इक्सोरा (एक्जोरा) का पौधा गमले में कैसे उगाएं व देखभाल करें – How To Grow Ixora Plant In Hindi

हमारे व्यस्त जीवन में अपने होम गार्डन में कुछ देर बैठना और शांति के कुछ पल बिताना आपको बहुत आनंद देता है। और अगर ऐसे में हमारे गार्डन में कुछ खूबसूरत पौधे लगे हो तो यह हमें एक अलग ही आनंद का अनुभव करवाते हैं। अगर आप भी अपने होम गार्डन को खूबसूरत बनाना चाहते हैं तो इसके लिए आप “इक्सोरा” प्लांट को अपने गार्डन में लगा सकते हैं।  इक्सोरा प्लांट एक ऐसा पौधा है जो कि अपनी मधुर सुगंध और सुंदर दिखने वाले गुच्छेदार फूलों की वजह से बेहद आकर्षक लगता हैं। एक्जोरा का पौधा हम अपने गार्डन के गमले में आसानी से लगा सकते हैं। यदि आप होम गार्डनिंग या टेरेस गार्डनिंग करते हैं तो बता दें कि इक्सोरा का पौधा (Ixora Plant) पॉट में लगाना और इसकी देखभाल करना बहुत ही आसान हैं। इसके आकर्षक फूल और हरी पत्तियां गमले की सुंदरता को ओर अधिक आकर्षक बना देते हैं। एक्जोरा प्लांट को रुकमणि पौधा के नाम से भी जाना जाता हैं।

इस लेख में, हम जानेंगे कि कैसे आप ग्रो बेग या गमले में इक्सोरा के पौधे को सही तरीके से उगा सकते हैं, ताकि यह आपके आसपास के दृश्य को सुंदर बना सके। हम आपको यह भी बताएँगे कि इक्सोरा का पौधा कैसे उगाएं, देखभाल कैसे करें और इसे स्वस्थ रखने के लिए महत्वपूर्ण युक्तियाँ कौन-कौन सी हैं। तो आइयें जानते हैं, रुक्मणि प्लांट को गमले में लगाने की सम्पूर्ण प्रक्रिया।

इक्सोरा पौधें की जानकारी – Information About Ixora Plants In Hindi

11) Ixora Is Best Indoor Plants That Don't Need Sunlight

  • नाम – इक्सोरा पौधें का वैज्ञानिक नाम “Ixora” हैं। सदाबहार इक्सोरा, एक्जोरा व रुक्मणि आदि नामों से भी जाना जाता हैं,।
  • फूलों का रंग (Flower Colors) – लाल, पीला, नारंगी, सफेद, गुलाबी आदि।
  • फूलों लगने का समय (Flowering Season) – फूलने का सीजन गर्मियों का होता हैं।

इक्सोरा का पौधा कब फूलता हैं या इसे कब लगाना चाहिए – When Ixora Plant Flowering Or Planted In Hindi

इक्सोरा पौधा का विकास भारत के विभिन्न क्षेत्रों में अलग-अलग मौसम के आधार पर निर्भर हो सकता हैं। लेकिन इस पौधे में गर्मी के मौसम के दौरान अच्छे से फूलने की क्षमता होती हैं। यह वार्षिक फूलों के पौधा होता हैं।

(यह भी पढ़े – सुन्दर फूल वाले पौधे, जिन्हें घर पर गमले में उगाना है आसान)

बोनसाई कटिंग या बीज का चुनाव – How To Grow Ixora Plant From Bonsai Cuttings Or Seeds In Hindi

इक्सोरा - Ixora Fence Flowering Plants In Hindi

इक्सोरा पौधा को बोनसाई कटींग्स के माध्यम से ग्रो बेग या गमले में उगाना एक अच्छा विकल्प हो सकता हैं। बता दें कि बोनसाई कटिंग से लगाए गए पौधे अच्छी तरह से बढ़ते हैं और विकसित होने के लिए पूरी तरह से तैयार होते हैं। ग्राफ्टेड छोटे पौधे ज्यादा समर्थ होते हैं और वे अधिक समय तक स्थिर बने रहते हैं। बीजों के माध्यम से भी इक्सोरा का पौधा उगा सकते हैं, हालाकि यह अधिक समय लेने वाली प्रक्रिया हैं। बता दें कि इक्सोरा प्लांट के जर्मिनेशन की प्रक्रिया की शुरुआत उच्च गुणवत्ता वाले बीजों के चयन के साथ शुरू होती हैं। बीजों को आप किसी विशेषज्ञ या फिर नर्सरी से प्राप्त कर सकते हैं।

(यह भी पढ़िए – फूल वाले पौधे लगाने के लिए ग्रो बैग का साइज )

मिट्टी कैसे तैयार करें – How To Prepare Soil For Ixora Plant In Hindi

soil

इक्सोरा का पौधा को उगाने के लिए अच्छी गुणवत्ता वाली मिट्टी तैयार करना अति आवश्यक हैं। आप मिट्टी में कोको पीट, गार्डन सॉइल, कोम्पोस्ट, बोनमील और गोबर कम्पोस्ट आदि जैविक खाद के मिश्रण का उपयोग कर सकते हैं। यह मिट्टी को पोषित करेंगे और एक्जोरा के पौधे को आवश्यक पोषक तत्व प्राप्त होंगे। बता दें कि इक्सोरा के प्लांट को पोटैशियम, नाइट्रोजन, और फॉस्फोरस के सही संघटन की आवश्यकता होती हैं, इसलिए फर्टाइल मिट्टी उपयुक्त होती हैं। तैयार की गई पॉटिंग मिक्स ड्रेनेज होनी चाहिए जिससे पानी आसानी से निकल जाए और मिट्टी के गीली रहने का खतरा भी न रहे।

एक्सोरा पौधा लगाने के लिए ग्रो बेग या पॉट का साइज – Best Grow Bag Or Pot Size For Planting Ixora Plant In Hindi

यदि हम एक्जोरा प्लांट को होम गार्डन में लगाते हैं, तो इसके लिए सबसे पहले हमें इक्सोरा प्लांट के लिए अच्छे साइज का पॉट या ग्रो बेग का चयन करना होगा। पौधा अच्छे से विकशित हो सके, इसलिए पौधे को बड़े पॉट में उगाना अच्छा रहेगा। पॉट या ग्रो बेग की ऊचाई और चौड़ाई लगभग 12 इंच सही रहेगी। यह भी सुनिश्चित करें कि पॉट के नीचे अच्छा ड्रेनेज हो ताकि पानी अच्छे से बह सके और मिट्टी गीली न रहे।

रुक्मणि पौधा लगाने के लिए गार्डनिंग टूल्स – Tools for planting Ixora Plant in hindi

Flat,Lay,Composition,With,Gardening,Tools,And,Green,Plants,On

एक्जोराप्लांट (रुक्मणि प्लांट) को गार्डन के गमले में लगाने के लिए आपको कुछ आवश्यक टूल्स की आवश्यकता होगी। यह टूल्स पौधें को सही तरीके से लगाने और सुरक्षित रूप से स्थापित करने में मदद करेंगे। जैसे – शोवेल, गार्डनिंग ग्लव्स, पेड़ प्रूनर, वाटर कैन, मिट्टी की टोकरी व मीटल रुमाल आदि। इन टूल्स का सही तरीके से उपयोग करके आप इक्सोरा पौधों को सफलतापूर्वक लगा सकते हैं।

इक्सोरा का पौधा लगाने की विधि – Method Of Planting Ixora Plant In Hindi

  • सबसे पहले आप एक अच्छी गुणवत्ता वाले ग्रो बेग या गमले का चयन करें, जिसमें ड्रेनेज हो।
  • मिट्टी में ओर्गेनिक खाद्य जैसे कम्पोस्ट, गोबर कम्पोस्ट व कोकोपीट आदि मिलाएं।
  • तैयार की गई पॉटिंग मिक्स को गमले के नीचले हिस्से में डाले।
  • इक्सोरा के पौधे को सावधानीपूर्वक पॉट में स्थापित करें, ताकि इसकी जड़ें अच्छे से बिछी रहें।
  • पौधे को धीरे-धीरे मिट्टी से ढंकें और अच्छे से दबाएं ताकि पौधा मिट्टी में स्थिरता बनाई रखे।
  • वाटर कैन का इस्तेमाल करके आप पौधे को धीरे-धीरे पानी दें, ताकि मिट्टी अच्छे से गीली हो जाए।
  • गमले को ऐसे स्थान पर रखे जहां सुबह के समय की धूप पौधे को प्राप्त हो सके।
  • समय समय पर पौधें को पानी दें और उपयुक्त खाद्य सामग्री प्रदान करके पौधे की देखभाल करें।

(यह भी पढ़े – बरसात में कटिंग से लगाए जाने वाले सुंदर फूलों के पौधे)

पौधों की देखभाल कैसे करें – How To Take Care Of Plants In Hindi

किसी भी पौधें को लगाने के बाद सबसे जरूरी होता हैं कि हम प्लांट की देखभाल कैसे करते हैं, तो आइए जानते हैं कि पौधे की देखभाल कैसे करना चाहिए।

पानी – Watering Ixora Plants In Hindi

Water the Day Before

एक्जोरा प्लांट की सही सिंचाई इसके अच्छे विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। पौधें को नियमित रूप से पानी दें, लेकिन यह ध्यान रखे कि मिट्टी हमेशा गीली न बनी रहें। पानी देने से पहले मिट्टी को कुरेद के देख लें। यदि मिट्टी में हल्की नमी या फिर भुरभुरी हैं, तो आप पौधें को पानी दे सकते हैं, लेकिnन ओवरवाटरिंग से बचे। बता दें कि अधिक लम्बे समय तक सूखी मिट्टी पौधों को क्षति पहुंचा सकती हैं, इसलिए ध्यानपूर्वक सिंचाई करें।

(यह भी पढ़िए – जनवरी गार्डन में लगाएं, यह बेहतरीन फूल वाले पौधे )

तापमान – Temperature For Planting Ixora Plants In Hindi

एक्जोरा के पौधे को लगभग 20 डिग्री सेल्सियस से 30 डिग्री सेल्सियस के बीच का तापमान पसंद होता हैं। बता दें कि यह पौधा गर्मी को अच्छी तरह से सहते हैं, लेकिन उन्हें ठंडे मौसम में सुरक्षा प्रदान करना होता हैं।

प्रूनिंग – How To Prune Ixora Plants In Hindi

पौधों की प्रूनिंग करें - Prune Your Garden Plants After Monsoon In Hindi

समय समय पर प्रूनिंग करके इक्सोरा के पौधें को सही आकार दिया जा सकता हैं । यह न केवल पौधे की सुंदरता बढ़ाता हैं बल्कि विकसित होने के लिए भी प्रेरित करता हैं। बता दें कि प्रूनिंग के दौरान आप केवल नौकीले, अस्वस्थ, डेड या सड़ी हुई शाखाओं को काटे।

सूर्य का प्रकाश – Sunlight For Ixora Plants In Hindi

इक्सोरा पौधें की अच्छी ग्रोथ के लिए सूर्य का प्रकाश एक महत्वपूर्ण घटक हैं। सूर्य का प्रकाश पौधे को सुषमा प्रदान करता हैं और पौधें को फलने-फूलने में मदद करता हैं। बता दें कि यह पौधा धूप आदान-प्रदान करने वाले स्थानों को अधिक पसंद करता हैं। आप पौधे को ऐसे स्थान पर रखे जहां इसे सुबह की धूप मिल सकें। इक्सोरा पौधों को धूप की अच्छी मात्रा में रखना चाहिए लेकिन पौधे को अधिक तपती धूप से बचाएं, खासकर अगर आपके इलाके में गर्मी अधिक हैं।

खाद्य सामग्री – Fertilizer For Ixora Plants In Hindi

एक्जोरा प्लांट को अच्छे से फूलने के लिए फॉस्फोरस और पोटैशियम युक्त खाद्य पदार्थ देना आवश्यक हैं। बता दें कि इनमें नाइट्रोजन भी शामिल होना चाहिए। आप शैलजाम, कालीनाइट, या फिर इकोफिड जैसी खाद्य सामग्री का उपयोग कर सकते हैं। लेकिन इन्हें सही मात्रा और नियमित अंतराल पर पौधें को दिया जाना चाहिए।

इक्सोरा पौधों में लगने वाले कीटाणु – Ixora Plant Germs In Hindi

पौधों में कीट लगने के कारण - Causes Of Pest Attack On Plants In Hindi 

इक्सोरा के पौधे को कई प्रकार के कीटाणु प्रभावित कर सकते हैं। यहां कुछ सामान्य कीटाणुओं के बारे में बताया जा रहा हैं, जो इक्सोरा पौधों पर प्रभाव डाल सकते हैं।

थ्रिप्स

बता दें कि कुछ छोटे कीटाणु होते हैं जिन्हें हम थ्रिप्स के नाम से जानते हैं। यह पौधों की पत्तियों को चूसकर उनमें से रस निकालते हैं। परिणामस्वरूप पत्तियाँ खराब (मुड़ने लगती) हो जाती हैं और फूलों का विकास रुख जाता हैं।

मिलीबग्स

मिलीबग्स नामक एक सफेद और गैर-उच्च कीट होता हैं, जो पौधों के रस से पोषण करते हैं और पौधों को कमजोर कर देते हैं।

अफिड्स

अफिड्स नाम के कीटाणु पौधों के रस को चूसकर पौधों को नुकसान पंहुचाते हैं। यह छोटे होते हैं और इनका रंग सफेद, हरा या काला हो सकता हैं।

रेड स्पाइडर माइट्स

रेड स्पाइडर माइट्स ये छोटे लाल रंग के कीटाणु होते हैं, जो पौधों के पीछे के भागों में रहते हैं और पत्तियों को सूखा देते हैं।

केटरपिल्लर्स

इसके अलावा केटरपिल्लर्स आदि कीटाणु भी पौधे को प्रभावित कर सकते हैं।

(यह भी पढ़िए – होम गार्डन में हींग का पौधा कैसे उगाएं)

कीटाणुओं बचाने के उपाय व तरीके – Measures And Methods To Protect Ixora Plants From Pests In Hindi

नियमित जाँच और सफाई – Regular Checking And Cleaning

पौधों को कीटाणुओं से सुरक्षा प्रदान करने के लिए नियमित रूप से पौधे की निगरानी करें, और पौधे में नजर आ रही असुविधाओं को तुरंत हटाएं, जैसे कि अवशेष, सुष्मा या कीटाणु आदि।

नीम का तेल – Neem Oil

नीम के तेल का प्रयोग करें - Use Neem Oil On Soil In Hindi 

नीम के तेल को पानी में मिलाकर प्रयोग करने से कीटाणुओं को दूर करने में मदद मिल सकती हैं। इसे पौधों के आस-पास छिड़कें या पौधों की पत्तियों पर स्प्रे करना उचित होगा।

साबुन पानी – Soap Water

बता दें कि साबुन का पानी भी पौधों से कीटाणुओं को दूर करने में मदद कर सकता हैं।

नीम का कीटनाशक – Neem Insecticide

नीम का कीटनाशक कंपोस्ट या नीम का खाद्य प्रदान करके पौधों को सुरक्षित रखने में मदद मिलती हैं।

Leave a Comment