टमाटर का पौधा लगाने के बाद उसकी देखभाल कैसे करे – How To Take Care Of Tomato Plants After Planting In Hindi

टमाटर का पौधा लगाने के बाद उसकी देखभाल कैसे करे: टमाटर एक सब्जी है जिसका उपयोग अन्य सब्जियों के साथ किया जाता है, इसके अलावा आप टमाटर का उपयोग सलाद के रूप में भी कर सकते हैं। एक गार्डनर जब अपने बगीचे में टमाटर का पौधा लगाता है, तो पौधा लगाने के बाद वह इसकी देखभाल भी बहुत ध्यान पूर्वक करता है। क्योंकि वह जानता है कि यदि वह अपने टमाटर के पौधे की केयर नही करेगा तो यह खराब हो जाएगा या फिर ठीक से फल नही देगा, इस तरह से उसकी सारी मेहनत बेकार हो जाएगी। यदि आपने भी अपने होम गार्डन या टेरेस गार्डन में टमाटर का पौधा लगाया है तो इसकी देखभाल करने के लिए आप कई तरह के उपाय कर सकते हैं, जिससे टमाटर के पौधे की ग्रोथ और उत्पादन में वृद्धि हो सके।

यदि आप भी जानना चाहते हैं कि टमाटर का पौधा लगाने के बाद उसकी देखभाल कैसे करे ? (How To Take Care Of Tomato Plants After Planting In Hindi) तो इस लेख को पूरा पढ़ें, यहाँ हमने टमाटर के पौधे की देखभाल करने के बारे में पूरी जानकारी दी है। जिससे आप अपने किचन गार्डन में टमाटर का पौधा लगाकर उसे सही तरह से हरा भरा बना सकते हैं।

टमाटर की कौन सी किस्म से सबसे अधिक पैदावार होती है – Which Tomato Variety Produces The Most Tomatoes

चेरी टमाटर की वैरायटी - Best Variety Of Cherry Tomatoes In India In Hindi

टमाटर का पौधा लगाते समय इस बात का ध्यान विशेषतौर पर रखा जाना चाहिए कि आप जो वैरायटी लगा रहे है उसकी पैदावार कैसी होती है। इसलिए आप नीचे दी जारी रही लिस्ट से टमाटर के पौधे लगाएं क्योंकि यहाँ अधिक उपज देने वाली किस्मों के नाम।

टमाटर का पौधा लगाने के बाद उसकी देखभाल कैसे करे – How To Take Care Of A Tomato Plant After Planting In Hindi

अक्सर देखा जाता है कि टमाटर का पौधा लगाने के बाद ठीक ढंग से इसकी देखभाल न होने की वजह से पौधा खराब हो जाता है या फल नही लगते हैं। यदि आप भी ऐसी लापरवाही करते है तो आइए जानते है कि टमाटर के पौधे की देखभाल कैसे करे ? ताकि अपने होम गार्डन में आपको ढेर सारे टमाटर तोड़ने को मिल सकें।

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टमाटर के पौधों को नियमित पानी दें – Water Tomato Plants Regularly

टमाटर के पौधों के आधार में पानी डालें - Watering At The Base Of Tomato Plants In Hindi

टमाटर के पौधों की अच्छी ग्रोथ के लिए आपको लगातार पानी देना होता है, खासकर गर्म मौसम में विशेष ध्यान रखने की जरूरत होती है। टमाटर के पौधों में गहराई से पानी दें और पत्तियों में पानी लगने से बचाएं, ताकि किसी तरह का रोग न लगे। सुबह के समय टमाटर के पौधे को पानी देना सबसे अच्छा माना जाता है। लेकिन पानी देने से पहले ग्रो बैग या गमले की मिट्टी को चेक कर लें, यदि सतह से लगभग एक इंच नीचे तक सूखा है तो आप पानी डाल सकते हैं। जब आप पानी दें तो ओवरवाटरिंग न करें क्योंकि जलभराव होने या लम्बे समय तक मिट्टी के गीले बने रहने से पौधे की जड़ खराब हो सकती है।

जैविक खाद डालकर टमाटर के पौधों की देखभाल करें – Take Care Of Tomato Plants By Adding Organic Fertilizers

Common Mistakes

टमाटर के पौधों की अच्छी देखभाल करने के लिए आप समय समय पर जैविक खाद का उपयोग करें। ग्रो बैग की मिट्टी में आर्गेनिक फर्टिलाइजर मिलाकर पौधों को पोषक तत्व प्रदान करें। जब टमाटर के पौधों में फूल आना शुरू हो जाए, तो फलों की अच्छी पैदावार के लिए फास्फोरस की अधिक मात्रा वाले उर्वरक का उपयोग कर सकते हैं। उर्वरक पैकेज पर दिए गए निर्देशों का पालन करें, ताकि पौधे की जरूरत के अनुसार ही खाद डाला जाए। टमाटर का पौधा लगाने के बाद इसकी देखभाल करने के लिए आप पौधे में बेहतरीन सड़ी हुई गोबर की खाद, वर्मीकम्पोस्ट, नीम केक पाउडर, किचन के कचरे से बना खाद और बोनमील आदि जैविक उर्वरक डाल सकते हैं। ध्यान रहे कि जब टमाटर के पौधे में फल लगना शुरू हो जाए तो प्रत्येक 15 दिन के अंतराल पर थोडा थोडा खाद जरूर डालें।

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टमाटर के पौधे को सीधा बढ़ने के लिए सपोर्ट दें – Support Tomato Plants To Grow Straight

टमाटर के पौधों को सहारा दें - Tomato Plants Need Support To Grow Well In Hindi

टमाटर के पौधों की अधिकांश किस्मों को बढ़ने के लिए कुछ की सपोर्ट की जरूरत होती है। अपने ग्रो बैग में लगे टमाटर के पौधे को सीधा रखने के लिए आप उन्हें बांध सकते हैं। पौधों को सीधा रखने के लिए आप सपोर्टिंग स्टिक और प्लांट सपोर्ट क्लिप (Plant Support Clips) का उपयोग कर सकते हैं।

टमाटर के पौधे के साथ तुलसी का पौधा लगाए – Plant Basil Along With Tomato Plants

टमाटर के पौधों में रोग किसके कारण होते हैं - What Causes Tomato Plants Diseases In Hindi

बता दें कि टमाटर के पौधे में हॉर्नवॉर्म, एफिड्स और सफेद मक्खी  जैसे कीट नुकसान पहुंचा सकते हैं। ये कीड़े टमाटर के फल में छेद कर देते हैं और पत्तियों को चबाकर पूरा पौधा खराब कर देते हैं। लेकिन तुलसी का पौधा टमाटर के पौधे के आसपास लगा दिया जाए तो तुलसी के पौधे से आने वाली गंध की वजह से ये कीट दूर भाग जाते हैं।

टमाटर के पौधों को पर्याप्त धूप में रखे – Keep Tomato Plants In Adequate Sunlight

बेल वाले टमाटर लगाने के लिए ग्रो बैग - Grow Bags For Planting Tomato Vine In Hindi 

यदि आपको नही पता की टमाटर के पौधे को कितनी धूप चाहिए? तो बता दें कि टमाटर का पौधा तेज धूप में अच्छी ग्रोथ करता है। इसलिए अपने होम गार्डन में जब टमाटर का पौधा लगाए तो यह ध्यान रखें कि पौधे को प्रति दिन कम से कम 6-8 घंटे की धूप मिले। टमाटर के पौधे में फूल लगने और फल को पकने के लिए धूप की भरपूर आवश्यकता होती है। इसलिए आप पौधे को ऐसे स्थान पर रखे जहां पर्याप्त धूप आती है।

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प्रूनिंग करके टमाटर के पौधे की देखभाल कैसे करे – Take Care Of Tomato Plants By Pruning

टमाटर के पौधों की प्रूनिंग कैसे करें - How do you prune tomatoes step by step In Hindi

टमाटर के पौधे की सही ढंग से देखभाल करने के लिए आप समय समय पर प्रूनिंग करें। बता दें कि पौधे में लगे खराब या सड़े गले पत्तो को हटा दें, रोग ग्रस्त ब्रांच को प्रूनिंग कटर का उपयोग करके काट देना चाहिए। पौधे की कटाई छटाई करने से पौधे का आकार सही बना रहता है और इससे ऊंचाई बढ़ने के साथ साथ प्रोडक्टिविटी भी बेहतर होती है। बता दें कि टमाटर का पौधा 30 से 40 सेंटीमीटर ऊंचा हो जाता है तब इसमें फूल लगना शुरू हो जाते हैं और तब नीचे की पत्तियों की छटाई की जा सकती है। जिससे पत्तियां नीचे जमीन में न लगे और नमी के कारण उनमें फंगस या अन्य रोग लगने से सुरक्षा प्रदान की जा सके।

बेहतर देखभाल के लिए टमाटर के पौधे के आसपास मल्चिंग करें – Mulching Around Tomato Plants

टमाटर को ब्लॉसम एंड रॉट रोग से बचाने के उपाय - How To Treat Blossom End Rot In Tomato Plants In Hindi

टमाटर के पौधों की देखभाल करने के लिए मल्चिंग एक अच्छा विकल्प है। यदि आप पौधे के चारो ओर गीली घास, लकड़ी की छाल, रददी पेपर, पुआल या कंकड़ आदि का उपयोग करके मल्चिंग करते हैं तो इससे मिट्टी में नमी बरकरार रहती है। बता दें कि नमी को बनाए रखने, खरपतवारों को दबाने और मिट्टी के तापमान को नियंत्रित करने के लिए मल्चिंग की जा सकती हैं। जैसा कि आप जानते हैं कि गर्मी के मौसम में टमाटर के पौधों को अधिक पानी आवश्यकता रहती है ऐसे में मल्चिंग करके इसको कम किया जा सकता है। मिट्टी को छाया प्रदान करने और ठंडा रखने में भी अहम योगदान होता है।

टमाटर के पौधे को रोग और कीटाणुओं से बचाएं – Pest and Disease Management

टमाटर में लगने वाले कीट - Pests Of Tomato Plant In Hindi- 

टमाटर के पौधों में कीट और रोग प्रबंधन करने के लिए नियमित रूप से पौधे की निगरानी करें। यदि टमाटर के पौधें में किसी तरह की फफूंद आ रही है या पत्ते पीले पड़ रहे हैं, तो इसका तुरंत उपचार करें। बता दें कि टमाटर में लगने वाले सामान्य कीट जैसे – एफिड्स, हॉर्नवॉर्म और व्हाइटफ्लाई आदि पौधों को प्रभावित कर सकते हैं। टेरेस गार्डनिंग के दौरान बैक्टीरिया रोग, फंगल रोग, लेपिडोप्टेरा लार्वा और निमेटोड आदि भी पौधे के खराब होने का कारण बन सकते हैं। लीफ माइनर और लीफ कर्ल की वजह से टमाटर के पौधे से फूल झड़ने लगते हैं और टमाटर में सडन भी लगने लगती हैं। इनसे सुरक्षा प्रदान करने के लिए आप लौंग का तेल और होम मेड पेस्टीसाइड का उपयोग कर सकते हैं।

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टमाटर की हार्वेस्टिंग करें – Harvesting Tomatoes

बेल वाले टमाटर की हार्वेस्टिंग - Harvesting Of Vine Tomato In Hindi 

इस तरह से केयर करने के बाद अंततः आपके टमाटर पूरी तरह से पक कर तैयार हो जाएंगे और गार्डन में टमाटर की पैदावार देखने को मिलेगी। इन टमाटर को तोड़कर आप उपयोग कर सकते हैं। टमाटर की हार्वेस्टिंग करते समय एक साफ कैंची का उपयोग करें और टमाटर तोड़ने के बाद इन्हें किसी टोकरी में सुरक्षित रखें।

इस लेख में हमने बताया है कि टमाटर का पौधा लगाने के बाद उसकी देखभाल कैसे करे ? आपको हमारा लेख कैसा लगा और लेख से सम्बंधित कोई सुझाव आपके पास है, तो हमारे साथ जरूर साझा करें, धन्यवाद।

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