्ब का उपयोग भोजन पकाने में करते हैं तो ये ताज़ी जड़ी-बूटियाँ भोजन के स्वाद को नेक्स्ट लेवल तक ले जा सकती हैं।
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फूलों की बागवानी – Flower Gardening
फूलों की बागवानी में आप सभी तरह के फूल उगा सकते हैं। फूल उगाने के आप लिए बीज, बल्ब, या फिर कटिंग का उपयोग कर सकते हैं।
इनडोर बागवानी – Indoor Gardening
यदि आपके पास अधिक जगह या बड़ा आँगन नही है, तो कोई बात नही आप इनडोर बागवानी करके अपने घर के अंदर पौधे उगा सकते हैं। इनडोर बागवानी करने के लिए आप कंटेनर, ग्रो बैग, हैंगिंग पॉट या फिर गमलों का उपयोग कर सकते हैं।
ऊर्ध्वाधर बागवानी – Vertical Gardening
यदि आपके पास पर्याप्त जगह नही है या जगह की कमी है, तो आप वर्टिकल बागवानी या ऊर्ध्वाधर बागवानी कर सकते हैं। बता दें कि वर्टिकल बागवानी में आप पौधों को बाहर की बजाय ऊपर की ओर उगा सकते हैं। ऊर्ध्वाधर बागवानी में पौधों को दीवार, जाली या अलमारी का उपयोग करके बढाया जाता है, इस बागवानी के माध्यम से आप अपने बगीचे को एक शानदार लुक भी प्रदान कर सकते है।
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जल बागवानी – Water Gardening
जल बागवानी में आप ऐसे पौधों को उगा सकते है, जो पानी के अंदर या उसके निकट ग्रोथ करते हैं, जैसे जल लिली और कमल के फूल आदि। जल बागवानी करने के लिए आप अपने बगीचे में एक शांत तालाब या फव्वारा बना सकते हैं, ताकि जल में उगने वाले पौधे भी आपके बगीचे की शोभा बन सके।
जैविक बागवानी – Organic Gardening
जैविक बागवानी का अर्थ है, ऐसी बागवानी जिसमें सिंथेटिक रसायनों या कीटनाशकों का उपयोग किए बिना पौधे उगाए जाते है। जैविक बागवानी में आपको जैविक खाद का उपयोग करना होता है और किसी भी तरह के कैमिकल युक्त खाद पदार्थ को इसमें शामिल करने की अनुमति नही दी जाती है। जैविक बागवानी के दौरान आप वर्मीकम्पोस्ट, बोन मील, गोबर की खाद, किचन वेस्ट कम्पोस्ट और अन्य जैविक उर्वरकों का उपयोग कर सकते हैं।
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सजावटी बागवानी – Ornamental Gardening
सजावटी बागवानी करने का सबसे प्रमुख उद्देश्य बगीचे को फूलों, झाड़ियों और पेड़ पौधों से सजाना होता है। इसलिए आप अपने बगीचे में तरह-तरह के पेड़ पौधे लगा कर बगीचे को खूबसूरत लुक दे सकते है या सजा सकते हैं।
बागवानी में उगाई जाने वाली फसलों के नाम – Names Of Gardening Crops In Hindi
बागवानी करने के लिए आप नीचे दी गई फसलों का चुनाव कर सकते है। इनके अलावा भी अन्य कई फसलें हैं जिनकी बागवानी आप आसानी से कर सकते हैं।
फूल – Flowers
गुलाब, ट्यूलिप, डेज़ी, गेंदा, और सूरजमुखी जैसे फूल वाले पौधे आप अपने बगीचे में लगा सकते हैं।
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सब्जियाँ – Vegetables
सब्जी की बागवानी करने के लिए कई तरह की सब्जी आप अपने बगीचे में लगा सकते हैं, जैसे – टमाटर, सलाद, खीरा, गाजर, और शिमला मिर्च आदि।
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फल – Fruits
सेब, संतरा, स्ट्रॉबेरी, ब्लूबेरी और आड़ू जैसे फल के पौधे लगाकर आप अपने गार्डन से ताजे फल तोड़ सकते हैं ।
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हर्ब प्लांट- Herbs
किचन में उपयोग होने वाली सबसे महत्वपूर्ण जड़ी बूटियों में शामिल तुलसी, अजवायन, अजमोद, अजवायन, और सेज आदि को आप आसानी से लगा सकते हैं।
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बागवानी की विशेषताएं – Features Of Gardening In Hindi
बागवानी करने की कुछ प्रमुख विशेषताएं होती हैं, जिन्हें इस लेख में बताया गया हैं। तो आइए जानते है बागवानी की इन विशेषताओं के बारें में:-
चिकित्सा में उपयोगी होती बागवानी – Therapeutic
क्या आप जानते है कि बागवानी करने से तनाव दूर होता है। क्योंकि बागवानी के दौरान आप पौधे लगाते हैं, मिट्टी खोदते है और प्रूनिंग जैसी गतिविधियों से आपको मानसिक शांति मिलती हैं। बागवानी में पौधों की देखभाल करने से बीमारियाँ भी आपसे दूर रहती हैं।
बागवानी सुंदरता प्रदान करती है – Gardening Provides Beauty
बागवानी करने से आपके आसपास का परिवेश सौन्दर्य से भर जाता है। जब सुंदर-सुंदर पेड़ पौधे आपके आसपास लगे होते हैं, तो ये अपनी मौजूदगी से चारो ओर सुंदर माहौल बना देते हैं। अपने चारों ओर खूबसूरत रंगीन फूल, हरियाली और पौधों से आने वाली महक आपके मन को रोमांचित कर सकती है।
प्रकृति से जुड़ाव बना रहता है – Connection With Nature
बागवानी आपको प्रकृति से जुड़ने का मौका देती है। बागवानी के दौरान जब आप पौधों की देखभाल करते हैं, नए-नए पौधे अपने बगीचे में लगाते हैं और मिट्टी की जाँच करते है, तब आपको प्रकृति के साथ जुडाने का मौका मिलता है।
स्वास्थ्य लाभ प्रदान करती है – Health Benefits
बागवानी करने से आप अपने घर पर ही ताजी व हरी-भरी सब्जियां प्राप्त कर सकते हैं और इन्हें खाकर अपनी हेल्थ का विशेष ध्यान रख सकते है। क्योंकि घर पे उगाई जाने वाली सब्जी व फल में कैमिकल फर्टिलाइजर का उपयोग नही किया जाता है और ये बिल्कुल ऑर्गेनिक होती है। इस तरह से आप जैविक सब्जी खाकर खुदका और अपने परिवार की सेहत का ध्यान रख सकते हैं।
(यह भी पढ़िए – शुरुआती लोगों के लिए वेजिटेबल गार्डनिंग की पूरी जानकारी)
भारत में बागवानी का दायरा – Scope Of Gardening In India In Hindi
विविध जलवायु और कृषि परंपराओं के चलते भारत में बागवानी के क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं। बढ़ती हुई आबादी के साथ-साथ खाद्य स्रोतों की पूर्ति और खाद्य सुरक्षा को सुनिश्चित करना बेहद जरूरी हो गया हैं। ऐसे में आने वाले समय के दौरान घरेलू बागवानी बहुत महत्वपूर्ण हो सकती है। बागवानी करने से न केवल ताजी सब्जी, फल आदि प्राप्त होते है बल्कि यह प्रदूषण से निपटने में भी सहायक होती है। बता दें कि जैविक बागवानी को अपनाने से टिकाऊ कृषि प्रणाली में योगदान दिया जा सकता है। जिससे रासायनिक उर्वरकों और कीटनाशकों पर निर्भरता कम हो सकती है, और साथ ही पर्यावरण संरक्षण को भी बढ़ावा मिल सकता है। जैसा कि आप जानते है कि बागवानी भारतीय संस्कृति में गहराई से समाई हुई है, जिसमें घर की छत पर बागवानी, बोनसाई खेती और फूलों की सजावट की कला जैसी परंपराएं सदियों पुरानी हैं। बागवानी भूमि निर्माण, नर्सरी और उद्यान केंद्र आदि बनाने के अवसर प्रदान करती हैं। तो हम कह सकते हैं कि भारत में बागवानी का दायरा (स्कोप) अच्छा है।
इस लेख में हमने बागवानी क्या है, बागवानी की विधि, विशेषताएं, विभिन्न शाखाएं, फसलों के नाम और भारत में बागवानी का दायरा आदि के बारें में बताया हैं। आपको हमारा लेख कैसा लगा और लेख से सम्बंधित कोई सुझाव आपके पास है, तो हमारे साथ जरूर साझा करें, धन्यवाद।
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