इन 5 टिप्स से आसान हो जायेगा सब्जियों को ट्रांसप्लांट करना – 5 Best Tips For Transplanting Vegetable Seedling In Hindi

घर पर या होम गार्डन में सब्जियों को दो तरीकों से उगाया जाता है- डायरेक्ट या प्रत्यारोपण (ट्रांसप्लांटिंग) विधि। ट्रांसप्लांटिंग मेथड में सबसे पहले सब्जी के पौधे की सीडलिंग तैयार की जाती है, उसके बाद उन पौधों को किसी गमले या कंटेनर में ट्रांसप्लांट किया जाता है, लेकिन कभी-कभी हमारे द्वारा प्रत्यारोपित किये गये सब्जी के पौधे अच्छी तरह से नहीं उग पाते हैं या फिर वेजिटेबल ट्रांसप्लांट करने के बाद वह पौधा नष्ट हो जाता है। यदि आप भी वेजिटेबल सीडलिंग ट्रांसप्लांटिंग के बाद या पौधा लगाने के बाद होने वाली इस समस्या से परेशान हैं, तो आइए इस आर्टिकल में आप जानेंगे, सीडलिंग ट्रांसप्लांट करने की कुछ ऐसी टिप्स के बारे में, जिसके अनुसार ट्रांसप्लांट करने से पौधा अच्छी ग्रोथ करेगा और नष्ट नहीं होगा।

वेजिटेबल सीडलिंग ट्रांसप्लांटिंग टिप्स – Vegetable Seedling Transplanting Tips In Hindi

वेजिटेबल सीडलिंग ट्रांसप्लांटिंग टिप्स अर्थात सब्जी के पौधे को ट्रांसप्लांट करने के तरीके निम्न हैं:

बेहतर ट्रांसप्लांटिंग के लिए वेजिटेबल सीडलिंग हार्डनिंग – Vegetable Seedling Hardening For Best Transplanting In Hindi

बेहतर ट्रांसप्लांटिंग के लिए वेजिटेबल सीडलिंग हार्डनिंग – Vegetable Seedling Hardening For Best Transplanting In Hindi

यदि आपने अपने टेरिस गार्डन या होम गार्डन में सब्जी के पौधे को लगाने के लिए घर के अन्दर (अर्थात कम तापमान और कम धूप में) सीडलिंग तैयार की है, तो उसे सीधे बाहरी वातावरण अर्थात अधिक धूप में ट्रांसप्लांट करना उचित नहीं होगा, क्योंकि ट्रांसप्लांट के दौरान पौधे बाह्य वातावरण से प्रभावित होकर नष्ट हो सकते हैं, इसलिए घर के अन्दर लगे हुए पौधों को बाहरी वातावरण के अनुकूल बनाने के लिए ट्रांसप्लांटिंग से पहले सीडलिंग को हार्ड बनाने की आवश्यकता होती है। वेजिटेबल सीडलिंग ट्रांसप्लांटिंग के लिए आपको सबसे पहले सीडलिंग को प्रतिदिन कुछ समय (लगभग 2 से 3 घंटे) की धूप दिखानी होगी, जिससे पौधे धीरे-धीरे धूप को सहन करने लगेंगे और ट्रांसप्लांट करने पर बाहरी वातावरण में ठीक तरह से विकसित हो पाएंगे।

(यह भी जानें: सीडलिंग हार्डनिंग अपनाएं ट्रांसप्लांट पौधों को खराब होने से बचाएं…)

सीडलिंग ट्रांसप्लांट के लिए सही समय और अनुकूल मौसम – Perfect Weather and Best Time For Transplanting In Hindi

घर पर तैयार की हुई वेजिटेबल सीडलिंग को गार्डन में प्रत्यारोपित करने के लिए, आपको इस बात का ज्ञान होना चाहिए, कि सीडलिंग को किस समय ट्रांसप्लांट करना है। प्रत्यारोपण के दौरान यह ध्यान रखें, कि छोटे पौधों को सीधी धूप में नहीं लगाना है। यदि पौधों को सीधी धूप या तेज धूप में लगा दिया जाये, तो छोटे पौधे तेज धूप के संपर्क में आने से मुरझा सकते हैं या नष्ट हो सकते हैं, इसलिए सीडलिंग को सही समय पर ट्रांसप्लांट करना चाहिए। किसी भी मौसम सब्जी के पौधे को प्रत्यारोपित करने के लिए बादल वाले दिन अर्थात जिस दिन धूप न निकली हो, उस समय पौधों को ट्रांसप्लांट करना सबसे अच्छा होता है। यदि ऐसी स्थिति नहीं है तब आप अपने पौधों को शाम के समय ट्रांसप्लांट कर सकते हैं, जिससे कि पौधों पर तेज धूप का प्रभाव नहीं पड़ेगा और आपके पौधे सूखने से बच जायेगें।

(यह भी जानें: पौधों को ट्रांसप्लांट करने के टिप्स…)

ट्रांसप्लांटिंग से पहले सीडलिंग को स्वस्थ और मजबूत बनाना – Making Seedlings Healthy Before Transplanting In Hindi

वेजिटेबल सीडलिंग ट्रांसप्लांट करने से पहले इस बात का ध्यान रखना होगा, कि तैयार किये हुए पौधे स्वस्थ या मजबूत हैं या नहीं। यदि आपके पौधे कमजोर हैं तो वे ट्रांसप्लांट से पड़ने वाले प्रभाव को सहन नहीं कर पाएंगे, और ठीक तरह से विकसित होने के विपरीत नष्ट भी हो सकते हैं, इसके लिए आपको सीडलिंग को रोपाई से पहले स्वस्थ और मजबूत बनाना होगा। घर पर लगाए हुए वेजिटेबल सीडलिंग को स्वस्थ और मजबूत बनाने तथा ऊर्जा देने के लिए प्रत्यारोपण के कुछ दिन पहले आपको जैविक तरल उर्वरक देना होगा, जिससे कि ट्रांसप्लांट के दौरान पौधे की जड़ों को जो भी नुकसान हुआ है, वह उसे सहन करके, वापस अपनी जड़ें ठीक तरह से स्थापित कर उचित वृद्धि कर पाए।

(यह भी जानें: इन सीडलिंग प्लांट्स को न करें ट्रांसप्लांट…)

सीडलिंग ट्रांसप्लांटेशन के लिए मिट्टी में छेद बनाएं – Dig A Proper Hole For Transplanting In Hindi

सीडलिंग ट्रांसप्लांटेशन के लिए मिट्टी में छेद बनाएं - Dig A Proper Hole For Transplanting In Hindi

बेहतर ट्रांसप्लांटेशन के लिए यह बहुत महत्वपूर्ण होता है, कि ट्रांसप्लांट करने के बाद पौधे में अच्छी वृद्धि हो रही है या नहीं। प्रत्यारोपित करते समय छोटे पौधों को बहुत गहरा, या बहुत उथला लगाना उसकी वृद्धि को प्रभावित कर सकता है। इसलिए सब्जी के पौधे को ट्रांसप्लांट करने के लिए गमले या कंटेनर की मिट्टी में उचित आकार का होल बनाना चाहिए। छोटे पौधे को ट्रांसप्लांट करने के लिए छेद की चौड़ाई अंकुरित पौधे की जड़ से कम से कम दोगुनी और गहराई उसकी वर्तमान अर्थात जिस गहराई में वह पौधा लगा हुआ है, के बराबर होनी चाहिए, जिससे कि जड़ें पूर्ण तरीके से ढक जाएँ और मिट्टी का स्तर अंकुरित पौधे की मिट्टी के स्तर के समान रहे। रोपाई करते समय पौधे की जड़ों के आसपास की मिट्टी अच्छी तरह से ढीली होना चाहिए, जिससे कि जड़ें अच्छी तरह से फ़ैल पाएं और पौधे की अच्छी ग्रोथ हो।

(यह भी जानें: सीडलिंग ट्रांसप्लांट करने के लिए उपयोगी टूल्स…)

सीडलिंग से पौधे को सावधानीपूर्वक निकालें – Remove The Seedling Plant Carefully For Transplanting In Hindi

सीडलिंग से पौधे को सावधानीपूर्वक निकालें – Remove The Seedling Plant Carefully For Transplanting In Hindi

वेजिटेबल सीडलिंग ट्रांसप्लांट करते समय जब पौधों को सीडलिंग ट्रे से बाहर निकाला जाता है, तब आपको उन छोटे पौधों को सावधानीपूर्वक निकालना होगा। सीडलिंग ग्रोइंग ट्रे या कंटेनरों से छोटे पौधे निकालते समय कोशिश करें, कि पौधे की जड़ों के आसपास मिट्टी को लगी रहने दें या फिर जड़ों को बिना नुकसान पहुंचाए, उस मिट्टी को निकालें। मिट्टी निकलते समय आप ट्रॉवेल का उपयोग कर सकते हैं, या फिर आप अपने हाथों से भी सावधानी पूर्वक मिट्टी निकाल सकते हैं। पौधा लगाते समय मिट्टी में पानी और अतिरिक्त जैविक खाद डालें, जिससे आपका पौधा ठीक तरह से वृद्धि करेगा।

अब तो आप समझ ही गये होंगे कि सब्जी के पौधों को ट्रांसप्लांट करने की टिप्स कौन-कौन सी हैं, जिसके अनुसार ट्रांसप्लांट करने पर सब्जी के पौधे कभी भी मरते नहीं हैं। वेजिटेबल सीडलिंग ट्रांसप्लांटिंग टिप्स का यह आर्टिकल आपको कैसा लगा हमे कमेंट में जरूर बताएं।

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