बरसात के मौसम में गार्डन के पौधों में पानी की पूर्ति तो आसानी से हो जाती है, लेकिन अधिक पानी बहने की वजह से कहीं न कहीं पौधों में पोषक तत्वों की कमी भी हो जाती है, इसलिए बरसात में पौधों को खाद देना बहुत महत्त्वपूर्ण है। खाद और उर्वरक से न सिर्फ पौधों को पोषक तत्व प्राप्त होते हैं, बल्कि उनकी कीट व रोगों से लड़ने की क्षमता में भी वृद्धि होती है। अगर आप जनना चाहते हैं कि मानसून में पौधों को खाद कब और कैसे दें? जिससे उसका प्रभाव अधिक समय तक हो, तो यह लेख पूरा पढ़ें, इस लेख में हम आपको, बारिश या रैनी सीजन में गार्डन के पौधों को खाद देने का सही समय या खाद कब और कैसे डालें (When and how to apply fertilizer in rainy season in hindi) तथा खाद देने के सही तरीके के बारे में बताएंगे।
मानसून में पौधों को खाद कब दें – When To Fertilize Plants In Monsoon In Hindi
भारी बारिश गमले की मिट्टी के साथ आवश्यक पोषक तत्वों को बहा कर ले जाती है, इसलिए मानसून में पौधों को सही समय पर खाद देना जरूरी है। मानसून के दौरान, बारिश आने से पहले अपने पौधों को खाद देना सबसे अच्छा होता है। इससे मिट्टी को आवश्यक पोषक तत्वों के साथ तैयार करने और बरसात के मौसम में उनके विकास को बढ़ावा देने में मदद मिलेगी।
आमतौर पर बरसात में पौधों को खाद और उर्वरक देने का सबसे अच्छा समय बारिश का पूर्वानुमान होने से एक या दो दिन पहले का होता है, इस समय गार्डन में दी हुई खाद पौधे अच्छी तरह अवशोषित कर लेते हैं। अतः आवश्यक है कि पोषक तत्वों की हानि को रोकने के लिए रैनी सीजन गार्डन के पौधों में उर्वरक डालने के लिए शुष्क दिन का चुनाव करें।
बरसात में पौधों को खाद कैसे दें – How To Fertilize Garden Plants In Rain In Hindi
आमतौर पर पौधों की अच्छी ग्रोथ और स्वस्थ विकास के लिए होम गार्डन के गमले की मिट्टी में खाद और उर्वरक मिलाए जाते हैं। यदि आप बरसात में किसी नए पौधे को लगाने जा रहे हैं, तो मिट्टी में कार्बनिक पदार्थ जैसे जैविक खाद, पर्लाइट, वर्मीकुलाईट, कोकोपीट आदि मिलाकर पॉटिंग मिक्स तैयार करें, लेकिन यदि आप पौधे लगे गमले की मिट्टी में खाद या उर्वरक देने जा रहे हैं, तो निम्न तरीके से खाद डाल सकते हैं।
धीमी गति से रिलीज होने वाले उर्वरक चुनें – Choose A Slow Release Fertilizer For Rainy Season Garden In Hindi
बरसात के दौरान, धीमी गति से रिलीज होने वाले जैविक उर्वरकों का उपयोग करना चाहिए। यह उर्वरक समय के साथ धीरे-धीरे पोषक तत्व छोड़ते हैं, जिससे भारी बारिश के दौरान लीचिंग (Leaching) और पोषक तत्वों के बह जाने का खतरा कम होता है। पौधे पर जैविक उर्वरकों का असर लंबे समय तक रहता है।
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अधिक मात्रा में लिक्विड उर्वरकों के प्रयोग से बचें – Avoid Using Liquid Fertilizers In Rainy Season Garden In Hindi
यदि लगातार बारिश की स्थिति बनी रहती है, तो इस स्थिति में पानी में घुलनशील लिक्विड उर्वरकों का प्रयोग करने से बचें, क्योंकि लिक्विड खाद पानी में घुलकर तेजी से बाहर निकल सकती है। अगर आप लिक्विड खाद का प्रयोग करते हैं, तो सुनिश्चित करें कि खाद देने के कुछ समय बाद तक पानी गिरने की संभावना न हो। बरसात के मौसम में गार्डन के पौधों को जैविक ठोस उर्वरक देना सही होता है, क्योंकि यह उर्वरक अधिक समय तक गमले की मिट्टी में मौजूद रहते हैं।
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रैनी सीजन गार्डन के पौधों के लिए सॉलिड खाद या उर्वरक:-
- गोबर खाद (Cow Dung)
- वर्मीकम्पोस्ट (Vermicompost)
- मस्टर्ड केक (Mustard Cake)
- नीम केक (Neem Cake)
- बोनमील (Bone Meal)
- रॉक फास्फेट (Rock Phosphate)
- PROM फर्टिलाइजर (PROM Fertilizer)
पौधों को सही तरीके से खाद दें – Fertilize Plants Correctly In Rainy Season Garden In Hindi
बारिश में अपने गार्डन के पौधों को खाद देते समय पोषक तत्वों के प्रभाव पर विचार करना जरूरी है। अपने पौधे की पोषक तत्वों की आवश्यकता के अनुसार और पैकेजिंग निर्देशों के अनुसार उर्वरक या खाद दें। गमले की मिट्टी के आसपास पौधों के आधार के चारों ओर खाद या उर्वरक डालें तथा उसे मिट्टी में समान रूप से मिलाएं।
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फोलियर स्प्रे के रूप में उर्वरक दें – Give Fertilizer In Form Foliar Spray In Rainy Season Garden In Hindi
बारिश के मौसम में सीधे पत्तियों पर तरल उर्वरक का स्प्रे करना पोषक तत्व प्रदान करने का एक प्रभावी तरीका हो सकता है। इस तकनीक से पौधे पत्तियों के माध्यम से पोषक तत्वों को अवशोषित कर लेते हैं। जब बारिश न हो रही हो, तब आप गार्डन के पौधों को फर्टिलाइज कर सकते हैं।
उर्वरक देने के बाद पौधे में बदलाव की जांच करें – Check The Changes In The Plant After Fertilization In Hindi
बारिश में अपने गार्डन के पौधों को खाद देने के बाद उनमें हुए बदलाव की जांच करें। यदि पौधों में अधिक मात्रा में खाद के प्रयोग के कोई लक्षण जैसे पत्ती का जलना या मुरझाना आदि दिखाई देते हैं, तो अतिरिक्त पोषक तत्वों को बाहर निकालने के लिए मिट्टी को पानी से बहा दें।
(यह भी जानें: ओवर फर्टिलाइजर से खराब होते पौधों को कैसे बचाएं……)
इस लेख में अपने जाना बरसात के मौसम या बारिश में गार्डन के पौधों को खाद कब और कैसे दें, (When and how to apply fertilizer in rainy season in hindi) खाद देने का सही समय के बारे में। यदि आपको हमारा लेख पसंद आया हो, तो अपने दोस्तों को शेयर करें तथा लेख के संबंध में अपने सुझाव हमें कमेंट बॉक्स में बताएं।