घर पर गमले में जीरा कैसे लगाएं – How To Grow Cumin Plant (Jeera) At Home In Hindi

क्यूमिन प्लांट अर्थात् जीरा, अपियासी (Apiaceae family) परिवार का वार्षिक पौधा है, जिसका उपयोग लगभग सभी भारतीय व्यंजनों में मसाले के रूप में किया जाता है। जीरा (jeera) का उपयोग न सिर्फ खाने में, बल्कि हर्ब्स के रूप में भी किया जाता है, इसीलिए लोग इस पौधे को अपने घर पर उगाना पसंद करते हैं। जीरे का पौधा लगभग 1 फीट लम्बा होता है, जिसे घर पर गमले या ग्रो बैग में आसानी से उगाया जा सकता है। अगर आप भी क्यूमिन प्लांट अर्थात् जीरा के पौधों को अपने गार्डन में ग्रो करना चाहते हैं, तो यह लेख आपके लिए बहुत ही काम का हो सकता है। घर पर गमले में जीरा कैसे लगाएं, क्यूमिन (जीरा) के बीज लगाने का सही समय क्या है, बीज से जीरा कैसे उगाएं, तथा पॉट में जीरा के बीज लगाने के विधि व पौधे की देखभाल कैसे करें, जानने के लिए लेख पढ़ें।

जीरा के बीज कब लगाएं – Cumin Seed Sowing Time In Hindi

जीरा के बीज कब लगाएं - Cumin Seed Sowing Time In Hindi

क्यूमिन या जीरे का पौधा गर्म व शुष्क जलवायु वाला पौधा है, इसलिए इसके बीज वसंत ऋतु (फरवरी-मार्च) के 3-4 सप्ताह पहले गमले या ग्रो बैग की मिट्टी में लगाए जाते हैं। इसके अलावा आप ठण्ड के दिनों में भी इस पौधे को घर के अन्दर ग्रो कर सकते हैं। गमले या गार्डन की मिट्टी में जीरे के बीज लगाने का सही समय फरवरी-मार्च और नवंबर-दिसंबर का है। होम गार्डन के गमले या ग्रो बैग में जीरा उगाते समय आपको निम्न चीजों की आवश्यकता होगी, जो कि निम्न हैं:

जीरा प्लांट के लिए बेस्ट मिट्टी – Best Soil For Growing Cumin Plant In Hindi

जीरा प्लांट के लिए बेस्ट मिट्टी - Best Soil For Growing Cumin Plant In Hindi

घर पर जीरे का पौधा उगाने के लिए कार्बनिक पदार्थों से युक्त अतिरिक्त जल निकासी वाली दोमट मिट्टी सबसे अच्छी होती है। पौधे की अच्छी ग्रोथ के लिए 7.0 से 7.5 PH मान वाली मिट्टी उपयुक्त होती है। यदि आपके पास उपजाऊ मिट्टी उपलब्ध नहीं है, तो आप सामान्य मिट्टी में जैविक खाद तथा वर्मीकम्पोस्ट मिलाकर उर्वरा शक्ति वाली मिट्टी तैयार कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त आप रेडीमेड पॉटिंग सॉइल का इस्तेमाल भी कर सकते हैं, जो पोषक तत्वों से युक्त और अच्छी जल निकासी वाली होती है।

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जीरे का पौधा उगाने के लिए गमला – Pot Size To Grow Cumin Plant In Hindi

जीरे का पौधा उगाने के लिए गमला - Pot Size To Grow Cumin Plant In Hindi

क्यूमिन प्लांट या जीरे के पौधे की लंबाई लगभग 1 फीट तक हो सकती है और इसकी जड़ों का फैलाव भी ज्यादा नहीं होता है, इसलिए इस पौधे को लगभग 10-12 इंच या इससे बड़े गमले में आसानी से उगाया जा सकता है। पॉट या ग्रो बैग का चयन करते समय ध्यान रखें कि, गमले में ड्रेनेज की उचित व्यवस्था हो। घर पर जीरा का पौधा उगाने के लिए आप निम्न साइज के ग्रो बैग का इस्तेमाल कर सकते हैं, जैसे:

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घर पर जीरा कैसे उगाएं – How To Grow Cumin From Seed At Home In Hindi

घर पर जीरा कैसे उगाएं - How To Grow Cumin From Seed At Home In Hindi

होम गार्डन या टेरेस गार्डन के गमले में जीरा का पौधा उगाने के लिए अपने नजदीकी बीज भंडार या ऑनलाइन जीरे के बीज खरीदें। इसके अलावा आप घर पर रखे हुए जीरा से भी पौधे उगा सकते हैं, लेकिन घर पर रखे बीज अंकुरित होने में अधिक समय लग सकता है। आप जीरा को डायरेक्ट और ट्रांसप्लांट दोनों मेथड से ग्रो कर सकते हैं। आइये जानते हैं, गमले में जीरा के बीज लगाने की मेथड के बारे में।

गमले में जीरा के बीज लगाने की विधि – Cumin Plant Seed Sowing Method In Pot In Hindi

यदि आप घर पर गमले में जीरा का पौधा उगाना चाहते हैं, तो गमले या ग्रो बैग में बीज से जीरा का पौधा उगाने की विधि जानने के लिए निम्न स्टेप्स को फॉलो करें, जो कि निम्न है:-

  • सबसे पहले उचित आकार का गमला और अच्छी किस्म के बीज लें।
  • अब गमले को तैयार की हुई मिट्टी से भरें, लेकिन ध्यान रहे कि, गमला ऊपर से 2-3 इंच खाली हो।
  • गमले या गार्डन की मिट्टी में जीरे के बीजों को फैलाएं और मिट्टी की हल्की परत से ढक दें।
  • जीरा के बीज लगे गमले की मिट्टी को नम बनाएं रखें।
  • बीज लगे पॉट या ग्रो बैग की मिट्टी में स्प्रे पंप की मदद से पानी डालें, और गमले को धूप वाले स्थान पर रखें।
  • जीरे के बीज अंकुरित होने के लिए लगभग 15 से 25 डिग्री सेल्सियस का तापमान अच्छा होता है, इस तापमान पर बीज 7-14 दिन में अंकुरित हो सकते हैं।
  • जीरे के दो पौधों के बीज 6-8 इंच का स्पेस होना चाहिए। यदि आपके पौधे पास-पास लगे हैं, तो आप इन्हें बड़े आकार के पॉट या गार्डन की मिट्टी में ट्रांसप्लांट कर सकते हैं।

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जीरे के पौधे की देखभाल कैसे करें – How To Take Care Of Cumin Plant In Hindi

यदि आपने अपने घर पर जीरे के पौधे को लगाया है, तो अच्छी ग्रोथ के लिए आपको पौधे की देखभाल करनी होगी। आप जीरे के पौधे की केयर निम्न प्रकार कर सकते हैं, जैसे:-

पानी – Water For Growing Cumin Plant In Hindi

होम गार्डन में लगे जीरे के पौधे को सप्ताह में 1-3 बार पानी की जरूरत होती है, पौधों को पानी देने के लिए स्प्रे पंप या वाटर कैन का इस्तेमाल करें। जीरे के पौधे पर तेज धार से पानी न डालें, क्योंकि ऐसा करने से पौधे की शाखाएं डैमेज हो सकती हैं। इसके अलावा पानी देते समय पौधे की पत्तियों को गीला न करें, क्योंकि पत्तियों के गीले रहने से पौधे में कई रोग व कीट लग सकते हैं।

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सूर्य प्रकाश – Sunlight Requirement Of Cumin Plant In Hindi

जीरे का पौधा पूर्ण सूर्य प्रकाश में अच्छी तरह से ग्रो करता है, इसलिए पौधे लगे गमले या ग्रो बैग को ऐसी जगह पर रखें, जहाँ रोजाना 5-6 घंटे की धूप आती हो। आप पौधे को खुले स्थान या अपने टेरेस गार्डन में लगा सकते हैं।

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तापमान – Temperature For Growing Cumin Plant In Hindi

क्यूमिन प्लांट या जीरे का पौधा गर्म और शुष्क जलवायु में तेजी से वृद्धि करता है, हालांकि यह कम तापमान को भी सहन कर सकता है। जीरा के पौधे को ठीक तरह से बढ़ने और अधिक फूल लगने के लिए 24-29 डिग्री सेल्सियस का तापमान बेस्ट होता है।

मल्चिंग – Mulching Of Cumin Plant In Hindi

जीरा एक हर्ब्स प्लांट है, जिसकी मल्चिंग करने से पौधा अच्छी तरह से ग्रोथ करता है। मल्चिंग के लिए आप घास की कतरनों, पुआल तथा कटे हुए पत्तों का उपयोग कर सकते हैं, क्योंकि ये सभी मिट्टी की नमी को बनाए रखनी में मदद करते हैं और पौधों को सूखने से बचाते हैं।

जीरा के साथी पौधे – Companion Plant Of Cumin Plant In Hindi

गार्डन या गमले की मिट्टी में लगे जीरे के पौधे में छोटे आकार के फूल खिलते हैं, इन फूलों को पूरी तरह से विकसित होने और अधिक मात्रा में जीरा प्राप्त करने के लिए पोलिनेशन (pollination) बहुत जरूरी है, इसलिए जीरे के पौधे के आस-पास ऐसे साथी पौधे लगाएं, जो पोलिनेटर्स को आकर्षित करें और नुकसान पहुँचाने वाले कीटों को पौधे से दूर रखें। जीरे के कुछ कम्पेनियन प्लांट निम्न हैं, जैसे:

  1. खीरा (Cucumber)
  2. आलू (potato)
  3. पत्तागोभी (cabbage)
  4. चुकंदर (Beetroot), आदि।

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कीट और रोग – Insect And Disease Of Cumin Plant In Hindi

रोग (disease):

जीरे के पौधे में निम्न प्रकार के रोग हो सकते हैं:

  1. अल्टरनेरिया ब्लाइट (Alternaria blight)
  2. डम्पिंग ऑफ (Damping off)
  3. पाउडरी मिल्ड्यू (Powdery mildew)
  4. विल्ट (Wilt)

इन रोगों से बचाने के लिए पौधे की नियमित रूप से जाँच करें और रोग संक्रमित पाए जाने पर पौधे से रोगग्रस्त भाग को काटकर अलग कर दें, जिससे कि पौधा स्वस्थ रहे।

कीट (insect):

जीरे के पौधे में थ्रिप्स, एफिड्स, कैटरपिलर जैसे कई कीट लग सकते हैं, जो पौधे को अधिक नुकसान पहुंचाते हैं। पौधे के कीट ग्रस्त भाग पर नीम तेल और जैविक कीटनाशक साबुन के घोल का स्प्रे करें।इसके अतिरिक्त आप पौधों को कीटों से बचाने के लिए स्टिकी ट्रैप का इस्तेमाल भी कर सकते हैं। आप पौधों को कीटों व रोगों से बचाने के लिए अन्य उपाय भी कर सकते हैं।

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जीरा प्लांट्स हार्वेस्टिंग – Harvesting Of Cumin Plant In Hindi

बीज अंकुरित होने के लगभग 120-150 दिनों के बाद जीरे के पौधे में फूल आने लगते हैं, जो सफेद व गुलाबी रंग के होते हैं। जब जीरे के पौधे में फली आने लगती हैं, तब फूल भूरे रंग के हो जाते हैं और इस समय आप हार्वेस्टिंग कर सकते हैं। हार्वेस्टिंग करने के लिए जीरा के पौधे से फलियों को तोड़ लें और सूखने के लिए रख दें। लगभग 10 दिनों के बाद फल पूरी तरह से सूख जायेंगे, फल सूखने के बाद उन फलियों से जीरा निकालें और घर पर रसोई में इनका इस्तेमाल करें।

इस लेख को पढ़कर आप समझ ही गये होंगे कि, घर पर जीरा कैसे उगायें, बीज से जीरा उगाने की विधि क्या है और जीरे के पौधे की देखभाल व हार्वेस्टिंग कैसे की जाती है। आशा करते हैं, यह लेख आपको पसंद आया होगा, इस लेख से संबंधित आपके जो भी सवाल या सुझाव हैं, हमें कमेंट में जरूर लिखें।

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