छाया में खिलने वाले फूलों की जानकारी – Shade loving flowering plants in Hindi

क्या आपके गार्डन का अधिकांश हिस्सा सारे दिन छाया से ढका रहता है? यदि हाँ, तो आप इस लेख में कुछ ऐसे फूल वाले पौधों के बारे में जानेगें, जिन्हें आप अपने छाया वाले गार्डन में आसानी से उगा सकते हैं। चूँकि पौधों और फूलों को उगने के लिए आमतौर पर धूप और प्रकाश की जरूरत होती है। इनका अभाव होने पर पौधे मुरझाने लगते हैं। इसलिए छाया वाली जगहों का इस्तेमाल पौधों को लगाने के लिए नहीं किया जाता है। लेकिन आपको यह जानकर हैरानी होगी कि, कुछ पौधे ऐसे हैं जो छाया में विकसित होते हैं और इन पर फूल भी खिलते हैं। छाया में उगने वाले पौधों के फूल काफी हेल्दी होते हैं और उन फूलों का रंग भी लंबे समय तक बना रहता है।

छाया में खिलने वाले पौधों को साइकोफाइट्स (Sciophytes) कहा जाता है। इन पौधों को विकसित होने के लिए बहुत अधिक धूप और प्रकाश की जरूरत नहीं होती है। इसके बावजूद छाये में यह पौधे अच्छी वृद्धि करते हैं। आइए जानते हैं छाया में खिलने वाले फूल वाले पौधे कौन कौन से हैं।

पौधों के लिए छाया की स्थिति – Shade conditions for plants in Hindi

पौधों के लिए छाया की स्थिति आमतौर पर दो प्रकार की होती है।

  • आंशिक या हल्की छाया (Partial shade)
  • पूर्ण छाया (Full shade)

आंशिक छाया (Partial Shade) – यह एक ऐसी स्थिति है, जिसमें पौधों पर पूरे दिन के दौरान आधे से भी कम समय के लिये धूप पड़ती है। आंशिक छाया की स्थिति में सूर्य का प्रकाश पूरे दिन में आधे से भी कम समय के लिए रहता है या पौधों को पूरे दिन फ़िल्टर्ड या मंद धूप प्राप्त होती है। आंशिक छाया वाले पौधे (Partial shade plants) कम धूप में ही अच्छी तरह विकसित होते हैं।

पूर्ण छाया (Full Shade ) – यह एक ऐसी स्थिति है जिसमें पेड़, झाड़ियों और इमारतों के नीचे पौधे विकसित होते हैं। पूर्ण छाया वाले पौधे उन क्षेत्रों में बढ़ते हैं जहां सीधी धूप नहीं मिलती है। पूर्ण छाया वाले क्षेत्र आमतौर पर बहुत बड़े पेड़ों के नीचे या संरचना के उत्तर की ओर होते हैं। अर्थात यदि किसी स्थान पर पूरे दिन में 2 घंटे से भी कम सीधे सूर्य का प्रकाश (धूप) पहुँचता है, तो उस स्थिति को पूर्ण छाया की स्थिति कहा जाता है।

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छाया और धूप वाले पौधों में अंतर – Difference between Shade-Loving and Sun-Loving Plants in Hindi

पौधों को पूर्ण रूप से विकसित होने के लिए किसी भी प्रकास से सूर्य के प्रकाश की आवश्यकता होती है। जिनमें से अधिकांश पौधों को ग्रो करने के लिए पूर्ण सूर्य प्रकाश अर्थात दिन में 8 या उससे अधिक समय की धूप जरुरी होती है, तथा कुछ पौधों को विकसित होने के लिए आंशिक प्रकाश अर्थात दिन में लगभग 4 घंटे की धूप मिलनी जरुरी होती है।

यदि आपके घर पर या गार्डन में दिन में चार घंटे से भी कम समय के लिए सूर्य का प्रकाश पहुँचता है, तो आप वहां पर आंशिक या पूर्ण सूर्य प्रकाश में विकसित होने वाले पौधों को ग्रो नहीं कर सकते हैं।

पेड़ों के नीचे छाया की स्थिति पूरे साल के दौरान एक समान नहीं होती है। पतझड़ के समय में पेड़ों के नीचे आंशिक या पूर्ण सूर्य प्रकाश की स्थिति उत्पन्न हो जाती है और वही वसंत ऋतु के निकल जाने के बाद पेड़ों के नीचें बिलकुल भी सूर्य प्रकाश नहीं पहुँच पाता है, जिससे पूर्ण छाया या आंशिक छाया की स्थिति बन जाती है।

छायादार पौधों के लिए मिट्टी और मल्चिंग – Soil and Mulch for Shade loving flower plants in Hindi

छाया में पौधे उगाने के लिए कार्बनिक रूप से उपजाऊ मिट्टी का इस्तेमाल करना चाहिए। छायादार जगहों पर मिट्टी की सतह घासफूस और पत्तों से ढकी होती है। ऐसे जगहों की मिट्टी पतली होती है लेकिन जब तक वह पत्तों से ढकी रहती है तब तक पौधों के लिए बेहतर होती है। हर छायादार स्थान की मिट्टी अलग-अलग होती है। ऐसी जगहों पर पौधे की ग्रोथ के लिए बारीक कटी पत्तियों को मिट्टी में मिलाना चाहिए।

मल्चिंग खरपतवार को कम करने, मिट्टी की नमी बनाए रखने और गार्डन को एक आकर्षक रूप देने में मदद करता है। मल्चिंग में देवदार की पत्तियों का इस्तेमाल करना चाहिए जो मिट्टी में आसानी से टूट जाती हैं।

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छाया में उगने वाले फूल वाले पौधे – Shade loving flowering plants in Hindi

छाया में खिलने वाले फूल को आप इंडोर या आउटडोर बड़े पेड़ों के नीचे गमले या गार्डन की मिट्टी में उगा सकते हैं। कुछ प्रमुख छाया पसंद करने वाले पौधे निम्न हैं:

  • रोडोडेंड्रोन (Rhododendrons)
  • हाइड्रेंजिया (Hydrangeas)
  • होस्टा फ्लावर (Hosta)
  • पैन्सी (Pansies)
  • वायलेट फ्लावर (Violets)
  • विंका (Vinca)
  • इम्पेतिन्स (Impatiens)
  • लिली (Lilies)
  • एस्टिल्बे (Astilbe)
  • बेगोनिया (Begonia)
  • लोबेलिआ (Lobelia)
  • इंडियन पिंक (Indian Pink)
  • येलो ब्लीडिंग हार्ट (Yellow Bleeding Heart)
  • ब्लू लीडवुड (Blue Leadwood)
  • कॉपर प्लांट (Copper Plant)
  • टोड लिली (Toad lily)
  • लियोपार्ड प्लांट (Leopard plant)

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रोडोडेंड्रोन – Rhododendrons flower in Hindi

रोडोडेंड्रोन - Rhododendrons flower in Hindi

रोडोडेंड्रोन एक छायादार झाड़ी वाला पौधा है, जो एक पेड़ के नीचे पूर्ण छाया या आंशिक छाया में आसानी से ग्रो कर सकता है। इस फूल वाले पौधे के लिए विकसित होने के लिए 4.4 से 6.0 पीएच वाली मिट्टी की आवश्यकता होती है। इसके फूलों का रंग गहरा लाल या फीका गुलाबी होता है, जो मार्च-अप्रैल और जून-सितम्बर के महीनों में खिलते हैं।

हाइड्रेंजिया – Hydrangeas flower in Hindi

हाइड्रेंजिया - Hydrangeas flower in Hindi

हाइड्रेंजिया पौधा छाया में उगना पसंद करता है, इसलिए इसे छाया वाले स्थान में आसानी से ग्रो किया जा सकता है। नीले और लैवेंडर रंग के फूलों के कारण हाइड्रेंजिया एक लोकप्रिय सजावटी पौधा है। इसकी ऊंचाई 1.5 से दो मीटर तक होती है। इसके फूल नीले, सफेद व गुलाबी रंग के होते है, जो कि वसंत और गर्मियों में खिलते हैं इस पौधे को लगातार नमी की आवश्यकता होती है  

होस्टा फ्लावर – Hosta flower in Hindi

होस्टा फ्लावर - Hosta flower in Hindi

होस्टा प्लांट को छाया प्रेमी पौधे के रूप में जाना जाता है।  हैं। यह आसान देखभाल और कम रखरखाव वाले बगीचे के लिए आदर्श बारहमासी पसंदीदा पौधा है। यह पौधा चार से आठ साल में पूरी तरह से परिपक्व हो जाता है। इसे थोड़ी अम्लीय पीएच वाली समृद्ध जैविक मिट्टी में रोपा जाना चाहिए। 

(और पढ़ें: महीने के अनुसार खिलने वाले फूलों के नाम….)

पैन्सी – Pansies flower in Hindi

पैन्सी - Pansies flower in Hindi

पैन्सी बेहद खूबसूरत फूल वाला पौधा है जिसे वसंत या पतझड़ में छाया वाले स्थान पर उगाया जा सकता है। जलवायु के आधार पर पैंसी को वार्षिक (annual) या बारहमासी (perennial) माना जा सकता है। हालांकि, अधिकांश माली पैन्सी को वार्षिक पौधा मानते हैं, क्योंकि यह ठंडा मौसम पसंद करता है और गर्मी में बहुत अधिक फलीदार हो जाता है। वसंत ठंढ के 8 से 10 सप्ताह पहले सर्दियों में पैंसी के बीज बोये जा सकते है। भारत में Pansy फूलों के बीज ऑनलाइन खरीदने के लिए यहाँ क्लिक करें।

वायलेट फ्लावर – Violets flower in Hindi

वायलेट फ्लावर - Violets flower in Hindi

वायलेट फ्लावर को उगने के लिए बहुत अधिक धूप की आवश्यकता नहीं होती है, अतः इसे आप पेड़ के बीचे या बालकनी में पूर्ण या आंशिक छाया में उगा सकते हैं। इस फूल वाले पौधे में बैंगनी-नीले फूलों के साथ दिल के आकार के पत्ते होते हैं। वायलेट फ्लावर की कुछ किस्मों में सफेद या पीले रंग के फूल होते हैं। वायलेट फ्लावर के पौधे को कुछ क्षेत्रों में वार्षिक (annuals) या द्विवार्षिक (biennials) माना जाता है।

विंका – Vinca flower in Hindi

विंका - Vinca flower in Hindi

यह पौधा पूर्ण या आंशिक छाया में अच्छी तरह से बढ़ता है और अनोखा गुलाबी (striking pink) फूल विकसित करता है। इसे पूरी तरह से विकसित होने के लिए थोड़ी नम मिट्टी की आवश्यकता होती है। यह फूल वाला पौधा आमतौर पर 12 से 24 इंच लंबाई तक बढ़ता है। इसके फूल अंतिम ठण्ड और शुरुआती गर्मियों में फूलते हैं।

इम्पेतिन्स – Impatiens flower in Hindi 

इम्पेतिन्स - Impatiens flower in Hindi 

छायादार बगीचे के लिए दुनिया में सबसे प्रसिद्ध विभिन्न रंगों वाले फूल उत्पन्न करने वाले पौधों में इम्पेतिन्स शामिल है। इसे हल्की या मध्यम छाया में अच्छी तरह से विकसित किया जा सकता है। हालाँकि इम्पेतिन्स पौधे के लिए नियमित रूप से पानी और अच्छी खाद देने की आवश्यकता होती है।

लिली – Lilies flower in Hindi

लिली - Lilies flower in Hindi

बगीचे में इस खूबसूरत पौधे को उगाना काफी आसान है। ये बारहमासी फूल शरद ऋतु में सबसे अच्छे तरीके से लगाए जाते हैं और साल-दर-साल कम से कम देखभाल के साथ वापस फूल देते हैं। लिली के फूल गुलाबी, सुनहरे, लाल, नारंगी और सफेद सहित कई खूबसूरत रंगों के हो सकते हैं।

इंडियन पिंक – Indian Pink in Hindi

यह छाया में खिलने वाला फूल है जो 1 से 2 फीट की ऊंचाई के बीच बढ़ती है। इसमें लंबे लाल फूल खिलते हैं। इन फूलों के खिलने का समय जून में होता है। हमिंग बर्ड इस पौधे के प्रति काफी आकर्षित होते हैं।

येलो ब्लीडिंग हार्ट – Yellow Bleeding Heart in Hindi

छाया में उगने वाले इस पौधे में महीनों फूल खिलते हैं। इसमें पीले रंग के फूल लगते हैं जो 12 इंच लंबे होते हैं। यह बगीचे और कॉलोनी में बेहतर तरीके से विकसित होता है। इमारतों के नीचे छाया में भी येलो ब्लीडिंग हार्ट ग्रो करता है।

ब्लू लीडवुड – Blue Leadwood in Hindi

ब्लू लीडवुड बारहमासी फूल शरद ऋतु में छाया में उगता है। यह नम मिट्टी के साथ सूखी मिट्टी में भी अच्छी ग्रोथ करता है। इस खूबसूरत फूल को सजावटी पौधा माना जाता है और बगीचे की सुंदरता बढ़ाने के लिए इसे छाया वाले स्थान में उगाया जा सकता है।

कॉपर प्लांट – Copper Plant in Hindi

यह पौधा आंशिक और पूर्ण छाया दोनों ही परिस्थितियों में उगता है। इसे अधिक पानी की जरूरत नहीं होती है और यह शुष्क जलवायु में अच्छी तरह बढ़ता है। छाया में उगने वाले पौधों में लोगों की यह पहली पसंद होती है।

(और पढ़ें: सर्दियों में खिलने वाले फूलों की जानकारी….)

टोड लिली – Toad lily in Hindi

यह फूल आर्किड की तरह बेहद खूबसूरत दिखता है और देर से खिलता है। टोडलिली की कई अलग-अलग किस्में हैं, लेकिन अधिकांश में गुलाबी, गुलाब या बरगंडी के धब्बों के साथ सफेद रंग के फूल होते हैं। पत्तियां तनों के चारों ओर लिपटी होती हैं। छाया में खिलने वाले फूलों में यह सर्वोत्तम फूल है।

लियोपार्ड प्लांट – Leopard plant in Hindi

यह छाया-प्रेमी बारहमासी फूलों में सबसे अधिक आकर्षक और सुंदर पौधा है। प्रजातियों के आधार पर, मध्य गर्मियों में दिल के आकार की पत्तियों के ऊपर चमकीले पीले फूलों के लम्बे स्पाइक या गुच्छे निकलते हैं। 4 फीट तक की ऊंचाई तक पहुंचता है। लेकिन समय बीतने के बाद यह सूख जाता है।

एस्प्लेनियम स्कोलोपेन्ड्रियम – Asplenium scolopendrium in Hindi

इसे हर्ट्स टंग फर्न (hart’s tongue fern care) के नाम से भी जाना जाता है। यह एक सदाबहार फर्न है, जिसमें सीधे हरे पत्ते होते हैं। यह छाया वाली जगहों पर बेहतर वृद्धि करता है लेकिन इसकी थोड़ी देखभाल करने की जरूरत होती है।

अथिरियम विडाली – Athyrium Vidalii in Hindi

यह छोटा और आसानी से विकसित होने वाला फर्न बॉर्डर या रॉक गार्डन में पूर्ण छाया या आंशिक छाया में उगने वाला पौधा है। सुनहरे पीले पत्तों और लाल तनों के साथ, यह विदेशी पौधा गार्डन को खूबसूरत रंग प्रदान करता है।

एस्टिल्बे – Astilbe in Hindi

यह सुंदर बारहमासी पौधा आंशिक धूप या छायादार स्थानों में पनपता है। यह नम मिट्टी में तेजी से बढ़ता है। एस्टिल्बे के पौधे पर गर्मियों में गुलाबी, बैंगनी, सफेद या लाल रंग में खिलते हैं। इसे सजावट के रूप में भी इस्तेमाल किया जाता है।

बेगोनिया – Begonia in Hindi

इसे गमले, इनडोर, फूलों की क्यारियां, कंटेनर और हैंगिंग बास्केट में उगाया जा सकता है। इस पौधे को पूर्ण छाया की जरूरत होती है और थोड़ी देखभाल और ध्यान देने की जरूरत होती है। पौधे को पानी देने के साथ ही महीने में एक बार खाद भी देना चाहिए।

लोबेलिआ – Lobelia in Hindi

यह छाया में उगने वाला पौधा है। इसके ऊपर घने, गहरे नीले रंग के फूल खिलते हैं। लोबेलिआ फूल आमतौर पर गर्मियों में खिलते हैं।

निष्कर्ष – Conclusion

छाया में उगने वाले पौधे धूप के अभाव में वृद्धि करते हैं और इन पर फूल खिलते हैं। इन पौधों को घर के छायादार जगहों पर लगाकर उनका भरपूर उपयोग किया जा सकता है। आमतौर पर ज्यादातर छायादार पौधे विदेशी किस्म के होते हैं, लेकिन आसानी से मिल जाते हैं। इन्हें इनडोर प्लांट के रूप में भी इस्तेमाल किया जा सकता है।

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