करेले के बीज कैसे उगाएं – How to Grow Bitter Gourd From Seeds in Hindi

करेले का स्वाद खाने में तो कड़वा होता है, लेकिन यह हमारी सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होता है। ज्यादातर लोग करेले के कड़वेपन के कारण इसे खाना पसंद नहीं करते पर इसका यह गुण ही हमारी सेहत में होने वाले कई रोगों से हमें बचाता है। इस लेख में आप जानेगें कि बीज से करेले का पौधा कैसे उगाएं। करेले के बीज को लगाने की विधि और उगाने की सम्पूर्ण जानकारियां के बारे में जानने के लिए इस लेख को पूरा पढ़ें।

नोट- करेले में कड़वाहट का कारण है, करेले में पाये जाने वाला मोमोर्डिसिन केमिकल (Momordicin Chemical).

करेले के बीज लगाने का सही समय – Right Time to Planting Bitter Gourd Seeds in Hindi

करेला गर्मियों के समय उगने वाला सब्जी का पौधा है। करेले की तासीर गरम होती है, इसलिए आप इसे बरसात के समय में भी लगा सकते हैं। करेले के बीज को घर पर आप किसी भी समय उगा सकते हैं, लेकिन इसे लगाने का सही समय इस प्रकार है:

  • गर्मी में करेले के बीज लगाने का समय – फरवरी – मार्च
  • बरसात में करेले के बीज लगाने का समय – जुलाई – अगस्त

नोट- करेले को फरवरी से जुलाई तक उगाया जा सकता है।

(और पढ़ें: साल के 12 महीने उगाई जाने वाली सब्जियां…)

करेले के बीज को लगाने के लिए मिट्टी – Soil for Planting Bitter Gourd Seeds in Hindi

करेले के बीज को लगाने के लिए मिट्टी - Soil for Planting Bitter Gourd Seeds in Hindi

करेले के पौधे को बड़ा होने के लिए कम पानी की जरूरत होती है अतः आप इसके लिए ऐसी मिट्टी चुनें, जिसमें ज्यादा पानी स्टोर न होता हो। करेले के बीज को लगाने के लिए आप मिट्टी में खाद तथा रेत अच्छी तरह मिलाकर गमले की मिट्टी तैयार (potting soil) कर सकते हैं।

मिट्टी तैयार करने के लिए –

नोट- करेले के बीज को लगाने के लिए मिट्टी में खाद तथा रेत अच्छी तरह मिला लें।

(और पढ़ें: पौधे लगाने के लिए आर्गेनिक मिट्टी तैयार करने का आसान तरीका…)

करेला लगाने के लिए अच्छे बीज का चुनाव – Good Seeds for Planting Bitter Gourd in Hindi

बाजार में करेले के दो तरह के बीज मिलते हैं – 1) देशी करेला 

                                                             2) हाइब्रिड करेला 

अगर आप घर पर करेला उगाना चाहते हैं तो आपके लिए देशी करेले का बीज सही रहेगा। क्योंकि देशी करेला हमारे स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद होता है। इसकी बेल में फल तो छोटे आते हैं पर ये काफी स्वादिष्ट होते हैं जो हमारे शरीर को कई रोगों से लड़ने की शक्ति देता हैं। अगर आप व्यापार के उद्देश्य से करेला लगाना चाहते हैं, तो हाइब्रिड करेले के बीज आपके लिए उचित होंगे, क्योंकि इस प्रकार के करेले की बेल में जो फल आते हैं, उनका आकार देशी करेले के आकार के मुकाबले बड़ा होता है। हालाँकि हाइब्रिड करेले की उत्पादन क्षमता अधिक होती है।

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करेले के बीज लगाने की विधि – Method of Planting Bitter Gourd Seed in Hindi

करेले को आप सीधे मिट्टी में बीज बोकर भी उगा सकते हैं या बीज को सीडलिंग ट्रे में लगाकर पौधे तैयार कर गमले में प्रत्यारोपित कर सकते हैं। करेले के बीज से पौधा तैयार हो जाने के बाद आप इसे पर्याप्त धूप वाले स्थान पर रखें, जिससे करेले के पौधे की ग्रोथ अच्छी तरह हो सके। बीज से पौधा लगाने के लिए आप एक दिन पहले करेले के बीज को पानी में भिगोकर रख दें, जिससे करेले का बीज आसानी से अंकुरित हो सके। कुछ आसान सी टिप्स को फॉलो कर आप करेले के बीज आसानी से उगा सकते हैं, जैसे:-

  1. बीज लगाने के लिए ऐसी जगह चुनें, जहाँ धूप की पर्याप्त मात्रा पौधे को मिल सके।
  2. तैयार की गई मिट्टी को गमले या ग्रो बैग में भरकर इसके केंद्र में करेले के 2-3 बीज रखें।
  3. बीज को अच्छी तरह से 1 इंच मिट्टी से ढंक दें।
  4. मिट्टी को इतना पानी दें, जिससे कि मिट्टी बैठ जाए।

नोट – करेले के पौधे को अधिक पानी न दें, केवल मिट्टी को नम बनाएं रखें। 

(और पढ़ें: लंबा करेला घर पर कैसे उगाएं…)

करेले के बीज कितने दिन में अंकुरित होते हैं – Growth in Bitter Gourd Seeds in Hindi

बीज लगाने के 5 से 10 दिन में ही बीज अंकुरित होने लगता है। करेले के बीज के अंकुरित होने से करेले की बेल पूर्ण रूप से तैयार होने तक की प्रक्रिया में 60 से 65 दिन का समय लगता है। दो महीने के बाद आपको बेल से करेले के फल अधिक मात्रा में देखने को मिलते हैं, जिन्हें आप तोड़कर अपनी रसोई में इस्तेमाल कर सकते हैं।

करेले में होने वाले रोग व उपचार – Bitter Gourd Diseases and Treatment in Hindi

लीफ कर्ल (Leaf curl) – यह पौधों में होने वाला एक रोग है, जिसके प्रभाव से पौधे की पत्तियां मुड़ने लगती हैं। कुछ ही समय में पत्तियां पीली पड़ने के साथ साथ सूखकर गिर जाती हैं, जिससे पौधा पूरी तरह नष्ट हो जाता है। इससे बचने के लिए किसीअच्छे जैविक फंगिसाइड (organic fungicide) (जैसे- नीम तेल) का छिड़काव सप्ताह में दो बार पौधे पर करें।

लीफ माइनर (Leaf miner) – यह रोग बेल (लता) वाले पौधों में अधिक होता है, जिसमें पत्तियां प्रभावित होती हैं। इन सभी रोगों से बचने के लिए पौधों में ताजी गोबर की खाद का प्रयोग न करें, तथा पौधे पर नीम तेल के घोल का छिड़काव करें।

करेले के पौधे की देखभाल – Bitter Gourd Plant Care in Hindi

  1. करेले के पौधे को बढ़ने के लिए कम पानी की जरूरत होती है। इसे ज्यादा पानी देने से बीज व इसकी जड़े गल (सड़) सकती हैं। करेला लगे गमले की मिट्टी में 2 से 3 दिन में एक बार पानी दें।
  2. करेला के पौधे को कम से कम 7 से 8 घंटे की धूप मिलनी चाहिए।
  3. करेले के पौधे को समय-समय पर खाद और जैविक उर्वरक देते रहें ।
  4. करेला का पौधा अधिक मिट्टी वाली जगह पर ही लगाएं।
  5. करेले की बेल के आसपास वाली जगह साफ-सुथरी होनी चाहिए।

नोट-करेले के पौधे को पर्याप्त धूप में रखें।

(और पढ़ें: पौधों को मरने से कैसे बचाएं…)

करेले के बीज के उपयोग – Uses of Bitter Gourd Seeds 

करेला भले ही स्वाद में कड़वा हो, लेकिन यह हमारे शरीर को स्वस्थ रखने में काफी मदद करता है। आमतौर पर लोग करेला का इस्तेमाल करते समय उसके बीज को फेंक देते हैं। लेकिन करेले के बीज में कई तरह के औषधीय गुण व विटामिन ए, विटामिन सी, जिंक, फाइबर और आयरन जैसे अनेकों पोषक तत्व पाए जाते हैं। यदि आप इसे अपने डाइट में शामिल कर लें, तो आप कई तरह की बीमारियों को बहुत हद तक दूर कर सकते हैं। आइए जाने करेले का बीज हमारे शरीर को और क्या-क्या फायदे पहुंचाता है:-

  1. करेले के बीज में इन्सुलिन पाया जाता है, जो ब्लड शुगर को बढ़ने से रोकता है।
  2. करेले के बीज को पीसकर पीने से पेट में कीड़े पड़ने की समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है
  3. यह वजन नियंत्रित करने में भी हेल्प करता है ।
  4. करेले के बीज कोलेस्ट्रोल लेवल को कण्ट्रोल रखते हैं।
  5. करेला रोग प्रतिरोधक शक्ति को बढ़ाता है।

(और पढ़ें: ग्रो बैग साइज चार्ट फॉर वेजिटेबल…)

निष्कर्ष – Conclusion

इस लेख में हमने जाना कि करेले के बीज कैसे लगाएं? बीज लगाने के कितने दिन बाद आपको कब करेले के फल तोड़ने को मिलेगें  तथा आप अपने घर पर बीज से करेले का पौधा कैसे उगा सकते हैं। इसकी देखभाल के साथ-साथ इसमें होने वाले रोगों और उन रोगों से पौधों को बचाने के उपाय के बारे में भी जाना। तो दोस्तों अब आप भी अपने घर में होम गार्डनिंग के जरिये बीज से करेले उगाएं और गर्मी व बरसात में इसके सेवन से अपनी सेहत बनाएं।

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