इंडोर प्लांट हर इंटीरियर डिजाइन (आंतरिक सजावट) का एक जरूरी हिस्सा है। इन्हें घर के काफी अधिक लोकप्रिय हैं क्योंकि अन्य पौधों की अपेक्षा इन हाउस प्लांट की देखभाल करना आसान है और इनकी कई किस्में घर की सजावट में काम आती है। सिर्फ इतना ही नहीं, इनडोर प्लांट हवा को भी प्यूरिफाई करते हैं। इसलिए आजकल बहुत से लोग अपने घरों में इनडोर प्लांट लगाना पसंद कर रहे हैं। अगर आप भी अपने घर में इनडोर प्लांट लगाना चाहते हैं तो इस आर्टिकल में हम आपको इनडोर प्लांट्स के नाम और इनडोर प्लांट की देखभाल करने के तरीके के साथ साथ इनडोर प्लांट कैसे लगाए और इन्हें रोगों से कैसे सुरक्षित रखें, इत्यादि के बारे में बताने जा रहे हैं।
इनडोर प्लांट क्या हैं? – What are indoor plants in Hindi
इंडोर प्लांट ऐसे पौधे हैं जो घर के अंदर उगते हैं और विकसित होने के लिए कम मात्रा में प्रकाश और पानी की आवश्यकता होती है। ये विभिन्न प्रकार के उष्णकटिबंधीय पौधे होते हैं, जैसे पाम (palm), जो इनडोर वातावरण में पनपते हैं।
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इनडोर प्लांट के नाम – Indoor plants names in Hindi
कुछ प्रमुख इंडोर पौधों के नाम इस प्रकार हैं:
- स्नेक प्लांट (Snake Plant) – यह हवा को प्यूरिफाई करता है, और इसे अधिक पानी नहीं देना चाहिए, अन्यथा जड़ें सड़ सकती हैं।
- पीस लिली (Peace Lily) – इसे हफ्ते में केवल एक बार पानी की जरूरत होती है।
- एलोवेरा (Aloe Vera) – एलोवेरा को ग्रो करने के लिए एक बार पानी देने के बाद जब तक गमले की मिट्टी ड्राई न हो जाए, तब तक दोबारा पानी नहीं देना चाहिए।
- बम्बू प्लांट (Bamboo plant) – यह आंशिक छाया में अच्छी तरह ग्रो करता है।
- जेडजेड प्लांट (ZZ Plant) – इस पौधे को अच्छी जलनिकासी वाली मिट्टी (well-drainage soil) की जरूरत पड़ती है।
- बनी इयर कैक्टस (Bunny Ear Cactus) – इस पौधे को ग्रो करने के लिए शुरूआत में पर्याप्त पानी की आवश्यकता होती है, लेकिन एक बार जड़ें मजबूत होने के बाद कम पानी की जरूरत होती है।
- फर्न (Fern) – यह पौधा कम रोशनी और कम पानी में अच्छी तरह ग्रो करता है। अधिक पानी देने से पत्ते पीले पड़ सकते हैं।
- फ्लेमिंगो फ्लावर प्लांट (Flamingo flower plant) – इसे अन्य इनडोर प्लांट के अलावा कम धूप की जरूरत होती है। यह 16-22 डिग्री सेंटीग्रेड तापमान के बीच विकसित होता है।
- एरिका पाम (Areca palm) – एरिका पाम इनडोर प्लांट को खिड़की के पास या आंशिक छाया में रखा जाना चाहिए।
- मनी प्लांट (Money Plant) – सीधी धूप पड़ने से इस इंडोर पौधे की पत्तियां झुलस सकती हैं, इसलिए इसे कम धूप वाली जगह पर रखें।
- ग्रीन स्पाइडर प्लांट (Green Spider Plant) – यह पौधा आर्टिफिशियल लाइट में भी अच्छी तरह ग्रो करता है।
- क्रोटोन (Croton) – इसे अधिक पानी न दें और ह्यूमिडिफायर का इस्तेमाल करें।
- जेड प्लांट (Jade Plant) – जेड प्लांट को कम पानी की आवश्यकता होती है।
- ड्रैगन ट्री (Dragon Tree) – इसे विकसित होने के लिए कम धूप और मध्यम तापमान की आवश्यकता होती है।
- रबर प्लांट (Rubber Plant) – मध्यम रोशनी हो या पर्याप्त प्रकाश यह प्लांट आसानी से विकसित हो सकता है। रबर प्लांट को हर 1 से 2 सप्ताह में पानी देने की आवश्यकता होती है।
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कुछ अन्य इनडोर प्लांट के नाम निम्नलिखित हैं:–
- प्रेयर प्लांट (Prayer Plant)
- ग्राफ्टेड फाइकस बोनसाई (Grafted Ficus Bonsai)
- पैडल प्लांट (Paddle Plant)
- डंब केन (Dumb Cane)
- रेडिएटर प्लांट (Radiator Plant)
- पत्थरचट्टा (Kalanchoe pinnata)
कम रोशनी वाले इनडोर प्लांट – Which indoor plants require low light in Hindi
कुछ इंडोर प्लांट को उन स्थानों पर रखना उपयुक्त होता है जहां प्रकाश बहुत कम होता है। पौधे जिन्हें कम रोशनी की आवश्यकता होती है, उनमें शामिल हैं:
- फिलोडेंड्रोन (Philodendron)
- पोथोस या डेविल्स आइवी (Pothos or Devil’s Ivy) या मनी प्लांट
- ड्रैकेना (Dracaena)
- पीस लिली (Peace Lily)
अच्छे इनडोर प्लांट की विशेषताएं – Characteristics of a good indoor plant in Hindi
इनडोर प्लांट का चयन करते समय कई गुण देखे जा सकते हैं, जैसे-
- अच्छी जड़ प्रणाली (good root system) – इनडोर प्लांट खरीदते समय यह जरूर देख लें, कि पौधे की जड़ें गमले से बाहर न निकली हों। अगर पौधा छोटा हो तो बेहतर है। इनडोर प्लांट की जड़ें स्वस्थ, मोटी और हल्के रंग की होती हैं।
- पत्ते – इनडोर प्लांट के पत्ते काफी मोटे होते हैं।
- रोग की जांच (Check for disease) – कीट या रोग वाले पौधे के लक्षण हैं: ह्वाइट डॉट, पत्तियों पर चिपचिपा अवशेष और दुर्गंध। अतः इनडोर प्लांट खरीदते समय रोग की जाँच कर लें।
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इनडोर प्लांट की कैसे करें देखभाल – Indoor plants care tips in Hindi
अन्य पौधों की अपेक्षा इनडोर प्लांट की देखभाल करना बहुत आसान है। आइए जानते हैं, हाउस प्लांट की देखभाल कैसे करें?
इनडोर प्लांट के लिए पानी – Watering for indoor plants in Hindi
इंडोर प्लांट की मिट्टी को नम रखें। अगर मिट्टी सूखी है या पौधे में बहुत अधिक पानी डाला गया है, तो दोनों ही स्थिति में पौधे की ग्रोथ रुक सकती है। जिन पौधों में रसीले (lush), मोटे पत्ते होते हैं, उन्हें मुलायम (waxy) या कठोर पत्तों (leathery leaves) वाले पौधों की अपेक्षा अधिक पानी की आवश्यकता होती है। यदि मिट्टी की सतह पर फफूंद (mould) दिखे या कंटेनर की निचली सतह पर पानी दिखे, तो इसका मतलब है कि पौधे में पानी भर गया है। गमले में अधिक पानी भरा दिखे तो उसे बाहर निकाल दें। अगर गमले की मिट्टी का रंग हल्का हो जाए या मिट्टी में दरार आ जाए तो पौधे को निश्चित मात्रा में पानी देना चाहिए, ध्यान रहे मिट्टी में अधिक पानी नहीं देना है।
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उचित जल निकासी वाले गमले और मिट्टी का चयन – Choosing proper drainage pot and soil for indoor plants in Hindi
जिस गमले में आप इनडोर पौधे को लगा रहे तो, यह सुनिश्चित कर लें कि उसमें जल निकासी के लिए छिद्र जरूर हों इसके अलावा इनडोर पौधों के रोपण के लिए उचित जल निकासी वाली मिट्टी तैयार कर पौधे का प्रत्यारोपण किया जाना चाहिए। अधिक पानी या कंटेनर में पानी के जमाव से पौधे नष्ट हो जाते हैं।
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इनडोर प्लांट की देखभाल के लिए मिट्टी सतह की जाँच करें – Check soil surface for care indoor plants in Hindi
मिट्टी की सतह को उंगली से दबा कर नमी का पता लगायें। यदि मिट्टी ड्राई है तो गमले में पानी डालें। हालांकि प्रत्येक पौधे को अलग-अलग पानी का आवश्यकता होती है। यदि पत्तियों का रंग खराब हो गया है, पत्तियों का विकास नहीं हो रहा है, पत्तियां गिर रही हैं या पत्तियों में धब्बे दिख रहे हों, तो पौधा निर्जलित (dehydrated) हो गया है। अतः आवश्यक है कि मिट्टी नम बनी रहे।
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इंडोर प्लांट्स के लिए धूप – Proper sunlight for indoor plants care in Hindi
प्रकाश संश्लेषण (photosynthesis) की प्रक्रिया द्वारा भोजन तैयार करने के लिए पौधों को सूर्य के प्रकाश की आवश्यकता होती है। धूप की गुणवत्ता, समय और तीव्रता पौधे की वृद्धि को प्रभावित करती है। इनडोर पौधों को सीधी धूप (direct sunlight) में न रखें। इसे अच्छी रोशनी वाले कमरे में रखें, जिससे उन्हें पर्याप्त रोशनी मिले। कुछ पौधे धूप की जगह फ्लोरोसेंट लाइट में भी बेहतर ग्रोथ करते हैं। फूल वाले पौधों को प्रतिदिन 12 से 16 घंटे जबकि पत्तेदार पौधों को प्रतिदिन 14 से 16 घंटे प्रकाश की आवश्यकता होती है।
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इंडोर प्लांट्स के लिए खाद और उर्वरक – Best Fertilizer for indoor plants in Hindi
इनडोर प्लांट जीवित रहने के लिए मिट्टी और खाद से सभी पोषक तत्व प्राप्त करते हैं। इसलिए पौधे को दोबारा लगाने अर्थात ट्रांसप्लांट करने और मिट्टी में नए पोषक तत्व डालने की जरूरत होती है। यदि आप पौधे को दोबारा नहीं लगाते हैं, या मिट्टी में नए पोषक तत्व नहीं डालते हैं, तो पौधा अंततः मर सकता है। घर के पौधों में अच्छी ग्रोथ के लिए नाइट्रोजन, फास्फोरस और पोटैशियम समृद्ध खाद दी जा सकती है। फूल वाले इनडोर पौधे को अधिक पोटैशियम वाली खाद की आवश्यकता होती है। जबकि पत्ते वाले इंडोर प्लांट को नाइट्रोजन से भरपूर खाद की आवश्यकता होती है।
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कमरे में नमी बढ़ाकर इनडोर पौधों की देखभाल करना – Increase the humidity in the room for indoor plants in Hindi
शुष्क हवा कुछ पौधों को नुकसान पहुंचा सकती है क्योंकि अधिकांश पौधों को नमी की आवश्यकता होती है। इनडोर प्लांट के लिए ह्यूमिडिफायर का इस्तेमाल करें, और इसे पौधे को हवा के माध्यम से नमी प्रदान करने के लिए इनडोर प्लांट के पास रख सकते हैं। पौधों को नमी देने के लिए स्प्रे का इस्तेमाल करें या नमी बढ़ाने के लिए आप अपने पौधों को एक दूसरे के करीब भी रख सकते हैं।
इनडोर पौधों को इधर-उधर ले जाने से बचें – Avoid moving indoor plants around in Hindi
पौधे समय के साथ अपने आप को परिवेश के अनुसार ढाल लेते हैं, इसलिए उनका बार-बार स्थान परिवर्तन न करें। स्थान परिवर्तित करने से तापमान में भारी परिवर्तन या अँधेरे क्षेत्र से सूर्य समृद्ध क्षेत्र में ले जाने से पौधे पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। यदि आप पौधे को दूसरी जगह पर रखना चाहते हैं, तो शुरूआत में इसे दिन में सिर्फ एक घंटे के लिए नए स्थान पर ले और फिर धीरे-धीरे समय में वृद्धि कर नए स्थान पर रखने की कोशिश करें।
इंडोर प्लांट्स कटाई छटाई – Prune indoor plants in Hindi
गमले में लगे इनडोर प्लांट की अच्छी ग्रोथ के लिए पौधे को छांटने की जरूरत पड़ती है। इसलिए कौन से इनडोर प्लांट कितना बढ़ते हैं, यह जानना बेहद जरूरी है। नियमित अंतराल पर पौधे की छंटाई करने से मृत शाखाएं (dead branches) और तने बाहर निकल जाते हैं। इससे पौधे स्वस्थ रहते हैं और अच्छी तरह विकास करते हैं। अधिक मजबूत पौधे के विकास के लिए 45° के कोण पर पत्ती के नोड (leaf node) के ऊपर छटाई करें।
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इंडोर प्लांट्स के लिए आवश्यक जैविक कीटनाशक – Insecticide for indoor plants care in Hindi
इनडोर प्लांट में कीट लग सकते हैं। इन्हें सुरक्षित रखने के लिए पेट्रोलियम डिस्टिलेट (petroleum distillate) को पानी में मिलाएं और पौधे को ऊपर से नीचे तक सभी पत्तियों पर स्प्रे करें। इसके अलावा कीटनाशक साबुन को पानी में घोलकर स्प्रे बोतल में भर लें और हर दो हफ्ते बाद घर के अंदर के पौधों पर स्पे करें। इसके अलावा कीटों से इनडोर प्लांट को सुरक्षित रखने के लिए नीम तेल, बेकिंग सोडा या एप्सम साल्ट के घोल का भी स्प्रे किया जा सकता है।
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इनडोर प्लांट न केवल सजावट के रूप में काम आते हैं, बल्कि हवा को भी शुद्ध करते हैं। यही कारण है कि गार्डन के अलावा लोग ऑफिस, घर, खिड़की और टेबल पर इनडोर प्लांट रखते हैं। इसलिए इनडोर प्लांट लगाना फायदेमंद होता है।
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