घर पर आसानी से गमले में इस तरह उगाएं कद्दू – How To Grow Pumpkin Plant At Home In Hindi

कद्दू एक बेल या लता के रूप में उगने वाला पौधा है, इसका वानस्पतिक नाम कुकरबिटा मोस्चाटा (cucurbita moschata) है। कद्दू को ‘काशीफल’ भी कहा जाता है, इसका अंग्रेज़ी नाम पम्पकिन है। कद्दू के फल का इस्तेमाल लम्बे समय तक सब्जी या अन्य रूप में कर सकते हैं। अगर आपको कद्दू की सब्जी या इससे बने अन्य व्यंजन पसंद हैं और आप जानना चाहते हैं कि घर पर कद्दू के बीज को गमले में कैसे लगाएं? तो इस आर्टिकल को पूरा पढ़ें, जिसमें घर पर गमले में कद्दू कैसे उगाएं, कद्दू के बीज कब लगाना चाहिए, कद्दू की बेल उगाने के तरीके व देखभाल संबंधी जानकारी के बारे में जानेगें।

घर पर कद्दू उगाने की जानकारी – Pumpkin Growing Tips in Hindi

बीज बोने का सही समय
अंतिम गर्मी से शुरूआती बरसात के समय
बीज बोने की गहराई
 लगभग 0.5 से 1 इंच
उपयुक्त मिट्टी
जल निकासी वाली, जैविक खाद युक्त दोमट मिट्टी
मिट्टी का PH मान
5.8 से 6.6 के बीच उपयुक्त
अंकुरित होने के लिए तापमान
लगभग 21°C से 35°C
बीज अंकुरित होने में लगा समय
लगभग 7 से 14 दिन
कद्दू तोड़ने का समय
बीज बोने से लगभग 85 से 120 दिन बाद 

कद्दू लगाने का सही समय – Best time to grow pumpkin at home in Hindi 

कद्दू का पौधा अधिक ठण्ड को सहन नहीं कर पाता है यदि मिट्टी का तापमान 15°C से कम होता है तो कद्दू के पौधे नष्ट हो जाते हैं। मिट्टी के तापमान को ध्यान रखते हुए कद्दू उगाने का सही समय अंतिम गर्मी से शुरूआती बरसात का समय है। आप घर पर गमले में मार्च से मई और जुलाई से सितंबर महीने के बीच कद्दू उगा सकते हैं। विभिन्न क्षेत्रों में तापमान के अनुसार इसे अलग-अलग समय पर उगाया जा सकता है।

(और पढ़ें: लता या बेल वाली सब्जियां, जिन्हें गमले में उगाना है आसन…)

कद्दू लगाने के लिए बीज कहाँ से खरीदें – Where to buy pumpkin seeds in India in Hindi

कद्दू लगाने के लिए कैसे बीज लें - How to seed for planting pumpkin in Hindi 

कद्दू की अच्छी पैदावार व स्वस्थ फल पाने के लिए अच्छी किस्म के कद्दू के बीज लगाना चाहिए। अगर आपके घर पर कद्दू के बीज उपलब्ध हैं तो लगाने से पहले उन्हें अच्छी तरह चेक कर लें कि बीज स्वस्थ हैं या नहीं। इसके अलावा आप अच्छी क्वालिटी के बीज अपनी नजदीकी दुकान से या ऑनलाइन आर्डर करके खरीद सकते हैं। अच्छी क्वालिटी के कद्दू के बीज खरीदने के लिए यहाँ क्लिक करें या फिर आप हमारी ऑनलाइन साईट Organicbazar.net पर विजिट कर सकते हैं।

घर पर कद्दू लगाने के लिए मिट्टी – Best Soil for pumpkin grow in pot in Hindi

कद्दू लगाने के लिए मिट्टी - Soil for pumpkin in Hindi

किसी भी पौधे की अच्छी ग्रोथ के लिए अच्छे बीज के साथ-साथ सही मिट्टी का उपयोग करना भी जरूरी होता है। कद्दू का पौधा उगाने के लिए उचित जल निकासी वाली जैविक खाद युक्त दोमट मिट्टी का उपयोग करना सही रहेगा। मिट्टी को अधिक उपजाऊ बनाने के लिए आप मिट्टी में जैविक खाद जैसे: पुरानी गोबर की खाद, बोनमील, मस्टर्ड केक आदि मिला सकते हैं। अगर आपके पास मिट्टी उपलब्ध नहीं है तो पौधों की अच्छी ग्रोथ के लिए आप ऑनलाइन स्टोर से पोटिंग साइल (potting soil) भी खरीद सकते हैं। कद्दू लगाने के लिए आदर्श मिट्टी निम्न प्रकार है:

  • उचित जल निकासी व जैविक खाद युक्त दोमट मिट्टी (रेत+खाद+मिट्टी का मिश्रण)।
  • कद्दू लगाने के लिए मिट्टी का ph मान 5.8 से 6.6 के बीच होना चाहिए।

गोबर की खाद यहां से खरीदें

बोनमील यहां से खरीदें 

मस्टर्ड केक यहां से खरीदें 

कद्दू लगाने के लिए गमला या ग्रो बैग – Container for planting pumpkin in Hindi

आप अपने घर पर गमले या ग्रो बैग में कद्दू को आसानी से उगा सकते हैं। कद्दू का पौधा बेल या लताओं के रूप में बढ़ता है जिसे उगने के लिए उपयुक्त जगह की आवश्यकता होती है। अतः आप बड़े आकार के गमले या ग्रो बैग को कद्दू लगाने के लिए चुन सकते हैं। कद्दू उगाने के लिए ग्रो बैग या गमला निम्न प्रकार होना चाहिए:

  • कद्दू उगाने के लिए कम से कम 18 x 18 इंच या इससे अधिक बड़ा गमला या ग्रो बैग लें।
  • गमले की तली में उचित जल निकास के लिए छेद होने चाहिए।

(और जानें: ग्रो बैग में पौधे कैसे उगाएं, जानें गार्डन में ग्रो बैग के प्रयोग की सम्पूर्ण जानकारी…)

गमले में कद्दू लगाने की विधि – How to Grow Pumpkin Plant in Pot in Hindi 

घर पर गमले या ग्रो बैग में कद्दू उगाने के लिए आप बीज या पास की किसी नर्सरी से कद्दू के पौधे खरीदकर इसे लगा सकते हैं। आप कद्दू के बीजों को सीधे गमले या ग्रो बैग की मिट्टी में लगा सकते हैं ताकि पौधे की जड़ों को कोई नुकसान न हो। गमले या ग्रो बैग में कद्दू के बीज लगाने की विधि निम्न लिखित है:

  • चुने हुए गमले या ग्रो बैग में तैयार की गई मिट्टी या पॉटिंग मिश्रण को भरें।
  • गमले में मिट्टी भरते समय गमले को ऊपर से 3 इंच खाली छोड़ें।
  • गमले की मिट्टी में बीचों-बीच कद्दू के बीज को 0.5-1 इंच की गहराई पर लगाएं।
  • मिट्टी में 2-3 बीजों को लगभग 4 से 6 इंच की दूरी पर लगाएं।
  • लगाए हुए बीजों को मिट्टी की पतली परत से ढंक दें।
  • बीज लगाने के तुरंत बाद गमले की मिट्टी में पानी दें ताकि मिट्टी नम हो जाये। उचित देखभाल और मिट्टी की नमी को बनाएं रखने से कद्दू के बीज 7 से 14 दिनों में अंकुरित हो जाते हैं।

सीडलिंग ट्रे में तैयार किये गए या नर्सरी से खरीदकर लाये गए कद्दू के पौधे को सावधानीपूर्वक गमले की मिट्टी में रखकर जड़ों को अच्छी तरह मिट्टी से ढंक दें। फिर गमले की मिट्टी में पानी डालें ताकि पौधा मिट्टी में स्थिर हो जाये।

(और जानें: घर पर तरबूज के पौधे कैसे उगाएं…)

घर पर कद्दू के पौधे की देखभाल कैसे करें – Pumpkin Plant Care in Hindi

  • कद्दू की बेल को अच्छी तरीके से बढ़ने के लिए अधिक पानी की जरूरत होती है इसीलिए पौधों को पर्याप्त मात्रा में पानी देना चाहिए। मिट्टी को सूखने न दें, लगातार नमी बनाए रखें।
  • गमले की मिट्टी में पानी भरा न रहे। आवश्यकता से अधिक मात्रा में पौधों को पानी देना पौधों की जड़ों को सड़ा देता है, इसीलिए ओवर वाटरिंग से बचें।
  • कद्दू के पौधे को बढ़ने के लिए पूर्ण सूर्य प्रकाश की आवश्यकता होती है, अतः पौधे लगे गमले को ऐसे स्थान पर रखें जहां उसे रोजाना 5-6 घंटे की धूप मिल सके।
  • कद्दू की बेल को बड़ा होने पर सहारे की जरूरत होती है ताकि फल आने पर वह झुके नहीं। इसीलिए बेल को सहारा देने के लिए गमले की मिट्टी में लकड़ी का डंडा लगा दें। सहारा देने के लिए इसके अलावा आप क्रीपर नेट या अन्य उपाय भी अपना सकते हैं।
  • घर पर कद्दू के पौधे को बेहतर विकास के लिए पोषक तत्वों से युक्त खाद की आवश्यकता होती है अतः आप जैविक खाद जैसे गोबर की खाद या वर्मीकम्पोस्ट आदि का इस्तेमाल पौधों की आवश्यकतानुसार कर सकते हैं।
  • कद्दू के पौधों को बीमारियों या कीट के प्रभाव से बचाने के लिए आप नीम केक या नीम ऑइल का इस्तेमाल कर सकते हैं।

(और जानें: गर्मियों में पौधों की देखभाल कैसे करें…)

कद्दू कब तोड़ना चाहिए – When and How to Harvest Pumpkins in Hindi

कद्दू के बीज लगाने के बाद उचित वातावरण व मिट्टी के तापमान के आधार पर बीज 7 से 14 दिन में अंकुरित हो जाते हैं। अंकुरण के बाद जब वे पौधे बन जाते हैं तो कद्दू की उचित देखभाल होने पर बेल पर 85 से 120 दिन के अन्दर फल आने लगते हैं तथा कद्दू की कटाई 3 महीने तक जारी रहती है।

बेल में लगे कद्दू के फलों का ऊपरी आवरण शख्त व फलों के पूर्ण परिपक्व होने पर आप फलों को तोड़ सकते हैं। कद्दू के फल नरम होने पर अगर आप इसे काट लेते हैं तो इसके जल्दी ख़राब होने की सम्भावना होती है। कद्दू के फलों को बेल से काटने के लिए आप मल्टी पर्पस हैंड प्रूनर या प्रूनिंग टूल्स का इस्तेमाल कर सकते हैं। कद्दू के फलों को कुछ इंच लम्बे लगे हुए तने या डंठल के साथ काटें। बिना डंठल का तोड़ा हुआ कद्दू अधिक समय तक रखा रहने पर ख़राब हो सकता है। अच्छी तरह से पका हुआ कद्दू 6 महीने तक खराब नहीं होता है।

निष्कर्ष – Conclusion

इस आर्टिकल में आपने जाना कि घर पर गमले में कद्दू कैसे उगाएं? कद्दू के बीज लगाने की विधि क्या है? तथा कद्दू के पौधे की देखभाल कैसे करें? गमले में कद्दू लगाने की जानकारी के साथ ही आपने जाना कि कद्दू की कटाई कब और कैसे करें? आशा है कि आपको हमारी जानकारी अच्छी लगी होगी। इस पोस्ट से संबंधित आपके सुझाव को कमेंट करके जरूर बताएं। इसी तरह की हमारी और भी उपयोगी पोस्ट पढ़ने के लिए Organicbazar.net पर विजिट करें।

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