Tomato growing tips in hindi: कुछ पौधे ऐसे होते हैं जिन्हें हम अपने घर के किचन गार्डन में जरूर लगाते हैं, उनमें टमाटर का पौधा भी शामिल है। अगर आपने भी अपने किचन गार्डन में टमाटर का पौधा लगाया है तो आज हम आपको इससे अच्छे और भरपूर फल पाने के कुछ टिप्स के बारे में बताएंगे, जिनका ध्यान रखकर आप घर पर ही होम गार्डन में ढेर सारे टमाटर पा सकते हैं।
सैकड़ों लाल-लाल टमाटर से लद जाएगा पूरा पौधा, बस इन 5 बातों का रखे ख्याल
टमाटर के पौधे को भरपूर और स्वस्थ रखने के लिए निम्नलिखित पांच महत्वपूर्ण बातों का ख्याल रखना चाहिए:
ज्यादा टमाटर पाने के लिए सही बीज चुनें
टमाटर की अच्छी पैदावार के लिए सबसे पहले आपको सही बीजों का इस्तेमाल करना चाहिए. आप चाहें तो बीज ऑनलाइन www.organicbazar.net से भी ऑर्डर कर सकते हैं. या फिर लोकल बीज की दुकान से भी खरीद सकते हैं।
सही साइज के गमले का उपयोग करें
किचन गार्डन में टमाटर का पौधा उगाते समय ध्यान रखने योग्य दूसरी सबसे महत्वपूर्ण बात है सही गमला या ग्रो बैग का उपयोग करना। पौधों की अच्छी वृद्धि और पर्याप्त पोषण के लिए, 12X12 इंच के ग्रो बैग का उपयोग करें; इस प्रकार के ग्रो बैग में अधिक मिट्टी होती है, जो टमाटर के पौधे को पोषण देने का काम करती है।
टमाटर के पौधे को कम से कम 6-8 घंटे धूप मिलनी चाहिए। इसे ऐसी जगह पर लगाएं जहाँ पर्याप्त सूर्य की रोशनी आती हो। अनावश्यक शाखाओं और पत्तियों को काटकर पौधों को सही आकार दें। टमाटर के पौधों को सहारा देने के लिए स्टेक्स या ट्रेलिस का उपयोग करें, ताकि वे सीधे उग सकें और फलों का भार सहन कर सकें।
टमाटर लगाने के लिए सही मिट्टी का चयन
गमले में टमाटर उगाने और पौधे को उचित पोषण देने के लिए सही मिट्टी का चयन सबसे महत्वपूर्ण है, इसलिए आप पौधे के लिए मिट्टी में आवश्यक उर्वरक जैसे वर्मीकम्पोस्ट, कोको पिट, नीम केक, सरसों की खली और बोन मील का उपयोग कर सकते हैं।
टमाटर के पौधों को नियमित रूप से और समान रूप से पानी देना चाहिए। जड़ों को गीला रखें लेकिन अत्यधिक पानी से बचें, जिससे जड़ें सड़ सकती हैं।
लाल-लाल टमाटर के लिए खाद भी महत्वपूर्ण है
टमाटर के पौधे के उचित पोषण के लिए यह जानना सबसे जरूरी है कि पौधे को किस समय खाद देनी चाहिए। इसके लिए, जब आप पौधे की सीडलिंग को गमले या ग्रो बैग में लगा रहे हों, तो मिट्टी में मुट्ठी भर नाइट्रोजन युक्त उर्वरक डालें।
इसके अलावा जब भी टमाटर के पौधे में फूल आने लगें तो आप उसे कैल्शियम युक्त खाद जरूर दें। इसके लिए आप अंडे के छिलके, चाक पाउडर, चूना आदि का उपयोग कर सकते हैं। इसके साथ ही गोबर की खाद और वर्मी कम्पोस्ट भी गमले की मिटटी में डालें ताकि टमाटर के फूल फल में बदल जाएँ और टमाटर के फूल गिरने या झड़ने की समस्या न हो।
टमाटर के पौधों के लिए नियमित रूप से उचित खाद और पोषक तत्व देना जरूरी है। नाइट्रोजन, फॉस्फोरस और पोटेशियम युक्त फर्टिलाइजर का इस्तेमाल करें।
गमले में लगे टमाटर के पौधे को कीटों से बचाएं
नियमित रूप से पौधों की जांच करें और कीटों व रोगों से बचाव के लिए उपयुक्त उपाय करें। टमाटर के पौधों की पत्तियों पर अधिकतर लीफ माइनर कीड़ों का हमला होता है। जिस्म सफदे धारीदार लाइने बन जाती हैं, ऐसा तब होता है जब पौधा छोटा होता है। ऐसी स्थिति में आप उस पत्ते को हटा दें जिस पर इस कीट का प्रकोप हो और नीम आयल का स्प्रे करें। दूसरा हमला मारोडिया रोग का होता है, इसके लिए आपको पौधे में छाछ का प्रयोग करना चाहिए। आप छांछ का स्प्रे कर सकते हैं और पानी में मिलाकर गमले की मिट्टी में भी डाल सकते हैं।
इस तरह आप भी घर पर गमले में टमाटर उगाते समय इन छोटी-छोटी बातों (Tomato growing tips in hindi) पर ध्यान देकर टमाटर के पौधे को हरा-भरा और फलदार बना सकते हैं।