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Om Thakur
बरसात के मौसम में उगाई जाने वाली बेस्ट टॉप-10 वेजिटेबल
मानसून के समय कम तापमान तथा आर्द्र परिस्थितियां होने के कारण बारिश के मौसम में बीज अंकुरण प्रक्रिया तथा पौधों की ग्रोथ तेजी से होती है। ऐसे में अपने होम गार्डन में सब्जियों को बीज से उगाना बहुत ही आसान होता है। तो आईये जानते हैं बेस्ट १० वेजिटेबल जो रैनी सीजन में ग्रो कर सकते हैं:
टमाटर (Tomato)
किचिन गार्डन के गमले या ग्रो बैग में टमाटर उगाना बहुत आसान है, उत्तर भारत में बारिश के मौसम में टमाटर उगाने का आदर्श समय जून-अगस्त के बीच होता है और दक्षिण भारत में टमाटर के बीज जुलाई-अगस्त के मध्य लगाए जाते हैं।
बैंगन (Brinjal)
बैंगन को बरसात के समय जलवायु के आधार पर उत्तर भारत में मध्य जून के समय तथा दक्षिण भारत में जून-जुलाई के समय लगाया जाता है। ये पौधे बड़े आकार के गमले या ग्रो बैग में अच्छी जल निकासी वाली मिट्टी में आसानी से उगाए जा सकते हैं।
खीरा (Cucumber)
घर पर गमले या ग्रो बैग में खीरा आसानी से उगाई जाने वाली सब्जियों में से एक है, जिसे आप बरसात के समय अपने किचिन गार्डन या रूफटॉप गार्डन में उगा सकते हैं। खीरा के पौधे, नम और अच्छी जल निकासी वाली मिट्टी में तथा पर्याप्त धूप में उगना पसंद करते हैं।
लौकी (Bottle Gourd)
होम गार्डन में बरसात के समय गमले या ग्रो बैग में लौकी की बेल को आसानी से उगाया जा सकता है। गार्डन या गमले की मिट्टी में लौकी के बीज लगभग 1-2 इंच की गहराई पर तथा 4-5 फीट की दूरी पर लगाना चाहिए।
पालक (Spinach)
मानसून अर्थात् बरसात के समय पालक लगाने का सही समय जून-जुलाई का होता है, आप मई-जून में भी पालक के बीज गमले या गार्डन की मिट्टी में लगा सकते हैं। पोषक तत्व युक्त बेहतर जल निकासी वाली मिट्टी में पालक के बीज ½ इंच की गहराई पर लगाना चाहिए।
हरी मिर्च (Green Chillies)
बरसात का समय मिर्च के पौधे उगाने का सबसे अच्छा समय है तथा इस समय आप अपने मानसून गार्डन में गमले या ग्रो बैग की मिट्टी में मिर्च के पौधे उगा सकते हैं। बारिश के मौसम में मिर्च उगाने के लिए आंशिक छाया वाली जगह चुनें, लेकिन जब पौधे बड़े हो जाते हैं, तो उन्हें रोजाना 5-6 घंटे की धूप मिलनी चाहिए।
भिंडी (Lady Finger or Okra)
बरसात के समय भिण्डी के बीज लगाने के लिए धूप वाली जगह चुनें। गमले की मिट्टी में भिण्डी के बीजों को लगभग ½-1 इंच की गहराई में तथा पौधों को एक दूसरे से लगभग 12-18 इंच की दूरी पर लगाना चाहिए।
सेम (Sem phalli or Sem Bean)
बरसात के समय किचिन गार्डन में फलियां ग्रो करने के लिए आंशिक धूप वाला स्थान अच्छा विकल्प है। बीन्स की जड़ संरचना बहुत नाजुक होती है, इसीलिए इन्हें प्रत्यारोपित नहीं किया जाना चाहिए।
करेला (Bitter Gourd)
आप बरसात के समय करेले के बीज को जुलाई-अगस्त के महीने में लगा सकते हैं, करेला के पौधे अच्छी जल निकासी वाली रेतीली दोमट मिट्टी में उगना पसंद करते हैं।
कद्दू (Pumpkin)
बरसात के समय नम तथा आर्द्र परिस्थितियों में कद्दू को गमले या ग्रो बैग में आसानी से उगाया जा सकता है। कद्दू की बेल रोजाना 5-6 घंटे की धूप तथा 21°C से 35°C के बीच के तापमान में तेजी से ग्रो करती है।