दूर्वा, जिसे दूब घास (doob grass) भी कहा जाता है, भगवान श्री गणेश को प्रिय इस दूर्वा का उपयोग खासतौर पर प्रत्येक पूजा पाठ में किया जाता है या फिर यह कहा जा सकता है कि दूर्वा के बिना पूजन संभव ही नहीं है। दूर्वा पहले किसी भी स्थान पर आसानी से प्राप्त हो जाती थी, लेकिन आज के समय में अधिकांश शहरों में दूर्वा को ढूंढ पाना मुश्किल होता है, इसलिए लोग अपने उपयोग के लिए इसे घरों में उगाना पसंद करते हैं। यदि आप भी पवित्रता से भरपूर दूर्वा को गमलों में उगाना चाहते हैं, तो इस आर्टिकल में हम आपको बतायेंगे, कि घर पर गमले में दूर्वा ग्रास या दूब घास कैसे और कब उगाएं, बीज से दूर्वा उगाने की विधि तथा गमले में लगी दूब घास की प्रूनिंग तथा देखभाल कैसे करें? गमले में दूर्वा ग्रास लगाने की जानकारी पाने के लिए लेख पूरा पढें।
गमले में दूर्वा ग्रास उगाने सम्बंधित जानकारी – Information Of Growing Durva Grass In Hindi
यदि आप अपने घर पर गमले में इस ग्रीन दूर्वा को उगाना चाहते हैं, तो आइए आगे जानते हैं गमले में दूर्वा ग्रास उगाने सम्बंधित जानकारी, जो कि निम्न है:-
- वैज्ञानिक नाम – सिनोडोन डेक्टाइलोन (Cynodon Dactylon)
- अन्य नाम – बरमूडा घास, दूर्वा घास, दूब घास, धुर्वा घास, डॉग टूथ ग्रास, दूब ग्रास, डेविल्स ग्रास, काउच ग्रास, इंडियन दोआब (Indian doab)
- बुवाई का मौसम – सबसे अच्छा समय अंतिम वसंत (मार्च-अप्रैल) और गर्मी या शरद ऋतु (सितंबर-नवंबर)
- घास की ऊँचाई – 1-30 सेमी
- अंकुरण तापमान – 18-24 डिग्री सेल्सियस
- सूर्य का प्रकाश – फुल सन लाइट
- अंकुरण का समय – 7 से 21 दिन
दूर्वा घास के बीज कब लगाएं – Seed Sowing Season Of Durva Grass In Hindi
आप अपने घर पर गमलों में दूर्वा उगाना चाहते हैं, तो आप दूर्वा घास की बीजों को ठंड के अलावा किसी भी मौसम में लगा सकते हैं। दूब घास गर्म मौसम में अच्छी तरह से उगती है, इसलिए इसके बीज लगाने का सबसे अच्छा समय अंतिम वसंत ऋतु या शुरूआती गर्मी के मौसम का होता है, क्योंकि इस समय ठंड का खतरा कम हो जाता है और यह आसानी से बढ़ पाती है।
गमले में दूब घास लगाने के लिए आवश्यक सामग्री – Requirements For Planting Durva In A Pot In Hindi
घर पर गमले में दूर्वा घास को उगाने के लिए आपको निम्न चीजों की आवश्यकता होगी:-
- दूर्वा (दूब) घास के बीज
- पॉटिंग सॉइल या पॉटिंग मिक्स
- गमला या ग्रो बैग
- जैविक खाद या गोबर की खाद
- वाटर कैन या स्प्रे पंप
- गार्डनिंग टूल्स
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घर पर दूर्वा लगाने के लिए गमला या ग्रो बैग – Pot Size For Planting Durva Grass In Hindi
ग्रीन दूर्वा को घर पर उगाने के लिए आपको एक ऐसा पॉट या ग्रो बैग चाहिए, जो कम गहरा और अधिक चौड़ा हो। गमला लेते समय इस बात का विशेष ध्यान रखें, कि उसमें जल निकासी के लिए अतिरिक्त छिद्र हों। घर पर दूर्वा (दूब घास) उगाने के लिए आप कम से कम 6 इंच की गहराई वाले किसी भी पॉट का उपयोग कर सकते हैं। घर पर दूर्वा उगाने के लिए आप निम्न साइज के ग्रो बैग यूज कर सकते हैं:-
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गमले में दूर्वा लगाने के लिए मिट्टी – Soil For Growing Durva Grass In Hindi
दूर्वा ग्रास अच्छी जल निकासी वाली हल्की मिट्टी में उगना पसंद करती है, क्योंकि दूब घास की जड़ें बहुत ही कमजोर होती हैं, जो भारी मिट्टी या अधिक जल भराव वाली मिट्टी में अधिक समय तक रहने पर ख़राब हो सकती हैं। यदि आपके घर पर ऐसी हल्की मिट्टी उपलब्ध नहीं है, तो आप दूर्वा को उगाने में लिए सामान्य मिट्टी में रेत और गोबर की खाद मिलाकर भी मिट्टी तैयार कर सकते हैं या फिर आप रेडिमेड पॉटिंग सॉइल का उपयोग कर सकते हैं, रेडिमेड पॉटिंग मिट्टी भी हल्की और जैविक खाद युक्त होती है।
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गमले में दूर्वा कैसे उगाएं – How To Grow Durva Grass In Pot In Hindi
दूर्वा घांस के बीज आप अपने घर पर सीधे किसी अच्छी जल निकासी वाले गमले या ग्रो बैग की मिट्टी में लगा सकते हैं, इन्हें ट्रांसप्लांट करने की आवश्यकता नहीं होती है, लेकिन अच्छी तरह से ग्रो करने के लिए आपको इसकी देखभाल करनी होगी।
दूब घास के बीज लगाने की विधि – Seed Sowing Method Of Durva Grass In Hindi
पॉट में दूर्वा ग्रास उगाने की विधि निम्न है:-
- सबसे पहले अच्छी जल निकासी वाला गमला चुनें।
- गमले के ड्रेनेज होल्स को चेक करें और इसे उंचाई पर रखें।
- अब गमले में पॉटिंग मिक्स भरें।
- बीज लगाने से पहले सुनिश्चित करें, कि मिट्टी नम हो लेकिन अधिक गीली नहीं।
- मिट्टी की ऊपरी सतह पर दूर्वा के बीजों को बिछाएं और मिट्टी की हल्की परत से ढक दें, ध्यान रहे कि बीज अधिक गहराई में न दबाएं।
- इसके बाद वाटर कैन की मदद से हल्का पानी दें।
- बीज लगे हुए गमले को धूप वाले स्थान पर रखें।
- दूर्वा ग्रास के बीज 18-24 डिग्री सेल्सियस के तापमान पर अच्छी तरह उगते हैं, आदर्श तापमान मिलने पर यह बीज 7-21 दिनों में जर्मिनेट हो जाते हैं।
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दूर्वा ग्रास की देखभाल कैसे करें – How To Take Care Of Durva Grass In Hindi
यदि आपने अपने घर पर पॉट में दूर्वा को उगाया है, तो इसे अच्छी तरह उगाने के लिए और खराब होने से बचाने के लिए आपको इसकी विशेष देखभाल करनी होगी। आइये आगे जानते हैं दूर्वा या दूब घास की देखभाल करने के तरीके, जो कि निम्न हैं:-
पानी – Water For Growing Durva Grass In Hindi
जब दूर्वा लगे हुए गमले की मिट्टी सूखी हुई दिखने लगे, तब आप इसे पानी दे सकते हैं, क्योंकि दूर्वा की जड़ प्रणाली कमजोर होती है, जो अधिक समय तक गीली मिट्टी के संपर्क में रहने से ख़राब हो सकती हैं। अधिक गर्मी पड़ने पर इन्हें ज्यादा पानी की आवश्यकता होती है, इसलिए गर्मी के मौसम में पर्याप्त पानी दें। पानी देते समय इस बात का विशेष ध्यान रखें, कि गमले में वाटर केन या स्प्रे पंप की मदद से पानी दें, क्योंकि दूर्वा की जड़ प्रणाली उथली होती है, जो सीधे या तेज़ धार से पानी डालने पर मिट्टी के ऊपर आ सकती हैं और दूर्वा की ग्रोथ रुक सकती है।
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सनलाइट – Sunlight For Growing Durva Grass In Hindi
दूर्वा ग्रास को अच्छी तरह उगने के लिए पूर्ण सूर्य प्रकाश की आवश्यकता होती है, इसलिए आप घास लगे हुए गमले को घर पर ऐसे स्थान पर रखें, जहाँ प्रतिदिन 6-8 घंटे की धूप आती हो। यदि आपने इसे घर के अन्दर लगाया है, तो आप गमले को खिड़की के पास रख सकते हैं, जहाँ पर्याप्त धूप आती हो।
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तापमान – Temperature For Growing Durva Grass In Hindi
दूर्वा गर्म तापमान में अच्छी तरह से विकसित होने वाली घास है, जो कि 15 डिग्री सेल्सियस या इससे कम तापमान होने पर उगना बंद कर देती है। दूर्वा या दूब घास को अच्छी तरह ग्रो करने के लिए 17 से 35 डिग्री सेल्सियस के तापमान की आवश्यकता होती है।
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खाद – Fertilizer For Growing Durva Grass In Hindi
आमतौर पर दूर्वा ग्रास को उगने के लिए कोई विशेष खाद या उर्वरक की आवश्यकता नहीं होती है, लेकिन लगातार और अच्छी वृद्धि के लिए आप दूर्वा लगे हुए गमले की मिट्टी में नाइट्रोजन और पोटेशियम युक्त खाद डाल सकते हैं। (दूर्वा घांस खरपतवार के रूप में भी उगती है, यदि आपने इसे अपने घर पर पॉट में उगाया है, तो इस पर किसी भी तरह के कीटनाशक या खरपतवारनाशी का उपयोग न करें, क्योंकि इससे दूर्वा नष्ट हो सकती है।)
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दूर्वा घास की प्रूनिंग कैसे करें – How To Prune Durva Grass In Hindi
गमले में लगी हुई दूर्वा की लगातार वृद्धि और अच्छी ग्रोथ के लिए समय-समय पर प्रूनिंग करते रहना चाहिए, यदि आपको ऐसा लगे कि दूर्वा अधिक तेजी से फ़ैल रही है, तो इसे रोकने के लिए आप कैंची की मदद इसकी प्रूनिंग कर सकते हैं। यदि ठंड के समय दूर्वा की पत्तियां पीली होती हुई दिखाई दें, तो यह चिंता का विषय नहीं है, वसंत ऋतु में नियमित रूप से पानी मिलने पर आपकी दूर्वा फिर से हरी-भरी हो जायेगी।
गमले में दूर्वा के बीज लगाने के लगभग 7-21 दिन बाद बीज अंकुरित हो सकते हैं और इनमें प्रति सप्ताह लगभग 1 इंच की वृद्धि होती है। जब आपके द्वारा लगाई गई दूर्वा लगभग 3 इंच लम्बाई की हो जाए, तब आप इस ताज़ी और पवित्र दूर्वा का उपयोग पूजन में कर सकते हैं। घर पर उगाई हुई दूर्वा पूरी तरह शुद्ध होती है, जिसे आप अपने देवी देवताओं को अर्पित कर सकते हैं।
इस लेख में आपने जाना कि घर पर गमलों में दूर्वा या दूब घास कैसे और कब उगाएं, बीज से दूर्वा उगाने की विधि और गमलों में लगी हुई दूर्वा की देखभाल कैसे करें। अब तो आप समझ ही गए होंगे कि घर पर दूर्वा उगाना कितना आसान है। उम्मीद है कि यह लेख आपको पसंद आया होगा, इस लेख से सम्बंधित आपके जो भी सवाल या सुझाव हैं, उन्हें कमेंट में अवश्य बताएं।