घर पर गमले में शलजम कैसे उगाएं – How To Grow Turnip At Home In Hindi

शलजम जड़ वाली सब्जियों में से एक है जिसका वैज्ञानिक नाम ब्रैसिका रैपा (Brassica rapa) है। इसे कम देखभाल के साथ-साथ ठण्डी जलवायु में गमले या ग्रो बैग में आसानी से उगाया जा सकता है। शलजम के पौधे की जड़ें तथा पत्तियां दोनों ही खाने योग्य होती हैं। पोषक तत्वों से भरपूर शलजम हमारे स्वास्थ्य के लिए काफी फायदेमंद होता है। इस आर्टिकल में आप जानेंगे कि, घर पर गमले में शलजम कैसे उगाएं, शलजम कैसे लगाएं, गमले में शलजम के बीज लगाने की विधि तथा देखभाल के टिप्स जानने के लिए इस आर्टिकल को पूरा पढ़ें।

शलजम के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी – Important Information About Growing Turnip In Hindi

गमले या ग्रो बैग की मिट्टी में शलजम उगाने से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी निम्न है:

वैज्ञानिक नाम
ब्रैसिका रैपा (Brassica rapa)
शलजम लगाने का सही समय
फरवरी-मार्च और अगस्त-अक्टूबर
मिट्टी में बीज लगाने की गहराई
लगभग 0.5 इंच
आवश्यक धूप
पूर्ण या आंशिक
शलजम के लिए आवश्यक मिट्टी
अच्छी जल निकासी वाली रेतीली दोमट मिट्टी
बीज अंकुरण में लगा समय
लगभग 7 से 14 दिन
शलजम की खुदाई का समय
लगभग 1-2 महीने

शलजम उगाने का सही समय – Best time to grow turnips in Hindi

शलजम उगाने का सही समय - Best time to grow turnips in Hindi

घर पर गमले की मिट्टी में शलजम को ठण्डी जलवायु में आसानी से उगाया जा सकता है, इसके अलावा इसे गर्म वातावरण में भी उगा सकते हैं। चूंकि, यह जल्दी उगने वाली सब्जियों में से एक है अतः इसे एक ही मौसम में 2 बार भी उगाया जा सकता है। शलजम को आप फरवरी-मार्च व अगस्त-अक्टूबर के महीने में लगा सकते हैं।

(यह भी जानें: जड़ वाली सब्जियों के नाम और उगाने से सम्बंधित जानकारी...)

शलजम उगाने के लिए अच्छे बीजों का चयन – Choose The Good Quality Seeds For Growing Turnips in Hindi

गमले में शलजम लगाने के लिए तथा भविष्य में अच्छे व स्वस्थ फल प्राप्त करने के लिए आपको अच्छी किस्म के बीजों का चयन करना चाहिए। अच्छी किस्म व उच्च गुणवत्ता वाले शलजम के बीज ऑनलाइन खरीदने के लिए यहां क्लिक करें।

शलजम उगाने के लिए सही जगह – Best Place To Plant Turnips In Hindi

ठण्डे या गर्म वातावरण में शलजम को आसानी से उगाया जा सकता है लेकिन, दोनों ही कंडीशन में ध्यान रखें कि, शलजम के पौधों को उगने के लिए पूर्ण या आंशिक धूप की जरूरत होती है। इसलिए इन्हें लगाने के लिए ऐसी जगह चुनें, जहाँ पौधों को रोजाना 6-8 घंटे की धूप मिल सके।

शलजम उगाने के लिए गमले का साइज़ – Best pot size for Growing Turnips in Hindi

शलजम उगाने के लिए गमले का साइज़ - Best pot size for Growing Turnips in Hindi

आपको शलजम के बीज लगाने के लिए अतिरिक्त जल निकासी वाले गमले या ग्रो बैग का उपयोग करना चाहिए। आप पौधे लगाने के लिए निम्न साइज़ के गमले का उपयोग कर सकते हैं।

नोट – इसके अलावा आप अपनी सुविधा के अनुसार गमले का साइज़ चुन सकते हैं।

(यह भी जानें: ग्रो बैग में गार्डनिंग करने के लिए 5 जरूरी टिप्स…)

शलजम की ग्रोथ के लिए मिट्टी – Best Soil for Growing Turnips in Hindi

शलजम की ग्रोथ के लिए मिट्टी - Best Soil for Growing Turnips in Hindi

गार्डन में लगे शलजम के पौधे उचित जल निकासी वाली पोषक तत्वों से भरपूर रेतीली मिट्टी में अच्छी तरह बढ़ते हैं। शलजम उगाने के लिए 6.0 से 6.5 पीएच मान वाली अम्लीय मिट्टी उचित होती है। गमले की मिट्टी में शलजम लगाने से पहले इसकी ग्रोथ बढ़ाने के लिए तथा मिट्टी को और अधिक उपजाऊ बनाने के लिए आप मिट्टी में जैविक खाद जैसे वर्मीकम्पोस्ट, पुरानी गोबर खाद, नीम केक और मस्टर्ड केक आदि मिला सकते हैं।

मिट्टी को उपजाऊ बनाने के लिए खाद या उर्वरक यहां से खरीदें:

वर्मीकम्पोस्ट
पुरानी गोबर खाद
नीम केक
मस्टर्ड केक
पॉटिंग मिट्टी

गमले में शलजम लगाने की विधि – Method Of Plant Turnips In A Pot In Hindi

शलजम के पौधों को प्रत्यारोपण पसंद नहीं होता है इसलिए, शलजम लगाने के लिए चुनी गयी जगह में डायरेक्ट मेथर्ड के द्वारा बीज लगाना उचित होता है। गमले में बीज से शलजम कैसे उगाएं, जानने के लिए निम्न स्टेप्स को फॉलो करें।

  • चुने हुए गमले या ग्रो बैग में उपयोगी मिट्टी या पॉटिंग मिट्टी (potting soil) भरें।
  • मिट्टी भरते समय गमले को ऊपर से 2-3 इंच खाली रखें, जिससे कि पौधों में पानी डालते समय गमले से पानी बाहर न निकले।
  • गमले में दो बीजों को एक दूसरे से 6-10 इंच की दूरी पर और मिट्टी में लगभग 0.5 इंच की गहराई में लगाएं।
  • मिट्टी में बीज लगाने के बाद बीजों को मिट्टी की हल्की पतली परत से ढक दें।
  • अब गमले की मिट्टी में वाटरिंग केन (water can) की मदद से समान रूप से पानी दें, ताकि मिट्टी नम हो जाए।
  • बीज अंकुरण प्रक्रिया में मिट्टी को नम बनाए रखें, लेकिन मिट्टी में जलभराव से बचें।
  • लगभग 7-14 दिनों के अंदर शलजम के बीज अंकुरित हो जाते हैं।

(यह भी जानें: अदरक को घर पर कैसे उगायें…)

शलजम की देखभाल के टिप्स – Turnip plant Care Tips in Hindi

शलजम की देखभाल के टिप्स - Turnip plant Care Tips in Hindi

  • शलजम के पौधे लगे गमले की मिट्टी में नमी बनाए रखें।
  • पानी की कमी से शलजम के पौधों की जड़े सख्त व कड़वी हो सकती हैं तथा जरूरत से ज्यादा पानी पौधों की जड़ों को सड़ा सकता है। इसलिए पौधों को उचित मात्रा में पानी दें।
  • ध्यान रखें कि, पौधों को रोजाना 6-8 घंटे की धूप मिलनी चाहिए।
  • शलजम के पौधों को अतिरिक्त खाद की आवश्यकता नहीं होती है। अगर आपने बीज लगाते समय मिट्टी में खाद नहीं मिलाई थी, तब आप इसमें पौधे बढ़ते समय जैविक खाद डाल सकते हैं। आप शलजम के विकास के लिए पोटैशियम और फॉस्फोरस युक्त खाद का इस्तेमाल करें। नाइट्रोजन युक्त फर्टिलाइज़र्स का इस्तेमाल करने से बचें क्योंकि, इससे शलजम की पत्तियों में वृद्धि होगी न कि, फल में।
  • पौधे के आस-पास उगे हुए खरपतवार पौधे से पोषक तत्वों के लिए प्रतिस्पर्धा कर सकते हैं इसलिए, खरपतवार को हटाएं। खरपतवार अलग करने के लिए आप वीड्स रिमूविंग टूल्स का उपयोग कर सकते हैं। या पौधे के आसपास मल्च की एक पतली परत बिछा सकते हैं।
  • शलजम के पौधों को कीट व बीमारी से बचाने के लिए आप नीम तेल (Neem oil) या उचित कीटनाशक का छिड़काव कर सकते हैं।

(यह भी जानें: जानें गर्मियों में सब्जियों की देखभाल करने के आसान टिप्स…)

शलजम की खुदाई का समय – Turnip Harvesting Time In Hindi

शलजम की खुदाई का समय - Turnip Harvesting Time In Hindi

आपके द्वारा लगाये हुए शलजम के पौधे लगभग 2 महीने में परिपक्व हो जायेंगे। जिनको आप खाने के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं। इनकी खुदाई करने के लिए आस-पास की मिट्टी को ढीला कर लें और फिर हाथ से खींचकर आप इसे निकाल लें। शलजम की खुदाई करने के लिए आप गार्डनिंग टूल्स का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके अलावा आप इसे लगाने के लगभग 1 महीने बाद पत्तियों की कटाई कर सकते हैं, जिनका इस्तेमाल साग के रूप में किया जा सकता है।

नोट – शलजम के हर पौधे की सिर्फ दो या तीन पत्तियां तोड़ें। अगर आप सारी पत्तियों को काट देंगे तो जड़ें मर सकती हैं और फलस्वरूप पौधे नष्ट हो हैं।

निष्कर्ष – Conclusion

इस आर्टिकल में आपने जाना कि, घर पर गमले में शलजम कैसे उगाएं, शलजम लगाने की विधि तथा शलजम के पौधे की देखभाल के तरीके क्या हैं, और भी बहुत कुछ जाना। उम्मीद है कि, इस लेख में दी गई जानकारी आपको अच्छी लगी होगी। हमारी और भी उपयोगी पोस्ट पढ़ने के लिए Organicbazar.net पर विजिट करें। आपको शलजम से जुड़ी जानकारी कैसी लगी कमेंट में जरूर बताएं।

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