घर के पौधों पर फफूंद का लगना एक सामान्य समस्या है, जो पौधों की ग्रोथ और उनकी हेल्थ पर बुरा असर डाल सकती है। फफूंद, फंगस (Fungus) या यूं कहें मोल्ड (mold) एक प्रकार का कवक है, जो नमी, खराब हवा का संचार और पर्याप्त रोशनी न होने के कारण जल्दी पनपता होता है। यह पौधों की पत्तियों, तनों, और मिट्टी पर सफेद, भूरे, या काले धब्बों के रूप में दिखाई देती है। फफूंद न केवल पौधे की पत्तियों को नुकसान पहुँचाती है, बल्कि उसकी जड़ों को भी प्रभावित कर सकती है, जिससे पौधा धीरे-धीरे कमजोर होकर मर सकता है। घर के पौधों पर फफूंदी लगने पर अक्सर हम सभी परेशान हो जाते हैं। चूंकि पौधों में पोषक तत्वों का अवशोषण कम हो जाता है, जिससे पौधे की ग्रोथ रुक जाती है और उसकी पत्तियाँ मुरझाने लगती हैं। इस प्रकार, पौधों को फफूंद से बचाना और इसकी रोकथाम करना न केवल उनके हेल्दी ग्रोथ के लिए जरूरी है, बल्कि घर के इनवायरमेंट को क्लीन और हेल्दी रखने में भी मदद करता है। तो आइए जानते हैं कि घर के पौधे पर फफूंद को कैसे रोकें और हटाएं।
घर के पौधों पर लगे फफूंद को कैसे पहचानें – How to Identify Fungus on Houseplants in Hindi
घर के पौधों पर कुछ असामान्य से लक्षण दिखते हैं, जिसे देखकर आप काफी आसानी से पहचान सकते हैं कि आपके पौधों पर फफूंद लग गए हैं। पौधों पर ऐसे लक्षण दिख सकते हैं:
सफेद या भूरे पाउडर का जमाव
अगर पत्तियों, तनों या फूलों पर सफेद या भूरे रंग का चूर्ण जैसा पाउडर दिखाई दे रहा है, तो यह पाउडरी मिल्ड्यू का संकेत हो सकता है। यह पाउडर खासकर उन पौधों पर नजर आता है जो नम और कम वेंटिलेशन वाले जगह पर रखे गए हैं।
पत्तियों पर काले या भूरे धब्बे
अगर पत्तियों पर छोटे काले या भूरे रंग के धब्बे दिखाई दे रहे हैं, जो धीरे-धीरे बड़े हो रहे हैं, तो यह ब्लैक स्पॉट डिजीज या लीफ स्पॉट का लक्षण हो सकता है। यह धब्बे पत्तियों को कमजोर कर सकते हैं और वे जल्दी ही मुरझाने लगती हैं।
पत्तियों के निचले हिस्से पर सफेद परत
पत्तियों के निचले हिस्से पर अगर सफेद या ग्रे रंग की परत जमा हो रही है, तो यह डाउन मिल्ड्यू हो सकता है। इस रोग में पत्तियाँ पीली होकर गिरने लगती हैं और पौधा कमजोर हो जाता है।
जड़ों का सड़ना और बदबू आना
अगर पौधे की जड़ें काली, नरम या सड़ी हुई दिखाई दें और उनमें बदबू आए, तो यह रूट रॉट का संकेत हो सकता है, जो अधिक नमी और खराब जल निकासी के कारण होता है। ऐसे पौधे की पत्तियाँ भी पीली हो जाती हैं और पौधा मुरझाने लगता है।
मिट्टी पर फफूंद की सफेद परत
अगर मिट्टी की सतह पर सफेद, हरे या भूरे रंग की परत दिखाई दे रही है, तो यह मिट्टी में फफूंद लगने का संकेत है। यह खासकर गमले में अधिक पानी देने और मिट्टी की नमी लंबे समय तक बनाए रखने के कारण होता है।
घर के किस तरह के पौधों में फफूंद लगता है
अगर आपने अपने घर में पौधों को अधिक नमी, कम रोशनी या गीली मिट्टी वाली जगह पर लगाया हैं तो ऐसे पौधों में फफूंद लग सकता है। घर में लगाए जाने वाले फ़र्न, पीस लिली, और स्पाइडर प्लांट, स्नेक प्लांट और पोथोस जैसे पौधे और कैलेथिया और डाईफेनबैचिया जैसे पौधे में फफूंद लगने के खतरा सबसे ज्यादा होता है। घर के अंदर उगाई जाने वाली तुलसी, पुदीना, और धनिया जैसी जड़ी-बूटियाँ भी नमी में फफूंद के प्रति संवेदनशील हो सकती हैं, खासकर अगर ये पर्याप्त धूप या ताजी हवा नहीं पातीं।
घर के पौधों पर फंफूद लगने के कारण – Causes of Fungus on Houseplants in Hindi
घर के पौधों पर बहुत से कारणों से फफूंद लगता है। यहां हम आपको कुछ प्रमुख कारण बता रहे हैं:
1. अत्यधिक नमी (Overwatering)
पौधों को जरूरत से ज्यादा पानी देने से मिट्टी अधिक समय तक गीली रहती है, जिससे फफूंद आसानी से लग जाता है। अधिक पानी देने से जड़ें सड़ने लगती हैं, और गीली मिट्टी में फफूंद जल्दी पनपती है।
2. खराब जल निकासी (Poor Drainage)
अगर गमले में पानी निकालने के लिए पर्याप्त छिद्र नहीं हैं या मिट्टी का जल निकास अच्छा नहीं है, तो पानी जमा हो जाता है और नमी अधिक समय तक बनी रहती है। इससे फफूंदी का खतरा बढ़ जाता है।
3. खराब एयर सर्कुलेशन (Poor Air Circulation)
जब पौधे ऐसी जगह पर रखे जाते हैं जहाँ हवा का संचार नहीं होता, तो उनमें फफूंद लगने की संभावना बढ़ जाती है। बंद और ठंडे स्थानों पर फफूंदी जल्दी विकसित होती है।
4. अपर्याप्त धूप (Lack of Sunlight)
कई पौधों को हेल्दी ग्रोथ के लिए पर्याप्त धूप की जरूरत होती है। धूप की कमी होने पर नमी का स्तर बढ़ जाता है, जिससे फफूंद पनपने लगती है। धूप फफूंदी के ग्रोथ को रोकने में सहायक होती है।
5. संक्रमित पौधों के पास रखना (Keeping Near Infected Plants)
अगर एक पौधे पर पहले से फफूंद लगी है और उसे बाकी पौधों के पास रखा गया है, तो वह फफूंद अन्य पौधों पर भी फैल सकती है।
घर के पौधों से फफूंद हटाने के उपाय – Tips for removing mold from houseplants in Hindi
घर के पौधों पर फफूंद की समस्या को रोकने और हटाने के लिए ये उपाय आजमाए जा सकते हैं:
1. सही मात्रा में पानी दें
पौधों को बहुत अधिक पानी देने से मिट्टी में नमी बढ़ जाती है, जिससे फफूंद का ग्रोथ होता है। पानी की उचित मात्रा का ध्यान रखें और मिट्टी को सूखने का समय दें।
2. हवा का सर्कुलेशन बढ़ाएं
फफूंद नमी और बंद वातावरण में तेजी से पनपती है। पौधों को ऐसी जगह रखें जहाँ हवा का संचार अच्छा हो, ताकि नमी को नियंत्रित रखा जा सके।
3. मिट्टी की ऊपरी परत को बदलें
अगर मिट्टी में पहले से फफूंद है, तो पौधे की ऊपरी परत को हटाकर नई मिट्टी डालें। इससे पुराने फफूंद के बीजाणु हट जाएंगे।
4. फफूंद हटाने के घरेलू उपाय आजमाएं
- सिरका: पानी में थोड़ा सफेद सिरका मिलाकर स्प्रे करें, इससे फफूंद कम होगी।
- नीम का तेल: नीम का तेल प्राकृतिक फफूंदनाशक है। 1 लीटर पानी में 1-2 चम्मच नीम का तेल मिलाकर पौधों पर स्प्रे करें।
- बेकिंग सोडा और पानी: 1 लीटर पानी में 1 चम्मच बेकिंग सोडा मिलाएं और इसे पौधों पर छिड़कें। यह फफूंद को नियंत्रित करने में मदद करेगा।
5. फफूंदनाशक का उपयोग करें
अगर घरेलू उपायों से फफूंद नहीं हटती है, तो आप बाजार में उपलब्ध जैविक या रासायनिक फफूंदनाशक का उपयोग कर सकते हैं। जैविक फफूंदनाशक पौधों के लिए सुरक्षित होते हैं और फफूंद को प्रभावी रूप से नियंत्रित करते हैं।
निष्कर्ष
घर के पौधों पर फफूंद की समस्या को रोकने और हटाने के लिए सही देखभाल बहुत जरूरी है। हर रोज पौधों को सही मात्रा में पानी देना, अच्छी वेंटिलेशन रखना, और पौधों को पर्याप्त धूप में रखकर फफूंद को कम किया जा सकता है। प्राकृतिक फफूंदनाशकों जैसे बेकिंग सोडा, नीम का तेल, और सिरके का उपयोग फफूंद को प्रभावी ढंग से हटाने में मदद करता है।