आजकल लोग खाने के लिए तरह-तरह के सुपरफूड जैसे स्प्राउट्स, माइक्रोग्रीन्स आदि तैयार करते हैं। माइक्रोग्रीन्स कई सारे विटामिन और लाभकारी पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं, जिन्हें आप सूप, सलाद और अन्य व्यंजनों में गार्निशिंग के रूप में उपयोग कर सकते हैं। रेडिश या मूली माइक्रोग्रीन्स अपने तीखे स्वाद और विभिन्न स्वास्थ्य लाभों के लिए जाने जाते हैं, इन्हें तैयार करना काफी आसान है। आप अपने घर पर कुछ देखभाल के साथ ट्रे में माइक्रोग्रीन्स को उगा सकते हैं। आज हम आपको मूली के बीज से माइक्रोग्रीन्स बनाने की कुछ आसान स्टेप्स बताएंगे, जिनकी मदद से आप सिर्फ 10 से 15 दिनों में इन्हें तैयार कर सकते हैं। घर पर मूली माइक्रोग्रीन्स कैसे उगाएं या तैयार करें, इन्हें तैयार करने की विधि तथा रेडिश माइक्रोग्रीन्स के फायदे जानने के लिए आर्टिकल पूरा पढ़ें।
मूली माइक्रोग्रीन्स उगाने के लिए आवश्यक सामग्री – Materials To Grow Radish Microgreens In Hindi
रेडिश माइक्रोग्रीन्स तैयार करने के लिए आपको निम्न चीजों की आवश्यकता होगी:-
- मूली के बीज
- उथला कंटेनर या ट्रे
- ग्रोइंग मीडियम – कोकोपीट, रॉकवूल या पॉटिंग मिक्स
- वाटरिंग कैन या स्प्रे बोतल
- हार्वेस्टिंग के लिए कैंची या चाकू
मूली के बीज, कोकोपीट और ट्रे को एक साथ कम दाम में खरीदने के लिए आप रेडिश माइक्रोग्रीन्स किट भी खरीद सकते हैं।
घर पर मूली माइक्रोग्रीन्स कैसे उगाएं – How To Grow Radish Microgreens At Home In Hindi
मूली के माइक्रोग्रीन्स उगाना बेहद आसान होता है, आप इन्हें सालभर किसी भी समय पर घर के अंदर उगा सकते हैं। आइये जानते हैं- मूली के माइक्रोग्रीन्स उगाने की विधि के बारे में, जो कि कुछ स्टेप्स में आपको बताई गई हैं:-
Step 1. कंटेनर तैयार करें – Prepare Container For Microgreens In Hindi
आमतौर पर माइक्रोग्रीन्स उगाने के लिए 3 से 6 इंच गहराई वाला और अधिक चौड़ाई वाला कंटेनर आदर्श होता है। अपने चुने हुए कंटेनर में लगभग एक इंच (2.5 सेमी) कोकोपीट या पॉटिंग मिक्स भरें और अच्छी तरह फैलाएं।
Step 2. मूली के बीजों को लगाएं – Plant Radish Seeds In Container In Hindi
अब मूली के बीजों को मिट्टी की सतह पर समान रूप से फैलाएं और मिट्टी में हथेली की मदद से हल्के से दबाएं। बीजों को बोते समय ध्यान रखें, कि उन्हें मिट्टी में घना या कुछ पास-पास लगाएं, जिससे छोटे पौधों को बढ़ने और सीधा रहने के लिए पर्याप्त सहारा मिल सके।
Step 3. बीजों को नमी प्रदान करें – Moisturize The Seeds After Planting In Hindi
बीज लगाने के बाद मिट्टी में स्प्रे बोतल की मदद से पानी का स्प्रे करें और सुनिश्चित करें, कि मिट्टी समान रूप से नम है, लेकिन ओवरवाटरिंग नहीं है।
Step 4. कंटेनर को कवर करें – Cover The Container For Moisture In Hindi
आमतौर पर मूली के बीज नमीयुक्त, आर्द्र वातावरण और अँधेरे में जर्मिनेट होते हैं, इसलिए ट्रे को ऊपर से एक प्लास्टिक कवर या पॉलीथीन से कवर करें। सुनिश्चित करें, कि प्रतिदिन ट्रे में नमी और बीज अंकुरण की जांच करें। आदर्श तापमान 18 से 24 डिग्री सेल्सियस में मूली के बीज लगभग 2 से 3 दिनों में जर्मिनेट हो सकते हैं।
Step 5. पर्याप्त धूप प्रदान करें – Provide Enough Sunlight For Growth Microgreens In Hindi
मूली के माइक्रोग्रीन्स को ठीक से बढ़ने के लिए पर्याप्त रोशनी की आवश्यकता होती है। अतः जब आपके बीजों में से स्प्राउट्स दिखाई देने लगें, तब ट्रे के कवर को हटा दें और ट्रे को रोशनी वाले स्थान अर्थात धूप वाली खिड़की के पास रखें। या फिर आप उन्हें ग्रो लाइट की मदद से भी लाइट प्रदान कर सकते हैं।
Step 6. माइक्रोग्रीन्स को पानी दें – Water The Microgreens In Hindi
प्रतिदिन ट्रे की मिट्टी की नमी के स्तर की जाँच करें और इसे लगातार नम बनाए रखने के लिए जरूरत अनुसार पानी दें। ध्यान रहे, अत्यधिक पानी देने से बचें, क्योंकि अत्यधिक नमी से फफूंदी या सड़न हो सकती है।
Step 7. माइक्रोग्रीन्स की हार्वेस्टिंग करें – Harvesting The Microgreens In Hindi
उचित देखभाल के साथ मूली के माइक्रोग्रीन्स आमतौर पर 10 से 14 दिनों में हार्वेस्टिंग के लिए तैयार हो सकते हैं। एक बार जब माइक्रोग्रीन्स की लम्बाई 2 से 3 इंच हो जाये, तब आपकी माइक्रोग्रीन्स हार्वेस्टिंग के लिए तैयार हो जाती हैं।
माइक्रोग्रीन्स की हार्वेस्टिंग के लिए उन्हें मिट्टी के स्तर से ठीक ऊपर, साफ कैंची या तेज चाकू की मदद से काटें। काटी गई माइक्रोग्रीन्स से मिट्टी के कण को हटाने के लिए उन्हें नीचे से पानी से धोएं।
मूली के ताजा माइक्रोग्रीन्स का उपयोग सलाद, सैंडविच या विभिन्न व्यंजनों पर गार्निश के रूप में किया जा सकता है। बचे हुए माइक्रोग्रीन्स को आप रेफ्रिजरेटर में कागज़ के तौलिये से ढककर स्टोर कर सकते हैं, लेकिन अच्छे स्वाद के लिए कुछ ही दिनों में इनका उपयोग करना सबसे अच्छा है।
मूली के माइक्रोग्रीन्स के फायदे – Benefits Of Radish Microgreens In Hindi
रेडिश माइक्रोग्रीन्स के फायदे निम्न हैं:-
- मूली के माइक्रोग्रीन्स विटामिन, मिनरल्स और एंटिऑक्सीडेंट्स से भरपूर होते हैं।
- रेडिश माइक्रोग्रीन्स डिशों में ताजगी और अद्वितीय स्वाद प्रदान करते हैं।
- इन माइक्रोग्रीन्स में विटामिन सी, फोलेट और आयरन की अच्छी मात्रा होती है, जो स्वस्थ रहने में हमारी मदद करते हैं।
अक्सर पूंछे जाने वाले प्रश्न और उत्तर – Related FAQ And Their Answer In Hindi
प्रश्न: क्या मूली के बीज बोने से पहले भिगोना चाहिए?
उत्तर: बोने से पहले मूली के बीजों को भिगोने की आवश्यकता नहीं है, बल्कि इन्हें छायादार और नम मिट्टी में उगाया जाता है। और जब बीज अंकुरित होने लगें, तो उन्हें एक उज्ज्वल स्थान पर रख दिया जाता है।
प्रश्न: मूली की माइक्रोग्रीन्स को कितने दिनों में उगाया जा सकता है?
उत्तर: मूली की माइक्रोग्रीन्स को कम से कम 10 से 14 दिनों में उगाया जा सकता है।
प्रश्न: क्या मूली की माइक्रोग्रीन्स को खाद देने की आवश्यकता होती है?
उत्तर: मूली की माइक्रोग्रीन्स को उगाते समय खाद की आवश्यकता नहीं होती है, लेकिन अगर मिट्टी की गुणवत्ता कमजोर है, तो आप कम मात्रा में जैविक लिक्विड खाद दे सकते हैं।
प्रश्न: क्या मूली की माइक्रोग्रीन्स की देखभाल के लिए खास सावधानियाँ हैं?
उत्तर: हां, मूली की माइक्रोग्रीन्स की देखभाल के दौरान यह सुनिश्चित करें कि मिट्टी नम रहे, बीजों पर नियमित रूप से पानी का स्प्रे करें और समय-समय पर उनकी साफ़-सफ़ाई करें।
इस लेख में आपने जाना घर पर रेडिश या मूली के माइक्रोग्रीन्स कैसे तैयार करें या उगाएं? इसके अलावा आपने मूली के माइक्रोग्रीन्स को उगाने से लेकर हार्वेस्टिंग तक की जानकारी प्राप्त की। उम्मीद है यह आर्टिकल आपको अच्छा लगा हो, आर्टिकल के संबंध में आपके जो भी सुझाव हैं, हमें कमेंट के माध्यम से जरूर बताएं।