जब ठंड (सर्दी) में उगने वाली सब्जियों की बात आती है, तब सबसे पहला नाम रूट वेजिटेबल्स (Root Vegetables) का ही आता है। रूट वेजीटेबल जड़ के रूप में मिट्टी के अंदर उगती और बढ़ती हैं। अदरक, शलजम, पार्सनिप और इनके अलावा और भी कई सेहतमंद जड़ वाली सब्जियां हैं, जो विटामिन, फाइबर, प्रोटीन और एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर होती हैं। इनको खाने से शरीर की रोगों से लड़ने की क्षमता बढती है, डाइजेशन अच्छा होता है और इसके अलावा भी शरीर को कई सारे फायदे होते हैं। अगर आप सर्दियों में न्यूट्रिशन से भरपूर जड़ वाली पौष्टिक सब्जियों को उगाने की जानकारी चाहते हैं, तो यह आर्टिकल आपके लिए ही है। सबसे हेल्दी विंटर रूट वेजिटेबल कौन सी हैं, सर्दियों की इन जड़ वाली सब्जियां उगाने की विधि और फायदे जानना चाहते हैं तो यह आर्टिकल लास्ट तक जरूर पढ़ें।
जड़ वाली सब्जियां क्या होती हैं – What Are Root Vegetables In Hindi
वे सब्जियां जो मिट्टी के नीचे उगती हैं, यानि जिन सब्जियों की उपज या पैदावार मिट्टी के नीचे से मिलती है, उन्हें रूट वेजिटेबल्स (Root Vegetables) या जड़ वाली सब्जियां कहा जाता है। जड़ वाली सब्जियों में कंद वाली और अन्य सब्जियां जैसे- आलू, शकरकंद, प्याज, सौंफ, चुकंदर, गाजर, मूली, शलजम आदि शामिल हैं।
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सर्दियों में उगने वाली हेल्दी जड़ वाली सब्जियां – Healthy Winter Root Vegetables To Grow At Home In Hindi
जड़ वाली सब्जियों को कंटेनरों या गमलों में उगाने के लिए सर्दियों का मौसम सबसे अच्छा होता है। आइये जानते हैं, ठंड में उगाई जाने वाली जड़ वाली सब्जियों के नाम, उनके पोषक तत्व, फायदे और उगाने की विधि के बारे में:
जड़ वाली सब्जियां |
पोषक तत्व |
फायदे |
उगाने की विधि |
प्लांटिंग का समय |
ठंड सहने की क्षमता (मिनिमम टेम्प्रेचर) |
हार्वेस्टिंग समय (दिन में) |
सौंफ (Fennel Fino) |
पोटेशियम, विटामिन C |
डाइजेशन अच्छा करती है, आँखों की रौशनी बढाती है और मुँह की बदबू को दूर करती है। |
बल्ब से |
अगस्त – सितम्बर |
5°C (41°F) |
90-100 |
शकरकंद (Sweet Potato) |
विटामिन B6, विटामिन C, कैरोटीनॉयड, विटामिन A, एंथोसायनिन (एंटीऑक्सीडेंट) |
पाचन क्षमता बढाने, कैंसर की रोकथाम करने और स्किन को हेल्दी रखने में हेल्पफुल है। |
बल्ब से |
सितम्बर – नवम्बर |
5°C (41°F) |
110-120 |
आलू (Potato) |
विटामिन B6, पोटेशियम, मैंगनीज |
पाचन में सुधार करता है, हार्ट को हेल्दी रखता है और कैंसर, मधुमेह को रोकने में मदद करता है। |
बल्ब से |
सितम्बर – नवम्बर |
5°C (41°F) |
75-120 |
अदरक (Ginger) |
विटामिन A, विटामिन C, आयरन, फास्फोरस, कैल्शियम आदि |
सर्दी जुखाम को मिटाता है, रोगों से लड़ने की क्षमता बढ़ता है। |
बल्ब से |
सितम्बर – अक्टूबर |
-6°C (20°F) |
180-210 |
चुकंदर (Beets) |
आयरन, बेटाइन (betaine), जिंक, पोटैशियम और मैग्नीशियम |
शरीर में खून की कमी को दूर करता है और शरीर को डिटॉक्स करने में मदद करता है। |
बीज से |
सितम्बर – नवम्बर |
-9°C (15°F) |
80-90 |
गाजर (Carrot) |
विटामिन A, विटामिन C, विटामिन K, पोटेशियम, बीटा-कैरोटीन |
आंखों की रोशनी बढाने, ब्लडप्रेशर को कम करने और दिल की बीमारियों को होने से रोकने में हेल्पफुल है। |
बीज से |
अगस्त – अक्टूबर |
-9°C (15°F) |
85-100 |
लीक्स (Leeks) |
पोटेशियम, विटामिन C, B6 |
इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटी-डायबिटिक और एंटीकैंसर गुण होते हैं। |
बीज से |
अक्टूबर – नवम्बर |
-11°C (12°F) |
100-120 |
मूली (Radishes) |
विटमिन A, B, C, E और पोटैशियम, कैल्शियम, मैग्नीशियम |
इम्युनिटी और डाइजेशन (पाचन क्षमता) को बढ़ाती है। |
बीज से |
अक्टूबर- दिसंबर |
-12°C (10°F) |
45-55 |
शलजम (Turnip) |
विटामिन A, C, K, पोटेशियम |
इम्युनिटी को बढ़ाती है, लीवर और किडनी को हेल्दी रखती है। |
बीज से |
अक्टूबर- फरवरी |
-12°C (10°F) |
55-65 |
रुतबाग (Rutabaga) |
कैल्शियम, मैग्नीशियम, पोटैशियम, विटामिन E और C |
इम्युनिटी को बढाता है और कैंसर से बचने में हेल्पफुल है। |
बीज से |
अगस्त – सितम्बर |
-12°C (10°F) |
90-110 |
प्याज (Onion) |
सोडियम, पोटेशियम, आयरन, कैल्शियम, विटामिन C |
इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं। इम्युनिटी को मजबूत करती है और कैंसर की रोकथाम में हेल्पफुल है। |
बीज या बल्ब दोनों से |
सितम्बर – नवम्बर |
-18°C (0°F) |
150-160 |
पार्सनिप (Parsnip) |
फाइबर, पोटेशियम और विटामिन E, B5, K |
पाचन तंत्र को दुरुस्त रखती है और जलन को कम करती है। |
बीज से |
सितम्बर – नवम्बर |
-18°C (0°F) |
120-180 |
लहसुन (Garlic) |
विटामिन B1, B6, C तथा मैंगनीज, कैल्शियम और आयरन |
इम्युनिटी बूस्ट करता है और पाचन तंत्र को भी मजबूत करता है, कोलेस्ट्रॉल के लेवल को कम करता है। |
बल्ब से |
सितम्बर – अक्टूबर |
-28°C (-20°F) |
90-110 |
जड़ वाली सब्जी उगाने के लिए गमला या ग्रो बैग – Best Grow Bag For Growing Healthy Root Vegetables In Hindi
घर पर जड़ वाली सब्जियों को उगाने के लिए 12 से 14 इंच गहरे गमले या ग्रो बैग बेहतर होते हैं। इनके अलावा जड़ वाली सब्जी उगाने के लिए आप निम्न साइज़ के ग्रो बैग या गमले ले सकते हैं:
- 24 X 15 इंच (W x H)
- 18 X 15 इंच (W x H)
- 15 X 12 इंच (W x H)
- 3F X 3F X 1F (रेक्टेंगल ग्रो बैग)
- 5F X 1F X 1F (रेक्टेंगल ग्रो बैग)
- 60 X 15 X 15 (रेक्टेंगल ग्रो बैग)
- 6F X 3F X 1F (रेक्टेंगल ग्रो बैग)
(यह भी जानें: ग्रो बैग साइज चार्ट फॉर वेजिटेबल…..)
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जड़ वाली सब्जियों को उगाने के लिए पॉटिंग मिक्स – Potting Mix For Healthiest Winter Root Vegetables In Hindi
अच्छी ड्रेनेज कैपेसिटी वाली भुरभुरी मिट्टी में रूट वेजिटेबल्स की ग्रोथ अच्छे से होती है। फायदेमंद रूट वेजिटेबल्स या जड़ वाली सब्जियों को उगाने के लिए पॉटिंग मिक्स बनाना है, तो इसके लिए आपको निम्न चीजों की जरूरत होगी:
- मिट्टी – 50%
- वर्मीकम्पोस्ट – 30%
- कोकोपीट – 20%
सबसे पहले एक बड़ा टब या अन्य बर्तन लेकर उसमें ऊपर बताई हुई सभी चीजों को लें और उन्हें अच्छे से मिक्स कर लें। सभी चीजों को मिक्स करने के बाद जड़ वाली सब्जियों को उगाने के लिए पॉटिंग मिक्स तैयार है।
(यह भी जानें: पौधे की ग्रोथ के लिए अच्छी मिट्टी…..)
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जड़ वाली सब्जियों को उगाने की विधि – Best Way To Grow Healthy Root Vegetables At Home In Hindi
आइये जानते हैं हेल्दी रूट वेजिटेबल्स या फायदेमंद जड़ वाली सब्जियों को बीज या बल्ब से उगाने की विधि:
- सबसे पहले उचित गहराई वाला ग्रो बैग या गमला लें।
- इसके बाद ग्रो बैग की तली में ड्रेन होल के ऊपर टाइल्स का छोटा टुकड़ा रखें, ताकि ड्रेन होल मिट्टी से बंद न हो और उसमें से पानी बिना रुके निकलता रहे।
- ग्रो बैग में पॉटिंग मिक्स भरें। ग्रो बैग को ऊपर से 20% खाली रहने दें, ताकि उसे एक जगह से दूसरी जगह पर रखने और खाद आदि देने में आसानी हो।
- जड़ वाली सब्जियों के बीजों या बल्ब को लें और उन्हें पॉटिंग मिक्स में उचित गहराई में लगा दें। एक बात का ध्यान रखें, बल्ब का जड़ वाला हिस्सा नीचे की तरफ रहना चाहिए।
- इसके बाद बल्ब या बीजों को मिट्टी से ढक दें।
- जड़ वाली सब्जियों के बीज या बल्ब को पॉटिंग मिक्स में लगाने के बाद पानी का छिडकाव करें, ताकि अंकुरण अच्छे से हो सके।
- इसके बाद ग्रो बैग या पॉट को छाया वाली जगह पर रखें। जब बीज या बल्ब अंकुरित हो जाएँ और वे बढ़ने लगें तब उन्हें धूप में ले जाएँ।
(यह भी जानें: वसंत के लिए सर्दियों में बल्ब से लगाए जाने वाले पौधे…..)
इस आर्टिकल में सर्दी में उगने वाली रूट वेजिटेबल्स के नाम, उनके स्वास्थ्य लाभ और उन्हें उगाने की विधि के बारे में बताया गया है। उमीद करते हैं सर्दियों में उगाई जाने वाली कंद या जड़ वाली सब्जियों के नाम और उन्हें उगाने से संबंधित जानकारी आपको पसंद आई होगी। यदि इस लेख के बारे में आपका कोई सवाल या सुझाव हो तो उसे कमेंट बॉक्स में लिख सकते हैं।
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