How to get rid of blanket worm / hairy worm / bhua piloo in Hindi: गार्डनिंग के दौरान गार्डनर को आमतौर पर कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। कभी पौधों पर फल-फूल नहीं आते, तो कभी प्लांट पर कीड़े लग जाते हैं। पौधों पर लगने वाला ऐसा ही एक कीड़ा है कंबल कीड़ा। वास्तव में कंबल कीड़े (blanket insect) गार्डनिंग में एक आम समस्या हैं, जो पौधों के रस को चूसकर उनकी ग्रोथ को प्रभावित करते हैं। ये छोटे, सफेद रूई जैसे कीड़े दिखने में भले ही नरम लगें, लेकिन इनका प्रकोप पौधों की पत्तियों को पीला कर सकता है और उनकी जीवन शक्ति को कमजोर कर सकता है।
यदि समय रहते इन कीटों पर नियंत्रण न किया जाए, तो ये तेजी से फैलकर आपके गार्डन के अन्य पौधों को भी नुकसान पहुँचा सकते हैं। इस आर्टिकल में हम आपको बताने जा रहे हैं कि, पौधों से कंबल कीड़ा कैसे निकालें और कंबल कीड़ा से प्राकृतिक रूप से छुटकारा कैसे पाएं, जिससे आपका गार्डन स्वस्थ और हरा-भरा बना रहे।
पौधों से कंबल कीड़े हटाने के उपाय – How To Remove Blanket Worms From Plants In Hindi
अगर आपने अपने गार्डन में पौधे लगाएं हैं, तो आपको उनकी अधिक देखभाल करने की जरुरत होती है। क्योंकि आपके पौधों को कई प्रकार के कीट नुकसान पहुँचा सकते हैं, उनमें से प्रमुख कीट है, कंबल कीट। अगर आप भी इस कीट से बहुत परेशान हैं, तो यह लेख अंत तक जरूर पढ़ें। पौधों से कीटों को हटाने के लिए आप नीचे बताए गए स्टेप्स फॉलो कर सकते हैं।
1. नीम का तेल छिड़कें – Spray neem oil in Hindi
बहुत से लोगों का सवाल होता है कि पौधों से कंबल कीड़ा कैसे निकालें?, तो इसके लिए आप सबसे पहले इस्तेमाल कर सकते हैं नीम का तेल । यह कीटनाशक गुणों से भरपूर होता है। यह कीड़ों को मारने और उनके लार्वा को नष्ट करने में प्रभावी होता है। 1 लीटर पानी में 2-3 चम्मच नीम का तेल मिलाकर छिड़काव करें। यह कंबल कीड़ों को खत्म करने में मदद करेगा और अन्य हानिकारक कीटों को भी दूर रखेगा। नीम का तेल पौधों के लिए सुरक्षित होता है और मिट्टी को नुकसान नहीं पहुँचाता। इसे हर 7-10 दिनों में दोहराने से गार्डन में कीड़ों का संक्रमण कम हो जाएगा और पौधे स्वस्थ रहेंगे।
(यह भी जानें: पौधों के कीट और रोग दूर करने के घरेलू उपाय….)
2. साबुन के घोल का छिड़काव करें – Spray soap solution in Hindi
साधारण तरल साबुन और पानी का मिश्रण बनाकर पौधों पर छिड़काव करें। यह घोल कंबल कीड़ों की बाहरी परत को कमजोर कर देता है, जिससे वे मर जाते हैं। 1 लीटर गुनगुने पानी में 1 चम्मच हल्का तरल साबुन मिलाएं और प्रभावित पौधों पर छिड़कें। यह विधि पर्यावरण के अनुकूल और सस्ती होती है। इसे हर 4-5 दिन में दोहराने से कीड़ों की संख्या नियंत्रित होती है। ध्यान रखें कि बहुत अधिक साबुन का उपयोग न करें, क्योंकि यह पौधों की कोमल पत्तियों को नुकसान पहुँचा सकता है।
3. लहसुन और मिर्च का स्प्रे करें – Spray garlic and chili solution in Hindi
लहसुन और लाल मिर्च का मिश्रण प्राकृतिक कीटनाशक की तरह काम करता है। इसके तेज गंध और तीव्र स्वाद से कीड़े दूर भागते हैं। 5-6 लहसुन की कलियाँ और 2-3 सूखी लाल मिर्च को पानी में उबालें, फिर ठंडा करके छान लें। इस घोल को एक स्प्रे बोतल में भरकर पौधों पर छिड़काव करें। यह मिश्रण न केवल कंबल कीड़ों बल्कि अन्य कीटों को भी दूर रखने में कारगर होता है। इस स्प्रे को सप्ताह में दो बार उपयोग करने से गार्डन में कीट प्रकोप काफी हद तक नियंत्रित किया जा सकता है।
बागवानी प्रोडक्ट खरीदने के लिए नीचे दिए आइकॉन पर क्लिक करें:
4. फायदेमंद कीटों को आकर्षित करें – Attract beneficial insects in Hindi
कुछ कीट जैसे लेडीबग्स (Ladybugs) और प्रेइंग मेंटिस (Praying Mantis) गार्डन के लिए फायदेमंद होते हैं क्योंकि ये कंबल कीड़ों को खाते हैं। इन्हें गार्डन में आकर्षित करने के लिए फूलों के पौधे (जैसे गेंदा, सूरजमुखी) लगाएं। इसके अलावा, जैविक खाद और प्राकृतिक वातावरण बनाए रखें ताकि ये कीट आपके बगीचे में रहें। बाज़ार में उपलब्ध जैविक कीट नियंत्रण सॉल्यूशन भी उपयोग किए जा सकते हैं, जिनमें ये फायदेमंद कीट मौजूद होते हैं। इनका प्रयोग करने से बिना किसी रासायनिक कीटनाशक के प्राकृतिक रूप से कीट नियंत्रण किया जा सकता है।
(यह भी जानें: बारिश में ऐसे करें पौधों की देखभाल….)
5. डायटोमेशियस अर्थ का उपयोग करें – Use diatomaceous earth in Hindi
डायटोमेशियस अर्थ एक प्राकृतिक खनिज पाउडर है, जो कीड़ों के शरीर में घुसकर उन्हें सुखा देता है। यह बारीक पिसे हुए सिलिका कणों से बना होता है, जो कीड़ों के बाहरी खोल को काटकर उनकी नमी सोख लेता है, जिससे वे मर जाते हैं। इसे पौधों की जड़ों और पत्तियों के आसपास छिड़कें, लेकिन बारिश के बाद दोबारा लगाना आवश्यक है। यह इंसानों और पालतू जानवरों के लिए सुरक्षित होता है, लेकिन कीड़ों के लिए अधिक प्रभावी होता है।
6. अच्छी तरह से गार्डन की सफाई करें – Clean the garden thoroughly in Hindi
अगर आप जानना चाहते हैं कि पौधों में कंबल कीड़ा लग जाए, तो क्या करें? तो यह ध्यान रखें कि गार्डन को साफ-सुथरा रखना कीट नियंत्रण के लिए बहुत ज़रूरी है। सूखी पत्तियाँ, गिरे हुए फूल और अनावश्यक खरपतवार कीड़ों के छिपने की जगह बनाते हैं। नियमित रूप से बगीचे की सफाई करने से कंबल कीड़ों के प्रजनन के लिए अनुकूल माहौल नहीं बनता। यदि पौधों की पत्तियाँ संक्रमित हो चुकी हैं, तो उन्हें काटकर नष्ट कर दें। गार्डन टूल्स को भी समय-समय पर साफ करें ताकि कीटों के अंडे या लार्वा उनसे दूसरे पौधों तक न फैलें।
(यह भी जानें: गार्डनिंग टूल्स की देखभाल करने के टिप्स….)
बागवानी चीजें खरीदने के लिए नीचे दिए आइकॉन पर क्लिक करें:
7. अच्छी जल निकासी बनाएं – Ensure proper drainage in Hindi
नमी और गीली मिट्टी कई कीटों के पनपने के लिए बेहतर स्थान होती है, इसलिए गार्डन में अच्छी जल निकासी बनाना ज़रूरी है। यदि मिट्टी में पानी अधिक समय तक ठहरा रहता है, तो यह कंबल कीड़ों और अन्य हानिकारक कीटों के संक्रमण को बढ़ावा देता है। इसके लिए गमलों या क्यारियों में छिद्र रखें ताकि अतिरिक्त पानी निकल सके।
(यह भी जानें: गार्डन में ड्रेनेज सिस्टम को मैनेज करने के तरीके….)
8. हल्के रासायनिक कीटनाशक का प्रयोग करें – Use mild chemical insecticides in Hindi
यदि प्राकृतिक और जैविक उपाय कारगर नहीं हो रहे हैं, तो हल्के कीटनाशकों का उपयोग किया जा सकता है। पाइरेथ्रिन (Pyrethrin) आधारित स्प्रे कंबल कीड़ों के खिलाफ प्रभावी होते हैं। हालांकि, इनका प्रयोग करते समय सावधानी बरतें और पर्यावरण-अनुकूल उत्पादों को प्राथमिकता दें। स्प्रे करते समय दस्ताने और मास्क पहनें।
9. गार्डन में सही प्रकार का मल्च डालें – Apply the right type of mulch in the garden in Hindi
मल्चिंग करने से मिट्टी में नमी संतुलित रहती है और अनावश्यक खरपतवार नहीं उगते। जैविक मल्च, जैसे कि सूखी घास, लकड़ी का बुरादा, या नारियल की भूसी, मिट्टी को स्वस्थ बनाए रखते हैं और कीटों के लिए प्रतिकूल वातावरण बनाते हैं। हालांकि, बहुत अधिक गीला मल्च कंबल कीड़ों के लिए आश्रय बन सकता है, इसलिए संतुलित मात्रा में मल्च का उपयोग करें।
निष्कर्ष:-
कंबल कीड़े गार्डन के लिए हानिकारक हो सकते हैं, लेकिन सही उपाय अपनाकर इनसे छुटकारा पाया जा सकता है। जैविक, प्राकृतिक और पर्यावरण-अनुकूल तरीकों से इनका नियंत्रण संभव है। नियमित देखभाल, उचित सफाई और जैविक कीटनाशकों के संतुलित उपयोग से आपका गार्डन स्वस्थ और हरा-भरा बना रहेगा।
बागवानी प्रोडक्ट खरीदने के लिए नीचे दिए आइकॉन पर क्लिक करें: