आमतौर पर पौधे लगाने के लिए प्लास्टिक, मिट्टी, सिरेमिक या अन्य धातुओं के बर्तनों का उपयोग किया जाता है, लेकिन जैसे-जैसे समय बीत रहा है तो गार्डन में पौधे लगाने के लिए कई तरह के पॉट प्रचलन में आते जा रहें है, जिनमें से एक है कोको-कॉयर या कोको फाइबर पॉट। यह नारियल के रेशे से बने हुए गमले होते हैं। इस पॉट की खास बात यह है, कि इसमें लगाए गए पौधे तेजी से बढ़ते हैं और पौधों को रिपॉट करना बहुत आसान होता है, तथा रिपॉट करने के बाद पौधे को किसी प्रकार का झटका या शॉक नहीं लगता है। हालाँकि इसके अलावा कोको-कॉयर के और भी कई फायदे हैं, जिनके बारे में हम आपको इस लेख में बताएंगे। कोको-कॉयर या कोको फाइबर पॉट क्या होते हैं, इन कॉयर के गमले में पौधा लगाने के फायदे और उपयोग बारे में, जानने के लिए लेख पूरा पढ़ें।
कॉयर प्लांट पॉट क्या हैं – What Is Coir Plant Pot In Hindi
कोको कॉयर या कोको फाइबर पॉट नारियल के रेशे से बने हुए गमले होते हैं, जिनमें जल और नमी धारण क्षमता उच्च होती है। कॉयर पॉट पौधे को ग्रो करने के लिए एक उत्कृष्ट मीडियम हैं, इन पॉट्स में मिट्टी को बेहतर ड्रेनेज तथा एयरेशन प्राप्त होता है। यह गमले पूरी तरह से बायोडिग्रेडेबल होते हैं, जो प्राकृतिक रूप से मिट्टी में अपघटित हो जाते हैं, जिससे उपयोग करने के बाद इन्हें गार्डन से हटाने की आवश्यकता नहीं होती है।
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कॉयर पॉट्स में पौधे लगाने के फायदे – Benefits Of Coco-Coir Pots In Hindi
अन्य गमलों की अपेक्षा कोको-फाइबर पॉट में पौधे लगाने के फायदे निम्न हैं:-
1. बेहतर जल निकासी तथा नमी धारण क्षमता – Better Water Holding Capacity In Coco-Coir Pots In Hindi
कोको-कॉयर से बने पॉट की जल धारण क्षमता उत्कृष्ट होती है, न सिर्फ वाटर होल्डिंग कैपेसिटी, बल्कि वाटर ड्रेनेज और एयरेशन भी बेहतर होता है। कॉयर पॉट 100% बायोडिग्रेडेबल होते हैं, जिनका उपयोग हो जाने के बाद यह पूरी तरह से मिट्टी में अपघटित हो जाते हैं और जब यह मिट्टी में मिलते हैं, तो मिट्टी की जल धारण क्षमता में सुधार करते हैं।
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2. जड़ों का बेहतर विकास – Better Root Development In Coco-Coir Pots In Hindi
कोको-कॉयर के पॉट्स में बेहतर जल निकासी और एयरेशन के कारण पानी और हवा सीधे जड़ों तक पहुँचती है, जिससे उनका विकास अच्छी तरह से हो पाता है। यहाँ तक कि, जड़ प्रणाली अधिक विस्तृत होने पर जड़ें पॉट की दीवार में भी आसानी से प्रवेश करने लगती हैं, जिससे रूट बाउंड नहीं होती।
3. पौधे की रिपॉटिंग या ट्रांसप्लांटिंग में आसानी – Coco-Coir Pots Easy To Repot Or Transplant In Hindi
यह कॉयर पॉट में पौधा लगाने का सबसे बड़ा फायदा है, यदि आप इसमें लगे पौधे को ट्रांसप्लांट या रिपॉट करते हैं, तो आपको पौधे को पॉट से बाहर निकालने की आवश्यकता नहीं है। आप जड़ प्रणाली के साथ बिना छेड़छाड़ किए कॉयर पॉट सहित पौधे को रिपॉट कर सकते हैं। मिट्टी के संपर्क में आने पर यह पॉट पूरी तरह से टूटकर बिखर जाएगा। या फिर पौधे को रिपॉट करने के लिए कॉयर पॉट को गीला करें और उल्टा घुमाएं, पौधे को सहारा देते हुए बाहर निकालें, इसके बाद नए बड़े गमले में पौधा लगाएं तथा पुराने कॉयर पॉट का दोबारा उपयोग करें।
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4. पौधों के अनुकूल कोको-फाइबर का PH स्तर – Ph Level Of Coco-Coir Is Beneficial To Plants In Hindi
आमतौर पर कॉयर का PH मान 5.2 और 6.8 के बीच होता है, यह PH स्तर अधिकांश पौधों को ग्रो करने के लिए अनुकूल होता है। अन्य गमलों की अपेक्षा इसमें पौधे लगाने के लिए आपको मिट्टी का PH बदलने की आवश्यकता नहीं होती है। कोको-कॉयर लाभकारी बैक्टीरिया के विकास को बढ़ावा देते हैं, जिससे मिट्टी से बुरे या हार्मफुल बैक्टीरिया कम हो जाते हैं।
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5. कार्बनिक पदार्थों से भरपूर – Coir Pot Rich In Organic Matter In Hindi
कोको-फाइबर जैविक कार्बनिक पदार्थों से भरपूर होता है, जो पौधे के विकास को प्रोत्साहित करता है, इसलिए इन पॉट्स में पौधे उगाने पर ऑर्गेनिक विकास को बढ़ावा मिलता है। पीट मॉस की तुलना में यह पॉट तीन गुना अधिक समय तक चलते है अर्थात इसे टूटने में समय लगता है, इसलिए इसका उपयोग करना एक अच्छा विकल्प है।
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6. रिसाइकिल करने में आसान – Coco Coir Can Be Recycled In Hindi
नारियल कॉयर पॉट को एक बार इस्तेमाल करने के बाद रिसाइकिल किया जा सकता है। चूंकि इसमें रेशे होते हैं, जो मिट्टी में मिलने पर टूट जाते हैं तथा उसकी जल-धारण क्षमता में सुधार करते हैं। इसके अलावा आप इन कोको फाइबर का उपयोग मल्चिंग के लिए भी कर सकते हैं, यह खरपतवारों को उगने से रोकता है और मिट्टी को नम बनाए रखने में मदद करता है। अर्थात कोको-कॉयर का इस्तेमाल करने के बाद, आपको इन्हें फेंकने की आवश्यकता नहीं होती है, आप इनका उपयोग किसी न किसी रूप में कर सकते हैं।
इस लेख में अपने जाना, कि कोको-कॉयर या कोको फाइबर पॉट क्या होते हैं, इन गमले में पौधा लगाने के फायदे, और उपयोग के बारे में, जिन्हें जानकार आप भी इनका उपयोग कर सकते हैं। यदि आपको हमारा लेख अच्छा लगा हो, तो इसे शेयर करें तथा लेख से संबंधित सुझाव हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं।
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