घर पर गमलों में पौधे लगाना आजकल ट्रेंड में है। हम बहुत से पौधों को लगाते भी हैं और इनकी केयर भी करते हैं, लेकिन कुछ समय पश्चात हमें यह देखने को मिलता है, कि उचित देखभाल के बाद भी हमारे पौधे बढ़ना बंद कर देते हैं या फिर मुरझा जाते हैं, इसकी एक वजह पौधे में रूट बाउंड होना (जड़ों का उलझना) हैं। दरअसल शुरूआत में हम इन पौधों को एक छोटे साइज के पॉट में लगाते हैं, तो इनकी जड़ों को फैलने के लिए पर्याप्त जगह नहीं मिल पाती हैं, जिससे वे मुड़ने लगती हैं और आपस में उलझ जाती हैं। यह उलझी हुई जड़ें पौधे के लिए आवश्यक पोषक तत्वों और नमी को अवशोषित नहीं कर पाती हैं, परिणामस्वरूप पौधे की ग्रोथ रुक जाती है।
यदि आपने अपने घर पर गमलों में पौधे लगाए हैं, तो हमारे इस लेख में आपको रूट बाउंड से संबंधित सारी जानकारी प्राप्त होगी। रूट बाउंड क्या हैं, इसे ठीक कैसे करें, पौधे में रूट बाउंड के लक्षण तथा उलझी हुई जड़ों की पहचान कर पौधे को रिपॉट करने के तरीके जानने के लिए लेख पूरा पढ़ें।
रूट बाउंड क्या है – What Is Root Bound In Hindi
पौधे की जड़ों का आपस में बंध जाना या उलझ जाना रूट बाउंड कहलाता है। पौधे में यह स्थिति लगातार छोटे गमले में लगे रहने के कारण उत्पन्न होती है, क्योंकि छोटे गमले में जड़ों को फैलने के लिए एक निश्चित जगह होती है और जैसे-जैसे पौधा बढ़ता हैं, उसकी जड़ें पर्याप्त जगह की कमी के कारण उतने ही स्थान में मुड़ने लगती हैं। मुड़ी और उलझी हुई जड़ें आवश्यक पोषक तत्व, हवा, पानी आदि को अवशोषित नहीं कर पाती हैं, जिससे पौधे की ग्रोथ रुकने लगती हैं।
(और पढ़ें: उलझी जड़ वाले पौधे की रूट प्रूनिंग कैसे करें…)
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पौधे की रूट बाउंड होने के लक्षण – Root Bound Plant Symptoms In Hindi
गमले की मिट्टी के अंदर में पौधे की जड़ें होने से रूट बाउंड को समझना या पहचान कर पाना कुछ मुश्किल हो सकता है, लेकिन कुछ स्थितियों से हम पता लगा सकते हैं, कि पौधे की रूट बाउंड हो गई हैं। आइए जानते हैं- पौधे की रूट बाउंड होने के लक्षण या संकेत, जो इस प्रकार हैं:-
- रूट बाउंड से प्रभावित पौधे की पत्तियां कर्ल, झुलसी हुई तथा मुरझाई हुई दिखती हैं, हालाँकि पौधे में यह स्थिति पानी की कमी से भी हो सकती है, लेकिन यदि आप पौधे को पर्याप्त पानी देंगे, तो जड़ों से पानी सीधे बाहर निकल जाएगा और पौधा पानी मिलने पर भी प्यासा (मुरझाया हुआ) रहेगा।
- पौधे की पत्तियों का रंग पीला होना तथा उनका आकार छोटा होना।
- पौधा अविकसित, लेकिन फलदार होना।
(और पढ़ें: पौधों में जड़ सड़न रोग (रूट रॉट) के कारण और बचाने के उपाय…)
पौधे में रूट बाउंड की जाँच कैसे करें – How To Check Root Bound In A Plant In Hindi
ऊपर बताए गए निम्न लक्षण यदि आपके पौधे में पाए जाते हैं, तो आपको पौधे की जड़ों की जांच करनी होगी। आप पौधे लगे कंटेनर या पॉट की जाँच करें, यदि ड्रेनेज होल्स में से पौधे की जड़ें बाहर की ओर निकली हुई हैं या फिर जड़ें मिट्टी की सतह पर दिखाई देने लगी हैं, तो इसका मतलब है आपके पौधे की रूट बाउंड हो गई हैं।
यदि आप इससे भी पहचान नहीं कर पाते हैं, तो अपने पौधे को प्लान्टर (गमले) से बाहर निकालकर जाँच करें। पौधे को गमले से बाहर निकालने के लिए अपने पौधे की मिट्टी को थोड़ा सूखने दें, फिर गमले (प्लान्टर) को हाथ से थपथपाएं, यह मिट्टी को गमला छोड़ने के लिए मदद करेगा। जब मिट्टी गमले से पूरी तरह अलग हो जाए, तब पौधे को तने से पकड़कर सावधानीपूर्वक बाहर खींच लें, अब आप देख सकते हैं, कि पौधे की जड़ें बंधी हुई हैं या नहीं।
जड़ों की जाँच करने के बाद, आइये जानते हैं- रूट बाउंड प्लांट को कैसे ठीक करें?
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रूटबाउंड प्लांट को कैसे ठीक करें – How To Fix A Root Bound Plant In Hindi
पौधे की रूट बाउंड को ठीक करने या उलझी हुई जड़ों का इलाज करने के लिए आपको रूट प्रूनिंग करनी होगी तथा इसके बाद उस पौधे को बड़े गमले में रिपॉट करना होगा। हालाँकि आप पौधे की रूट प्रूनिंग करने के बाद उसी पुराने गमले में भी लगा सकते हैं, लेकिन वृद्धि होने पर कुछ समय बाद फिर से पौधे की रूट बाउंड हो सकती है, इसलिए पुराने गमले से कुछ बड़ी साइज के गमले में रिपॉट करना सबसे अच्छा है।
पौधे को रिपॉट करने के लिए जरूरी चीजें – Things Needed For Repotting Root Bound Plant In Hindi
रूट बाउंड पौधे को रिपॉट करने के लिए आपको निम्न चीजों की आवश्यकता होगी:-
- उचित साइज का ग्रो बैग या पुराना गमला
- अच्छी गुणवत्ता वाला पॉटिंग मिक्स
- जैविक फर्टीलाइजर (सीवीड, गोबर खाद, बोनमील, वर्मीकम्पोस्ट)
- प्रूनर या बागवानी कैंची
- वाटर कैन
- हैंड ग्लव्स
अब हम जानेंगे- रूट बाउंड पौधे को रिपॉट करने के तरीके के बारे में।
(और पढ़ें: गार्डनिंग शुरू करने के लिए किन चीजों की पड़ती है जरूरत…)
रूट बाउंड पौधे को कैसे रिपॉट करें – How To Repot Root Bound Plant In Hindi
जड़ बंधे हुए पौधे को रिपॉट करने के लिए आपको निम्न स्टेप्स को फॉलो करना होगा, जिनमें बताई गई है, रूट बाउंड पौधे का इलाज या रिपॉट करने की विधि:-
- अपने पौधे को प्लान्टर से बाहर निकालें। (जैसे कि ऊपर बताया गया है)
- अब जड़ों की मिट्टी को ढीला करें, तथा उलझी हुई जड़ों को सुलझाएं।
- सुलझाने के बाद जो जड़ें अधिक लंबी और मोटी हैं, उन्हें प्रूनर से काट दें।
- इसके बाद नए गमले या ग्रो बैग के अंदर कुछ इंच (लगभग 2-4 इंच) ताजा पॉटिंग मिक्स भरें।
- अब पौधे को गमले के बीचों बीच रखें तथा मिट्टी डालें।
- सुनिश्चित करें, कि पौधे की जड़ें मिट्टी में अच्छी तरह ढकी हुई हैं।
- पौधा लगाने के बाद कुछ पुरानी पत्तियों को हटा दें, क्योंकि रूट प्रूनिंग के बाद पौधे की जड़ें छोटी हो जाती हैं, जिससे वह सारी पत्तियों को स्वस्थ रखने के लिए ऊर्जा एकत्रित नहीं कर पाता है।
- रिपॉट करने के बाद पौधे को वाटर केन की मदद से गहराई से पानी दें, तथा पौधे को 2 दिनों के लिए छाया वाले स्थान पर रखें।
(और पढ़ें: बड़े पौधों को रिपॉट कैसे करें, जानें आसान टिप्स…)
इस लेख में आपने जाना, रूट बाउंड क्या है, पौधे में रूट बाउंड के लक्षण तथा इन उलझी हुई जड़ों की पहचान कर उन्हें ठीक करने के तरीके के बारे में। यदि आपको हमारा लेख अच्छा लगा हो, तो अपने दोस्तों के साथ शेयर करें तथा लेख से सम्बंधित आपके सुझाव हमें कमेंट में जरूर बताएं।
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