जिस तरह वसंत ऋतु (फरवरी मार्च का महीना) गार्डन में कई प्रकार के पौधों को लगाने का बेस्ट मौसम है, ठीक उसी प्रकार अंतिम बरसात और शरद ऋतु का शुरूआती महीना सितंबर भी पेड़ों, झाड़ियों, सब्जियों और जड़ी-बूटियों को उगाने का प्रमुख समय है। सितंबर के महीने में लगाने के लिए कई वार्षिक और बारहमासी जड़ी-बूटियाँ अर्थात हर्बल प्लांट्स हैं, जिन्हें उगाकर आप एक बेहतरीन विंटर हर्बल गार्डन तैयार कर सकते हैं। आइये जानते हैं इस सितंबर के महीने में आपके गार्डन और घर के गमलों में लगाई\उगाई जाने वाली जड़ी-बूटियां कौन कौन सी हैं, सितंबर में उगने वाले हर्बल प्लांट्स के नाम (Herbs Grown in September in India in Hindi) और उगाने से सम्बंधित जानकारी जानने के लिए इस लेख को पूरा पढ़ें।
सितंबर में उगाई जाने वाली जड़ी-बूटियां – Herbs Grown in September in India in Hindi
गार्डन में सितंबर माह में लगाए जाने वाले हर्बल प्लांट्स निम्न हैं:-
S. No. |
हर्ब्स के नाम |
हार्वेस्टिंग का समय |
बीज कहाँ से खरीदें |
1 |
अजमोद (Parsley) |
70-90 |
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2 |
डिल (Dill) |
40-60 |
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3 |
सिलेंट्रो (Cilantro) |
45-70 |
उपलब्ध नहीं |
4 |
चाइव्स (Chives) |
60-90 |
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5 |
लहसुन (Garlic) |
150-160 |
उपलब्ध नहीं |
6 |
सेज (Sage) |
70-75 |
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7 |
थाइम (Thyme) |
50-60 |
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8 |
रोजमैरी (Rosemary) |
90-120 |
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9 |
अनिथ हर्ब (Anith) |
60-70 |
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10 |
कैमोमाइल (Chamomile) |
70 |
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11 |
ओरिगैनो (Oregano) |
80-90 |
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12 |
सौंफ (Fennel) |
90 |
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13 |
अश्वगंधा (Ashwagandha) |
150-180 |
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14 |
मर्जोरम (Marjoram) |
60-70 |
उपलब्ध नहीं |
15 |
विंटर सेवरी (Winter savory) |
60-90 |
उपलब्ध नहीं |
16 |
चेरविल (Chervil) |
50-55 |
उपलब्ध नहीं |
17 |
पुदीना (Mint) |
50-60 |
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18 |
लैवेंडर (Lavender) |
80-90 |
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19 |
एनिस (Anise) |
80-90 |
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20 |
रॉकेट/अरुगुला (Rocket/arugula) |
40-50 |
(यह भी जानें: कम जगह में हर्बल गार्डन कैसे तैयार करें…)
सितंबर महीने में जड़ी-बूटियाँ उगाने की टिप्स – Tips for Growing Herbs in September in Hindi
गर्म मिट्टी, ठंडा मौसम और पर्याप्त नमी वाला सितंबर का महीना पौधों को जल्दी से उगने में मदद करता है और एक अच्छे विंटर गार्डन की शुरुआत का समय होता है। यदि आप अपने होम गार्डन में जड़ी-बूटियां उगाने जा रहे हैं, तो इन्हें लगाने के लिए ग्रो बैग का उपयोग करें, जो बेहतर जल निकासी, तापमान नियंत्रण और स्थान परिवर्तन में आसानी के अलावा कई अन्य लाभ प्रदान करते हैं। आइये जानते में सितंबर में हर्बल प्लांट उगाने की टिप्स के बारे में:
1. सही ग्रो बैग का चयन – सितंबर में उगने वाली जड़ी-बूटियां लगाने के लिए सही आकार का गमला या ग्रो बैग चुनें। आप उथली जड़ वाले पौधों के लिए 6 इंच से 9 इंच गहराई वाले ग्रो बैग उपयोग में ला सकते हैं और अधिक गहरी जड़ वाले हर्बल प्लांट्स के लिए 12 इंच या इससे अधिक गहराई वाले ग्रो बैग का उपयोग कर सकते हैं।
(यह भी जानें: हर्बल गार्डन तैयार करने के लिए बेस्ट हैं यह गमले…)
2. उगाने के लिए मिट्टी – गमले या ग्रो बैग को खाद से भरपूर अच्छी जल निकासी वाले पॉटिंग मिश्रण से भरें, तथा गमले या ग्रो बैग्स को कुछ इंच खाली छोड़ दें।
3. बीज लगाएं – जड़ी-बूटियों के बीजों को ग्रो बैग की मिट्टी के ऊपर छिड़के और मिट्टी की पतली परत से ढक दें। ध्यान रखें बीज को 1 सेंटीमीटर से अधिक गहरा न लगाएं और बीजों को अधिक पास पास बोने से बचें। इसके बाद मिट्टी को फब्बारे के रूप में पानी दें और लगातार नमी बनाए रखें।
4. देखभाल – गमले या ग्रो बैग में जड़ी-बूटियों को नियमित रूप से पानी देने की आवश्यकता होती है। पानी देने से पहले मिट्टी को चेक करें, ऊपरी कुछ इंच मिट्टी सूखी होने पर ही पानी दें। अधिकांश जड़ी-बूटियाँ पूर्ण सूर्य प्रकाश में उगना पसंद करती हैं, इसलिए ग्रो बैग्स को धूप वाली जगह पर रखें।
5. खाद और उर्वरक – सितंबर में हर्ब के पौधे उगाते समय, अधिक उर्वरक डालने से बचें। जब पौधे बड़े हो जाते हैं, तब आप उनके विकास को बढ़ावा देने के लिए जैविक खाद दे सकते हैं।
6. हार्वेस्टिंग – ताजी जड़ी-बूटियों की हार्वेस्टिंग शीघ्रता से और पौधे को नुकसान पहुंचाए बिना करें। नियमित हार्वेस्टिंग करने से हर्बल प्लांट्स का बेहतर विकास होता है।
इस लेख में आपने जाना, सितंबर में उगाई जाने वाली हर्ब या जड़ी बूटियां कौन सी हैं और इन्हे उगाने की टिप्स के बारे में। यदि आप इन हर्बल प्लांट्स के बीज और गार्डन की अन्य सामग्री को खरीदना चाहते हैं, तो हमारी ऑनलाइन वेबसाइट Organicbazar.Net से इन्हें खरीद सकते हैं तथा लेख से संबंधित आपके जो भी सुझाव हैं, हमें कमेंट करके बता सकते हैं।