पिछले कुछ सालों में गार्डनिंग या बागवानी करने के तरीकों में बहुत ज्यादा बदलाव आया है, पहले हम पौधों को केवल मिट्टी में ही ग्रो कर सकते थे, लेकिन वर्तमान में पौधे उगाने की नई तकनीकी का विकास होने से हम मिट्टी के बिना भी पौधे ग्रो कर सकते हैं, उन्हीं में से एक है हाइड्रोपोनिक्स या हीड्रोपोनिक्स मेथड, जिसमें आप सब्जियों और फूलों आदि के पौधों को उगा सकते हैं। हाइड्रोपोनिक्स क्या है, हीड्रोपोनिक्स से कौन कौन से पौधे उगाए जा सकते हैं और पौधे लगाने की विधि क्या है, तथा हाइड्रोपोनिक्स प्लांट्स की देखभाल कैसे करें, के बारे में जानने के लिए इस लेख को पूरा पढ़ें।
हाइड्रोपोनिक पौधे क्या है – What Is Hydroponic Plant In Hindi
हाइड्रोपोनिक प्लांट्स वो होते है, जिन्हें मिट्टी के उपयोग के बिना पोषक तत्व युक्त पानी के घोल में उगाया जाता है। फूल, जड़ी-बूटियों और सब्जियों के पौधों को हाइड्रोपोनिक विधि के माध्यम से लगाया जा सकता है। इस मेथड में पोषक तत्वों से भरपूर घोल, ऑक्सीजन और पानी की आपूर्ति की जाती है। यह सिस्टम पौधों के तेजी से विकास, अधिक पैदावार और अच्छी गुणवत्ता को बढ़ावा देता है।
हाइड्रोपोनिक्स कैसे काम करती है – How Do Hydroponics Works In Hindi
- सब्जी या अन्य पौधे उगाने के लिए पौधों की जड़ों को पानी में डुबाया जाता है और यह उसी में डूबी रहती हैं। हाइड्रोपोनिक्स (Hydroponic) मेथड, सब्जी तथा अन्य पौधों को उगाने के लिए बहुत अच्छे से काम करती है।
- पौधे लगाने के लिए पानी में पोषक तत्वों को मिलाया जाता है, ताकि पानी में लगे पौधों को आवश्यक पोषक तत्व मिल सके।
- हाइड्रोपोनिक विधि द्वारा उगाए गए पौधे बहुत स्वस्थ होते हैं और पारंपरिक तकनीकी का उपयोग करके उत्पादित फलों और सब्जियों की तुलना में बहुत तेजी से बढ़ते हैं, क्योंकि पौधों को आसानी से पोषक तत्व प्राप्त हो जाते हैं।
- हाइड्रोपोनिक्स विधि की सबसे खास बात यह होती है कि, इसमें हमेशा सूर्य के प्रकाश की आवश्कता नहीं होती, बल्कि अधिकांश पौधे एलईडी लाइटों के नीचे भी उगाये जा सकते हैं। इस तरह प्रकाश संश्लेषण और भोजन के उत्पादन की क्रिया तेजी से होती है। अब आप समझ ही गए होंगे कि, यह विधि पौधे ग्रो करने के लिए कैसे काम करती हैं।
हाइड्रोपोनिक्स पौधे लगाने की विधि – Hydroponics Planting Method At Home Garden In Hindi
सबसे पहले आप यह विचार करें कि, आपको हाइड्रोपोनिक सेटअप कहाँ रखना है। बेसमेंट, बालकनी, गैरेज या खुली इनडोर जगह सेटअप रखने के लिए आदर्श स्थान है। चलिए जानते हैं, हाइड्रोपोनिक्स से पौधे उगाने की विधि के बारे में।
- जिस तकनीक से आप हाइड्रोपोनिक पौधे उगा रहे हैं, उससे संबंधित उपकरणों की व्यवस्था करें।
- सर्वप्रथम जिन पौधों को आप लगाना चाहते हैं, उनके बीजों को अंकुरित करने के लिए ग्रोइंग मीडियम जैसे- कोको पीट या रॉकवूल का इस्तेमाल कर सकते हैं।
- बीजों को लगाने के बाद अपने ग्रोइंग मीडियम को 3-4 दिनों के लिए अंधेरे में रखें, फिर इसे पर्याप्त रोशनी दें।
- बीज अंकुरित होने के बाद लगभग 6 इंच के पौधों को अपने पसंद के हाइड्रोपोनिक मीडियम या पॉट में स्थानांतरित करें, लेकिन ध्यान रखें कि पौधे की जड़ें पानी में डूबी रहें।
- आप एक कंटेनर में एक पौधा तथा अधिक पौधे लगाने के लिए बड़े साइज के गमले या पॉट का इस्तेमाल कर सकते हैं।
हाइड्रोपोनिक पौधों को प्रत्यारोपित कैसे करें?
पौधे प्रत्यारोपित करते समय यह ध्यान रखें कि, पौधों की जड़ो को कोई नुकसान न हो तथा सावधानीपूर्वक पौधों को ग्रोइंग मीडियम से बाहर निकालें। पौधों की जड़ों को अपनी उँगलियों से बहुत धीरे से ढीला करें, इसके बाद प्रत्येक पौधों को कंटेनर में रखें तथा जड़ों को नीचे पोषक तत्व के घोल में लटकाएं।
हाइड्रोपोनिक पौधों की देखभाल कैसे करें – Hydroponic Plants Care In Garden In Hindi
जिस प्रकार हम मिट्टी में लगे पौधों की केयर करते हैं, उसी प्रकार पानी में बढ़ने वाले पौधों की देखभाल करने की जरूरत भी होती है। आइये जानते हैं, हाइड्रोपोनिक पौधों की केयर करने के बारे में।
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समय पर पानी बदलें – Change Hydroponic Water In Hindi
जब पौधे लगे गमले या पॉट का पानी मैला या धुंधला दिखाई देने लगे, तब पानी को बदलें। आप 2 से 3 सप्ताह में पौधों के पानी को चेंज कर सकते हैं। इसके अलावा पौधों की ग्रोथ के लिए पानी में पोषक तत्व युक्त जैविक खाद मिलाएं, ताकि पौधों को जरूरत के अनुसार पोषक तत्व मिल सकें। इसके लिए आपको तरल उर्वरक का पैकेट खरीदना होगा। उर्वरक और खाद को पानी में मिलाने के लिए उसके पैकेट पर दिए गए निर्देशों का पालन करें, लेकिन याद रहे कि, इसे ज्यादा मात्रा में पानी में न डालें। लिक्विड खाद खरीदने के लिए यहाँ क्लिक करें।
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प्लांट परागण के लिए खुली खिड़की के पास रखें – Plant Pollination In Hydroponics Garden In Hindi
अगर आपने सब्जियों के पौधे लगाएं हैं, तो फूल से फल बनने के लिए परागण (pollination) की आवश्यकता होगी। अतः पानी में लगे पौधों को ऐसे स्थान पर रखें, जहां मित्र कीट पौधों को परागित कर सकें। पौधों को परागित करने के लिए आप पौधों को खिड़की के पास या बाहर रख सकते हैं।
नोट – हाइड्रोपोनिक गार्डनिंग के लिए सबसे अच्छे पौधे वे होते हैं, जिनमें स्व-परागण (self pollination) होता है।
बढ़ते पौधे को सपोर्ट प्रदान करें – Support For Hydroponic Plants In Hindi
अगर आपने फूल वाले पौधों का सिलेक्शन किया है, तो ध्यान दें कि, फूलों की वजह से तने पर वजन न पड़े। आप तने को झुकने या मुड़ने से बचाने के लिए सपोर्ट भी प्रदान कर सकते हैं। अपने गार्डन में लगे हाइड्रोपोनिक पौधों की स्वस्थ ग्रोथ के लिए सहारा दें, ताकि पौधों को किसी भी प्रकार के नुकसान से बचाया जा सके।
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गमले या ग्रो बैग |
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पॉटिंग मिश्रण |
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वर्मीकम्पोस्ट |
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गोबर खाद |
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प्लांट ग्रोथ प्रमोटर |
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एप्सम साल्ट |
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रॉक फॉस्फेट |
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नीम तेल |
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क्रीपर नेट |
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प्रूनर |
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स्प्रे पंप |
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वॉटर केन |
पौधों को कीटों से बचाएं – Hydroponic Pest Control In Hindi
पौधे लगे गमले के पानी में कई प्रकार के कीट पनप सकते हैं, जो पौधों को काफी नुकसान पहुंचा सकते हैं। इसके अलावा बाहरी कीड़े भी पौधों को नष्ट कर सकते हैं, इसलिए पौधों पर उचित कीटनाशक का छिड़काव करें। आप पौधों के कीट ग्रस्त भाग पर नीम तेल का स्प्रे भी कर सकते हैं। इसके अलावा आप प्लांट से कीटों को पानी के स्प्रे से भी साफ कर सकते हैं या अपने हाथों से कीटों को हटा सकते हैं, लेकिन कीट हटाने से पहले हाथों में ग्लव्स जरूर पहनें।
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सूर्य प्रकाश – Light Requirements For Hydroponic Plants In Hindi
हीड्रोपोनिक्स प्लांट्स को ग्रो करने के लिए सूर्य प्रकाश या रोशनी की जरूरत होती है, इसलिए पौधे लगे गमले या पॉट को ऐसे स्थान पर रखें, जहां पौधों को पर्याप्त मात्रा में रोशनी मिल सके। इसके अलावा पौधों को कृत्रिम रोशनी प्रदान करने के लिए आप ग्रो लाइटिंग सिस्टम का इस्तेमाल कर सकते हैं।
हाइड्रोपोनिक्स से कौन से पौधे लगाए जा सकते हैं – Which Plants Can Be Grown In Hydroponics In Hindi
हीड्रोपोनिक्स विधि में बिना मिट्टी के पोषक तत्व युक्त पानी में पौधे लगाए जाते हैं, हाइड्रोपोनिक्स में आप सब्जियों, हर्ब्स और फूलों के पौधे उगा सकते हैं। चलिये जानते हैं, पानी में उगने वाले कुछ मुख्य पौधों (Hydroponics Plants List) के बारे में।
- टमाटर (Tomato)
- खीरा (Cucumber)
- लेट्यूस (Lettuce)
- केल (Kale)
- पालक (Spinach)
- बीन्स (Beans)
- शिमला मिर्च (Capsicum)
- तुलसी (Tulsi)
- मूली (White Radish)
- अदरक (Ginger)
- चाइव्स (Chives), आदि।
टमाटर – Tomato In Hindi
टमाटर को आप हाइड्रोपोनिक विधि से अपने घर पर आसानी से उगा सकते हैं। बता दें कि इस मेथड से टमाटर उगाने के लिए अधिक रोशनी की जरूरत होती है, आप पौधों को रोशनी देने के लिए ग्रो लाइटिंग सिस्टम का इस्तेमाल भी कर सकते हैं।
खीरा – Cucumber In Hindi
खीरा एक बहुत लोकप्रिय पौधा है, जिसे वाणिज्यिक हाइड्रोपोनिक ग्रीनहाउस और घर पर हीड्रोपोनिक्स प्रणाली की मदद से उगाया जा सकता है। बता दें कि यह एक गर्म जलवायु का पौधा है, इसलिए इसे विकसित होने के लिए पर्याप्त प्रकाश और तापमान की आवश्यकता होती है, लेकिन गर्मी में तेज धूप से पौधे को बचाएं। यह ड्रिप हाइड्रोपोनिक प्रणाली में अच्छी तरह से विकसित होता है तथा इसे उगाने के लिए तार पिंजरे या बड़ी जाली के सहारे की जरूरत होती है।
लेट्यूस – Lettuce In Hindi
इसे सलाद पत्ता भी कहा जाता है तथा इसका सबसे ज्यादा इस्तेमाल सैंडविच बनाने में किया जाता है। लेट्यूस प्लांट को हाइड्रोपोनिकली उगाने के लिए कम जगह की जरूरत पड़ती है। घर पर हीड्रोपोनिक्स गार्डनिंग के लिए यह एक बेहतर विकल्प है।
केल – Kale In Hindi
केल सब्जी का पौधा ठंडे वातावरण में अच्छी तरह से बढ़ता है, इसे आप अपने घर पर पानी में आसानी से उगा सकते हैं।
पालक – Spinach In Hindi
पालक का इस्तेमाल हर घर में सब्जी बनाने तथा सलाद के रूप में किया जाता है। पालक एक ठंडा हाइड्रोपोनिक पौधा है जिसे ग्रो करने के लिए अधिक रोशनी की जरूरत नहीं होती है।
बीन्स – Beans In Hindi
बीन्स भी उन सब्जियों में से एक है जिसे हाइड्रोपोनिकली उगाया जा सकता है। अगर आप इसे हाइड्रोपोनिक प्रणाली से उगाना चाहते हैं, तो इसे सहारे की जरूरत पड़ सकती है तथा बीन्स पौधों को बढ़ने के लिए पर्याप्त सूर्य प्रकाश की जरूरत होती है।
शिमला मिर्च – Capsicum In Hindi
मिर्च को विकसित होने के लिए टमाटर हाइड्रोपोनिक की तरह बढ़ने की स्थिति की आवश्कता होती है। बता दें कि शिमला मिर्च विकसित होने के लिए गर्म तापमान के साथ अच्छी मात्रा में धूप की आवश्यकता होती है। इसे ड्रिप हाइड्रोपोनिक प्रणाली से अच्छी तरह से उगाया जा सकता है।
तुलसी – Tulsi In Hindi
तुलसी का पौधा हाइड्रोपोनिक्स (hydroponic) गार्डन में सबसे अधिक उगाई जाने वाली जड़ी-बूटियों में से एक है। तुलसी के पौधे को हाइड्रोपोनिक विधि से ग्रो करने के लिए रोजाना लगभग 9 से 11 घंटे सूर्य रोशनी की आवश्यकता होती है, नहीं तो इसकी वृद्धि अच्छी नहीं होगी। तुलसी को एनएफटी या ड्रिप हाइड्रोपोनिक सिस्टम से अच्छी तरह से उगाया जा सकता है।
मूली – White Radish In Hindi
मूली का हर घर में सलाद के रूप में इस्तेमाल होता है। मूली को ठंडे तापमान में हाइड्रोपोनिक्स (hydroponic) मेथड से आसानी से उगाया जा सकता है। मूली डीप वाटर कल्चर हाइड्रोपोनिक्स (hydroponic) में अच्छी ग्रोथ करती है।
अदरक – Ginger In Hindi
यह हाइड्रोपोनिक्स में बहुत अच्छी तरह से विकसित होता है, लेकिन अदरक को गर्म वातावरण में नमी की आवश्यकता होती है।
चाइव्स – Chives In Hindi
चाइव्स के पौधों को हाइड्रोपोनिक विधि से उगाने में रोजाना लगभग 12 से 14 घंटे सूर्य प्रकाश की आवश्यकता होती है।