कमल के फूल इतने सुंदर होते हैं, कि यदि आप उदासी महसूस कर रहे हैं, तो कमल के आस-पास समय बिताने से, आपका मूड अच्छा हो सकता है। कमल के पौधे में लाल, नीले, गुलाबी, सफेद तथा और भी कई रंगों के बेहद खूबसूरत फूल खिलते हैं, जिनको देखकर सारा स्ट्रेस दूर हो जाता है। कमल के पौधे के बारे में ज्यादातर लोगों को लगता है कि यह केवल झील या तालाब में ही उगता है। लेकिन आपकी जानकारी के लिए बता दें कि, घर पर भी कमल का फूल बेहद आसानी से उगाया जा सकता है। वैसे तो कमल के फूल को बीज (Seeds) और कंद (Tuber) 2 तरीकों से उगाया जाता है। लेकिन इस लेख में आप, कमल के पौधे को बीज से उगाने के बारे में जानेंगे।
घर पर गमले में कमल के पौधे को बीज से कैसे उगाएं, इसके बीज कब लगाएं, कलम लगाने की विधि और फूल कितने दिनों में खिलता है? ये सभी जानकारियां आपको इस लेख में मिलेंगी। कमल के फूल को घर पर उगाने और पौधे की देखभाल करने से जुड़ा यह लेख लास्ट तक जरूर पढ़ें।
कमल का पौधा उगाने का सही समय क्या है – Best Time/Season To Grow Lotus Flower Plant In Hindi
कई लोगों का सवाल होता है कि कमल के बीज कब बोए जाते हैं, या कमल का फूल कौन से मौसम खिलता है? वैसे घर में कमल के बीजों (Lotus Seeds) या कंद (Tuber) को लगाने का सबसे अच्छा समय वसंत ऋतु के लास्ट दिनों (Late Spring) यानि मार्च-अप्रैल महीनों का होता है। लेकिन कमल को मार्च से लेकर जून तक कभी भी उगाया जा सकता है। कमल के बीज का अंकुरण तापमान 21-29°C (70-85°F) है।
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कमल को किस साइज के गमले में उगाएं/लगाएं – Pot Size To Grow Lotus From Seed In Hindi
18×18 और 24×18 इंच (चौड़ाईXऊंचाई) साइज के गमले या टब में कमल का पौधा बहुत आसानी से उग जाता है। अगर आपके घर में इस साइज का प्लास्टिक टब या बाल्टी पड़ी है, तो आप उसमें भी मिट्टी और पानी भर के कमल उगा सकते हैं। ध्यान रहे टब या गमला कहीं से फूटा (Hole) न हो, नहीं तो सारा पानी बाहर निकल जायेगा।
(और पढ़ें: होम गार्डनिंग के लिए बेस्ट गमले और उनके प्रकार….)
कमल का फूल कब खिलता है – Flowering Time/Season Of Lotus Plant In Hindi
बीज से कमल का पौधा उगाने पर उसमें 150 से 170 (5-6 महीने) दिनों में फूल खिलते हैं। जबकि कंद (Tuber/Roots) से कमल उगाने पर पौधे में 60-80 दिनों (2 से 2.5 महीने) में ही फूल खिलने लगते हैं। कमल के पौधे में फूल खिलने का समय/मौसम गर्मी से (मई-जून) से लेकर पतझड़ (सितंबर-नवम्बर) तक का होता है।
कमल के पौधे को बीज से कैसे उगाएं – How To Grow Lotus At Home/Indoor From Seeds In Hindi
अब आप सोच रहे होंगे की आखिर कमल के बीज कैसे उगाए? तो आइये जानते हैं घर पर गमले में कमल के पौधे को बीज से उगाने की स्टेप्स:
कमल के बीज खरीदें – Buy Lotus Flower Seeds In Hindi
कमल के बीज कहां मिलेंगे, लोगों का सबसे पहला सवाल यही होता है। कमल के बीजों को किसी नर्सरी से या ऑनलाइन ई कॉमर्स वेबसाइट से खरीदा जा सकता है। जनरल किराना स्टोर पर भी कमल के बीज, कमलगट्टे के नाम से मिल जाते हैं। लेकिन किराना दुकान से खरीदे गए कमलगट्टे के बीज जब उगाए जाते हैं, तब कुछ बीज अंकुरित होते हैं और कुछ नहीं हो पाते हैं। आप कमल के बीजों को पानी में डालकर उसकी क्वालिटी चेक कर सकते हैं। जो बीज तली में नीचे बैठ जाते हैं वे उगाने के लायक हैं। जो बीज पानी के ऊपर तैरते हैं, वे अंकुरित नहीं होंगे, इसीलिए उन्हें अलग कर दें।
(और पढ़ें: बीज अंकुरित होगा या नहीं इसकी जांच कैसे करें, जाने आसान विधियाँ….)
बीज को नीचे से घिसें – Rub/Scratch Lotus Seeds From End Side In Hindi
कमल के बीज का आवरण (Seed Coat) बहुत कठोर (Hard) होता है। इस वजह से उसके अंदर पानी नहीं जा पाता है। ऐसे में, बीज के नीचे की तरफ जो छेद वाला हिस्सा (Hole) होता है, उसे थोडा सा घिसना पड़ता है। ऐसा करने से, बीज को पानी में डालने पर, बीज के अंदर पानी जाने लगता है और अंकुरण प्रक्रिया शुरू हो जाती है। बीज को खुरदुरी दीवार या जमीन पर तब तक घिसें, जब तक कि बीज के अदंर का सफेद पदार्थ न दिखने लगे।
पानी से भरे गिलास में बीजों को डाल दें – Germination Of Lotus Seeds In Water In Hindi
कांच का एक गिलास लें या पारदर्शी (Transplant) प्लास्टिक कंटेनर लें और उसमें पानी भरें। अब पानी में कमल के बीजों (Lotus Seeds) को डाल दें। बीज ज्यादा हों, तो ज्यादा चौड़ा कंटेनर लें या 2-3 गिलास में बीजों को डालें। गिलास को घर के अदंर उजाले वाली जगह जैसे खिड़की के पास रख दें।
1-2 दिनों में पानी बदलते रहें। 10 दिनों के भीतर कमल के बीज अंकुरित हो जाते हैं। 20 दिनों में कमल की सीडलिंग 4 से 6 इंच लम्बी हो जाती है और उसमें पत्तियां भी आ जाती हैं।
(और पढ़ें: घर पर हाइड्रोपोनिक प्लांट कैसे लगाएं…)
कमल का पौधा लगाने के लिए मिट्टी तैयार करें – Prepare Soil For Planting Lotus Plant/Seedling In Hindi
कमल की सीडलिंग को ट्रांसप्लांट करने के लिए उपजाऊ मिट्टी तैयार करना होता है। मिट्टी तैयार करने की प्रक्रिया आपको बीज लगाने के बाद ही शुरू कर देनी चाहिए। इसके लिए चिकनी मिट्टी (Clay Soil) बेहतर मानी जाती है, जिसे आप नजदीकी तालाब से ला सकते हैं। तालाब की मिट्टी न मिले तो किसी खेत या बगीचे की मिट्टी भी यूज कर सकते हैं। अगर मिट्टी कड़क हो तो उसे एक टब में डालें, और टब में पानी भर दें और धूप वाली जगह पर रख दें। 1-2 दिन में मिट्टी नरम (Soft) हो जाती है। इसके बाद:
- 18×18 या 24×18 इंच साइज का गमला लें या घर पर उपलब्ध प्लास्टिक टब भी ले सकते हैं, लेकिन ध्यान रहे गमले या टब से पानी नहीं रिसना चाहिए।
- अब टब की तली में रेत की 1 इंच मोटी परत बिछाएं।
- फिर रेत के ऊपर वर्मीकम्पोस्ट खाद की 2 इंच मोटी परत (Layer) बिछाएं। गोबर खाद इस्तेमाल न करें, क्योंकि वह पानी के ऊपर तैरने लगती है।
- अब वर्मीकम्पोस्ट खाद के ऊपर मिट्टी की 4 इंच मोटी परत बिछाएं। अब टब के अंदर पानी भर दें और उसे एक हप्ते तक भरा रहने दें।
- 1 सप्ताह बाद मिट्टी, कीचड़ (Mud) की तरह हो जाती है। यह कमल की सीडलिंग को ट्रांसप्लांट करने के लिए बेस्ट मिट्टी है।
(और पढ़ें: अगर सख्त हो गई है गमले की मिट्टी, तो अपनाए यह उपाय….)
कमल की सीडलिंग को गमले में लगाएं – Plant The Lotus Seedling In The Pot In Hindi
जब कमल की सीडलिंग 6 इंच (15cm) लम्बी हो जाये और उसमें पत्तियां आ जाएँ, तब उसे टब या गमले में तैयार की गयी मिट्टी में लगा सकते हैं। आइये जानते हैं कमल को गमले में कैसे लगाएं:
- सीडलिंग के केवल, बीज और जड़ वाले भाग को मिट्टी में लगाएं, बाकि तने (Shoots) वाले भाग को मिट्टी के ऊपर ही रहने दें।
- 2 सीडलिंग को एक दूसरे से 4 इंच (10cm) की दूरी पर लगाएं।
- अब गमले में ऊपर तक पानी भर दें, जिससे पत्ती और तना डूब जाना चाहिए। एक बात का ध्यान रखें कि गमले को धूप वाली जगह पर रखा होना चाहिए। महीने भर में ही सीडलिंग में लगी पत्तियां बड़ी हो जाती हैं।
(और पढ़ें: सीडलिंग ट्रांसप्लांट करने के लिए उपयोगी टूल्स….)
कमल के पौधे की देखभाल कैसे करें – How To Take Care Of Lotus Plant At Home In Hindi
घर पर गमले में कमल का पौधा उगाते समय, पौधे को अच्छी धूप वाली जगह पर रखें। इसके अलावा पानी कम होने पर, पानी डालते रहें। आइये कमल के पौधे की देखभाल सम्बन्धी अन्य बातों को जानते हैं जैसे:
कमल के पौधे में कौन सी खाद डालें – Best Fertilizer For Lotus Plants At Home In Hindi
गर्मी का सीजन कमल के पौधे का ग्रोइंग सीजन होता है। इस समय आप कमल के पौधे में खाद या उर्वरक डाल सकते हैं। जब कमल के पौधे में पत्तियां बड़ी हो जाएँ, तब महीने में एक बार वर्मीकम्पोस्ट या बोनमील खाद दे सकते हैं। इसके अलावा कमल या अन्य पानी में उगने वाले पौधों की अच्छी ग्रोथ के लिए, पोंड टैबलेट (Pond Tablets) मिलती हैं। इन्हें उपयोग करने से पहले पैकेट पर दिए निर्देशों का पालन करें।
कमल के पौधे में कीट और रोग का नियंत्रण – Lotus Flower Plant Diseases And Pest Control In Hindi
एफिड्स और केटरपिलर कीट, कमल की पत्तियों की तरफ आकर्षित हो सकते हैं। पाउडर फॉर्म में आने वाले किसी आर्गेनिक कीटनाशक (Pesticide) को डायरेक्ट पत्तियों पर छिड़का जा सकता है। इससे कमल के पौधे की पत्तियां इन कीटों से सुरक्षित रहती हैं। तरल कीटनाशक में पाया जाने वाला तेल कमल के पौधे को नुकसान पहुंचा सकता है, इसीलिए तरल कीटनाशकों का प्रयोग न करें।
(और पढ़ें: कीटनाशक के छिड़काव से पहले जानें यह आवश्यक 5 बातें….)
इस आर्टिकल में आपने जाना कि घर पर कमल का फूल गमले में कैसे उगाएं (लगाएं), इसके बीज उगाने का तरीका क्या है, और कमल के पौधे की देखभाल कैसे करें। घर पर कमल का पौधा उगाने से जुड़ा अगर आपका कोई भी सवाल या सुझाव हो, तो आप उसे कमेन्ट में बता सकते हैं।