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Om Thakur

सितंबर महीने में लगाए जाने वाले फल !

आमतौर पर गार्डन में फ्रूट प्लांट उगाना सभी गार्डनर का शौक होता है, लेकिन किसी भी गार्डन में फ्रूट प्लांट्स आसानी से नहीं उग पाते हैं, इन्हें उगाने के लिए विशेष देखभाल के साथ अधिक लम्बे समय की भी आवश्यकता होती है।

यदि आप अपने गार्डन में फल के पौधों को लगाना चाहते हैं, तो सितंबर का महीना एक ऐसा समय है, जो कि फल वाले पेड़ उगाने के लिए अनुकूल मौसम होता है, इस समय आप अपने गार्डन में बहुत से फ्रूट ट्री को आसानी से लगा सकते हैं। तो आइये जानते हैं सितंबर में लगाए जाने वाले फल कौन-कौन से हैं:

अंजीर (Fig)

नर्सरी से खरीदे गए अंजीर के छोटे पौधे को पॉट में लगाया है, तो वह आपको 2-4 साल में फल दे सकता है और यदि आपने बीज से इस पौधे को उगाया है, तो उसे फल देने में 7-10 साल का समय लग सकता है।

सेब (Apple)

बीज से सेब का पेड़ लगाने की अपेक्षा नर्सरी से लाया हुआ छोटा पौधा आपको कम समय में फल दे सकता है। नर्सरी वाला पौधा आपको 2-4 साल में फल दे सकता है, लेकिन बीज से लगाया एप्पल ट्री को फल देने में 5-10 साल का समय भी लग सकता है।

बेर (Plum)

आम तौर पर बीज द्वारा लगाए गए बेर के पौधे में फल लगने में तीन से चार साल का समय लग जाता है, और बेर के पेड़ को पूरी तरह विकसित होने में छह साल का समय लग सकता है। यदि आपने इस पेड़ की बौनी किस्म को लगाया है, तो आपको कुछ वर्षों में ही प्लम (बेर) तोड़ने मिल सकते हैं।

नाशपाती (Pear)

यदि आपने नर्सरी से खरीदे गए छोटे नाशपाती के पौधे को पॉट में लगाया है, तो वह आपको 2-4 साल में फल दे सकता है और यदि आपने बीज से इस पौधे को उगाया है, तो उसे फल देने में 7-10 साल का समय लग सकता है।

अंगूर  (Grapes)

अंगूर का पौधा बीज से, ग्राफ्टिंग से और कटिंग से लगाया जाता है या फिर आप नर्सरी से अंगूर का पौधा खरीदकर भी अपने घर पर उगा सकते हैं। कटिंग से पौधा लगाने के 1 से 3 वर्ष बाद बेल में अंगूर लगने शुरू हो सकते हैं और यदि बीज से पौधे को उगाया जाता है, तो फल लगने में लगभग 3 से 7 वर्ष का समय लग सकता है।

ब्लूबेरी (Blueberries)

ब्लूबेरी का पौधा बीज द्वारा और कटिंग द्वारा लगाया जाता है। यदि आप ब्लूबेरी का पौधा कटिंग से लगाते हैं, तो इस नए पौधे को फल देने में 2 से 4 साल का समय लगा सकता है और यदि बीज से इस पौधे को उगाते हैं, तो 4 साल से भी ज्यादा का समय लग सकता है।

शहतूत (Blackberries)

ब्लैकबेरी का पौधा बीज द्वारा और नर्सरी से लाये हुए छोटे पौधों द्वारा लगाया जाता है। इसमें फल लगभग 2 से 3 साल में लगने लगते हैं।

आड़ू या पीच (Peach)

पीच या आड़ू फल के पौधे को प्रमुख दो विधियों से लगाया जा सकता है:- ग्राफ्टिंग और बीज द्वारा। इसमें लगभग 2 से 3 सालों में फल लगने लगते हैं

शफ़तालू (Nectarine)

शफ़तालू का पौधा बीज द्वारा और ग्राफ्टिंग से लगाया जा सकता हैं, लेकिन ग्राफ्टिंग द्वारा इस फल के पेड़ को लगाने का पसंदीदा तरीका है। इसमें लगभग 3 से 4 साल में फल लगने लगते हैं।

लोकाट (Loquat)

लोकाट फल के पौधे को बीज द्वारा, ग्राफ्टिंग से और एयर-लेयरिंग विधि से लगाया जा सकता है, लेकिन सफलतापूर्वक पौधे उगाने के लिए एयर-लेयरिंग विधि उपयोग में लायी जाती है। एयर-लेयरिंग विधि से इसमें 4 साल में फल लगने लगते हैं, लेकिन यदि बीज से इस पौधे को लगाया है, तो फल लगने में 10 साल से भी अधिक समय लग सकता है।

अमरूद (Guava)

अमरूद के पेड़ को बीज द्वारा, कटिंग द्वारा, एयर लेयरिंग और ग्राफ्टिंग विधियों से लगाया जा सकता है। इसको फल देने में 3-4 साल का समय लग सकता है। इस पौधे को ग्राफ्टिंग से उगाना सबसे अच्छा होता है, इस विधि से उगाए गए अधिकांश पौधे उसी वर्ष फल देने लगते हैं।

आम (Mango)

आम के पेड़ को बीज द्वारा, और ग्राफ्टिंग विधि से लगाया जा सकता है, आप इसे अपने घर पर नर्सरी से छोटे पौधे लाकर भी लगा सकते हैं। ग्राफ्टेड पेड़ और नर्सरी वाले आम के पौधे आमतौर पर 3 से 5 साल में फल देने लगते हैं और बीज द्वारा इस पौधे को लगाने पर फल लगने में 8 साल से भी अधिक समय लग सकता है।

लीची (Lychee)

लीची के पेड़ को बीज द्वारा, कटिंग से और एयर-लेयरिंग विधि से लगाया जा सकता है, आप इसे अपने घर पर नर्सरी से छोटे पौधे लाकर भी लगा सकते हैं। यह प्लांट कटिंग से लगाने पर लगभग 3 से 4 सालों में फल देने लगता है लेकिन बीज से लगाने पर फ्रूटिंग में 10 साल से भी अधिक का समय लग सकता है