आजकल शहरों में लोगों के बीच छत व बगीचों में गार्डनिंग करने का प्रचलन बढ़ता जा रहा है। बाजार में रसायनों के इस्तेमाल में बढ़ोतरी को देखते हुए लोग अब खुद ही अपने लिए ऑर्गेनिक प्रक्रिया के साथ सब्जियों को उगा रहे हैं। हालांकि इन लोगों को गार्डनिंग व सब्जियों के पौधों की देखभाल करने में कई सारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। खासकर गर्मियों में सब्जियों के पौधों की अधिक देखरेख करने की आवश्यकता होती है।
गर्मियों में तेज धूप और गर्मी की वजह से पौधों की नमी जल्दी ही खत्म हो जाती है, जिसके फलस्वरुप पौधे मुरझाने लगते हैं। ऐसे में आपको गर्मियों में सब्जियों के पौधों की अधिक देखरेख करने की आवश्यकता होती है। इस लेख में हम आपको गर्मियों में वेजिटेबल गार्डनिंग के लिए टिप्स (Vegetable Gardening Tips for Summer in Hindi) देने जा रहे हैं, जिससे आप तपती हुई धूप से बिना किसी परेशानी के अपनी छत या बगीचे से पौष्टिक सब्जियों को उगा पाएंगे।
गर्मियों में वेजिटेबल गार्डनिंग के लिए टिप्स- Vegetable Gardening Tips for Summer in Hindi
यहाँ हम गर्मियों में वेजिटेबल गार्डनिंग करने के लिए कुछ महत्वपूर्ण टिप्स (Vegetable Gardening Tips for Summer in Hindi )शेयर करने जा रहने हैं। हमने यहाँ गर्मियों में सही तरह से सब्जियों को उगाने से लेकर पानी और कीट नियंत्रण के लिए सभी आवश्यक रणनीतियों को शामिल किया है।
1. छाया का करें बंदोबस्त- Create Shade For Plants in Hindi
गर्मियों में सब्जियों के पौधे, सबसे ज्यादा धूप की सीधी रोशनी से प्रभावित होते हैं। ऐसे में यदि आप इन्हें गर्मियों में खुला छोड़ देते हैं, तो सारे पौधे तेज धूप से झुलस जाते हैं। ऐसे में आपको अपनी छत व बगीचे में लगे पौधों के लिए छांव का बंदोबस्त करना होगा। आप ग्रीन शेड नेट (Green Shade Net) या फिर शेड के माध्यम से भी सीधी धूप से पौधों को बचा सकते हैं। यदि आपने इन पौधों को ग्रो बैग या गमले में लगाया है, तो इन्हें ऐसे स्थान पर स्थानांतरित कर दें, जहां पर सीधे धूप नहीं पड़ती हो।
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2. मिट्टी में नमी को बनाए रखें- Maintain moisture in the soil
गर्मी के सीजन में आपको मिट्टी में नमी बनाए रखना होगा। अधिक गर्मी की वजह से जल्दी ही मिट्टी की नमी खो जाती है। ऐसे में आपको खास तौर पर नियमित रूप से पौधों को समय पर पानी देना होगा। ध्यान रहे की आप इन पौधों को सुबह के समय पानी दें, जिससे कि अधिक समय तक इनमें नमी बरकरार रहे। इसके बाद आपको शाम के समय भी पानी देना होगा, जिससे कि अधिक समय तक मिट्टी नाम बनी रहेगी।
3. कीड़े मकोड़े से बचाव- Protection from insects in Hindi
आमतौर पर जब हम छत या फिर बगीचे में सब्जियों के पौधों को लगाते हैं तो इससे संबंधित कीड़े मकोड़े के बारे में हमें जानकारी नहीं होती। धीरे-धीरे यह कीड़े-मकोड़े आपके पौधों के तनों से चिपककर इनके विकास में बाधा डालते हैं, ऐसे में कई बार पौधे पूरी तरह से सूखकर नष्ट हो जाते हैं। आपके पौधों को कीड़े मकोड़े नुकसान न पहुंचाएं इसके लिए आप समय-समय पर खुरपी की सहायता से मिट्टी को उलट-पलट करते रहें। इसके अलावा आप अंडे के छिलकों का चूरा बनाकर भी गमले में डाल सकते हैं। इसकी मदद से रेंगने वाले कीड़ों का खतरा कम हो जाएगा।
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4. कटाई-छटाई है जरूरी- Pruning is necessary in Hindi
यदि आपने ग्रो बैग या गमले में सब्जियों को उगाया है तो आपको और भी ज्यादा देखरेख करने की आवश्यकता होती है। सिंचाई के साथ ही आप समय-समय पर पौधों की पत्तियों व तनों की कटाई-छटाई करते रहें। पौधे का जो हिस्सा गल रहा है, उसे आप काट कर अलग कर दें। वहीँ जो पत्तियां पीली पड़ गई हैं और पूरी तरह से सूख गई हैं उन्हें भी आप पौधे से अलग कर दें। यह सढी-गली पत्तियां पौधे के विकास में रुकावट बन सकते हैं। इसलिए ध्यानपूर्वक इन्हें समय पर पौधे से अलग कर दें। आप इन पत्तियों का इस्तेमाल खाद को निर्मित करने के लिए कर सकते हैं।
5. दवा का छिड़काव करें- Spray medicine
गर्मियों के समय पेड़-पौधों के आस-पास चीटियां और मच्छर भी पनप जाते हैं। आपको इससे भी अपने पौधे की रक्षा करना होगा। इसके लिए आप अपनी सब्जियों के पौधों की जड़ों में नीम की दवा का छिड़काव कर सकते हैं। आप इसे ऑनलाइन माध्यम से आर्डर कर सकते हैं या फिर आप समय निकाल कर इसे घर पर भी तैयार कर सकते हैं। इसे घर पर तैयार करने के लिए नीम की पत्तियों को उबाल कर ठंडा कर लें और समय-समय पर गमले में डालते रहें। इससे पौधों को कई सारी बीमारियों से भी निजात मिलेगी। इसके अलावा आप मसाले में इस्तेमाल होने वाली दालचीनी के पाउडर को भी छिड़क सकते हैं। यह भी पौधों से चीटियों, मच्छर व अन्य कीडे-मकोडों को दूर रखने में कारगर साबित होगा।
6. पानी देने का सही तरीका- Right way of watering in Hindi
गर्मियों में अक्सर हम पौधों को सूखने के डर से अधिक पानी डाल देते हैं, लेकिन इससे भी आपके पौधों को नुकसान पहुंच सकता है। आप सब्जियों के पौधों को पानी देने के लिए स्प्रिंकल वॉटर केन का इस्तेमाल कर सकते हैं। इससे आप धीरे-धीरे इन पौधों को पानी दे सकते हैं। बाल्टी या फिर मग की मदद से जब हम इन्हें पानी देते हैं, तो इससे जडें कमजोर होती हैं। इसलिए आप सिंचाई लिए स्प्रिंकल वॉटर कैन (Water Can) का इस्तेमाल करें। आप इसे ऑनलाइन माध्यम से खरीद सकते हैं।
7. पौधों को प्रदान करें पोषण- Provide Nutrition to Plants in Hindi
जब खेत में अधिक मात्रा में सब्जियां उगाई जाती हैं तो किसान कई सारे उर्वरकों का इस्तेमाल करते हैं। जब हम घर की छत पर या बगीचे में सब्जियों को उगाते हैं, तो इससे संबंधित जानकारी हमें नहीं होती। ऐसे में आप अपने पौधों को पोषण देने के लिए रसोई से निकले अपशिष्ट का इस्तेमाल कर सकते हैं। उबली हुई सब्जियों का पानी और उबले अंडे का पानी ठंडा करके आप पौधों की जड़ों में डालें। सब्जी व अंडे के पानी में पोषक तत्व अच्छी मात्रा में होते हैं।
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8. जैविक खाद का करें इस्तेमाल- Use organic fertilizers in Hindi
पौधों को ग्रो करने और सब्जियों के स्वाद को बढ़ाने के लिए आप जैविक खाद का इस्तेमाल कर सकते हैं। आज कल रासायनिक खाद के इस्तेमाल होने की वजह से बाज़ार में उपलब्ध सब्जियों का स्वाद खो गया है। ऐसे में आप जैविक खाद की मदद से ही आपकी सब्जियां अधिक पौष्टिक और स्वादिस्ट बनेगी। जैविक खाद के रूप में आप वर्मी कंपोस्ट, गोबर की खाद, कोकोपीट, बोनमील आदि का इस्तेमाल कर सकते हैं।
9. ग्रो बैग में उगाएं सब्जी- Plant Vegetables in a Grow Bag in Hindi
आज कल बाज़ार में अगल-अलग आकार के ग्रो बैग आ गए हैं, जिनमें आप सुविधाजक रूप से सब्जियों को उगा सकते हैं। यह HDPE ग्रो बैग बेहद मजबूत होते हैं। गर्मियों की तेज धुप में भी इन्हें क्षति नहीं पहुँचती। आप बिना परेशानी के 5-6 साल तक इनका इस्तेमाल कर सकते हैं। धोकर इन्हें दोबारा भी यूज़ किया जा सकता है।
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