गिलकी के पौधे की देखभाल के टॉप 10 टिप्स – Sponge Gourd (Tori Khudri) Plant Care Tips In Hindi

अगर आपने अपने घर पर गिलकी (स्पंज गार्ड) सब्जी का पौधा लगाया है, तो आपको इस पौधे की वृद्धि व पौधे में अधिक से अधिक फल लगने के लिए उचित देखभाल करनी होगी। स्पंज गार्ड या तोरी खुदरी लता या बेल के रूप में बढ़ने वाली सब्जी का पौधा है, जिसे ज्यादात्तर लोग खाने में पसंद करते हैं। यदि गिलकी के पौधे की सही तरह से केयर न की जाए, तो पौधे खराब हो सकते हैं, इसलिए आपको पता होना चाहिए कि, स्पंज गार्ड क्रीपर प्लांट या गिलकी के पौधे की देखभाल कैसे करें, तोरी खुदरी प्लांट की केयर करने के तरीके तथा लता के रूप में बढ़ने वाले गिलकी के पौधे की देखभाल के टिप्स क्या हैं।

स्पंज गार्ड के पौधों को खाद कौन सी दें, पानी कितना देना चाहिए, पौधों में लगने वाले कीट व रोग तथा उनकी रोकथाम कैसे करें और गिलकी के पौधे की देखभाल से संबंधित अन्य महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त करने के लिए इस लेख को पूरा पढ़ें। (Sponge Gourd Plant Care In Hindi)

स्पंज गार्ड पौधे की देखभाल कैसे करें – How To Take Care Of Sponge Gourd Plant In Hindi

यदि घर पर गमले या गार्डन की मिट्टी में लगे स्पंज गार्ड (गिलकी) के पौधे की वृद्धि ठीक तरह से नहीं हो पा रही है, तो ऐसा पौधे की ठीक तरह से देखभाल न करने के कारण हो सकता है। अतः गिलकी के पौधे की देखभाल कैसे करते हैं, इसके बारे में आपको पता होना चाहिए। चलिए जानते हैं, इस पौधे को तेज़ी से ग्रो करने और अधिक फलों की पैदावार बढ़ाने के लिए देखभाल संबंधी टिप्स के बारे में।

  • सही स्थान (Place)
  • मिट्टी (Soil)
  • पानी (Water)
  • सूर्य प्रकाश (Sun Light)
  • तापमान (Temperature)
  • उर्वरक (Fertilizer)
  • मल्चिंग (Mulching)
  • प्रूनिंग (Pruning)
  • सहारा (Support)
  • कीट व रोग (insect and Disease)

सही स्थान – Sponge Gourd Sowing In Right Place In Hindi

सही स्थान - Sponge Gourd Sowing In Right Place In Hindi

गिलकी (sponge gourd) का पौधा आद्र जलवायु वाला पौधा है तथा इस पौधे में फूल से फल बनने के लिए पोलिनेशन (pollination) बहुत जरूरी है, इसलिए पौधे लगे गमले या ग्रो बैग को ऐसे स्थान पर रखें, जहां हवा का प्रवाह बना रहे और पोलिनेटर्स (pollinators) जैसे – मधुमक्खी, तितलियां आती रहें, इसके लिए आप पौधों को खुली जगह या टेरिस गार्डन में लगा सकते हैं। इसके अलावा आप पोलिनेटर्स (pollinators) को आकर्षित करने के लिए गिलकी के साथी फ्लावर प्लांट भी लगा सकते हैं।

(यह भी जानें: कम्पेनियन प्लांटिंग क्या है, जानें सम्पूर्ण जानकारी…)

मिट्टी – Best Soil For Sponge Gourd Plant In Hindi

मिट्टी - Best Soil For Sponge Gourd Plant In Hindi

वैसे तो स्पंज गार्ड या गिलकी के पौधों को सभी प्रकार की मिट्टी में उगाया जा सकता है, लेकिन पौधे की अच्छी ग्रोथ के लिए मिट्टी कार्बनिक पदार्थों से युक्त तथा नमी धारण करने वाली होनी चाहिए। गिलकी के पौधे थोड़ी अम्लीय व 6.5-7.0 के बीच पी एच मान वाली मिट्टी में अच्छी तरह से ग्रो करते हैं। गर्मी के मौसम में स्पंजी गार्ड (sponge gourd) प्लांट को अधिक नमी की आवश्यकता होती है, इसलिए पौधे लगाने के लिए ऐसी मिट्टी की चयन करें, जिसमें नमी बनी रहे और पौधे के लिए मिट्टी का टेम्प्रेचर 10-40 डिग्री सेल्सियस के बीच हो। पॉटिंग मिट्टी खरीदने के लिए नीचे दी गई लिंक पर क्लिक करें:

(यह भी जानें: पौधे की ग्रोथ के लिए अच्छी मिट्टी…)

पानी – Sponge Gourd Water Requirements In Hindi

गिलकी (स्पंज गार्ड) के पौधे को नियमित रूप से पानी देने की आवश्यकता होती है, क्योंकि यह पौधा नमीयुक्त मिट्टी में ठीक तरह से ग्रो करता है। गिलकी के पौधों को नियमित रूप से पानी दें, लेकिन पौधे की मिट्टी में जलभराव से बचें। इसके अतिरिक्त गर्मी के सीजन में पौधों को जरूरत के अनुसार प्रतिदिन पानी दें, पौधों को पानी देने के लिए आप स्प्रे पंप और वॉटर केन का इस्तेमाल कर सकते हैं। स्प्रे पंप व वॉटर केन खरीदने के लिए नीचे दी गई लिंक पर क्लिक करें:

(यह भी जानें: पौधों को पानी कब दें, जानें पानी देने का सही समय क्या है…)

सूर्य का प्रकाश – Sun Light To Grow Sponge Gourd Plant In Hindi

स्पंज गार्ड (गिलकी) के पौधे को अच्छी तरह बढ़ने के लिए पूर्ण सूर्य प्रकाश की आवश्यकता होती है, इसलिए इस पौधे को ऐसी जगह लगाएं, जहाँ पौधे को रोजाना 6-8 घंटे की धूप मिल सके।

तापमान – Temperature For Growing Sponge Gourd In Hindi

गिलकी गर्म और आद्र जलवायु वाला पौधा है, जो 10-40 डिग्री सेल्सियस के तापमान पर भी जीवित रह सकता है, लेकिन गिलकी के पौधे में तेज़ी से वृद्धि करने और अधिक मात्रा में गिलकी लगने के लिए 18-35 डिग्री सेल्सियस का तापमान सबसे अच्छा होता है।

उर्वरक – Sponge Gourd Fertilizer Requirements In Hindi

उर्वरक - Sponge Gourd Fertilizer Requirements In Hindi

घर पर गमले या गार्डन की मिट्टी में लगे गिलकी के पौधे की बेल काफी बड़ी हो सकती है, इसलिए इस बेल को बढ़ने के लिए अधिक पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है। आप गिलकी के पौधों के विकास के लिए मिट्टी में जैविक खाद जैसे – वर्मीकम्पोस्ट, रॉक फॉस्फेट, गोबर खाद और नीम केक आदि मिला सकते हैं। स्पंज गार्ड की उपज बढ़ाने के लिए आप अनेक प्रकार के उर्वरक का उपयोग कर सकते हैं, जिन्हें आप नीचे दी गई लिंक पर क्लिक करके खरीद सकते हैं:

इन उर्वरक का उपयोग करके गिलकी की उपज को बढ़ाया जा सकता है।

(यह भी जानें: महत्वपूर्ण जैविक उर्वरक और उनका एनपीके अनुपात…)

मल्चिंग – Mulching Of Sponge Gourd Plant In Hindi

स्पंज गार्डन या गिलकी के पौधे को नमी की अधिक आवश्यकता होती है, इसलिए गार्डन या गमले की मिट्टी को नम बनाये रखने के लिए आप उस पौधे की मल्चिंग कर सकते हैं। मल्चिंग के लिए आप पौधे के चारों ओर मिट्टी के ऊपर गीली घांस, पुआल आदि बिछा सकते हैं, क्योंकि गीली घांस से पौधे की मिट्टी में अधिक समय तक नमी बना रहती है।

(यह भी जानें: मल्चिंग क्या है? अपने गार्डन को मल्च कैसे करें…)

प्रूनिंग – Sponge Gourd Plant Pruning In Garden In Hindi

यदि आपने अपने होम गार्डन या टेरिस गार्डन में गिलकी का पौधा उगाया है, तो उस पौधे की देखभाल करने के लिए प्रूनिंग करना चाहिए। प्रूनिंग या छटाई के माध्यम से आप गली व सूखी पत्तियों तथा डैमेज भागों को प्लांट्स से अलग कर सकते हैं, क्योंकि गले व खराब भाग पूरे पौधे को ख़राब कर सकते हैं। छटाई (pruning) करने के लिए आप गार्डनिंग टूल्स प्रूनर का इस्तेमाल कर सकते हैं। प्रूनर (pruner) खरीदने के लिए नीचे दी गई लिंक पर क्लिक करें:

(यह भी जानें: जानें पौधे की अच्छी ग्रोथ के लिए प्रूनिंग करने का सही समय…)

सहारा – Support Sponge Gourd Vine Plant In Hindi

सहारा – Support Sponge Gourd Vine Plant In Hindi

स्पंज गार्ड (गिलकी) का पौधा लता या बेल के रूप में बढ़ता है, इसलिए इस पौधे को बढ़ने के लिए सहारा प्रदान करें। स्पंज गार्ड क्रीपर प्लांट को आप लकड़ी के डंडे, बांस, रस्सी, क्रीपर नेट या ट्रेली आदि का सहारा दे सकते हैं। पौधे को सहारा देने के लिए क्रीपर नेट खरीदने के लिए नीचे दी गई क्लिक करें:

गिलकी के पौधे का कीट व रोग से बचाव – Pest And Disease Prevent Of Sponge Gourd In Hindi

यदि आपने गिलकी का पौधा अपने घर पर उगाया है, तो उस पौधे में निम्न प्रकार के रोग लग सकते हैं, जैसे:

  • डाउनी मिल्ड्यू (downy mildew)
  • पाउडरी मिल्ड्यू (powdery mildew)
  • सरकोस्पोरा लीफ स्पॉट (Cercospora Leaf Spot)
  • फ्यूजेरियम विल्ट (Fusarium Wilt)

इन रोगों से बचाव के लिए आपको पौधों की नियमित जांच करनी चाहिए तथा पौधे के संक्रमित हिस्से को पौधे से काटकर अलग कर दें।

कुछ कीट जो गिलकी के पौधे को प्रभावित कर सकते हैं, उनके नाम निम्न हैं:

  • एफिड्स (aphids)
  • कैटरपिलर (Caterpillar)
  • बीटल्स (beetles)
  • व्हाइट फ्लाई (whitefly)

गिलकी के पौधे को इन कीटों से बचाने के लिए आप पौधे पर नीम तेल या अन्य ऑर्गेनिक पेस्टीसाइड का इस्तेमाल कर सकते हैं। नीम तेल (neem oil) खरीदने के लिए यहाँ क्लिक करें।

(यह भी जानें: बेल वाली सब्जियों में लगने वाले कीट और रोग एवं बचाव के तरीके…)

गार्डनिंग करने के लिए जरूरी चीजें यहाँ से खरीदें:

अच्छी किस्म के बीज
पॉटिंग सॉइल
गमले या ग्रो बैग
वर्मीकम्पोस्ट
गोबर खाद
रॉक फास्फेट
प्लांट ग्रोथ प्रमोटर
नीम तेल
प्रूनर
क्रीपर नेट
स्प्रे पंप
वॉटर केन

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