औषधीय गुणों वाला कौंच का पौधा गमले में कैसे लगाएं – How To Grow Mucuna Pruriens Plant At Pot Or Grow Bag In Hindi

कौंच का पौधा गमले में कैसे लगाएं –  कौंच का पौधा (Mucuna Pruriens or Velvet bean) गमले में लगा सकते हैं या नहीं ? जी हाँ, हम कौंच के पौधे को बहुत आसानी से गमले व ग्रो बेग में लगा सकते हैं। बता दें कि कौंच का पौधा औषधीए गुणों से भरपूर होता हैं, इसमें कई औषधीए गुण पाए जाते हैं, जो हमें कई तरह की बीमारियों से निजाद दिलाने में सहायक होते हैं। मुकुना प्र्यूरीएन्स का आयुर्वेद में बहुत महत्वपूर्ण स्थान माना जाता है। कौंच का पेड़ कैसे लगाया जाता हैं, बीज कहां से प्राप्त करें, ग्रो बेग या गमले में पौधा कैसे उगाया जा सकता हैं व मिट्टी कैसी होनी चाहिए? इन सभी बातों की जानकारी हम नीचे दें रहे हैं।

(और पढ़ें: बरसात के मौसम में उगाई जाने वाली हर्ब्स….)

कौंच का पौधा कैसा होता हैं – Mucuna Pruriens Plant In Hindi

Mucuna Pruriens Plant At Pot Or Grow Bag In Hindi

मुकुना प्रुरिएन्स ट्री की लताएँ लंबी होती हैं और कभी-कभी इनकी लंबाई 60 फीट (15 मीटर) तक पहुँच जाती हैं। जैसे जैसे यह पौधा विकसित होता हैं झाड़ीदार आकार लेने लगता हैं, और इसमें लगने वाले फल फली जैसे होते हैं जो बीच में मुड़े रहते हैं।

(यह भी पढ़िए : घर पर सीताफल का पौधा कैसे उगाएं और देखभाल कैसे करें)

कौंच के पौधें में पाएं जाने वाले औषधीए गुण – Medicinal Properties Of Mucuna Pruriens Plant In Hindi

कौंच ट्री के बीजों का उपयोग मनोबल बढ़ाने, स्वास्थ्य लाभ और यौन समस्याओं का समाधान करने के लिए किया जाता है। इसमें एल-डोपा (लेवोडोपा) नामक एक उपद्रव्य पाया जाता हैं, जो दिमाग में डोपामाइन का निर्माण करने में मदद कर सकता है और मूड को सुधार सकता है। बता दें कि कौंच अपने औषधीय गुणों के कारण आयुर्वेदिक चिकित्सा में भी प्रचलित है। इसे तंतुरक्त, शीघ्रपतन, शुक्र दोष, और वीर्य की कमी जैसी समस्याओं के उपचार के लिए उपयोग किया जाता है।

कौंच का पौधा गमले में लगाने के लिए मिट्टी – How To Plant Mucuna Pruriens In A Grow Bag In Hindi

कौंच का पौधा अच्छी गुणवत्ता और अच्छी ड्रेनेज क्षमता वाली मिट्टी में अच्छे से विकसित होता है। गमले में पौधा लगाने के लिए मिट्टी को अच्छी तरह से तैयार कर लें, ताकि मिट्टी अच्छी ड्रेनेज क्षमता वाली बन सकें। बता दें कि कौंच का पौधा आमतौर पर न्यूट्रल से थोड़ा अधिक एसिडिक मिट्टी में अच्छे से बढ़ता है। इसलिए मिट्टी का पीएच स्तर 6.0 से 7.5 के बीच होना चाहिए। मिट्टी में कोम्पोस्ट और जरूरी खाद्य पदार्थ को मिश्रित करें, जिससे पौधे को आवश्यक पोषण प्राप्त हो सकें।

(यह भी पढ़े : घर में संतरा का पौधा बीज से कैसे लगाए और देखभाल कैसे करें)

गमले का साइज कौंच का पौधा लगाने के लिए  – Grow Bag Size For Planting Mucuna Pruriens In Hindi

यदि आप आप गमले या ग्रो बेग में कौंच का पौधा लगाने वाले हैं, तो इसके लिए छोटे गमले जिनका आकार 10-12 इंच के आस-पास होता हैं, पौधा लगाने के लिए उपयुक्त हो सकते हैं। गमले के कुछ आकार नीचे दिए गए हैं आप इनका उपयोग भी कर सकते हैं।

ग्रो बैग्स या गमले - Grow Bags Or Pots For Planting Seeds In Winter Garden In Hindi 

  • 12 x 15 इंच (W*H)
  • 12 x 12 इंच (W*H)
  • 15 x 15 इंच (W*H)

गमले में कौंच का पौधा कैसे उगाएं – How To Grow Kaunch Plant In Pot In Hindi

यदि आप अपने घर पर केवच औषधि का पौधा उगाने का सोच रहे हैं, तो बता दें कि आप इस पौधे को घर पर किसी ग्रो बेग, गमले या पॉट में लगा सकते हैं। आइए जानते हैं गमले में कौंच के बीज लगाने की विधि क्या है।

  • सबसे पहले आप चुने गए ग्रो बेग या गमले में मिट्टी भरें। लेकिन इस बात का ध्यान रखे कि ग्रो बेग में मिट्टी डालते हैं, यह ऊपर से लगभग 3 इंच खाली रहे।
  • गमले के मध्य में लगभग ½ इंच गहराई में कौंच के बीज को लगाएं, बता दें कि आप 2 से 3 बीजों को एक साथ लगा सकते हैं।
  • इसके बाद मिट्टी से बीज को डंक दें।
  • अब आप गमले में वाटर कैन की मदद से पानी डाल सकते हैं।
  • बीज लगे हुए गमले को ऐसे स्थान पर रखें, जहाँ कम से कम 5 से 6 घंटे की धूप आती हो।
  • उचित देखभाल के साथ कौंच के बीजों को अंकुरित होने में 5-6 दिन का समय लग सकता है।
  • जब पौधा मिट्टी से बाहर निकालने लगे, तो समय समय पर पानी और आवश्यक खाद पदार्थ देना बिल्कुल न भूले।

पौधे की देखभाल कैसे करें – How To Take Care Of A Mucuna Plant In Hindi

कौंच के पौधे की देखभाल को सही तरीके से करने से पौधे का सही विकास होता हैं और अच्छे फल प्राप्त किए जा सकते हैं। पौधे की देखभाल करने के लिए यहाँ कुछ महत्वपूर्ण जानकारी दी जा रही हैं।

बीज का चयन (Seeds)

mucuna pruriens Plant

सही बीज का चयन करें और बीज को बोने से पहले अच्छे से साफ कर लें। अच्छा बीज आपको किसी रजिस्टर्ड प्लांट सेलर से खरीद सकते हैं।

मिट्टी (Soil)

The Best Soil for Growing Ageratum

कौंच के पौधे सूखी मिट्टी में अच्छे से विकसित होते हैं, इसलिए ड्रेनेज क्षमता वाली मिट्टी का चयन करें।

पानी (Water)

बहुत कम या बहुत अधिक पानी देना - Too Little Or Too Much Water Give Of Plants In Hindi 

 

यह सुनिश्चित करें कि पौधों को नियमित रूप से पानी मिलता रहे, खासकर जब मौसम गर्म और सुखा होता है।

सूर्य प्रकाश (Sunlight)

अधिक तापमान का बीज अंकुरण पर क्या प्रभाव होता है - Effect Of High Temperature On Seed Germination In Hindi

गमले को ऐसी जगह पर रखे जहां सूर्य की रौशनी पर्याप्त मात्रा में प्राप्त हो सके।

जैविक खाद (Organic Fertilizer)

गर्मियों के इन महीनों में खाद डालें - What Month To Fertilize Plants In Summer In Hindi 

पौधों को नियमित अंतराल पर आप जैविक खाद्य प्रदान करें। जीवाश्म, कोम्पोस्ट, निट्रोजन, फॉस्फोरस, पोटाश, मिनरल्स, वर्मीकॉम्पोस्ट, नीम केक या अन्य खाद्य पदार्थ का उपयोग करें।

यह भी पढ़िए : गार्डनिंग के लिए 10 ऐसे खाद जिनके बारे में कोई आपको नहीं बताता हैं 

प्रूनिंग (Pruning)

जब पौधा पूरी तरह से विकसित हो जाता है, तो आप फलों की प्रुनिंग करें ताकि पौधा और फल स्वस्थ रहें।

कीटनाशकों उपयोग

यदि कीटनाशकों की आवश्यकता होती हैं, तो आप जरूरतानुसार पर्याप्त मात्रा में उपयोग कर सकते हैं।

कौंच के पौधे को कीट और रोग से कैसे बचाएं – Mucuna Pruriens Plant Insect And Disease In Hindi

कौंच के पौधों को कीटाणुओं और रोगों से बचाने के लिए आप स्वस्थ बीजों का चयन कर सकते हैं, अच्छी मिट्टी, नियमित निगरानी, संतुलित खाद्य का उपयोग, बारिश के दौरान सावधानी बरतना और समय समय पर आवश्यक छिडकाव करें।

FAQs

वेलवेट बीन में कौन कौन से औषधीय गुण पाए जाते हैं?

तंतुरक्त, शीघ्रपतन, शुक्र दोष, और वीर्य की कमी जैसी समस्याओं को दूर करता हैं।

कौंच के पौधे को किन किन नामों से जाना जाता हैं?

कौंच (Mucuna Pruriens) पौधे को वेलवेट, काउंच, मुकुना प्रुरिएन्स नाम से भी जाना जाता हैं।

कौंच या केवाच पौधे का वैज्ञानिक नाम क्या हैं?

इसका वैज्ञानिक नाम “Mucuna pruriens” है।

(यह भी पढ़िए : गमले में टमाटर का पौधा कैसे लगाएं? और उगाएं खुद के आर्गेनिक टमाटर)

इस लेख में हमने आपको बताया कि आप औषधीए गुणों (जड़ी बूटी) वाला कौंच का पौधा गमले में कैसे लगाएं । अगर आप इस लेख के संबंध में हमें सुझाव देना चाहते हैं तो हमें कमेंट में जरुर बताएं।

 

Leave a Comment