How To Grow Vegetables In Grow Bags : ताजी सब्जियां उगाने के लिए कंटेनर गार्डनिंग एक अच्छा और सुविधाजनक विकल्प है। पिछले कुछ समय के दौरान कंटेनर गार्डनिंग बहुत तेजी से फेमस हुई है। ग्रो बैग में अलग अलग तरह की सब्जीयों के पौधे लगाकर आप ताजी व हरी भरी सब्जियां प्राप्त कर सकते है, खासकर तब जब आपके पास सीमित जगह या खराब मिट्टी हो। ग्रो बैग या जियो फैब्रिक ग्रो बैग हल्के फुल्के कपडे से बने होते है, जिससे एयर सर्कुलेशन में आसानी होती है और वेजिटेबल प्लांट की रूट अच्छे से विकशित होती है। इस लेख में हम आपको ग्रो बैग में सब्जियां उगाने से लेकर रोपण करने, सही बैग का चयन, कंटेनर अनुकूल अच्छी पॉटिंग मिक्स कैसे चुने, पौधों की देखभाल करने और हार्वेस्टिंग की सही तकनीक के बारें में बताएँगे। तो आइयें जानते है कि ग्रो बैग में सब्जियां कैसे उगाएं (How To Grow Vegetables In Grow Bags In Hindi) और इनकी देखभाल कैसे करें।
ग्रो बैग में सब्जियां कैसे उगाएं – How To Grow Vegetables In Grow Bags In Hindi
यदि आप भी जानना चाहते हैं कि ग्रो बैग में सब्जियां कैसे उगाई जाती है, तो हम आपको ग्रो बैग सब्जी उगाने से लेकर इसके उपयोग व हार्वेस्टिंग करने तक की पूरी क्रिया बताने वाले हैं। तो आइयें जानते हैं होम गार्डन में ग्रो का उपयोग करके ताजी व हरी सब्जी कैसे उगाएं।
सही ग्रो बैग चुने – Choosing the Right Grow Bags In Hindi
सब्जी की अच्छी पैदावार के लिए आप सही ग्रो बैग का चयन करें। यदि आप ग्रो प्लांट अनुकूल ग्रो बैग चुनते है, तो इससे पौधों की ग्रोथ अच्छी होगी। सब्जियां लगाने के लिए आप 9X9, 12×12, 18×18, 15×15 या 24×09 के ग्रो बैग या जियोफैब्रिक ग्रो बैग इस्तेमाल कर सकते हैं। तो आइयें जानते है, कि हमें किस तरह के ग्रो बैग चुनना चाहिए।
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ग्रो बैग बनाने की सामग्री (Material)
ग्रो बैग आमतौर पर पॉलीप्रोपाइलीन (Polypropylene) या जियोटेक्सटाइल (Geotextile) जैसी कपड़े की सामग्री से बनाएं जाते है। बता दें कि प्लास्टिक पॉट्स या सीमेंट के गमलों की तुलना में फैब्रिक ग्रो बैग अधिक ड्रैनेज युक्त होते है और इनमे एयर सर्कुलेशन भी बेहतर होती है।
ग्रो बैग का साइज (Size)
ग्रो बैग विभिन्न आकारों में उपलब्ध होते है, जिनमें जड़ी-बूटियों और सलाद साग के लिए उपयुक्त होने वाले छोटे कंटेनर से लेकर टमाटर, मिर्च और अन्य बड़ी सब्जियों को लगाने में सक्षम बड़े साइज के ग्रो बैग आदि शामिल है। जब आप ग्रो बैग का चयन करें तो अपनी सब्जियों पर विचार अवश्य करें और ऐसे कंटेनर चयन करें जिसमें पौधे की जड़ अच्छे से विकशित हो सकें।
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हैडल और ड्रेनेज छेद (Handles And Drainage Holes)
कंटेनर को एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाने के लिए हैडल की सुविधा का ध्यान रखे। जल निकासी और रूट सड़न से बचने के लिए आप अच्छे ड्रैनेज होल वाले ग्रो का चयन करें।
दुबारा उपयोग करने योग्य और टिकाऊ ग्रो बैग (Reusable And Durable)
उच्च गुणवत्ता वाले ग्रो बैग में निवेश करें जो पुन: प्रयोग करने योग्य हो और अधिक टिकाऊ भी होना चाहिए। बता दें कि बदलते हुए मौसम के दौरान बिना खराब हुए पौधों की ग्रोथ में सक्षम कंटेनर ही अच्छे माने जाते है।
सब्जी उगाने के लिए कंटेनर अनुकूल मिट्टी कैसे तैयार करें – How To Prepare Container-Friendly Soil For Vegetable Growing In Hindi
ग्रो बैग का चयन करने के बाद आप सब्जी के पौधे लगाने के लिए अच्छी पॉटिंग मिक्स तैयार करें। मिट्टी की गुणवत्ता अच्छी करने और गमले के अनुकूल बनाने के लिए ऑर्गनिक खाद पदार्थ, जैसे – वर्मीकम्पोस्ट, पर्लाईट, कोकोपीट, गोबर की खाद और किचन वेस्ट कम्पोस्ट का उपयोग कर सकते है। तो आइयें जानते है कि ग्रो बैग फ्रेंडली मिट्टी कैसे तैयार करते है।
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अच्छी गुणवत्ता वाली पॉटिंग मिक्स चुने (Quality Potting Mix)
बता दें कि कंटेनर गार्डनिंग के लिए विशेष रूप से तैयार की गई उच्च गुणवत्ता वाली पॉटिंग मिक्स चुनें। बगीचे में उपयोग होने वाली अच्छी क्वालिटी की मिट्टी पूरी तरह से ड्रैनेज होती है और जल निकासी में बेहद फायदेमंद होती है। इससे पौधों को ऑक्सीजन की आपूर्ति आसानी से होती है और प्लांट को रूट सडन से भी बचाया जा सकता है।
नमी बनाएं रखना और जल निकासी (Moisture Retention and Drainage)
अच्छी तरह से संतुलित मिट्टी के मिश्रण में नमी बरकरार रखनी चाहिए जबकि अतिरिक्त पानी को निकाल देना चाहिए। पर्लाइट और वर्मीक्यूलाइट जैसे पदार्थ का उपयोग करने से जल निकासी में सुधार आता है और पौधों की जड़ों को पर्याप्त ऑक्सीजन की आपूर्ति भी सुनिश्चित होती है।
पोषक तत्वों से भरपूर ऑर्गनिक खाद (Nutrient-Rich Compost)
सब्जी के पौधों के विकास के लिए आवश्यक पोषक तत्व प्रदान करने के लिए मिट्टी के मिश्रण में जैविक खाद या धीमी गति से निकलने वाले उर्वरकों को शामिल करना चाहिए। ऑर्गनिक खाद मिट्टी में डालने से कई कार्बनिक पदार्थ और लाभकारी सूक्ष्मजीव मिट्टी के साथ जुड़ जाते है। इनकी मौजूदगी से उर्वरता को बढ़ाया जा सकता है और पौधों के जोरदार विकास में भी सहायक होते है।
पॉटिंग मिक्स का पीएच स्तर (Soil Ph Level)
बता दें कि अलग अलग सब्जियों के पौधों के लिए पोषक तत्व प्रदान करने के लिए आप साइल पीएच लेवल टेस्टिंग किट का उपयोग करके मिट्टी का पीएच स्तर का टेस्ट करें। अधिकांश सब्जियां 6.0 से 7.0 पीएच स्तर वाली मिट्टी में आसानी से उग जाती है।
ग्रो बैग में सब्जियां कैसे उगाएं – Planting Vegetables in Grow Bags In Hindi
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ग्रो बैग में लगाने के लिए सब्जियां चुने (Selecting Suitable Vegetables)
आप ऐसी सब्जियों के बीज चुनें जो कंटेनर गार्डनिंग के लिए उपयुक्त होते है और आपके क्षेत्र की जलवायु अनुकूल हों। बता दें कि अधिक लौकप्रिय विकल्पों में टमाटर, मिर्च, सलाद, पालक, जड़ी-बूटियाँ, गाजर और मूली आदि शामिल है।
दूरी और रोपण गहराई (Spacing and Planting Depth)
सब्जी लगाते समय पौधों के बीच पर्याप्त दूरी बनाएं रखनी चाहिए और बीज रोपण के समय उचित गहराई पर बीज या पौधे को लगाएं।
पौधों की रोपाई करें (Transplanting Seedlings)
यदि आप पौधे से शुरुआत कर रहे है, तो उन्हें धीरे से सीडलिंग-ट्रे से हटा दें और गुड क्वालिटी वाली पॉटिंग मिक्स से भरें ग्रो बैग में लगाएं। लेकिन ध्यान रखें कि वेजिटेबल प्लांट की नाजुक जड़ों को नुकसान न पहुंचे।
पानी देना और मल्चिंग करना (Watering and Mulching)
मिट्टी को व्यवस्थित करने और सब्जी के पौधों की जड़ को मिट्टी के साथ अच्छे से स्थापित करने के लिए अच्छी तरह से पानी दें। मिट्टी की नमी को बनाए रखने, खरपतवारों को दबाने और मिट्टी के तापमान को नियंत्रित करने के लिए सब्जी के पौधों के चारो ओर गीली घास, सूखी पत्ती या कागज मल्चिंग करें।
ग्रो बैग में लगी सब्जियों की देखभाल कैसे करें – Caring for Vegetables in Grow Bags
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पानी देना (Watering)
मिट्टी की नमी के स्तर की नियमित रूप से चेक करें और आवश्यकतानुसार पौधों को पानी दें, मिट्टी में लगातार नमी बनाएं रखे लेकिन ओवरवाटरिंग से बचें। पौधों में बीमारी के खतरे को कम करने के लिए पत्तो को गीला होने से बचाते हुए सीधे जड़ों को पानी देने के लिए वाटर कैन या ड्रिप सिंचाई प्रणाली का उपयोग करें।
जैविक खाद डाले (Organic Fertilizer)
समय समय पर पौधों में ऑर्गनिक खाद डालें जिससे पौधों की ग्रोथ तेजी से हो और प्रोडक्टिविटी में बढ़ोतरी हो। इसके लिए आप घर में बने किचन वेस्ट कंपोस्ट में डाल सकते है। वर्मीकम्पोस्ट, गोबर की खाद, नीम कैक पाउडर, ऑर्गनिक ग्रोथ प्रोमोटर आदि का उपयोग कर सकते है।
प्रूनिंग और प्रशिक्षण (Pruning and Training)
टमाटर और मिर्च जैसी सब्जियों की अच्छी ग्रोथ और स्वस्थ विकास के लिए प्रूनिंग करना अच्छा होता है। पौधे को सही आकार देने के लिए समय समय पर प्रूनिंग करने बेहद जरूरी होता है। अनावश्यक ब्रांच या सड़ी गली पत्तियों को प्रूनिंग के माध्यम से हटा सकते है।
कीट और रोग प्रबंधन – Pest And Disease Management
कीटों के संक्रमण या रोग के लक्षणों पर नियमित रूप से निगरानी रखें। पौधों में लगने वाले सामान्य रोग जैसे – पत्तियों का पीला पड़ना, मुरझाना, या धब्बो की पहचान करें। सब्जी के पौधों को सुरक्षा प्रदान करने के लिए ऑर्गनिक नीम ऑइल का उपयोग कर सकते है।
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सब्जी की हार्वेस्टिंग कब और कैसे करें – When To Harvest Vegetables In Hindi
सब्जियों की कटाई का सही समय निर्धारित करना सब्जी के प्रकार, उसकी विविधता, पर्यावरण की परिस्थितियां सहित कई कारकों पर निर्भर करता है। बता दें कि अलग अलग स्थानों की परिस्थितियां भिन्न हो सकती है। सही समय पर सब्जियों की कटाई करने से सब्जी का स्वाद, बनावट और पोषण सामग्री अच्छी होती है। सब्जी पकने के बाद हम पेड़ से सब्जी तोड़ सकते है। सब्जी की कटाई (तोड़ने) के लिए हाथ में सही उपकरण होना बेहद जरूरी होता है, क्योंकि इससे आसानी से सब्जी तोड़ी जा सकती है और पौधों को भी हानि नहीं होती है। आप सब्जी तोड़ने के लिए छंटाई करने वाली कैंची, चाकू, ग्लव्स, टोकरियाँ या कंटेनर का उपयोग कर सकते है।
इस लेख में हमने बताया हैं कि ग्रो बैग में सब्जियां कैसे उगाएं (How To Grow Vegetables In Grow Bags)? आपको हमारा लेख कैसा लगा और लेख से सम्बंधित कोई सुझाव आपके पास हैं तो हमारे साथ जरूर साझा करें, धन्यवाद।