अगर आप जानना चाहते हैं कि घर पर मालाबार पालक या पोई साग (poi saag) कैसे उगाएं? तो इस लेख में दी गई जानकारी आपके लिए बेहद महत्वपूर्ण है। क्योंकि कई बार ऐसा होता है कि हम मालाबार पालक के बीज की बुआई तो करते हैं, लेकिन बीज से पौधे का निर्माण नहीं हो पाता है और हम निराश हो जाते हैं। नीचे मालाबार पालक को बीज से उगाने की विधि के बारे में बताया गया है, जिससे कि आपको भविष्य में अच्छी व पूर्ण विकसित पोई साग या मालाबार पालक मिल सके। आइये जानते हैं घर पर गमले में मालाबार पालक के बीज कैसे लगाएं और देखभाल से सम्बंधित कुछ आसान टिप्स के बारे में।
मालाबार पालक के बीज उगाने की जानकारी – Malabar spinach seeds growing information in Hindi
अन्य नाम |
पोई साग (poi saag), सीलोन पालक (Ceylon spinach) या बेल पालक (vine spinach ) |
लगाने का सही समय |
गर्मी का मौसम (मार्च से मई) |
मिट्टी का तापमान |
20°C से 30°C |
बीज बोने की गहराई |
½ या 1 इंच |
सीड्स जर्मिनेशन समय |
7-15 दिन |
हार्वेस्टिंग टाइम |
40 से 50 दिनों में केवल पत्तों की कटाई करें |
मालाबार पालक के बीज को किस मौसम में लगाएं – Best Season to plant Malabar Spinach Seeds in Hindi
गर्मी के समय – मार्च से मई
गर्म प्रदेशों में – सालभर
मालाबार पालक लगाने का सही समय मार्च से मई का समय है गर्म जलवायु में आप इसे किसी भी समय उगा सकते हैं।
(और पढ़ें: गमलों में उगाई जाने वाली हरी पत्तेदार सब्जियां…)
मालाबार पालक के बीज लगाने के लिए मिट्टी का तापमान – Malabar Spinach Seeds Growing Temperature in Hindi
- 25-30°C तापमान वाली मिट्टी या पोटिंग मिश्रण में मालाबार पालक के बीज जर्मिनेट होते हैं।
- मौसम अर्थात तापमान जितना अधिक गर्म होगा, मालाबार पालक के बीज उतनी ही तेजी से अंकुरित होते हैं।
मालाबार पालक उगाने के लिए बीज कहाँ से खरीदें – Seeds for Growing Malabar Spinach in Hindi
- उत्तम क्वालिटी के मालाबार पालक के बीजों को आप ऑनलाइन स्टोर organicbazar.net से भी खरीद सकते हैं। अच्छी अंकुरण दर वाले बेस्ट क्वालिटी के मालाबार पालक या पोई साग के बीज खरीदने के लिए यहाँ क्लिक करें।
मालाबार पालक के बीज की बुआई के लिए बेस्ट मिट्टी – Best soil for sowing Malabar spinach seeds in Hindi
- पोषक तत्वों से युक्त उपजाऊ और अच्छी जल निकासी वाली मिट्टी बीज से मालाबार पालक उगाने के लिए सबसे अच्छी होती हैं। आप अच्छी क्वालिटी की पॉटिंग मिट्टी को ऑनलाइन स्टोर के माध्यम से भी खरीद सकते हैं। पॉटिंग मिट्टी खरीदने के लिए यहाँ क्लिक करें:-1kg, 2kg, 5kg, 10kg potting soil)
- मालाबार पालक के बीज लगाने के लिए मिट्टी का PH मान 5 से 6.8 के बीच होना फायदेमंद होता है।
(और पढ़ें: गमले की मिट्टी को उपजाऊ कैसे बनाएं…)
मालाबार पालक के बीज लगाने की विधि – Malabar spinach seeds planting method in Hindi
- मालाबार पालक के बीज लगाने के लिए आप 15 x 12 इंच या 12 x 12 इंच या 18 x 9 इंच (चौड़ाई x ऊंचाई) के गमले या ग्रो बैग का चुनाव करें। या फिर सीडलिंग ट्रे में भी बीजों को उगाकर पौधे तैयार कर सकते हैं और फिर मालाबार पालक के पौधे को बड़े गमले में प्रत्यारोपित कर सकते हैं।
- बीज उगाने के लिए चुने गए गमले या ग्रो बैग में जल निकास के लिए ड्रेनेज होल होना चाहिए।
- गमले में मिट्टी या पॉटिंग मिश्रण को भरकर ½ या 1 इंच की गहराई में मालाबार पालक के बीज बोयें।
- पोई साग के बीजों को लगभग 2 फिट की दूरी पर लगाएं या फिर एक गमले में केवल 2 मालाबार पालक के पौधे ही उगाएं।
- बीज को मिट्टी से अच्छी तरह ढंक दें।
- मालाबार पालक के बीजों को अंकुरित होने में 10-14 दिन का समय लग सकता है।
- अब धीरे-धीरे वाटर कैन की मदद से इतना पानी दें कि आसपास की मिट्टी अच्छी तरह से नम हो जाए।
मालाबार पालक के पौधे की देखभाल कैसे करें – Malabar Spinach Plant Care tips in Hindi
- पोई साग या मालाबार पालक के बीज बोने के बाद मिट्टी को सूखने न दें। मिट्टी में नमीं बनाएं रखें।
- ज्यादा पानी बीजों को या अंकुरित होने वाले पौधों को सड़ा सकता है इसीलिए ओवर वाटरिंग (अधिक पानी देने) से बचें।
- मालाबार पालक को ऐसे स्थान पर लगाएं, जहाँ उसे लगभग 6-7 घंटे की धूप मिल सके।
- पौधों को रोजाना चेक करें। कीट या बीमारी ग्रस्त पाए जाने पर मालाबार पालक के पौधों पर नीम आयल या होममेड पेस्टीसाइड का छिड़काव करें। आर्गेनिक नीम तेल पेस्टीसाइड खरीदने के लिए यहाँ क्लिक करें।
नोट: ऊपर दी गई कंडिशन में पानी देते समय ध्यान रखें कि मिट्टी न तो अधिक गीली हो और न सूखी। (और पढ़ें: गर्मियों में पौधों को कब और कैसे दें पानी….)
मालाबार पालक में होने वाले रोग व उपचार – Malabar Spinach Diseases and treatment in Hindi
- आर्द्रगलन रोग (Damping off disease) – यह मालाबार पालक में होने वाली प्रमुख बीमारी है, इसके प्रभाव से नवजात पौधे मर जाते हैं तथा नीचे से मुड़ जाते हैं l
नियंत्रण – यह रोग अधिक पानी के कारण होता है अतः गमले या ग्रो बैग में पानी के जमाव को रोकना चाहिएl
- लीफ स्पॉट (Leaf spot disease) – यह बीमारी पोई साग या मालाबार पालक में सर्कोस्पोरा बेटिकोला (Cercospora beticola) नामक फफूंद के कारण होती हैl इसके प्रभाव से पालक की पत्तियों में संकेन्द्रीय छोटे छोटे सफ़ेद धब्बे आ जाते हैं l
नियंत्रण – लीफ स्पॉट के बीजों की बुआई के पूर्व उन्हें उपचारित करेंl ब्लाईटोक्स (Blitox) दवा के घोल का छिड़काव करें l लीफ स्पॉट वाली पत्तियों को काटकर तुरंत अलग करदें l
(और पढ़ें: गर्मियों में पौधों की देखभाल कैसे करें…)
मालाबार पालक की कटाई कब करें – Malabar spinach harvesting time in Hindi
मालाबार पालक के बीज को लगाने के लगभग दो महीने बाद इनके पौधे तैयार हो जाती हैंl रसोई में इस्तेमाल के लिए आप इसके ताजे दिल के आकार के छोटे पत्ते तोड़कर अपनी रसोई में यूज़ कर सकते हैं l पत्तियों या तनों की कटाई के बाद, तुरंत उपयोग करें या आप इसे रेफ्रिजरेटर में भी स्टोर कर सकते हैं l
- बीज लगाने के 55-60 दिन बाद इसे यूज़ कर सकते हैं l कुछ कंडिशन में मालाबार पालक के पौधे से पत्तियों की हार्वेस्टिंग में 60 से 80 दिन का भी समय लग सकता है l
- रेफ्रिजरेटर में इसे 3-5 दिन तक स्टोर कर सकते हैंl
निष्कर्ष – Conclusion
इस लेख में आपने जाना कि आप अपने घर में बीज से मालाबार पालक कैसे उगा सकते हैं, बीज लगाने की विधि क्या है तथा मालाबार पालक में होने वाले रोग व उनसे बचने के तरीके क्या हैं? आपको मालाबार पालक को बीज से कैसे उगाएं आर्टिकल की जानकारी कैसी लगी कमेंट में जरूर बताएंl