होमगार्डन में लगे हुए पेड़-पौधों में अक्सर फंगस (Fungus) लगने की समस्या देखी जाती है, जो हमारे पौधों की ग्रोथ व उत्पादन को प्रभावित कर सकती है। समय पर फंगीसाइड (Fungicide) के उपयोग से आप अपने पौधों को फंगस के नुकसान से बचा सकते हैं। मार्केट में कई तरह के कार्बनिक तथा रासायनिक कवकनाशी (Fungicide) उपलब्ध हैं, लेकिन पौधों से फंगस हटाने के लिए रासायनिक फंगीसाइड का उपयोग करना हानिकारक हो सकता है, इसीलिए हमें जैविक फंगीसाइड (कवकनाशी) का उपयोग करना चाहिए, ताकि हमारे पौधे फफूंदी रोग से भी बच सकें और उन्हें कोई नुकसान भी न हो। आज इस आर्टिकल में हम आपको जैविक फंगीसाइड के बारे में विस्तार से बताएंगे, जैविक कवकनाशी (Fungicide) क्या है, पौधों से फंगस (कवक) हटाने के लिए बेस्ट फंगीसाइड तथा पौधों को फंगस से बचाने के तरीके व सावधानियां इत्यादि के बारे में जानने के लिए आर्टिकल को पूरा पढ़ें।
जैविक कवकनाशी क्या है – What is Organic Fungicide In Hindi
जैविक कवकनाशी (Organic Fungicide) एक सुरक्षित व प्रभावी उपचार है, जो इनडोर या आउटडोर गार्डन में लगे हुए पेड़-पौधों में फफूंदी रोग फैलाने वाले रोगजनित कवक एवं जीवाणुओं को मारने या कम करने का कार्य करता है, इसे फफूंदनाशी अर्थात फंगीसाइड (Fungicide) भी कहते हैं। पेड़-पौधों पर फंगस के लक्षण दिखाई देने पर तुरंत फंगीसाइड के इस्तेमाल से पौधों को फफूंदी रोग लगने से या सम्पूर्ण पौधे को रोग ग्रस्त होने से बचाया जा सकता है।
पौधों में फंगस के कारण होने वाली समस्याएं – Plant Problems Caused By Fungus In Hindi
पेड़-पौधों में कई प्रकार की बीमारियाँ होती हैं, जिनमें फंगल संक्रमण सबसे आम है। पौधों में फंगल इन्फेक्शन की शुरुआत आमतौर पर धीमी होती है लेकिन फंगस रोग, कीट संक्रमण से अलग होता है जो अधिक विनाशकारी हो सकता है। फंगस से संक्रमित पौधों में निम्न समस्याएं देखने को मिलती हैं:
- पौधे की पत्तियां पीली पड़ जाती है तथा मुरझाकर गिरने लगती हैं।
- पत्तियों पर सफ़ेद फफूंदी या अन्य फंगस रोग हो जाते हैं।
- रोग ग्रसित पौधों की ग्रोथ रुक जाती है या धीमी हो जाती है।
- गंभीर कवक संक्रमण के कारण पौधा मर भी सकता है।
- मिट्टी जनित कवक के कारण पौधों की जड़ें तथा तने सड़ जाते हैं।
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पौधों को फंगस से बचाने के लिए जैविक फंगीसाइड – Organic fungicide To Protect Plants From Fungus In Hindi
अधिकांश फफूंदनाशकों (fungicide) को स्प्रे या पाउडर के रूप में उपयोग किया जाता है। यदि आपके होम गार्डन में लगे हुए पौधे या इनडोर प्लांट्स भी पाउडरी मिल्ड्यू, डाउनी मिल्ड्यू जैसे कवक जनित रोग (fungal diseases) से ग्रसित हैं, तो आप कुछ घरेलू सामग्री से कवकनाशी तैयार कर पौधों को फंगस से बचा सकते हैं। कुछ होममेड फंगीसाइड निम्न प्रकार हैं :
- बेकिंग सोडा से तैयार कवकनाशी
- कैमोमाइल चाय से तैयार कवकनाशी
- मिल्क स्प्रे से तैयार फंगीसाइड
- नीम तेल
- एप्पल विनेगर
- दालचीनी
- 3 जी पेस्टीसाइड
बेकिंग सोडा फंगीसाइड – Use Baking Soda As Organic Fungicide In Hindi
आप अपने होम गार्डन में लगे हुए पौधों को कवक रोग के संक्रमण से बचाने के लिए बेकिंग सोडा और पानी के मिश्रण से तैयार घोल स्प्रे कर सकते हैं, यह जैविक फंगीसाइड रोग फैलाने वाले कवकों को मारकर पौधों को फंगस रोगों से बचाता है। बेकिंग सोडा विशेष रूप से ख़स्ता फफूंदी (Powdery mildew), लीफ ब्लाइट और एन्थ्रेक्नोज (anthracnose) रोग के लिए अच्छी तरह से काम करता है। फंगीसाइड के रूप में बेकिंग सोडा का इस्तेमाल करने के लिए लगभग 3-4 लीटर पानी में ढाई बड़े चम्मच वनस्पति तेल और 1 चम्मच बेकिंग सोडा मिलाएं। मिश्रण तैयार होने के बाद इसे एक स्प्रे बोतल में डालें और पौधे के फंगस प्रभावित क्षेत्रों पर स्प्रे करें। स्प्रे पंप खरीदने के लिए यहाँ क्लिक करें।
नोट – बहुत अधिक बेकिंग सोडा पत्तियों को जला सकता है, इसीलिए पौधे पर इस्तेमाल करते समय इसे पानी के साथ पतला करें।
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नीम तेल – Neem Oil Best Organic Fungicide In Hindi
नीम तेल में कई प्रकार के प्राकृतिक गुण होते हैं। इसे जैविक कीटनाशक तथा कवकनाशी के रूप में पौधों की कई बीमारियों को दूर करने के लिए उपयोग किया जाता है। ऑर्गेनिक फंगीसाइड के रूप में नीम तेल का इस्तेमाल करने के लिए एक बर्तन में लगभग 2 लीटर पानी लें और उसमें 2 चम्मच नीम का तेल डालकर अच्छी तरह से मिलाएं। अब तैयार मिश्रण को एक स्प्रे बोतल में भर लें और फंगस प्रभावी पौधों पर इसका छिड़काव करें। नीम तेल खरीदने के लिए यहाँ क्लिक करें।
(यह भी जानें: नीम तेल के फायदे और गुण जो बनाते हैं पौधों को बेहतर…)
मिल्क स्प्रे – Use Milk As Organic Fungicide In Hindi
पौधों को कवक रोग से बचाने के लिए मिल्क स्प्रे भी एक प्रभावी नेचुरल फंगीसाइड है। दूध पत्तियों की सतह के पीएच स्तर को बदल सकता है, जिससे कवक रोगों का संवर्धन एवं बढ़ना मुश्किल हो जाता है। यह पौधों से फंगस दूर करने का एक सरल उपाय है। कवकनाशी के रूप में मिल्क स्प्रे का इस्तेमाल करने के लिए 9 भाग पानी और 1 भाग दूध को मिलाकर मिश्रण तैयार करें और इसे एक स्प्रे बोतल में भरकर पौधे के फंगस प्रभावित क्षेत्रों पर स्प्रे करें।
एप्पल विनेगर – Apple Vinegar As Organic Fungicide In Hindi
सेब का सिरका (Apple Vinegar) पौधों पर एक प्रभावी फफूंद नाशक के रूप में कार्य करता है। विनेगर स्प्रे बिना किसी नुकसान के पौधों पर फैले फंगल संक्रमण का इलाज कर सकता है। साथ ही होमगार्डन में लगे गुलाब या ऐस्पन के पेड़ों पर काले धब्बे जैसे निशान दिखाई देने पर एप्पल विनेगर स्प्रे उन्हें साफ़ करने में भी मदद करता है। प्लांट फंगीसाइड के रूप में एप्पल विनेगर का उपयोग करने के लिए एक बड़ा चम्मच सिरका को 3-4 लीटर पानी के साथ मिलाकर मिश्रण तैयार करें, और इसे एक स्प्रे बोतल में डालकर पौधे के फंगस प्रभावित क्षेत्रों पर स्प्रे करें।
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कैमोमाइल चाय – Chamomile Tea Best Organic Fungicide In Hindi
कैमोमाइल चाय एक अत्यधिक प्रभावी कवकनाशी है, यदि आप अपने पौधे या पत्तियों पर कुछ धुंधली सफेद फफूंदी जैसी वृद्धि देखते हैं, तो पौधे पर गंभीर कवक संक्रमण फैलने से पहले पौधों के फंगस प्रभावित हिस्से पर कैमोमाइल चाय से स्प्रे करें।
दालचीनी – Cinnamon Best Organic Fungicide In Hindi
दालचीनी में विभिन्न प्रकार के प्राकृतिक गुण होते हैं, इसके साथ ही यह पौधों में लगने वाले फंगस को हटाने के लिए एक नेचुरल फंगीसाइड के रूप में भी कार्य करती है। मिट्टी जनित फंगस से पौधों को गंभीर नुकसान पहुँचने से पहले फंगस को रोकने के लिए आप दालचीनी का उपयोग कर सकते हैं। 2 चम्मच पिसी हुई दालचीनी को पौधों के आस-पास छिड़कें, ताकि मिट्टी में नमी का संतुलन बन सके और कवक को फैलने से रोका जा सके।
3 जी पेस्टीसाइड – 3g pesticide for plant Fungal Infection In Hindi
अदरक, मिर्च और लहसुन से तैयार पेस्ट का उपयोग करने से भी पौधों पर लगे फंगस को हटाया जा सकता है। यह एक प्रभावी कीटनाशक एवं कवकनाशी के रूप में कार्य करता है। 3 जी पेस्टीसाइड का उपयोग करने के लिए अदरक, लहसुन तथा हरी मिर्च की 20-20 ग्राम मात्रा लें और इन सभी को पीसकर एक पेस्ट तैयार करें, अब तैयार पेस्ट में पानी मिलाकर इसे पतला करें और एक स्प्रे बोतल में भरकर फंगस संक्रमित पौधे पर इसका स्प्रे करें।
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पौधों को फंगस से बचाने के लिए सावधानियां – Precautions To Protect Plants From Fungus In Hindi
इनडोर या आउटडोर लगे हुए पौधों में कवक सामान्य रूप से नम वातावरण, खराब हवादार क्षेत्रों और नम मिट्टी में पनपते हैं। कुछ सावधानियों को अपनाकर एवं पौधों की नियमित देखभाल करते हुए आप अपने प्लांट्स को फंगल इन्फेक्शन या कवक रोग से बचा सकते हैं, इसके लिए आपको निम्न बातों का ध्यान रखना होगा, जो निम्न हैं :
- पौधे के चारों ओर हवा का आदान-प्रदान सुनिश्चित करें।
- अपने हाउसप्लांट्स को अधिक पानी देने से बचें।
- अत्यधिक नमी को कम करने के लिए पौधों के आस-पास उचित जलनिकासी व्यवस्था सुनिश्चित करें।
- गार्डन तथा गमले में साफ-सफाई बनाए रखें तथा किसी भी गिरे हुए पत्तों या अन्य मृत पौधों के हिस्सों को तुरंत हटा दें।
जैविक फंगीसाइड के उपयोग – Uses Of Organic Fungicides For Plant In Hindi
पौधों को कवक रोगों से बचाने के लिए जैविक फंगीसाइड का उपयोग बीज लगाते समय, सीडलिंग तैयार हो जाने के बाद छोटे पौधों को फंगस से बचाने के लिए तथा पेड़-पौधों में फंगस लगने के लक्षण दिखाई देने पर किया जा सकता है। जैविक फंगीसाइड के उपयोग करने के लिए :
- अंकुरण से पहले कवकनाशी का उपयोग बीज को एक सुरक्षात्मक आवरण देने के लिए किया जाता है ताकि मिट्टी जनित कवक बीजों को नुकसान न पहुंचा पाएं।
- फंगीसाइड पौधों में फंगस के लक्षण दिखाई देने पर मौजूदा बीमारी को खत्म करने के लिए उपयोग किया जाता है।
- अगर आपको लगता है कि आपके पौधों पर फंगस का संक्रमण होने वाला है, तब भी आप जैविक कवकनाशी (नीम तेल) का उपयोग कर सकते हैं।
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पॉटिंग सॉइल |
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गमले या ग्रो बैग |
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वर्मीकम्पोस्ट |
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गोबर खाद |
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रॉक फास्फेट |
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प्लांट ग्रोथ प्रमोटर |
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नीम तेल |
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प्रूनर |
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ड्रेनेज मेट |
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स्टिकी ट्रैप |
उपरोक्त आर्टिकल में आपने जाना कि, जैविक कवकनाशी क्या है, पौधों में कवक लगने से होने वाली समस्याएं, पौधों को फंगल रोगों से बचाने के लिए सावधानियां तथा कवक रोगों से पौधों को बचाने के लिए आर्गेनिक फंगीसाइड के नाम व उनके उपयोग इत्यादि के बारे में जाना।