अगर आप अपने घर पर उगाकर खाने के लिए हेल्दी चीजों की तलाश कर रहे हैं, तो स्प्राउट्स से अच्छा कोई और विकल्प नहीं हो सकता है। यह सबसे पौष्टिक और स्वादिष्ट होते हैं, जिन्हें आप अपने घर पर किसी भी बर्तन में उगा सकते हैं। आजकल लोग अपने घर पर ताजे स्प्राउट्स उगाकर खाते हैं, लेकिन स्प्राउट्स कितने प्रकार के होते हैं या किन चीजों के बनाए जाते हैं? इसकी जानकारी सिर्फ कुछ ही लोगों को होती है, जिस वजह से वह सिर्फ दो चार चीजों के स्प्राउट्स बना पाते हैं। अगर आप भी इन्ही लोगों से एक हैं, तो यह लेख आपके काम आने वाला है। इस लेख में हम आपको घर पर उगाने के लिए स्प्राउट्स के प्रकार (Types Of Sprouts To Eat In Hindi) की जानकारी देंगे। इसके अलावा आप स्प्राउट्स को घर पर उगाने के कुछ फायदों के बारे में भी जानेंगे।
घर पर स्प्राउट्स उगाने के फायदे – Benefits Of Growing Sprouts At Home In Hindi
अगर आप स्प्राउट्स उगाने जा रहे हैं, तो अपने घर पर स्प्राउट्स उगाने के आपको कुछ फायदे हो सकते हैं, जो कि इस प्रकार हैं:-
- घरेलू स्प्राउट्स स्टोर से खरीदे गए विकल्पों की तुलना में बेहतर ताजगी और स्वाद प्रदान करते हैं।
- स्प्राउट्स पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं, जो विटामिन, खनिज और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होते हैं।
- घर पर स्प्राउट्स उगाना काफी सस्ता है, इसके लिए आपको सिर्फ बीजों की आवश्यकता होती है।
- आप पूरी तरह से ऑर्गेनिक स्प्राउट्स उगाकर खा सकते हैं।
- घर पर स्प्राउट्स उगाना एक अच्छा अनुभव हो सकता है, जिससे आपको पौधों के विकास और पोषण के बारे में जानकारी मिलेगी।
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घर पर उगाने के लिए स्प्राउट्स के प्रकार – Types Of Sprouts In India In Hindi
आप अपने घर पर निम्न तरह के स्प्राउट्स उगा सकते हैं, स्प्राउट्स के प्रकार निम्न हैं:-
अल्फाल्फा स्प्राउट्स – Alfalfa Sprouts In Hindi
घर पर अल्फाल्फा स्प्राउट्स को उगाना बहुत आसान है। इसके बीजों को लगभग 4-6 घंटे के लिए पानी में भिगो दें। फिर, अंकुरण ट्रे या जार में रखने से पहले उन्हें धोकर छान लें। बीजों को दिन में दो बार धोकर नम रखें। अल्फाल्फा स्प्राउट्स इनडायरेक्ट सनलाइट और 15-21°C के बीच तापमान में अच्छी तरह उगते हैं। उन्हें अच्छी तरह बढ़ने में लगभग 4-6 दिन लग सकते हैं।
मूली के स्प्राउट्स – Radish Sprouts In Hindi
रेडिश स्प्राउट्स अपने चटपटे स्वाद और तेजी से बढ़ने के लिए जाने जाते हैं। मूली के बीजों को लगभग 8 घंटे के लिए पानी में भिगो दें। अंकुरण ट्रे या जार में रखने से पहले उन्हें अच्छी तरह से धो लें और सुखा लें। मूली के स्प्राउट्स को शुरुआत में सीधी धूप से दूर रखें, लेकिन बाद में उन्हें कुछ अप्रत्यक्ष धूप में रखें। उन्हें दिन में दो बार धोएं, और 3-5 दिनों के भीतर, आपको स्वादिष्ट रेडिश स्प्राउट्स मिल सकते हैं।
मटर स्प्राउट्स – Pea Sprouts In Hindi
मटर के स्प्राउट्स मीठे स्वाद के साथ कोमल और स्वादिष्ट होते हैं। वे फाइबर, विटामिन और खनिजों से भरपूर होते हैं। मटर के स्प्राउट्स तैयार करते समय उन्हें शुरुआत में सीधी धूप से दूर रखें और बाद में उन्हें कुछ फिल्टर्ड धूप में रखें। उन्हें दिन में दो बार धोएं, 3-5 दिनों में मटर के ताजे स्प्राउट्स तैयार हो सकते हैं।
मेथी के स्प्राउट्स – Fenugreek Sprouts In Hindi
यह स्प्राउट्स का सबसे पौष्टिक और स्वस्थ के लिए फायदेमंद प्रकार है। मेथी का स्वाद थोड़ा कड़वा होता है, लेकिन यह भारतीय व्यंजनों में लोकप्रिय है। मेथी के बीज एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होते हैं, जिसके लिए लोग इनके स्प्राउट्स बनाकर खाते हैं। मेथी स्प्राउट्स 21-27°C के बीच तापमान में अच्छी तरह उगते हैं। उन्हें दिन में दो बार साफ़ पानी से धोएं और बर्तन में रखें, 4-6 दिनों के भीतर मैथी के स्प्राउट्स तैयार हो जाएंगे।
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मक्का स्प्राउट्स – Corn Sprouts In Hindi
मक्के के स्प्राउट्स सॉफ्ट और मीठे होते हैं, जिन्हें आप आसानी से इनडोर तैयार कर सकते हैं। मक्के के बीज 21-25°C के बीच गर्म तापमान में तेजी से जर्मिनेट होते हैं। बीजों को पानी में भिगोने के बाद उन्हें अप्रत्यक्ष धूप में रखें और प्रति दिन दो बार धोएं। 7-10 दिनों के भीतर मक्के के स्प्राउट्स तैयार हो सकते हैं।
चने के स्प्राउट्स – Gram Sprouts In Hindi
ग्राम स्प्राउट्स, जिन्हें चना स्प्राउट्स भी कहा जाता है, यह भी घर पर उगाए जाने वाले स्प्राउट्स के प्रकार में एक हैं, जो प्रोटीन, फाइबर और खनिजों से भरपूर होते हैं। चने में अखरोट जैसा स्वाद होता है, जिससे यह स्प्राउट्स बनने के बाद और भी स्वादिष्ट होते हैं। चने के अंकुर गरम वातावरण में उगते हैं, जो 3-5 दिनों के अन्दर खाने के लिए तैयार हो सकते हैं।
गेहूं के स्प्राउट्स – Wheat Sprouts In Hindi
गेहूं के स्प्राउट्स पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं और इनका स्वाद हल्का मीठा होता है। गेंहू के बीज 15-21°C के बीच ठंडे तापमान में अच्छी तरह से उगते हैं। स्प्राउट्स तैयार करने के लिए बीजों को भिगोयें तथा उन्हें सीधी धूप से दूर रखें, इसके बाद प्रति दिन दो बार उन्हें साफ पानी से धोएं। 2-3 दिनों के भीतर गेहूं के स्प्राउट्स तैयार हो जाएंगे।
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मूंग स्प्राउट्स – Moong Sprouts In Hindi
मूंग स्प्राउट्स, जो मूंग के बीजों से बनाए जाते हैं, स्प्राउट्स का यह प्रकार सबसे पौष्टिक और स्वादिष्ट होता है, जिसका अधिकांशतः उपयोग एशियाई व्यंजनों में किया जाता है। मूंग स्प्राउट्स खाने में सॉफ्ट और क्रंची होते हैं, जो गर्म वातावरण में अच्छी तरह उगते हैं। बीज भिगोने के लगभग 3-5 दिनों में मूंग स्प्राउट्स तैयार हो सकते हैं।
बीन्स स्प्राउट्स – Bean Sprouts In Hindi
बीन्स स्प्राउट्स, स्प्राउट्स के सबसे पसंदीदा प्रकारों में से एक हैं, जिन्हें उगने के लिए कुछ देखभाल तथा अनुकूल परिस्थितियों की आवश्यकता होती है। अधिकांश बीन्स के बीज गर्म तापमान (21-27°C के बीच) में उगना पसंद करते हैं। लेकिन स्प्राउट्स तैयार करते समय ध्यान रखें, कि बीज भिगोने के बाद उन्हें एक या दो दिन के लिए किसी अंधेरी जगह पर रखें, इसके बाद उन्हें फिल्टर्ड धूप में रखें, बीन्स स्प्राउट्स के तैयार होने में लगभग 3-5 दिन का समय लग सकता है।
सूरजमुखी के स्प्राउट्स – Sunflower Sprouts In Hindi
सनफ्लावर स्प्राउट्स भी स्प्राउट्स के प्रकारों में से एक हैं, जो स्वादिष्ट और कुरकुरे होते हैं। स्प्राउट्स बनाने के लिए सूरजमुखी के बीजों को लगभग 8 घंटे के लिए पानी में भिगो दें और ट्रे या जार में रखने से पहले उन्हें अच्छी तरह से धो लें और सुखा लें। इसके बाद ट्रे को फिल्टर्ड धूप में रखें 7-10 दिनों में इन बीजों के स्प्राउट्स तैयार हो सकते हैं।
ब्रोकली स्प्राउट्स – Broccoli Sprouts In Hindi
ब्रोकली स्प्राउट्स अपने स्वास्थ्य लाभों के कारण काफी लोकप्रिय हैं। स्प्राउट्स बनाने के लिए ब्रोकली के बीजों को लगभग 8-12 घंटे के लिए पानी में भिगो दें। फिर उन्हें पानी से निकालकर और सुखाकर जार या कटोरे में रख लें। इसके बाद उन्हें सीधी धूप से दूर रखें और दिन में दो बार साफ पानी से धोएं। 18-24°C के आदर्श तापमान पर ब्रोकली स्प्राउट्स लगभग 4-6 दिनों उग सकते हैं।
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इस लेख में आपने जाना स्प्राउट्स कितने प्रकार के होते हैं या किन बीजों से बनाए जा सकते हैं, घर पर उगाने के लिए स्प्राउट्स के प्रकार तथा उगाने के फायदे के बारे में। उम्मीद है यह लेख आपके काम आया हो, इस लेख के संबंध में आपके जो भी सुझाव हैं, हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं।