हम में से अधिकतर लोगों को मकई या मक्का खाना बेहद पसंद होता है, लेकिन हम सोचते हैं कि इसे अपने होम गार्डन में लगाना आसान नहीं है, तो आप इस लेख को पढ़कर अपने घर पर बेबी कॉर्न के पौधों को आसानी से उगा सकते हैं। मक्का की कई किस्में ऐसी हैं (स्वीट कॉर्न, बेबी कॉर्न इत्यादि) जो दैनिक जीवन में सामान्यतः रोज उपयोग की जा रही हैं, जिन्हें आप भी कुछ टिप्स फॉलो करके अपने घर पर गमले या ग्रो बैग में आसानी से उगा सकते हैं तथा इनका उपयोग रसोई घर में खाना या अन्य पकवान बनाने के लिए कर सकते हैं। इस आर्टिकल में आप बेबी कॉर्न को घर पर कैसे लगाएं के बारे में सम्पूर्ण जानकारी प्राप्त करेंगे। बेबी कॉर्न को कब और कैसे लगाया जाता है, इसे लगाने की विधि तथा देखभाल के तरीके इत्यादि जानकारी पाने के लिए आर्टिकल को पूरा पढ़ें।
बेबी कॉर्न से सम्बंधित कुछ महत्वपूर्ण बातें – Baby Corn Seeds Growing Conditions in Hindi
घर पर गमले या गार्डन की मिट्टी में बेबी कॉर्न उगाने से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी निम्न है:
लगाने का समय |
बरसात (जुलाई ) |
बीज लगाने की गहराई |
लगभग 1 -1½ इंच |
मिट्टी |
जैविक खाद युक्त रेतीली दोमट मिट्टी |
धूप |
पूर्ण सूर्य प्रकाश या आंशिक |
बीज अंकुरण में लगा समय |
लगभग 7-14 दिन |
तापमान |
22°C – 30°C के मध्य उपयुक्त |
हार्वेस्टिंग का टाइम |
लगभग 2 महीने |
(यह भी जानें: मक्के (कॉर्न) के बीज कैसे उगाएं…)
बेबी कॉर्न लगाने का समय – Baby Corn Planting Time In Hindi
होम गार्डन में बेबी कॉर्न के बीज किसी भी मौसम में लगाए जा सकते हैं, जब इष्टतम तापमान 22°C से 30°C के बीच हो। लेकिन बेबी कॉर्न की कुछ किस्में ठण्ड के प्रति संवेदनशील होती हैं, इसीलिए ठण्ड का खतरा बीत जाने के बाद जब मिट्टी गर्म हो तब आप बेबी कॉर्न को लगा सकते हैं।
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गमले या ग्रो बैग |
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ट्रोवेल |
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नीम तेल |
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गोबर खाद |
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वर्मीकम्पोस्ट |
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रॉक फॉस्फेट |
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स्प्रे पंप |
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वॉटरिंग केन |
बेबी कॉर्न लगाने के लिए उपयोगी मिट्टी – Soil For Grow Baby Corn In Hindi
- बेबी कॉर्न के बीज लगाने के लिए मिट्टी अच्छी तरह से सूखी और उपजाऊ होनी चाहिए।
- बीज लगाने के लिए आप दोमट मिट्टी (मिट्टी व रेत का मिश्रण) या पॉटिंग मिट्टी का इस्तेमाल भी कर सकते हैं।
- 5.5 से 7 PH मान वाली मिट्टी बेबी कॉर्न के बीज लगाने के लिए उचित होती है।
(यह भी जानें: पौधे की ग्रोथ के लिए अच्छी मिट्टी…)
बेबी कॉर्न के लिए उचित तापमान – Best Temperature For Baby Corn In Hindi
- बेबी कॉर्न सीड्स और प्लांट्स के लिए 22°C-30°C का टेम्प्रेचर आदर्श माना जाता है।
- मकई अर्थात् बेबी कॉर्न के बीज व पौधों की बेहतर ग्रोथ के लिए कम ठण्ड वाला मौसम सही माना जाता है।
- अधिक ठण्डे मौसम में बेबी कॉर्न सीड्स या प्लांट्स मर सकते हैं।
गमले में बेबी कॉर्न के बीज लगाने की विधि – How To Grow Baby Corn Seeds In Pots In Hindi
बेबी कॉर्न (baby corn) के पौधे की जड़ें बेहद कमजोर होती हैं और ये किसी भी प्रकार के तनाव को सहन नहीं कर पाती, इसीलिए इसे डायरेक्ट मेथर्ड से लगाया जाता है। अपने घर पर गमले की मिट्टी में बेबी कॉर्न के बीज लगाने के लिए निम्न विधि अपनाएं, जैसे:
- बेबी कॉर्न सीड्स लगाने के लिए कम से कम 12 x 12 इंच या इससे बड़े आकार के गमले या ग्रो बैग चुनें।
- अब गमले में तैयार की हुई मिट्टी भरें, मिट्टी भरते समय गमले को ऊपर से 1-2 इंच खाली छोड़ें।
- तैयार मिट्टी में बीजों को 1 -1½ इंच की गहराई में तथा दो बीजों को एक दूसरे से 6-12 इंच की दूरी पर लगायें।
- अब लगाए हुए बीज को मिट्टी से अच्छी तरह ढक दें।
- बीज अंकुरण तक मिट्टी में नमी बनाये रखें, ध्यान रखें मिट्टी अधिक गीली नहीं होनी चाहिए।
- आप 12 x 12 इंच के गमले में कम से कम 4 बेबी कॉर्न प्लांट उगा सकते हैं।
नोट – ध्यान रखें बेबी कॉर्न के बीजों को बहुत करीब लगाने से इनको अधिक पानी और न्यूट्रीशन की आवश्यकता होती है और इससे कम उपज मिल सकती है।
(यह भी जानें: ग्रो बैग साइज चार्ट फॉर वेजिटेबल…)
बेबी कॉर्न के बीज को अंकुरित होने में लगा समय – Baby Corn Seeds Germination Time In Hindi
मकई अर्थात् बेबी कॉर्न सीड्स को उगने में 7-14 दिन का समय लगता है, लेकिन वातावरण अनुकूल न होने पर बीज अंकुरित होने में अधिक समय भी लग सकता है।
नोट – अत्यधिक कम तापमान होने पर बेबी कॉर्न सीड्स को इनडोर अंकुरित करना चाहिए तथा 16°C से अधिक तापमान हो जाने पर आप गार्डन में सीडलिंग ट्रांसप्लांट कर सकते हैं या बेबी कॉर्न लगे हुए गमले को घर के बाहर या गार्डन में रख सकते हैं। बेबी कॉर्न के बीज खरीदने के लिए यहाँ क्लिक करें।
(यह भी जानें: सीडलिंग से उगाए जाने वाले पौधे…)
बेबी कॉर्न के पौधे की देखभाल – Baby Corn Plant Care In Hindi
गार्डन या गमले की मिट्टी में बेबी कॉर्न को बीज से उगाना बेहद ही आसान है तथा इसकी सही देखभाल से हमें अच्छे बेबी कॉर्न प्राप्त हो सकते हैं। मक्का (बेबी कॉर्न) की देखभाल के लिए निम्न बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए, जैसे:
- बेबी कॉर्न मिट्टी में अंडरवाटरिंग या ओवर वाटरिंग को सहन नहीं कर पाते, इसीलिए पौधों को आवश्यकता अनुसार ही पानी देना चाहिए।
- घर पर गमले या गार्डन की मिट्टी में लगे बेबी कॉर्न के पौधों को तेजी से बढ़ने के लिए प्रत्यक्ष धूप, हवा और पानी की जरूरत होती है, इसीलिए पौधों को पर्याप्त धूप वाले स्थान पर लगाना चाहिए।
- बेबी कॉर्न के पौधों की अच्छी ग्रोथ के लिए नियमित रूप से जैविक खाद जैसे- पुरानी गोबर खाद, वर्मीकम्पोस्ट, हरी खाद इत्यादि देना चाहिए।
- यदि बेबी कॉर्न प्लांट्स में कीट व रोग दिखाई देते हैं, तो पौधों को बचाने के लिए नीम तेल स्प्रे या उचित पेस्टीसाइड का उपयोग करना चाहिए। आइये जानते हैं बेबी कॉर्न में होने वाली बीमारियों व उनसे बचने के उपाय के बारे में।
(यह भी जानें: गर्मियों में पौधों की देखभाल कैसे करें…)
बेबी कॉर्न में होने वाले रोग व उनका नियंत्रण – Baby Corn Diseases And Their Control In Hindi
पौधे लगे गमले की मिट्टी में अधिक नमी होने के कारण बेबी कॉर्न प्लांट्स की पत्तियों व तनों में कई प्रकार के रोग पनप जाते हैं, जो पौधे को क्षति पहुंचा सकते हैं। बेबी कॉर्न में होने वाले कुछ मुख्य रोग जो पत्तियों व तनों में देखने को मिलते हैं, निम्न हैं:
- लीफ स्पॉट ऑफ़ बेबी कॉर्न (leaf spot of baby corn)
- एन्थ्रक्नोज (anthracnose)
- सर्कोस्पोरा लीफ स्पॉट (cercospora leaf spot)
- बैक्टीरियल लीफ ब्लाइट (bacterial leaf blight)
- बैक्टीरियल डंठल रोट (bacterial stalk rot), इत्यादि।
उपाय – इन रोगों का सही समय पर उपचार न किये जाने पर ये बेबी कॉर्न की उपज को कम कर सकते हैं अथवा इनके प्रभाव से पौधे पूरी तरह मर भी सकते हैं। पौधों को इन रोगों से बचाने के लिए आप नीम तेल या उचित दवा का छिड़काव कर सकते हैं। इसके अलावा आप रोगग्रस्त भागों को पौधे से प्रूनर की मदद से हटा सकते हैं।
(यह भी जानें: बेल वाली सब्जियों में लगने वाले कीट और रोग एवं बचाव के तरीके…)
बेबी कॉर्न हार्वेस्टिंग टाइम – Baby Corn Harvesting Time In Hindi
बीज लगाने के बाद बेबी कॉर्न सीड्स को अंकुरित होने में लगभग 7-14 दिन का समय लगता है और लगभग 12-15 दिन के बाद ये पौधे 5-7 इंच के हो जाते हैं। पौधे लगे गमले की मिट्टी में समय पर खाद देने तथा उचित देखभाल के साथ बेबी कॉर्न लगभग 2 महीने में तोड़ने के लिए तैयार हो जाते हैं।
अब आप जान ही चुके होंगे कि, घर पर बेबी कॉर्न कैसे लगाया जाता है और यह कितना आसान भी है, तो आज ही बेबी कॉर्न के बीज लगाने की विधि अपनाकर अपने होम गार्डन में इसे शुरू करें तथा अच्छी तरह देखभाल के साथ लगभग 2 महीने बाद इन ताजा कोमल बेबी कॉर्न की कटाई कर इनका उपयोग करें। गार्डनिंग से जुड़े और भी उपयोगी लेख पढ़ने के लिए Organicbazar.net पेज पर जाएं। इस आर्टिकल से संबंधित आपके जो भी सवाल या सुझाव हैं, हमें कमेंट में जरूर बताएं।