एलिसम या एलाइसम ब्रैसिसेकी (Brassicaceae) परिवार का फूल वाला पौधा है, जिसमें विभिन्न रंगों के सुंदर और आकर्षक फूल खिलते हैं। एलाइसम फ्लावर प्लांट को घर पर गमले में गार्डन की खूबसूरती बढ़ाने के लिए लगाया जाता है। एलिसम फूल के पौधे को स्वीट एलिसम (Sweet alyssum), एलिस्सुम (alyssum) और कार्पेट फ्लावर (carpet flower) के नाम से भी जाना जाता है। यदि आप अपने घर पर एलिसम फूल का पौधा उगाने की सोच रहे हैं, तो यह लेख आपके लिए काफी हेल्पफुल साबित हो सकता है। घर पर गमले में एलिसम या एलाइसम फूल का पौधा कैसे उगाएं, बीज लगाने का सही समय, एलिस्सुम के पौधे लगाने की विधि तथा देखभाल कैसे करें, के बारे में जानने के लिए आर्टिकल को पूरा पढ़ें।
एलाइसम लगाने का सही समय – Alyssum Flower Plant Sowing Season In Hindi
गमले या गार्डन की मिट्टी में आप एलिसम के बीजों को फरवरी-मई के महीने में लगा सकते हैं, अनुकूल वातावरण होने पर मिट्टी में सीड लगाने के लगभग, बीज 5-14 दिन में अंकुरित होने लगते हैं, तथा एलाइसम के बीज लगाने पर 8 से 10 सप्ताह बाद पौधे में फूल खिलने लगते हैं। एलिसम के पौधे में फूल खिलने का सबसे अच्छा समय पतझड़ (सितम्बर से अक्टूबर) और ठण्ड (नवम्बर से फरवरी) का होता है।
नोट – अत्यधिक गर्मी के दौरान तेज धूप के कारण एलिसम के पौधों की ग्रोथ नहीं हो पाती और पौधे मुरझा जाते हैं।
अच्छी क्वालिटी के एलाइसम के सीड कहाँ से खरीदें – Where To Buy Good Quality Alyssum Seeds In Hindi
यदि आप अपने घर को आकर्षक और सुंदर बनाने के लिए एलिसम फूल के बीज उगाना चाहते हैं, तो आपको अच्छी किस्म के एलाइसम के बीजों का चयन करना होगा। आप अपने नजदीकी बीज भंडार या ऑनलाइन Organicbazar.net से एलिसम फ्लावर प्लांट के सीड खरीद सकते हैं। नीचे कुछ किस्में दी गई हैं, जिन्हें आप अपने घर पर गमले या गार्डन की मिट्टी में आसानी से उगा सकते हैं।
- एलाइसम वाइट फ्लावर सीड (Alyssum White Flower Seeds)
- एलिसम रॉयल कार्पेट ब्लू सीड (Alyssum Royal Carpet Blue)
- एलिस्सुम रोज-ओ-डे रोज फ्लावर सीड्स (Alyssum Rose-O-Day Rose Flower Seeds)
एलाइसम फ्लावर प्लांट लगाने के लिए मिट्टी – Best Soil To Grow Alyssum Flower Plant In Hindi
होमगार्डन में एलिसम फूल के पौधे लगाने के लिए कुछ अम्लीय और भुरभुरी मिट्टी अच्छी होती है। इसके अलावा आप एलाइसम फूलों के पौधे उगाने के लिए पॉटिंग सॉइल (potting soil) का इस्तेमाल भी कर सकते हैं।
(यह भी जानें: पौधे की ग्रोथ के लिए अच्छी मिट्टी…)
एलाइसम का पौधा लगाने के लिए गमले का साइज – Pot Size For Alyssum Plant Growth In Hindi
एलिसम के पौधे उगाने के लिए ज्यादा बड़े गमले या ग्रो बैग की आवश्यकता नहीं होती है, लेकिन ध्यान रखें कि गमले में ड्रेनेज की व्यवस्था हो। आप एलाइसम के पौधे लगाने के लिए निम्न साइज के कंटेनर या ग्रो बैग का उपयोग कर सकते हैं, जैसे:
- 9 x 9 इंच (चौड़ाई x ऊंचाई)
- 12 x 12 इंच (चौड़ाई x ऊंचाई)
- 15 x 12 इंच (चौड़ाई x ऊंचाई)
- 15 x 15 इंच (चौड़ाई x ऊंचाई)
नोट – आप अपनी सुविधा अनुसार भी गमले का चयन कर सकते हैं।
(यह भी जानें: गार्डन में फैब्रिक ग्रो बैग्स का उपयोग, जानें कैसे लगाएं पौधे…)
एलाइसम के बीज लगाने की विधि – Method Of Planting Alyssum Seeds At Home In Hindi
घर पर गमले या गार्डन की मिट्टी में एलिसम के बीज लगाने की दो मेथड हैं, जो इस प्रकार हैं।
डायरेक्ट मेथड:- सीधी या डायरेक्ट विधि में एलाइसम के बीजों को सीधे गमले या ग्रो बैग की मिट्टी में लगाया जाता है।
ट्रांसप्लांट मेथड:- प्रत्यारोपण या ट्रांसप्लांट विधि में बीजों को पहले छोटे पॉट या सीडलिंग ट्रे में जर्मिनेट किया जाता है और जब पौधे 3 से 4 इंच के हो जाते हैं, तब उन्हें उचित आकार के गमले या कंटेनर में प्रत्यारोपित कर दिया जाता है।
एलाइसम के बीज गमले में कैसे लगाएं – How To Plant Alyssum Seeds In Pot In Hindi
चलिए जानते हैं, एलाइसम के सीड गमले या ग्रो बैग में कैसे लगाते हैं।
- सबसे पहले सीडलिंग ट्रे लें और इसमें मिट्टी या पॉटिंग सॉइल भरें।
- एलिसम के बीज सीडलिंग ट्रे की मिट्टी में छिड़कें और बीजों को ऊपर से हल्का मिट्टी में दबा दें, ताकि सीड, मिट्टी (मृदा) के संपर्क में आ जाएं। एलाइसम सीड को गहराई में न लगाएं।
- अब ऊपर से स्प्रे पंप की मदद से पानी का छिड़काव करें, जिससे कि बीज मिट्टी में अच्छी तरह से स्थापित हो जाएं।
- बीज लगे सीडलिंग ट्रे को आंशिक धूप वाले स्थान पर रखें।
- मिट्टी में बीज लगाने के लगभग 5 से 14 दिन में बीज अंकुरित होने लगते हैं।
- जब एलाइसम के पौधों की लम्बाई लगभग 3 से 4 इंच हो जाती है, तब आप इन्हें बड़े आकार के ड्रेनेज से युक्त गमले में ट्रांसप्लांट कर सकते हैं।
नोट – अगर आपने एलाइसम के बीजों को उचित आकार के गमले या ग्रो बैग में लगाया है, तो पौधों को ट्रांसप्लांट करने की जरूरत नहीं होती है। लेकिन यदि आप प्रत्यारोपण विधि से पौधे लगाना चाहते हैं, तो सीडलिंग ट्रे में बीज अंकुरित कर, अंकुरित बीजों को उचित आकार के कंटेनर या ग्रो बैग में ट्रांसप्लांट कर सकते हैं। डायरेक्ट विधि से पौधे उगाने के लिए केवल आपको ऊपर बताई गई मेथड में सीडलिंग ट्रे के स्थान पर उचित साइज का गमला लेना है।
(यह भी जानें: पौधों को ट्रांसप्लांट करने के टिप्स…)
एलाइसम पौधे की देखभाल कैसे करें – Alyssum Plant Care At Home Garden In Hindi
यदि आपने अपने घर पर एलिस्सुम फूल के पौधे लगाए हैं, तो पौधों की वृद्धि व पौधे में अधिक से अधिक फूल खिलने के लिए आपको प्लांट की ठीक तरह से केयर करने की जरूरत होती है। आप निम्न प्रकार से पौधे की देखभाल कर सकते हैं, जैसे:
पानी – Alyssum Water Requirements In Hindi
एलिसम के पौधे की मिट्टी में नमी बनाए रखें, लेकिन मिट्टी में जलभराव से बचें। गर्मी के दिनों में या शुष्क मौसम में मिट्टी सूखी दिखाई देने पर पौधों को 2-3 बार पानी दें। इसके अलावा अगर आपने एलिसम को रेतीली मिट्टी में लगाया है, तो पौधे को बार-बार पानी की आवश्यकता होती है, अतः पौधे की मिट्टी में आवश्यकता अनुसार पानी दें।
(यह भी जानें: पौधों को पानी कब दें, जानें पानी देने का सही समय क्या है…)
तापमान – Alyssum Plant Growing Temperature In Hindi
एलिसम प्लांट को उच्च तापमान की आवश्यकता नहीं होती है, अधिक तापमान होने पर ये पौधे मुरझा जाते हैं। एलाइसम पौधों को बढ़ने के लिए 13 से 21 डिग्री सेल्सियस तापमान बेस्ट होता है। एलिस्सुम फ्लावर प्लांट को सर्दी के दौरान अत्यधिक ठंड और गर्मी के मौसम में तेज धूप से बचाएं, प्लांट को तेज धूप से बचाने के लिए आप शेड नेट का इस्तेमाल कर सकते हैं।
गार्डनिंग के लिए जरूरी चीजें यहाँ से खरीदें:
एलिसम के बीज |
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पॉटिंग सॉइल |
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गमले या ग्रो बैग |
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वर्मीकम्पोस्ट |
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गोबर खाद |
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रॉक फास्फेट |
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प्लांट ग्रोथ प्रमोटर |
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नीम तेल |
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प्रूनर |
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स्प्रे पंप |
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वॉटर केन |
खाद व उर्वरक – Good Fertilizer For Alyssum Flower Plants In Hindi
एलिसम फूल के पौधे को अधिक मात्रा में खाद की आवश्यकता नहीं होती है, लेकिन अधिक फूलों के उत्पादन के लिए आप जैविक खाद जैसे- पुरानी गोबर खाद, रॉक फॉस्फेट और वर्मीकम्पोस्ट आदि का उपयोग कर सकते हैं।
(यह भी जानें: फूल वाले पौधों के लिए खाद तथा सबसे अच्छे उर्वरक…)
सूर्य प्रकाश – Sunlight For Growing Alyssum In Hindi
एलिसम के पौधे को सूर्य के प्रकाश में रखा तो जाता है, लेकिन यह पौधा लंबे समय तक शुष्क वातावरण को पसंद नहीं करता है। अतः पौधे की अच्छी ग्रोथ के लिए पौधे लगे गमले या ग्रो बैग को ऐसे स्थान पर रखें, जहां इसे आंशिक सूर्य प्रकाश प्राप्त हो तथा प्लांट को रोजाना 4 से 6 घंटे की धूप मिलती रहे।
मल्चिंग – Mulching Of Alyssum Plant In Hindi
यदि आपने अपने घर पर एलिसम फूल का पौधा उगाया है, तो आप उस पौधे की मल्चिंग कर सकते है। मल्चिंग के माध्यम से आप गर्मी के दिनों में पौधे की मिट्टी में नमी बनाए रख सकते हैं। मल्चिंग करने के लिए पौधों के चारों ओर गीली घास की दो इंच मोटी परत बिछाएं, लेकिन घास को पौधे के तनों से 3-4 इंच की दूरी पर होना चाहिए। गीली घास की परत को हर दो महीने में बदलते रहें, इससे पौधे में पर्याप्त नमी बनी रहेगी।
(यह भी जानें: मल्चिंग क्या है? अपने गार्डन को मल्च कैसे करें…)
प्रूनिंग – Alyssum Flower Plant Pruning In Hindi
प्रूनिंग करने के बाद एलिसम फूल के पौधे में कुछ समय बाद नये फूल आते हैं। पौधे को अधिक सुन्दर बनाने के लिए हमें पौधे की कटाई-छटाई करते रहना चाहिए, इससे पौधे साफ-सुथरे और सुन्दर दिखेंगे। एलिसम फ्लावर प्लांट की प्रूनिंग फ्लावरिंग सीजन निकल जाने के बाद करना चाहिए, इसके अलावा पौधे से डैमेज भागों को हटाने के लिए आप कभी भी प्रूनिंग कर सकते हैं।
(यह भी जानें: फ्लावर प्लांट प्रूनिंग क्या है, यह कब और कैसे करें…)
निष्कर्ष – Conclusion
इस आर्टिकल में आपने जाना कि, एलिसुम या एलिसम फूल का पौधा घर पर कैसे लगाया जाता है तथा इसके पौधे की देखभाल कैसे करें, और भी बहुत कुछ जाना। उम्मीद है यह लेख आपको अच्छा लगा होगा, इस आर्टिकल से संबंधित आपके जो भी सवाल या सुझाव हैं, हमें कमेंट में जरूर बताएं। गार्डनिंग से रिलेटेड और भी लेख पढ़ने के लिए Organicbazar.net पेज पर जाएं।