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Om Thakur
उपयोग की हुई चाय पत्ती से आर्गेनिक खाद कैसे बनाएं?
गार्डन में लगे पौधों की बेहतरीन ग्रोथ के लिए जैविक खाद सबसे अच्छी होती है एवं चायपत्ती की खाद भी उन्ही ऑर्गेनिक उर्वरकों में से एक है और इस खाद की सबसे अच्छी बात यह है कि यह आसानी से उपलब्ध होती है, लेकिन उस चायपत्ती को इस्तेमाल करने के बाद कचरे में फेंक दिया जाता है
पर क्या आप जानते हैं चाय बनाने के बाद चायपत्ती का उपयोग, खाद के रूप में भी किया जा सकता है। यदि आप एक बार बची हुई चायपत्ती के ऐसे अनोखे इस्तेमाल जान लेंगे तो कभी भी इसे आप कचरे में नहीं फेकेंगे। तो आईये जानते हैं उपयोग की गई चाय पत्ती से आर्गेनिक खाद बनाने का तरीका!
पौधों के लिए चाय पत्ती से खाद कैसे बनाएं
पौधों के लिए चाय पत्ती की ऑर्गेनिक खाद बनाने लिए आप फ्रेश चायपत्ती भी ले सकते हैं या फिर इस्तेमाल की हुई चायपत्ती को भी उपयोग में ला सकते हैं। मगर ध्यान रहे कि बिना इस्तेमाल की हुई चाय पत्ती को एक से दो बार पानी में अच्छे से जरूर उबालें। चाय पत्ती से खाद बनाने की स्टेप्स के लिए अगली स्लाइड में जाएँ:
स्टेप-1
उपयोग की गयी चाय पत्ती के ढेर को इकट्ठा कर, इसे अच्छे से पानी से धो लें
स्टेप-2
धुली हुई चाय पत्ती को अच्छे से निचोड़ कर एक मिट्टी के घड़े में डाल दें और ढक्कन से बंद कर दें
स्टेप-३
घड़े को ऐसी जगह पर रखें जहाँ न तो सीधी धूप पड़े और न ही बारिश में भीगे
स्टेप-4
अब हर रोज बची हुई चाय पत्ती को धो कर एवं निचोड़ कर घड़े में डालते जाएँ, इस तरह घड़ा भर जायेगा
स्टेप-5
ढाई से तीन महीने बाद घड़े में चाय पत्ती आधी रह जाती है
स्टेप-6
अब इस बची हुई पत्ती को धूप में सुखा लें, इस तरह टी कम्पोस्ट उपयोग के लिए तैयार है
खाद का इस्तेमाल कैसे करें !
यदि गमले या ग्रो बैग का आकार 12 से 14 इंच है तो पौधे में चार से पांच चम्मच या आधा से एक मुट्ठी चायपत्ती खाद को मिला सकते हैं। यदि गमले का आकार बड़ा या छोटा है तो उसी के अनुसार मात्रा को बढ़ा या घटा लेना चाहिए। चायपत्ती खाद को पौधों में डालने से पहले खुरपी (trowel) की मदद से उपरी सतह की एक इंच मिट्टी को हटा दें एवं फिर खाद डालने के बाद इसे मिट्टी से ढक दें।
खाद का उपयोग कब करें !
चायपत्ती की खाद को पौधों में लगभग 1-2 महीने के अंतर से डालना चाहिए। ज्यादा मात्रा में व अधिक बार चायपत्ती खाद को पौधों में उपयोग न करें, क्योंकि इससे पौधे के नष्ट होने की संभावना हो सकती है।
खाद का प्रयोग कहाँ करें!
चायपत्ती खाद को फूलों वाले पौधे जैसे मोगरा, गुलाब आदि एवं सब्जी वाले पौधों जैसे टमाटर, बैंगन आदि में भी प्रयोग किया जा सकता है।
चाय पत्ती की खाद के फायदे
यह पौधों में एक संतुलित NPK का कार्य करता है।
इस खाद को बनाने में कोई लागत नहीं आती
मिट्टी में चायपत्ती खाद के इस्तेमाल करने से मिट्टी की जल धारण क्षमता बढती है।
चायपत्ती की खाद शत-प्रतिशत ऑर्गेनिक है
यह खाद, मिट्टी की संरचना में भी सुधार करती है व मिट्टी में वायु की निकासी को सुगम बनाती है।
यह खाद, फूलों व फलों की मात्रा व गुणवत्ता को बढ़ाती है।
यह खाद मिट्टी के पीएच को अम्लीय बनाकर रखती है।
उपयोग करते समय रखें सावधानियां
चायपत्ती की खाद बनाने से पहले उसको अच्छे से धो लेना चाहिए, वरना दूध में उपस्थित फैट्स की वजह से बदबू हो सकती है व चीनी की वजह से पौधे में चींटी लग सकती है।
चायपत्ती में उपस्थित अतिरिक्त पानी को बाहर निकाल देना चाहिए।
पौधे में अधिक मात्रा में खाद का प्रयोग न करें।
बिना उबली या बिना उपयोग की हुई चायपत्ती को सीधे पौधों पर इस्तेमाल न करें, इससे पौधे की जड़ों का नष्ट होने का खतरा बना रहता है।