सभी गार्डनर्स चाहते हैं कि, उनके गार्डन में लगे पेड़-पौधे हरे-भरे व स्वस्थ रहें। जाहिर है कि आप भी अपने पौधों को स्वस्थ व हरा-भरा रखना चाहते हैं। इसके लिए आप पौधों को समय-समय पर खाद व पानी देते हैं तथा उनकी उचित देखभाल भी करते हैं। लेकिन इन सबके साथ-साथ आपके बढ़ते पौधों को कई बार नये गमलों की जरूरत भी होती है। कुछ गार्डनर्स पौधों की उचित देखभाल तो करते हैं पर वे ये नहीं जानते कि, उनके पौधों को रिपॉट करने (दूसरे गमले में लगाने) की जरूरत भी होती है। इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कि, पौधे को कब दूसरे गमले में लगाने की जरूरत है, पौधे को दूसरे गमले में कैसे लगाएं और रिपॉटिंग के बाद पौधे को कितना पानी दें, पूरी जानकारी के लिए इस आर्टिकल को पूरा पढ़ें।
प्लांट रिपॉटिंग के लिए सही समय – Right time for plant repotting in Hindi
प्लांट्स रिपॉटिंग के बाद पौधों को धूप के सीधे प्रभाव से बचाना चाहिए क्योंकि, रिपॉटिंग के बाद पौधे कमजोर होते हैं और इन्हें रिकवर होने में थोड़ा समय लगता है। इसलिए प्लांट्स रिपॉटिंग के लिए सबसे बेस्ट टाइम शाम का समय होता है। शाम के समय पौधे को दोबारा लगाने पर इसे गमले में ग्रो करने के लिए अनुकूल ठण्डा वातावरण मिल जाता है।
कब करें पौधे को रिपॉट – When To Repot The Plant In Hindi
रिपॉटिंग प्लांट्स एक सरल काम लगता है पर यह आपके पौधों को नुकसान भी पहुंचा सकता है। पौधों को एक गमले से दूसरे गमले में लगाना आसान तो है पर यह सावधानी पूर्वक करने वाला काम है। कई बार पौधों को रिपॉट करने के बाद भी पौधों की ग्रोथ में रुकावट आ सकती है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि, पौधों को सही तरीके से रिपॉट नहीं किया गया है। ध्यान रखें कि, रिपॉटिंग बेवजह या बार-बार नहीं करनी चाहिए। सामान्यतः कई पौधों को एक या दो साल में रिपॉटिंग किया जाना सही होता है। आइये जानते हैं पौधों को रिपॉटिंग करने से संबंधित टिप्स के बारे में।
- जब पौधे की जड़ें जल निकासी छिद्र से बाहर आती हुई दिखें या मिट्टी की सतह पर जड़ें उलझी हुई दिखाई दें।
- अगर आपके पौधे ग्रोइंग (Growing) सीजन में भी बेहतर ग्रोथ नहीं कर पा रहे हैं तो, समझ जाएं कि अब उन्हें रिपॉटिंग की आवश्यकता है।
- पानी की निकासी जल्दी होना भी इस बात का संकेत है कि, अब आपके पौधे को दूसरे गमले में लगाये जाने का सही समय है।
- पौधों में खराब फलों व फूलों का आना तथा पत्तियों का गिरना भी इस बात की ओर इशारा करते हैं कि, अब आपके पौधे को रिपॉटिंग की जरूरत है।
नोट – गार्डन या गमले की मिट्टी में लगे पौधों के द्वारा ये संकेत तब दिए जाते हैं, जब आपके पौधे की जड़ें मिट्टी से नमीं नहीं ले पाती तथा गमले की मिट्टी से पोषक तत्व पूरी तरह से खत्म हो जाते हैं।
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प्लांट रिपॉटिंग कैसे करें – How To Repot The Plant In Hindi
गलत तरीके से किए गये रिपॉटिंग से होने वाले हानिकारक प्रभावों से पौधों को बचाने के लिए आपको सबसे पहले यह जान लेना जरूरी है कि, गमले में लगे हुए पौधों को दोबारा कैसे लगाएं, हम आपको कुछ आसान सी टिप्स बताएंगे जिसके माध्यम से आप अपने पौधे को रिपॉट कर सकते हैं। गमले में लगे हुए पौधे को गार्डनिंग टूल्स की मदद से रिपॉट करने के लिए निम्न स्टेप को फॉलो करें:
- गमले से पौधे निकालने के लिए उसमे पानी डालें, जिससे कि मिट्टी से पौधे आसानी से निकाले जा सकें।
- जिसमे पौधे को रिपॉट करना है उस गमले या ग्रो बैग को चुनें।
- गमले में उचित मिट्टी या पॉटिंग मिट्टी (potting soil) भरें।
- अब इस मिट्टी में पौधे लगाएं।
- पौधे को पानी दें।
- रिपॉटिंग प्लांट्स को सीधा धूप में न रखें।
- जब पौधे की जड़ें मिट्टी में लग जाएं, तब आप पौधों को धूप में रख सकते हैं।
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रिपॉटिंग से पहले पौधे को पानी दें – Water The Plant Before Repotting In Hindi
दोबारा पौधा लगाने से पहले पौधे को पानी देना आपके पौधे की जड़ों को बिना किसी नुकसान के गमले की मिट्टी से बाहर निकालने में मदद करता है। पानी पौधे को हाइड्रेट करेगा और इसे नई मिट्टी में स्थानांतरित करने में भी मदद मिलेगी।
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रिपॉटिंग के लिए नया गमला चुनें – Choose A New Pot For Repotting Plants In Hindi
पौधे को रिपॉट करने के लिए वर्तमान गमले से 1-2 इंच बड़े गमले या ग्रो बैग का इस्तेमाल करना चाहिए। प्लांट रिपॉटिंग के लिए उचित जल निकासी छिद्र युक्त गमले का चुनाव करें। जिससे कि गमले से अतिरिक्त जल बाहर निकले और पौधे की जड़ें भी सड़ने से बच जाएं।
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रिपॉटिंग के लिए उचित मिट्टी – Best Soil For Repotting Plants In Hindi
आप प्लांट्स रिपॉटिंग के लिए पौधे की आवश्यकता अनुसार मिट्टी लें। सामान्यतः उचित जल निकासी व पोषक तत्वों से भरपूर मिट्टी पौधों के लिए उपयोगी होती है। इसके अलावा आप पौधे लगाने के लिए पॉटिंग मिट्टी (Potting Soil) का इस्तेमाल भी कर सकते हैं।
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रिपॉटिंग प्लांट्स लगाने के लिए गमले में मिट्टी भरें – Fill the pot with soil in Hindi
आपके द्वारा चुनी हुई मिट्टी को गमले में भरें। ध्यान रखें कि, गमले में मिट्टी भरते समय जल निकासी छिद्र बंद न हो। इसके लिए आप गमले के टुकड़े, ग्रीन शेड नेट का टुकड़ा या फिर कपड़े के टुकड़ों का इस्तेमाल गमले की तली में बिछाने के लिए कर सकते हैं। उसके बाद आप गमले में मिट्टी भरें और इस प्रकार आपका गमला तैयार है पौधा लगाने के लिए।
नोट – उपयोगी मिट्टी भरते समय गमले को ऊपर से 2-3 इंच खाली छोड़ें।
नये गमले में पौधे को लगाएं – Repot plant in Hindi
पुराने गमले की मिट्टी से सावधानी पूर्वक पौधे को निकालकर आप पौधे की बढ़ी हुई जड़ों को छांटकर अलग कर सकते हैं। इसके बाद आप तैयार किए हुए गमले की मिट्टी में पौधा लगाएं। पौधे को मिट्टी में बीचों-बीच लगभग 6-7 इंच की गहराई में लगाएं तथा जड़ों को मिट्टी से ढक दें। ताकि पौधा मिट्टी में सीधा खड़ा रह सके।
रिपॉटिंग के बाद पौधे को पानी दें – Water For Plant After Repotting In Hindi
प्लांट्स रिपॉटिंग के बाद पौधों को अच्छी तरह पानी देना बहुत जरूरी होता है। अच्छी रिकवरी के लिए आप एप्सम साल्ट के साथ भी पौधे में पानी दे सकते हैं। प्लांट रिपोटिंग के बाद पौधों पर कितना पानी डालना है यह पौधे की प्रकृति पर निर्भर करता है। पर्याप्त पानी डालना सुनिश्चित करें। आप पौधों को वॉटर केन (water can) की मदद से पानी दे सकते हैं।
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रिपॉटिंग प्लांट्स को सीधा धूप में न रखें – Do Not Place Repotting Plants In Direct Sunlight In Hindi
दोबारा लगाने के बाद बहुत अधिक धूप कमजोर पौधे को नुकसान पहुंचा सकती है। इसलिए प्लांट्स रिपॉटिंग के बाद पौधों को कम से कम एक हफ्ते तक सीधी धूप में रखने से बचना चाहिए।
निष्कर्ष – Conclusion
इस आर्टिकल में आपने जाना कि, गमले में लगे हुए पौधे को दूसरे गमले में कैसे लगाएं अर्थात् प्लांट रिपॉटिंग कैसे करें, प्लांट रिपॉटिंग करने का सही समय क्या है और भी कुछ जाना। आशा है कि, इस लेख में दी गई जानकारी आपको अच्छी लगी होगी। होम गार्डनिंग से जुड़े हुए और भी लेख पढ़ने के लिए Organicbazar.net पेज पर जाएं। इस लेख से संबंधित आपके जो भी सुझाव या सवाल हैं कमेंट में जरूर बताएं।