किसी भी पौधे की अच्छी वृद्धि के लिए उसे कीटमुक्त व रोगमुक्त रखना बहुत जरूरी होता है। आमतौर पर गार्डन में कीटों के प्रभाव को उचित देखभाल और नियंत्रण के उपाय अपनाकर कम किया जा सकता है। यदि किसी कारणवश पौधा कीट प्रभावित हो जाता है, तब हम कीटों को नियंत्रित करने के लिए जैविक कीटनाशक का उपयोग करते हैं। किसी भी कीटनाशक का उपयोग करते समय, हमें यह पता होना चाहिए, कि इनका उपयोग या छिड़काव कब और कैसे करें? क्योंकि कीटनाशक के प्रयोग से पौधे को फायदा तो होता है, लेकिन अत्याधिक प्रयोग से दुष्प्रभाव भी पड़ सकता है। जैविक कीटनाशक क्या होते हैं, इन कीटनाशक के नाम तथा जैविक कीटनाशक का छिड़काव कब और कैसे करें तथा उपयोग करते समय सावधानियां जानने के लिए, यह लेख पूरा पढ़ें।
जैविक कीटनाशक क्या होते हैं – What Is Organic Pesticide In Hindi
प्राकृतिक स्रोतों से बनाए गए कीटनाशक, ऑर्गेनिक पेस्टीसाइड या जैविक कीटनाशक कहलाते हैं, इनमें रासायनिक चीजों का उपयोग नहीं किया जाता है। इन कीटनाशक का प्रयोग पौधों को विभिन्न कीटों व रोगों जैसे फायर ब्लाइट, एफिड्स या कवक को नियंत्रित करने के लिए किया जाता है। जब भी गार्डन के पौधों पर किसी कीट व रोग के शुरूआती लक्षण दिखाई देते हैं, तब आप कीटनाशक का छिड़काव कर सकते हैं। जैविक कीटनाशक (organic pesticide) के उपयोग से पौधों को कोई साइडइफ़ेक्ट नहीं होता है।
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गार्डन में कीटनाशक का उपयोग कब करें – When To Use Pesticide In Garden In Hindi
गार्डन के पौधों पर कीटनाशक का छिड़काव निम्न समय पर कर सकते हैं:-
- पौधे पर कीटनाशक का छिड़काव करने का आदर्श समय सुबह व शाम का समय होता है, क्योंकि इस समय पौधे की पत्तियों के छिद्र (रंध्र) जल वाष्प और ओस को अवशोषित करने के लिए खुले रहते हैं, यदि इस समय आप कीटनाशक का स्प्रे करेंगे, तो वह इन्हें ठीक तरह अवशोषित कर पाएंगे।
- चूँकि शाम या सुबह के समय हवा की गति दिन की अपेक्षा कम होती है, जिससे कीटनाशक के हवा के माध्यम से फैलकर अन्य पौधों को नुकसान पहुँचाने का खतरा कम होता है।
- अधिकांश कीट सुबह और शाम के समय अधिक सक्रिय होते हैं, अतः इस समय स्प्रे करने से, कीटों की अधिक से अधिक मात्रा को नियंत्रित किया जा सकता है।
- सुबह और शाम के समय पौधों की पत्तियों के झुलसने का ख़तरा भी कम होता है, जिससे पेस्टीसाइड स्प्रे के सर्वोत्तम परिणाम प्राप्त होते हैं।
- यदि आप बरसात के समय इन कीटनाशक का प्रयोग करते हैं, तो जब मौसम खुला हो, तब कीटनाशकों का उपयोग करना चाहिए।
कीटनाशकों का सही से उपयोग कैसे करें – How To Use Pesticides Correctly In Garden In Hindi
गार्डन में कीटनाशक या पेस्टीसाइड का उपयोग करने से पहले आपको निम्न बातों का ध्यान होना आवश्यक है:-
- तेल युक्त कीटनाशक के लिए लिक्विड सोप का उपयोग कर उचित घोल बनाएं, क्योंकि यह पानी में घुलनशील नहीं होते हैं, जिससे पत्तियों पर इनके अधिक उपयोग से नुकसान हो सकता है।
- किसी भी पौधे पर कीटनाशक का छिड़काव लेवल पर दिए गए निर्देश के अनुसार ही करें, क्योंकि प्योर पेस्टीसाइड के उपयोग से पत्तियां जल सकती हैं।
- पेस्टीसाइड का उपयोग पौधों को पानी देने के बाद करें, जिससे पर्याप्त नमी बनी रहने के कारण पत्तियां अधिक मात्रा में कीटनाशक अवशोषित नहीं कर पाएंगी।
- पौधों पर कीटों के प्रभाव को ध्यान में रखते हुए हमेशा सही कीटनाशक का स्प्रे करना चाहिए। जहाँ कीटों का प्रभाव ज्यादा है, वहां अधिक कीटनाशक और जहाँ प्रभाव कम है, वहां कम कीटनाशक का छिड़काव करें।
- कीट प्रभावित पौधे की पत्तियों के ऊपर-नीचे दोनों तरफ अच्छी तरह कीटनाशक का छिड़काव करें।
- 32 डिग्री सेल्सियस से अधिक तापमान और तेज़ हवाएं चलने पर कीटनाशक का उपयोग न करें, क्योंकि इनके कुछ तत्व जल्दी वाष्पित होते हैं, जो हवा के माध्यम से उन स्थानों तक भी पहुँच सकते हैं, जहाँ हमें इनका उपयोग नहीं करना है।
- पेस्टीसाइड का अधिक मात्रा में उपयोग न करें, क्योंकि अत्यधिक उपयोग कीटनाशकों को तो समाप्त करता है, लेकिन आसपास के अन्य पौधे, फल व सब्जियों के लिए हानिकारक हो सकता है।
- पेस्टीसाइड्स का प्रयोग जल आपूर्ति स्रोतों जैसे कुएं, तालाब आदि के पास न करें, क्योंकि यह पानी में रिसकर इन स्रोतों को दूषित कर सकते हैं, जिससे यह आसपास रहने वाले जीवों के लिए निकसानदायक हो सकता है।
- कुछ कीटनाशक पोलिनेटर्स के लिए हार्मफुल (जहरीले) हो सकते हैं, इसलिए इनका उपयोग सीमित मात्रा में करना चाहिए।
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जैविक कीटनाशक और उनके प्रयोग का तरीका – Organic Pesticides And How To Use Them In Garden In Hindi
कुछ प्राकृतिक तरीकों से बनाये गए जैविक कीटनाशक और उनके प्रयोग करने का तरीका इस प्रकार है:-
- डिश सोप स्प्रे (Dish Shop Spray) – लिक्विड सोप पेस्टीसाइड का उपयोग आप 1 चम्मच डिश सोप को एक चौथाई पानी में मिलाकर 5 से 7 दिनों के समयांतराल से पत्तियों पर स्प्रे कर सकते हैं। (यह भी जानें:- पौधों से कीड़े हटाने के लिए कीटनाशक साबुन का ऐसे करें इस्तेमाल…)
- नीम ऑयल (Neem Oil) – नीम का तेल कीटों के लिए विषैला होता है, तथा उनकी प्रजनन क्षमता को प्रभावित करता है, जिससे वह नए अंडे नहीं दे पाते हैं। नीम ऑयल का स्प्रे करते समय यह ध्यान रखें, कि यह साधारण पानी में अघुलनशील होता है, अतः साबुन के घोल के साथ इसका स्प्रे तैयार किया जाना चाहिए। (यह भी जानें:- एजाडिरेक्टिन नीम तेल कीटनाशक का गार्डन में उपयोग….)
- टोमेटो लीफ पेस्टीसाइड (Tomato Leaf Pesticide) – टमाटर की पत्तियों से होममेड कीटनाशक बनाने के लिए टमाटर की दो कप ताज़ी पत्तियों को 1 लीटर पानी में भिगोकर अच्छी तरह रस निकाल लें। इसके बाद इस लिक्विड को एक चौथाई पानी में मिलाकर पौधों पर छिड़काव करें।
- गार्लिक रिपेलेंट स्प्रे (Garlic Repellent Spray) – लहसुन के बल्ब द्वारा बनाया गया स्प्रे एक अच्छा घरेलू कीटनाशक होता है। इसे बनाने के लिए लहसुन के दो बल्ब को 1 कप पानी के साथ पीसकर रात भर के लिए रख दें, इसके बाद घोल को अच्छी तरह छानकर उसमें ½ कप ऑयल, कुछ बूंद लिक्विड सोप और 4-5 गुना पानी मिलाकर स्प्रे करें।
- हॉट पेपर रिपेलेंट स्प्रे (Hot Pepper Repellent Spray) – यह एक उत्कृष्ट कीटनाशक है, जो पौधों को नुकसान पहुँचाने वाले कई कीटों को पौधों से दूर रखता है। 1 बड़ा चम्मच सूखी मिर्च पाउडर, माइल्ड सोप को 1 लीटर पानी के साथ मिलाकर घोल बनाएं।
इस लेख में आपने जाना, कि गार्डन में ऑर्गेनिक पेस्टीसाइड या कीटनाशक का उपयोग कब और कैसे करें, यह क्या होते हैं इन कीटनाशक के नाम, तथा इन कीटनाशक का प्रयोग करते समय कौन-कौन सी सावधानियां रखनी चाहिए। उम्मीद है यह लेख आपको पसंद आया हो, इस लेख से संबंधित आपके जो भी सवाल हैं, हमें कमेंट के माध्यम से जरूर बताएं।