डेजी सबसे रंगीन और खूबसूरत फूलों वाला पौधा है, जिसको गुलबहार (Gulbahar Flower) के नाम से भी जाना जाता है। इसमें अलग-अलग वैरायटी के आधार पर सफेद (White daisy flowers) से लेकर पिंक (Pink daisy), पर्पल (Purple daisy flower) और पीले (Yellow daisy) रंगों के फूल खिलते हैं। यदि आप भी जानना चाहते हैं कि घर पर सीड्स से डेजी प्लांट के फूल कैसे लगाएं, तो यह आर्टिकल आपके लिए ही है। इस आर्टिकल में आप डेजी फ्लावर सीड्स को उगाने से सम्बंधित सभी सवालों जैसे डेजी फूल का पौधा लगाने का सही समय क्या है, इन्हें गमले या सीडलिंग ट्रे में कैसे लगाएं, डेज़ी फूल के पौधे की देखभाल कैसे करें आदि के जबाबों को जानेंगे। आइये जानते हैं डेज़ी फूल के बीज उगाने की विधि और अन्य आवश्यक जानकारी के बारे में:
डेज़ी फूल को बीज से उगाने सम्बन्धी जानकारियां – Information To Grow Daisy Flowers From Seeds In Hindi
डेजी सीड्स लगाने का समय (Sowing time) |
सितम्बर-नबम्बर (Autumn), और फरवरी-अप्रैल (Spring) |
मिट्टी का पीएच |
6-8 Ph रेंज वाली मिट्टी |
बीज लगाने की मेथड |
डायरेक्ट / ट्रांसप्लांटिंग |
मिट्टी में बीज लगाने की गहराई |
0.3-0.6 सेंटीमीटर |
पॉटिंग मिक्स |
50% मिट्टी, 30% गोबर खाद/वर्मी कम्पोस्ट, 10% कोकोपीट, 10%रेत का मिश्रण |
बीज अंकुरित होने के लिए मिट्टी का तापमान (Germination temperature) |
18-25ºC |
बीज अंकुरित होने के लिए आवश्यक प्रकाश /डार्कनेस |
प्रकाश जरूरी |
बीज अंकुरण में लगने वाला समय (Germination time) |
लगभग 7 से 21 दिन |
फूल खिलने में लगने वाला समय (Flowering time) |
बीज लगाने के लगभग 60-70 दिन बाद (ठण्ड, बसंत, गर्मी ) |
फूलों का रंग |
सफेद, पीला, पर्पल, गुलाबी |
डेजी फूल के बीजों को कब लगाना चाहिए – When To Sow Daisy Flower Seeds In Hindi
गुलबहार या डेजी फूल के पौधे में सर्दी और गर्मी के सीजन में अच्छी फ्लावरिंग होती है, इसीलिए इस फूल के बीजों को घर पर गमले या गार्डन में सितम्बर से नवम्बर (autumn) और फरवरी से अप्रैल (spring and early summer) के महीने में लगा देना चाहिए, जिससे कि ठण्ड या गर्मी के महीने आने तक ये पौधे परिपक्व हो जाएँ और फ्लावरिंग करने लगें। अच्छी क्वालिटी के डेजी सीड खरीदने के लिए यहाँ क्लिक करें।
घर पर डेजी फ्लावर प्लांट को ग्रो करने की स्टेप्स – Steps To Grow Daisy Flower Plant At Home In Hindi
होम गार्डन में डेज़ी के फूल उगाने के लिए निम्न स्टेप्स को फॉलो करें:
- बेस्ट क्वालिटी के सीड्स खरीदें।
- सीडलिंग ट्रे या गमला लें।
- बेस्ट पॉटिंग मिक्स तैयार करें।
- सीडलिंग ट्रे या गमलों में पॉटिंग मिक्स भरें।
- डेजी फूल के बीजों को पॉटिंग मिश्रण में लगाएं।
- सीडलिंग ट्रे या गमलों में पानी दें।
- ट्रे या गमलों को उचित स्थान पर रखें।
- सीडलिंग ट्रांसप्लांट करें।
हाई क्वालिटी डेज़ी फ्लावर सीड्स खरीदें – Where To Buy High Quality Daisy Flower Seeds In Hindi
आप डेजी फ्लावर की कई किस्मों के हाई क्वालिटी बीजों को काफी कम प्राइस में organicbazar.net साईट से खरीद सकते हैं। डेजी फ्लावर की अनेक वैरायटी (daisy flower variety) होती हैं, लेकिन इसकी प्रमुख लोकप्रिय वैरायटी निम्नलिखित हैं:
- अफ्रीकी डेजी (African daisy flower)
- जरबेरा डेजी (Gerbera daisy)
- पॉम डेजी (Pom daisy)
- मार्गुराइट डेजी (Marguerite Daisy)
- शास्ता क्रेजी डेजी (Shasta Crazy Daisy)
- ओस्टियोस्पर्मम (Osteospermum)
बेस्ट पॉटिंग मिक्स तैयार करना – Preparing Potting Mix For Daisy Flower Plants In Hindi
डेजी फूल के बीजों को 6-8 ph रेंज वाली और पोषक तत्वों से भरपूर मिट्टी में लगाया जाना चाहिए। मिट्टी तैयार करने के लिए आप निम्न सामग्रियों को ले सकते हैं:
- मिट्टी – 50%
- गोबर खाद – 30%
- कोकोपीट – 10%
- रेत – 10%
इन सभी सामग्रियों को ऊपर बताये गए अनुपात (Ratio) में लेकर अच्छे से मिक्स करने के बाद, इसमें गुलबहार फूल के बीजों को लगाया जा सकता है।
(यह भी जानें: पॉटिंग सॉइल और पॉटिंग मिक्स में अंतर…)
सीडलिंग ट्रे या गमला लेना – Take Pot And Seedling Tray To Grow Daisy Seeds In Hindi
डेजी प्लांट के बीजों को लगाने के लिए सीडलिंग ट्रे या उचित आकार के गमलों को लें। इस फूल के पौधे को डायरेक्ट और ट्रांसप्लांट दोनों मेथड से ग्रो किया जा सकता है। बीजों को डायरेक्ट गार्डन या गमले में परमानेंटली लगाना डायरेक्ट मेथड और सीडलिंग में बीजों को अंकुरित करने के बाद सीडलिंग ट्रांसप्लांट करना ट्रांसप्लांटिंग मेथड कहलाती है। गुलबहार के बीजों को लगाने के लिए आप organicbazar.net से सीडलिंग ट्रे और निम्न आकार के ग्रो बैग को खरीद सकते हैं।
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सीडलिंग ट्रे या गमलों में पॉटिंग मिक्स भरना – Filling Seedling Tray Or Pot To Sow Daisy seeds In Hindi
अच्छी तरह से तैयार पॉटिंग मिक्स को सीडलिंग ट्रे या गमलों में भरें। आप सीडलिंग ट्रे में केवल कोकोपीट भी भर सकते हैं, क्योंकि डेजी के फूल कोकोपीट में भी अच्छे से अंकुरित हो सकते हैं। यदि आप डायरेक्ट मेथड से डेजी फूल के बीजों को उगा रहें हैं तो गमले या ग्रो बैग की तली में सबसे पहले बजरी या कंकड़-पत्थर भर लें और फिर उसके ऊपर मिट्टी डालें। ऐसा करने से मिट्टी ड्रेन होल में नहीं फंसती है। पॉटिंग मिट्टी खरीदने के लिए नीचे दी गई लिंक पर क्लिक करें:
फ्लावर सीड्स को उचित गहराई में बोना – Sowing Daisy Flower Seeds In Hindi
अंगुली या पतली लकड़ी की मदद से सीडलिंग ट्रे या गमलों की मिट्टी के केंद्र में लगभग 1/4 इंच (0.5cm) गहरे होल बनाएं और प्रत्येक होल में डेजी का एक बीज लगायें। उसके बाद बीजों को कोकोपीट से कवर कर दें। यदि आप गार्डन या ग्रो बैग में डायरेक्ट बीजों को लगा रहें हैं, तो उन्हें एक-दूसरे से कम से कम 15 सेंटीमीटर की दूरी पर 1/8-1/4 इंच (0.3-0.6 cm) गहराई में लगाएं।
बीज लगाने के बाद मिट्टी में पानी डालना – Watering After Sowing Daisy Flower Seeds In Hindi
डेजी फ्लावर सीड्स को बोने के बाद मिट्टी में पानी अवश्य डालें। बीजों को अंकुरित होने के लिए नमी की अधिक आवश्यकता होती है, इसीलिए समय समय पर मिट्टी में नमी की मात्रा चेक करते रहें।
ट्रे और गमलों को उचित स्थान पर रखना – Keep Seed Trays In Lighting And Warm Place In Hindi
गुलबहार (डेजी) के बीजों (daisy seeds) को जर्मिनेट (germinate) होने के लिए प्रकाश (light) की जरूरत होती है, इसलिए सीडलिंग ट्रे या गमलों को पर्याप्त रोशनी वाली जगह पर रख दें। पर एक बात का ध्यान रहे कि गमलों को डायरेक्ट धूप में न रखें, बल्कि इनडोर या आउटडोर ऐसी स्थान पर रखना चाहिए, जहाँ इन पर पर्याप्त रोशनी पड़ती रहे।
(यह भी जानें: सफलतापूर्वक बीजों को अंकुरित करने की जानकारी…)
डेजी सीडलिंग को ट्रांसप्लांट करना – Transplanting Daisy Seedlings In Hindi
डेजी फूल के बीजों को लगाने के लगभग तीन हप्तों के अंदर बीज अंकुरित हो जाते हैं और जब सीडलिंग 3-6 इंच लम्बाई की हों जाए, तब उन्हें बड़े गमले में ट्रांसफर किया जा सकता है। आइये जानते हैं सीडलिंग ट्रांसप्लांट करने का तरीका:
- आधा गमला पॉटिंग मिक्स से भरें।
- सीडलिंग को सावधानी से सीडलिंग ट्रे से निकालें और गमले के केंद्र में रखें।
- अब गमले में मिट्टी को डालकर छोटे पौधों की रूटबाल (Root ball) को अच्छे से कवर कर दें और गमले की मिट्टी को समतल कर दें।
- सीडलिंग ट्रांसप्लांट करने के बाद गमले में पानी का छिडकाव करें।
- गमले को कम से कम एक हप्ते तक इनडायरेक्ट धूप में रखें। ट्रांसप्लांटिंग से लगभग एक से दो हप्ते बाद आप गमले को ऐसी जगह पर रख सकते हैं, जहाँ उस पर 4-6 घंटे की धूप पड़ती रहे।
- सीडलिंग ट्रांसप्लांट (daisy seedling transplant) करने के 60-70 दिन बाद डेजी के पौधे में फ्लावरिंग (flowering) होने लगती है।
डेज़ी फ्लावर प्लांट की देखभाल – Daisy Flower Plant Care In Hindi
ज्यादा से ज्यादा फूल प्राप्त करने के लिए गुलबहार अर्थात डेजी के पौधे की अच्छे से केयर करने की जरूरत होती है। आइये जानते हैं डेजी फ्लावर प्लांट की देखभाल करने के तरीके:
पानी – Water Requirements Of Daisy Plant In Hindi
डेज़ी फूल के पौधे में पानी डालने से पहले उसकी मिट्टी की नमी (Moisture) को चेक कर लेना चाहिए। यदि मिट्टी नम है, तो कुछ समय बाद जब मिट्टी थोड़ी ड्राई (Dry) हो जाए, तब गुलबहार (डेजी) के पौधे को पानी दें। गर्मियों के समय इस पौधे को नियमित रूप से पानी की आवश्यकता होती है, तथा सर्दियों के दौरान बहुत कम पानी की आवश्यकता होती है।
(यह भी जानें: पौधों को पानी कब दें, जानें पानी देने का सही समय क्या है…)
खाद व उर्वरक – Fertilizers For Daisy Flower Plant In Hindi
डेजी (गुलबहार) प्लांट्स में फूल खिलने के समय (blooming season) महीने में एक बार पौधों को फास्फोरस युक्त खाद देना चाहिए, इसके लिए आप बोन मील, फिश मील और केले या अंडे के छिलके से बनी जैविक खाद को पौधों की मिट्टी में मिला सकते हैं। पौधों की वृद्धि के लिए खाद खरीदने के लिए नीचे दी गई लिंक पर करें:
(यह भी जानें: फूल वाले पौधों के लिए खाद तथा सबसे अच्छे उर्वरक…)
धूप – Daisy Flower Sunlight Requirements In Hindi
गुलबहार के पौधे (Gulbahar plant) अधिक ठण्ड (winter) और गर्मी (summer) के प्रति संवेदनशील (sensitive) होते हैं। इसीलिए अधिक ठंड के समय पौधों को घर के अन्दर ले जाना चाहिए। गर्मी के समय डेजी के पौधों को दोपहर की तेज धूप से बचाने के लिए आप ग्रीन शेड नेट (green net shed) से पौधे के लिए छाया (shade) कर सकते हैं। डेजी प्लांट्स को गर्म तापमान से बचाने के लिए आप पौधे की मिट्टी की मल्चिंग भी कर सकते हैं। शेड नेट खरीदने के लिए नीचे दी गई लिंक पर क्लिक करें:
(यह भी जानें: पौधे जो तेज धूप में करते हैं बेहतर विकास…)
रोग नियंत्रण – Pest And Disease Control In Daisy Flower In Hindi
गुलबहार या डेजी फ्लावर प्लांट्स आमतौर पर एफिड्स (Aphids), व्हाइटफ्लाइज़ (Whitefly), थ्रिप्स (Thrips) और स्पाइडर माइट्स (spider mites) जैसे कीटों एवं पाउडरी मिल्ड्यू (powdery mildew) रोग से प्रभावित होते हैं। अतः कीटों और रोगों से डेजी फूल के पौधों को बचाने के लिए आप नीम तेल कीट नाशक (Neem oil pesticide) या साबुन का घोल बना कर पौधों पर स्प्रे कर सकते हैं। घोल बनाने के लिए 1 लीटर पानी में 1 चम्मच लिक्विड साबुन को अच्छी तरह से घोलें और इसके बाद 3-4 ml नीम ऑयल की मात्रा को इसमें मिलाएँ। अब इस घोल को स्प्रे बोतल में भरकर पौधों की पत्तियों के दोनों तरफ स्प्रे करें। नीम तेल खरीदने के लिए यहाँ क्लिक करें।
(यह भी जानें: पौधों से फंगस हटाने के लिए जैविक फंगीसाइड…)
FAQ
प्रश्न (1) डेजी फ्लावर को हिंदी में क्या कहते हैं? – What is daisy flower called in hindi?
उत्तर – डेजी फूल को हिंदी में गुलबहार का फूल कहते हैं।
प्रश्न (2) गुलबहार का वैज्ञानिक नाम क्या है? – What is the scientific name of daisy flower?
उत्तर – गुलबहार का वैज्ञानिक नाम बेलिस पेरेनिस (Bellis Perennis) है।
प्रश्न (3) डेजी को ग्रो होने में कितना समय लगता है? – How long does daisy take to grow?
उत्तर – बीज लगाने के लगभग 70-80 दिन में डेजी का पौधा ग्रो हो जाता है और फ्लावरिंग करने लगता है।
प्रश्न (4) डेजी के पौधे में फूल क्यों नहीं आ रहे हैं? – Why is my daisy not flowering?
उत्तर – पर्याप्त प्रकाश न मिलना, नाइट्रोजन पोषक तत्व की अधिकता होना, फास्फोरस की कमी होना, डेजी के पौधे में फूल न खिलने के तीन प्रमुख कारण हैं।
प्रश्न (5) गुलबहार के पौधे में फूल कब खिलते हैं? – What month do daisies bloom?
उत्तर – गुलबहार के पौधे में फूल ठण्ड (नवम्बर-जनवरी) और गर्मी के मौसम (अप्रैल-जून) में खिलते हैं।
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अच्छी किस्म के बीज |
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पॉटिंग सॉइल |
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गमले या ग्रो बैग |
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वर्मीकम्पोस्ट |
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गोबर खाद |
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रॉक फास्फेट |
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प्लांट ग्रोथ प्रमोटर |
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नीम तेल |
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प्रूनर |
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कैंची |
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स्प्रे पंप |
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वॉटर केन |
इस आर्टिकल में आपने गुलबहार या डेजी फूल के पौधे को उगाने के बारे में जाना। उम्मीद करते हैं इस लेख में दी गयी जानकारी आपके लिए उपयोगी होगी, यदि इस आर्टिकल के बारे में आपकी कोई राय या सवाल हो तो उसे कमेन्ट करके जरूर बताएं।