यदि आप टमाटर के पौधे उगाते हैं, तो आपको टमाटर के फलों में कई तरह के काले दाग या धब्बे (black spots) दिखाई पड़ सकते हैं। जैसे टमाटर नीचे (bottom) से काला पड़ जाना या हरे और पके हुए टमाटर पर छोटे-छोटे काले दाग (tiny black spot) नजर आना। कई बार टमाटर पर काले रंग के काफी बड़े धब्बे (large black spot) भी दिखाई देते हैं। काला पड़ने पर टमाटर का फल कुछ समय बाद सड़ने लगता है और ये काले दाग टमाटर की पत्तियों और तनों पर भी नजर आ सकते हैं। इसी वजह से टमाटर के पौधों को इस रोग से बचाना काफी जरूरी है। टमाटर पर काले धब्बे, पत्तियों को गीला करने, अधिक नम और ठंडा वातावारण (weather) होने या कोई रोग लगने की वजह से दिखाई दे सकते हैं। इन कारणों की रोकथाम करके आप टमाटर के पौधे को इस रोग से बचा सकते हैं।
टमाटर के फलों में फैलने वाला काला धब्बा रोग क्या है, ये कितने प्रकार का होता है, यह रोग क्यों फैलता है, टमाटर में लगा काला धब्बा रोग कैसे दूर करें, ये सभी जानकारियां आपको इस लेख में मिलेगी। टमाटर में काले दाग को नियंत्रित (control) करने की जानकारी के लिए यह लेख लास्ट तक जरूर पढ़ें।
टमाटर में होने वाला काला धब्बा रोग क्या है – What Are The Black Spots On Tomatoes In Hindi
कई बार घर पर गमलों में लगे टमाटर के पौधों पर लगे फलों (Tomato Fruit) में छोटे या बड़े काले धब्बे दिखाई देते हैं, इसे ही काला धब्बा रोग (Tomato Black Spot Disease) कहते हैं। टमाटर में निम्न तरह के काले धब्बे नजर आ सकते हैं जैसे:
- टमाटर नीचे (Bottom) से काला पड़ना।
- हरे टमाटर पर बहुत छोटे-छोटे काले धब्बे नजर आना।
- टमाटर पर बड़े काले धब्बे नजर आना जिनके चारों ओर पीली धारियां बनी रहती हैं।
- कई काले धब्बे एक साथ (Crowded Black Spot) नजर आना।
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टमाटर में काला धब्बा रोग होने के क्या कारण हैं – Conditions That Causes Black Spot On Tomato Fruits In Hindi
घर पर लगे टमाटर पर काला धब्बा रोग लग जाने के पीछे मुख्य रूप से निम्न स्थितियां जिम्मेदार होती हैं:
- टमाटर के पौधों की पत्तियों को गीला करना।
- गार्डन टूल को कीटाणुरहित किये बिना ही इस्तेमाल करना।
- पौधे की निचली पत्तियों और फलों का जमीन या मिट्टी के संपर्क में रहना।
- पौधे की मिट्टी अधिक समय तक गीली रहना।
- अधिक ठंडा (cold) और नमी (humid) वाला वातावरण (weather) होना।
- पर्याप्त मात्रा में खाद आदि न डालने की वजह से भी टमाटर के पौधों की रोगों से लड़ने की क्षमता कम हो जाती है। इससे टमाटर में काला धब्बा या अन्य रोग हो जाते हैं।
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टमाटर से काला धब्बा रोग कैसे दूर करें – How To Stop Black Spots On Tomatoes In Hindi
आपको सबसे पहले यह पहचानना होगा कि आपके टमाटर पर किस तरह के काले धब्बे हैं। फिर उसके अनुसार ही आपको रोकथाम और बचाव के उपाय अपनाने चाहिए। टमाटर की पत्तियों को गीला करने या ऊपर बताये अन्य कारणों की वजह से पौधे में कई रोग लग जाते हैं। इन रोगों की वजह से ही पौधे में टमाटर पर काले धब्बे दिखाई पड़ते हैं। आइये जानते हैं कि किन रोगों के कारण टमाटर में काले धब्बे नजर आते हैं और उनसे बचाव के उपाय क्या हैं।
रोगों के कारण टमाटर में काले धब्बे नजर आना – Diseases That Cause Black Spot On Tomato Fruit In Hindi
यहां टमाटर में लगने वाली उन प्रमुख बीमारियों के बारे में बताया गया है, जिनके कारण फलों पर काले धब्बे या दाग दिखाई देते हैं:
ब्लॉसम एंड रॉट – Tomato Black Spots Caused By Blossom End Rot In Hindi
इस रोग में हरे या पके हुए टमाटर में नीचे की तरफ (Bottom) काफी बड़ा काला धब्बा दिखाई पड़ता है। पौधे में यह रोग मुख्य रूप से कैल्शियम की कमी के कारण होता है।
ब्लॉसम एंड रॉट कैसे दूर करें – सबसे पहले तो इस रोग से प्रभावित टमाटर के फलों को तोड़ कर अलग कर दें। इसके बाद पौधे में कैल्शियम की कमी को दूर करने के लिए मिट्टी में चूने के पानी, अंडे के छिलकों को मिलाएं। टमाटर को ब्लॉसम एंड रॉट रोग से बचाने का तरीका जानने के लिए आगे दिए गए आर्टिकल की लिंक पर क्लिक करें। (ब्लॉसम एंड रॉट क्या है, टमाटर को इस रोग से कैसे बचाएं….)
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बैक्टीरियल स्पेक – Tomato Black Spots Caused By Bacterial Speck In Hindi
इस बीमारी में प्रमुख रूप से टमाटर के हरे फलों पर बहुत छोटे-छोटे काले धब्बे दिखाई देते हैं। टमाटर की इस बीमारी में पत्तियों पर भी दोनों तरफ काले धब्बे नजर आते हैं। यह रोग स्यूडोमोनास सिरिंज (Pseudomonas Syringae) नामक जीवाणु (Bacteria) के कारण फैलता है, जो की खरपतवारों या पौधे की पत्तियों पर मौजूद रह सकता है। पत्तियों पर पानी डालने पर यह सक्रिय हो जाता है और पत्तियों के अंदर प्रवेश कर जाता है।
बैक्टीरियल स्पेक कैसे दूर करें – इस रोग को नियंत्रित कर पाना बहुत मुश्किल होता है। यदि रोग की शुरुआत है तो प्रभावित पत्तियों और फलों को हटा दें। टमाटर के पौधों की पत्तियों के ऊपर पानी डालने से बचें। मिट्टी आदि में सुधार करने से पहले ट्रोवेल या अन्य टूल को अच्छे से सैनिटाइज (Sanitize) कर लें।
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बैक्टीरियल स्पॉट – Tomato Black Spots Caused By Bacterial Spot In Hindi
इस रोग में पके हुए टमाटर पर कई सारे छोटे-छोटे काले या कत्थई रंग के धब्बे एक साथ (Crowded) नजर आते हैं। बैक्टीरियल स्पॉट रोग में पत्तियों और तनों पर भी काले धब्बे दिखाई देते हैं और पत्तियां पीली होकर सूखने भी लगती हैं।
बैक्टीरियल स्पॉट कैसे दूर करें – सबसे पहले इस रोग से प्रभावित तने, फल और पत्तियों को हटा दें। पौधे के आधार में पानी डालें, न कि पत्तियों पर, क्योंकि गीली पत्तियों में यह रोग तेजी से फैलता है।
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एन्थ्रेक्नोज रोग – Tomato Black Spot Caused By Anthracnose In Hindi
इस रोग में सबसे पहले टमाटर की पत्तियों पर छोटे-छोटे काले धब्बे नजर आते हैं। जब रोग बढ़ने लगता है तब टमाटर के पके हुए फलों पर भी गोलाकार और धंसे हुए काले धब्बे दिखाई पड़ते हैं। पौधे में एंथ्रेक्नोज रोग कोलेटोट्रिचम ग्लियोस्पोरियोइड्स (Colletotrichum Gloeosporioides) नामक एक कवक (Fungus) के कारण फैलता है, जो कि अधिक ठंडे वातावारण में या मिट्टी के अधिक समय तक गीला रहने के कारण सक्रीय होता है।
एंथ्रेक्नोज रोग कैसे दूर करें – टमाटर के पौधों पर नीम तेल (Neem Oil) का छिड़काव करके आप इस कवक रोग को दूर कर सकते हैं। इसके अलावा इस रोग से प्रभावित फलों और पत्तियों को तोड़ कर नष्ट कर दें, ताकि रोग पूरे पौधे में न फैल पाए।
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पछेती झुलसा – Late Blight Causes Large Black Spots On Tomatoes In Hindi
टमाटर में पछेती झुलसा रोग के कारण फलों पर काफी बड़े-बड़े काले रंग के धब्बे (Large Spots) दिखाई पड़ते हैं। टमाटर का एक बड़ा हिस्सा काला पड़ जाने से बाहरी परत (skin) कमजोर पड़ जाती है, जिससे कई कीट इस फल के अन्दर आसानी से प्रवेश कर जाते हैं। इससे टमाटर सड़ने-गलने लगता है। यह रोग फाइटोफ्थोरा रोगजनक (Pathogen) के कारण फैलता है, इसी वजह से इस रोग को फाइटोफ्थोरा ब्लाइट (Phytophthora Blight) भी कहा जाता है।
पछेती झुलसा रोग कैसे दूर करें – अगर रोग शुरूआती स्टेज में है, तो नीम तेल के छिड़काव से इसे ओर अधिक फैलने से रोका जा सकता है। 1 लीटर पानी में 4ml नीम तेल लें, और फिर उसमें कुछ बूंदे लिक्विड साबुन की भी मिलाएं। अच्छे से मिक्स करने के बाद हर दो से तीन दिन में इस घोल को टमाटर के पौधों पर स्प्रे करें।
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टमाटर में काला धब्बा रोग की रोकथाम करने के उपाय – How To Prevent Black Spots On Tomato Plants In Hindi
एक बार टमाटर में काला धब्बा रोग लग जाने पर उसे नियंत्रित कर पाना काफी मुश्किल होता है, इसी वजह से रोकथाम के उपाय अपनाए जाते हैं, ताकि पौधे में ये रोग लग ही न पाएं। टमाटर को काला धब्बा रोग से बचाने के लिए निम्न उपाय अपनाएं:
- अपने गार्डन में टमाटर की रोग प्रतिरोधी किस्मों को उगाएं। यह सबसे शुरूआती कदम है, जो आप टमाटर के पौधे उगाने से पहले ही उठा सकते हैं।
- टमाटर के पौधे उगाने के लिए हर बार नई मिट्टी (potting mix) बनाएं, किसी पुराने पौधे से निकली मिट्टी का इस्तेमाल न करें।
- अच्छी तरह से पानी निकाल देने वाली मिट्टी में टमाटर के पौधे लगायें।
- टमाटर के पौधों को ऊपर से नहीं, बल्कि आधार में पानी दें, क्योंकि गीली पत्तियां कवक या अन्य रोगों को तेजी से फैलने में मदद करती हैं।
- पौधों को पानी न ही ज्यादा मात्रा में दें और न ही कम दें। मिट्टी नम रहनी चाहिए न की गीली।
- किसी भी गार्डन टूल का उपयोग करने से पहले उसे अच्छे से सैनिटाइज कर लें। गार्डन टूल्स पर भी कई रोगजनक मौजूद हो सकते हैं, जो इस्तेमाल के दौरान पौधे की मिट्टी या पत्तियों में प्रवेश कर सकते हैं।
- हर 15 दिनों में नीम तेल का छिडकाव करें। इससे टमाटर के पौधे कीटों और रोगों से सुरक्षित रहते हैं।
- पौधे की निचली पत्तियों को हटा दें। मिट्टी में मौजूद कवक या अन्य रोगजनक निचली पत्तियों के माध्यम से पूरे पौधे को प्रभावित कर सकते हैं।
- जैसे ही टमाटर की पत्तियों तथा फलों पर काले धब्बे या दाग नजर आयें, तुरंत उस फल को तोड़कर अलग कर दें।
- टमाटर की मल्चिंग कर दें। इससे निचली पत्तियां या फल मिट्टी के सम्पर्क से दूर रहते हैं, जिससे उनमें रोग नहीं लग पाते हैं।
निष्कर्ष – Conclusion
इस आर्टिकल में आपने जाना कि टमाटर में लगने वाला काला धब्बा रोग क्या है, यह क्यों फैलता है, इसके रोकथाम और बचाव के लिए क्या उपाय अपनाए जा सकते हैं। टमाटर के पौधे को काला धब्बा रोग से बचाने को लेकर आपके मन में अगर कोई भी सवाल हो, तो आप उसे कमेन्ट बॉक्स में जरूर लिखें। अगर आपको यह लेख उपयोगी (useful) लगा हो, तो इसे अपने गार्डनिंग करने वाले दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें।
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