कैसे पता करे कि मिट्टी अच्छी है या नहीं – How to know whether soil is good or not for plants in Hindi

पौधों को पोषक तत्व प्रदान करने में मिट्टी महत्वपूर्ण भूमिका अदा करती है। जब हम अपना होम गार्डन (Home Garden) तैयार करते हैं तो पौधों के अच्छे विकास के लिए स्वस्थ व उपजाऊ मिट्टी का उपयोग करने की सलाह दी जाती है। कई लोग अपने होम गार्डन या किचन गार्डन की मिट्टी पर ज्यादा ध्यान नहीं देते, जिसके फलस्वरुप पौधों में फूल, फल व सब्जी पैदा करने की क्षमता कम होती जाती है। सही जानकारी ना होने की वजह से भी आप मिट्टी की गुणवत्ता के बारे में परख नहीं कर पाते। ऐसे में आपके दिमाग में यह विचार आता है कि कैसे पता करें की मिट्टी अच्छी है या नहीं? लेकिन अब आपको चिंता करने की जरूरत नहीं है। क्योंकि इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कि किस तरह से आप घर पर ही अपने होम गार्डन की मिट्टी का परीक्षण कैसे करें (Soil Test at Home) और गुणवत्ता जांच करके यह जान पाएंगे कि मिट्टी अच्छी है या नहीं

मिट्टी की गुणवत्ता को जानने के लिए कई सारे मानक निर्धारित किए गए हैं। यदि मिट्टी में सभी पोषक तत्व मौजूद होते हैं, जो पौधे को ग्रो करने में मददगार होते हैं, तो ऐसी मिट्टी पौधों के लिए सही मानी जाती है। लेकिन सही मिट्टी परखने के लिए आपको इसकी जांच करनी होती है। आखिर मिट्टी की जांच करना इतना जरूरी क्यों है, सबसे पहले आपको इस बात की जानकारी देते हैं।

क्यों जरूरी है मिट्टी की जांच करना – Why Is It Important To Test The Soil?

soil test (11)

समय-समय पर हमें अपने होम गार्डन के ग्रो बैग या गमले में लगी मिट्टी की जांच कर लेनी चाहिए। कई बार ऐसा होता है कि मिट्टी खराब हो जाने की वजह से हमारे पौधे अचानक से सूखने लगते हैं या फिर पौधे फल, फूल आदि देना बंद कर देते हैं। ऐसे में हम सोच में पड़ जाते हैं कि आखिर किस वजह से पौधों में यह समस्या देखने को मिल रही है। मिट्टी में पोषक तत्व कम हो जाने के बाद पौधों में इस तरह की समस्या आमतौर पर देखी जाती है। इसलिए आपको ध्यानपूर्वक मिट्टी का परीक्षण कर लेना चाहिए। आइए अब आपको बताते हैं कि किस तरह से मिट्टी का परीक्षण कर जान सकते हैं कि मिट्टी सही है या फिर नहीं।

कैसे पता करें मिट्टी अच्छी है या नहीं – How To Know Whether Soil Is Good Or Not?

कैसे पता करें मिट्टी अच्छी है या नहीं - How To Know Whether Soil Is Good Or Not?

आपके होम गार्डन की मिट्टी स्वस्थ है या फिर नहीं इसकी जांच करने के लिए आपको कई सारे बिंदुओं को देखना होता है। मिट्टी की जांच, नमूना लेकर परीक्षण कृषि प्रयोगशाला में करवाई जा सकती है, लेकिन हम आपको बताने जा रहे हैं कि किन आसान तरीके से आप घर पर ही स्वस्थ मिट्टी की जांच कर सकते हैं।

(यह भी पढ़िए – नर्सरी में उपयोग होने वाली सीक्रेट खाद कौन कौन से है, जानिए)

तार से पता करे कि मिट्टी अच्छी है या नहीं – Test Soil With Wire

Preparing the Soil and Spot

कठोर मिट्टी पौधों के लिए अच्छी नहीं मानी जाती है, यदि आपके ग्रो बैग/गमले की मिट्टी टाइट है, तो इसमें आपको सुधार करने की आवश्यकता है। कठोर मिट्टी की जांच करने के लिए आप एक पतले तार का इस्तेमाल करके पता करे कि मिट्टी अच्छी है या नहीं। इसके लिए मिट्टी में अलग-अलग स्थान पर तार डालने का प्रयास करें। यदि यह तार बिना मुड़े गहराई तक चला जाता है तो आपकी मिट्टी अच्छी है। यदि तार बार-बार मुड़ रहा है, इसका मतलब मिट्टी में सुधार करने की जरुरत है। कठोर मिट्टी में पौधों की जड़ों को ऑक्सीजन लेने में परेशानी होती है।

मिट्टी की जल निकासी की जांच करके पता करे कि मिट्टी अच्छी है या नहीं- Check Soil Drainage

अच्छी ड्रेनेज सॉइल का उपयोग नहीं करना - Not Using Good Drainage Soil In Hindi

अच्छी मिट्टी की खास बात होती है कि वह जरूरत के अनुसार पानी को अवशोषित कर लेती है। जबकि अतिरिक्त पानी को ड्रेनेज होल के माध्यम से बाहर निकाल देती है। सबसे पहले आप अपने गमले या ग्रो बैग के ड्रेनेज होल को चेक करें। अब आप गमले में अच्छी तरह से पानी डालें और देखें कि पानी ग्रो बैग से बाहर आ रहा है या नहीं। यदि कुछ मिनट में पानी बाहर निकलने लगे तो मिट्टी अच्छी है, वहीँ पानी ना निकलने की स्थिति में आपको इसमें सुधार करना पड़ेगा।

(यह भी पढ़िए – यदि खरीदने जा रहे हैं नर्सरी से पौधा, तो रखें इन बातों का ध्यान )

सूक्ष्मजीवों से जांच करें मिट्टी सही है या नहीं- Check With Microorganisms

मिट्टी में सूक्ष्मजीवों की जांच करें - Check Presence Of Natural Soil Organisms In Hindi

आपको अपने किसी भी गमले की मिट्टी को फर्श पर फैला लेना है। इसमें आपको ध्यान से देखना है कि क्या इसमें केंचुए व मिट्टी में सुधार करने वाले अन्य जीव उपस्थित हैं या फिर नहीं। यदि मिट्टी में आपको जीवित केंचुए या फिर उनके अवशेष दिखाई देते हैं, तो यह मिट्टी स्वस्थ है। क्योंकि अच्छी मिट्टी में ही यह जीव पनपते हैं। इस आसान सी प्रक्रिया से भी आप आसानी से अपने गमले की मिट्टी का परीक्षण कर पाएंगे।

(यह भी पढ़िए – होम गार्डन के लिए वर्मीकम्पोस्ट कहाँ से खरीदें, जानिए इस लेख में)

पानी की सहायता से करें परीक्षण- Test With The Help Of Water

Test With The Help Of Water

इस परीक्षण के लिए आपको एक कांच का गिलास चाहिए, जो कि साफ पानी से भरा हो। अब आपको अपने गमले की मिट्टी के मध्यम आकार के गोले बना लेना है। ध्यान रहे की ऊपरी सतह की मिट्टी के स्थान पर आप 10 से 15 सेंटीमीटर अंदर की मिट्टी निकाल कर उसका गोला बनाएं। अब कांच के गिलास को पूरा पानी से भर दें और मिट्टी का गोला भी इसी में डाल दें। इस प्रक्रिया को करने के बाद आपको 10 से 12 घंटे का इंतजार करना पड़ेगा। निर्धारित समय के बाद आपको नीचे दी गयी मिट्टी की कोई एक स्थिति देखने को मिलेगी।

  • यदि मिट्टी, पानी में पूरी तरह से घुल जाती है और पानी का रंग मटमेला दिखाई देता है, तो यह मिट्टी निम्न स्तर की है।
  • वहीं अगर मिट्टी पानी में घुलने के बाद भी उसका रंग मटमैला नहीं हुआ तो वह उच्च स्तर की मिट्टी में गिनी जाती है।
  • यदि मिट्टी का गोला 10 से 12 घंटे के बाद घुलना प्रारंभ हो रहा है और पानी का रंग साफ है तो इसे अति उच्च श्रेणी की मिट्टी में रखा।

(यह भी पढ़िए – टेरेस गार्डन (छत पर बागवानी) के लिए हल्की मिट्टी कैसे तैयार करें)

गमले की मिट्टी को उपजाऊ और स्वस्थ्य कैसे बनाएं- How to Make Pot soil Healthy in Hindi

How to Make Pot soil Healthy in Hindi

यदि आपके गमलों की मिट्टी पुरानी हो चुकी है तो समय से साथ ही उसके पोषक तत्व भी कम हो हाय होंगे। ऐसे में आपको इसमें सुधार करने की आवश्यकता है। कुछ आसान से स्टेप को फॉलो कर आप अपने पौधों की मिट्टी को पुन: उपजाऊ बना सकते हैं।

  • सबसे पहले आपको अपने गमले की मिट्टी को प्लास्टिक शीट पर खाली कर लेना है।
  • इसके बाद मिट्टी को अच्छी तरह से फैलाए और इसकी सफाई करें। मिट्टी में दिखाई दे रही पूरानी जड़ों को अलग कर दें।
  • इस मिट्टी से आधी मात्रा में आपको नई गार्डन मिट्टी मिक्स करना है। आप इसे ऑनलाइन माध्यम से खरीद सकते हैं।
  • अब आप इसमें 25% वर्मीकम्पोस्ट या गोबर की खाद (Cow Dung) को मिलाएं। इससे मिट्टी में सूक्ष्म जीवों का सायकल दोबारा शुरू हो जायेगा।
  • इसके बाद 25% कोकोपीट (Coco Peat) को मिक्स करें, इससे मिट्टी की नमी बरकरार रहती है। साथ ही इससे मिट्टी हल्की और भुर-भुरी हो जाती है। यह जड़ों की अच्छी ग्रोथ में मददगार साबित होती है।
  • अब एक मुट्ठी बोन मील पाउडर (Bone Meal Powder) भी मिलाएं। यह मिट्टी को कैल्शियम और जरूरी मिनरल प्रदान करता है।
  • दो मुट्ठी नीम खली पाउडर भी मिट्टी में डालें यह एक प्राकृतिक फंगीसाइड का काम करता है।
  • आप चाहें तो इसमें फंगीसाइड भी मिक्स कर सकते हैं, इससे पौधों में फंगस नहीं लगेगी।
  • मिट्टी तैयार हो जाने के बाद आप इसे प्लास्टिक शीट पर फैला लें और एक दिन तक तेज धुप में सूखने के लिए छोड़ दें।
  • अब फैली हुई मिट्टी में वाटर कैन की सहायता से पानी डालना है और मिट्टी पलटकर इसे पोलिथीन से ढ़ककर, तीन दिनों के लिए छोड़ देवें।
  • पिछली स्टेप को दुबारा करें और पोलिथीन से ढ़ककर चार दिनों के लिए छोड़ दें।
  • इस तरह से एक सप्ताह में आपकी मिट्टी गमलों में भरने के लिए तैयार हो जाएगी।

(यह भी पढ़िए – प्लांट ग्रोथ प्रमोटर फर्टिलाइजर से बढाएं पौधों की ग्रोथ )

निष्कर्ष: पानी की तरह ही मिट्टी भी पौधों के विकास हेतु आवश्यक घटक है। समय के साथ मिट्टी के न्यूट्रीशन ख़त्म हो जाते हैं, जिससे हमारे पौधे भी प्रभावित होते हैं। ऐसे में मिट्टी के स्वास्थ्य का ध्यान रखना जरूरी हो जाता है। इस आर्टिकल को पढ़कर आप समझ गए होंगे कि मिट्टी सही है या गलत इसकी पहचान कैसे करते हैं। साथ ही मिट्टी को उपजाऊ बनाने का तरीका भी बताया गया है, जिसे अपना कर आप अपने होम गार्डन को हरा-भरा रख सकते हैं। मिट्टी के स्वास्थय या हो गार्डनिंग से सम्बंधित कोई प्रश्न आपके मन में है तो आप कमेंट बॉक्स में पूछ सकते हैं। हमारी टीम आपके सवाल का जवाब जरूर देगी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *