पपीता अन्य पौधों की अपेक्षा तेजी से बढ़ने वाला हर्बेशियस पौधा (herbaceous plant) है, इसे पपाव (papaw) या पपीता कहा जाता है। पपीते का वैज्ञानिक नाम कैरिका पपाया (Carica papaya) है। इसका तना खोखला (hollow) और बिल्कुल सीधा होता है। इसमें बड़े लोब वाले पत्ते होते हैं जिससे पपीते का पेड़ छाते (umbrella) के आकार का दिखता है। इसे धूप वाली किसी भी जगह पर उगाया जा सकता है। पपीते का इस्तेमाल अलग-अलग तरह के व्यंजन बनाने, औद्योगिक और औषधि बनाने में किया जाता है। घर पर बने गार्डन में पपीता उगाना बहुत आसान है। होम गार्डन या टेरेस गार्डन के गमले या कंटेनर के लिए बौना पपीता अर्थात ड्वार्फ पपीता (dwarf Papaya) अच्छा माना जाता है। इस आर्टिकल में हम आपको गमले में पपीता उगाने से संबंधित पूरी जानकारी और इसके देखभाल के तरीके के बारे में बताएंगे।
पपीता के बीज कब लगाएं? – When to plant Papaya seeds in Hindi
घर पर पपीता उगाने के लिए अधिकतम 25-30 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 16 डिग्री सेल्सियस तापमान की जरूरत होती है। आप अपने घर पर या गार्डन में पपीता को वसंत (फरवरी-मार्च), मानसून (जून-जुलाई) और शरद ऋतु (अक्टूबर-नवंबर) के दौरान लगा सकते हैं। कंटेनर या गमले में पपीता उगाने के लिए दोमट मिट्टी में पर्याप्त कार्बनिक पदार्थों को अच्छी तरह से मिलाएं। इससे बौने अर्थात ड्वार्फ पपीते में हेल्दी फल आते हैं।
पपीता उगाने के लिए तापमान – Temperature for growing Papaya seeds in Hindi
घर में पपीते के बीज उगाने के लिए मिट्टी का तापमान 70-75 डिग्री फ़ारेनहाइट (21-23 डिग्री सेल्सियस) होना चाहिए। इसलिए पपीते के गमले या कंटेनर को गर्म तथा धूप वाली जगह पर रखें।
पपीते का बीज कितने दिन में उगता है – Papaya seed germination time in Hindi
मिट्टी के तापमान की सीमा के आधार पर पपीते की बीज की बुआई से लगभग दो सप्ताह में अंकुरित हो जाते हैं।
पपीता उगाने के लिए गमले का साइज़ – Pot for Papaya plant in Hindi
यदि आप कंटेनर या गमले में पपीता उगाना चाहते हैं तो आपको बड़े कंटेनर या अधिक बड़े गमले का इस्तेमाल करना पड़ेगा। अगर आपका गमला बहुत छोटा होगा, तो पपीते के विकास में रुकावट आ सकती है। शुरूआत में आप पपीता के बीज से पौधे को ग्रो करने के लिए 8 से 9 इंच के पॉट या गमले का इस्तेमाल कर सकते हैं। लेकिन बाद में पपीते के पेड़ को 18 x 18 इंच (चौड़ाई x ऊँचाई), 24 x 24 इंच (चौड़ाई x ऊँचाई) के गमले या ग्रो बैग में लगाया जाना चाहिए। इससे पौधे की वृद्धि बहुत अच्छी तरह से होती है और उसमें स्वस्थ फल एवं फूल लगते हैं।
बीज से पपीता उगाने के लिए मिट्टी – Soil for grow Papaya from seeds in Hindi
पपीते को उगाने के लिए पोषक तत्वों से भरपूर पॉटिंग मिक्स (nutrient-rich potting mix) या बगीचे की मिट्टी (garden soil) में 25 से 50% जैविक खाद मिलाकर इस्तेमाल करें। मिट्टी में अच्छी जल निकासी होनी चाहिए। पपीता का पेड़ बलुई (sandy), दोमट मिट्टी में तेजी से विकसित होता है। पपीता उगाने के लिए गमले या कंटेनर की मिट्टी का पीएच 6 से 6.5 के बीच होना चाहिए।
यदि आप पपीते के बीजों का अधिक संख्या में अंकुरण करना या बीज से अधिक पौधे तैयार करना चाहते हैं, तो स्टेराइल पॉटिंग सॉयल मिक्स (sterile potting soil mix) का इस्तेमाल करें। इसके लिए एक भाग वर्मीक्यूलाइट और एक भाग पॉटिंग मिक्स मिलाकर इस मिश्रण को ओवन में 93 डिग्री सेल्सियस पर एक घंटे के लिए सेंककर (bake) अपनी खुद की मिट्टी तैयार कर सकते हैं।
बीज से पपीता उगाने की विधि – Papaya seeds growing method from seed in Hindi
- बीज से पपीता उगाने के लिए किसी बीज भंडार या ऑनलाइन स्टोर organicbazar.net से बीज खरीदें।
- पपीता के बीज बोने से पहले इसे धोकर इसके ऊपर लगे जिलेटिन की कोटिंग (gelatinous coating) को हटाएं।
- आप पपीते के उच्च गुणवत्ता पूर्ण बीजों की बुआई करने के लिए बीजों को सादे पानी में डालें। कुछ समय जो बीज पानी की तरह पर तैर रहे हों, उन्हें अलग कर दें, और तली में बैठने वाले बीजों को बुआई के लिए उपयोग में लायें।
- आप इन बीजों को बोने से पहले गीले सूती कपड़े में बांधकर 2-3 दिन तक रख सकते हैं।
- बीज में जब सफेद अंकुरण दिखने लगे तब आपका बीज बोने के लिए तैयार है।
- अब कंटेनर, गमले या सीडलिंग ट्रे (seedling tray) में बीज बोएं। मिट्टी में बीज से पौधा बनने में 2 से 3 हफ्ते का समय लगेगा। पौधा तैयार होने के बाद इसे किसी अन्य बड़े कंटेनर में लगाया जा सकता है।
पपीते के पौधे को पानी कैसे दें – How to provide water to papaya plant in Hindi
पपीते को ग्रो करने के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी की जरूरत होती है। अंकुरण की प्रकिया में और पौधे को रोपने के शुरूआती कुछ महीनों तक पपीते को नियमित पानी देने की जरूरत पड़ती है। शुष्क मौसम में पानी की मात्रा बढ़ा देनी चाहिए और कई बार पानी देना चाहिए। मिट्टी को बहुत अधिक गीला नहीं बल्कि नम रखें और जब मिट्टी के ऊपर 1 इंच तक की सतह सूख जाए तभी पौधे में पानी डालें।
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पपीते के पौधे के लिए आवश्यक धूप – Light required for Papaya plant in Hindi
पपीते के पौधे को अच्छी तरह से ग्रो करने के लिए पर्याप्त धूप की जरूरत होती है। पपीते के पौधे को जितनी अधिक सीधी धूप (direct sunlight) मिलेगी, वह उतना ही स्वस्थ होगा और अधिक फल लगने की संभावना भी बढ़ेगी। पपीते के पौधे को प्रतिदिन कम से कम 6 से 8 घंटे सीधी धूप की जरूरत होती है। इसलिए अपने गमले या कंटेनर को हमेशा ऐसी जगह पर रखें, जहां पपीते को पर्याप्त मात्रा में धूप मिल सके।
पपीता के पौधे के लिए उर्वरक – Fertilizer for Papaya plant in Hindi
घर पर लगे पपीते के पेड़ पर तेजी से फल आने के लिए इसमें समय पर खाद देने की जरूरत पड़ती है। हर दो हफ्ते बाद पपीते के पेड़ में खाद डालना चाहिए। अगर आप ड्वार्फ (बौना) पपीता लगा रहे हैं, तो प्लाटिंग होल (planting hole) में एक पाउंड (लगभग 450 ग्राम) ट्रिपल सुपरफॉस्फेट (triple superphosphate) डालें। इसके अलावा पपीते के पेड़ को सीधे नाइट्रोजन भी दिया जा सकता है।
पपीते पर लगने वाले कीट और रोग – Papaya plant Pests and diseases in Hindi
पपीते के पेड़ पर अधिक कीड़े नहीं लगते हैं। हालांकि स्पाइडर माइट्स (spider mites), थ्रिप्स (Thrips) और व्हाइटफ्लाई (whiteflies) इत्यादि कीट फल और पेड़ को अधिक नुकसान पहुंचाते हैं। नीम तेल (neem oil) का स्प्रे कीटों और फफूंदी से छुटकारा दिलाता है। हालांकि कीटनाशक या किसी रासायनिक स्प्रे का छिड़काव खाने वाले पपीते के फलों पर न करें।
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पपीता कब तोड़ने मिलेगा – Papayas Harvesting time in Hindi
पपीते के पेड़ पर 10 से 12 महीने में फल तोड़ने के लिए तैयार हो जाते हैं। पपीते का फल धूप के प्रति संवेदनशील होता है, इसलिए इसे दस्ताने (gloves) पहनकर तोड़ना चाहिए। पेड़ से फल तभी तोड़ना चाहिए जब फल का रंग पीला हो जाए। कई बार 6 से 9 महीने के बीच ही ड्वार्फ पपीते का फल तोड़ने के लिए तैयार हो जाता है।
पपीते के पौधे की देखभाल – Papaya plant care in Hindi
- आमतौर पर पपीते के पेड़ को हफ्ते में एक बार पानी की जरूरत पड़ती है। लेकिन कंटेनर या गमले में लगे पपीते के पेड़ को अधिक बार पानी देने की जरूरत पड़ती है। इसलिए नियमित या हफ्ते में तीन दिन पानी दें।
- ग्रोइंड सीजन के दौरान पौधे को खाद दें। शुरूआत में पौधे में गोबर या जैविक खाद डालें। इसके बाद रासायनिक खाद डाला जा सकता है।
- पपीते के पौधे को छांटने या प्रूनिंग (pruning) की जरूरत नहीं होती है। लेकिन यदि जरूरत पड़े तो छंटाई की जा सकती है।
- इसे धूप वाली किसी भी जगह पर उगाया जाना चाहिए।
- पपीते के पेड़ को तेज हवाओं से बचाने की जरूरत होती है।
- पपीते के पौधे पर ब्लैक लीफ स्पॉट रोग की अधिक समस्या होती है। इसके लिए नीम तेल का पौधे पर छिड़काव करें।
(और पढ़ें: पौधे की ग्रोथ के लिए अच्छी मिट्टी…)
निष्कर्ष – Conclusion
पपीता उगाने के लिए गार्डन या बड़ी जगह की जरूरत नहीं है। इसे कंटेनर या गमले में आसानी से उगाया जा सकता है। इसके लिए आपको बौने पपीते (dwarf Papaya) की किस्म के बीज खरीदने पड़ेगे। कंटेनर में ड्वार्फ पपीते के पेड़ अच्छी वृद्धि करते हैं और समय पर फल लगते हैं। अगर आप भी पपीता उगाना चाहते हैं, लेकिन जगह की कमी के कारण अपने शौक पूरे नहीं कर पा रहे हैं तो आप कंटेनर या गमले में बौना पपीता उगाकर अपने शौक पूरे कर सकते हैं।