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Om Thakur
प्रोम (PROM) खाद क्या है, जानें गार्डनिंग में इसके उपयोग व फायदे !
होम गार्डन में लगे पेड़ पौधों में स्वस्थ तथा मजबूत जड़ें विकसित करने, अच्छी तरह फलने-फूलने तथा बेहतर ग्रोथ के लिए अन्य पोषक तत्वों के अलावा फास्फोरस युक्त पोषक तत्वों की आवश्यकता भी होती है।
यदि आपके गमले या गार्डन में लगे पौधों की ग्रोथ रुक गई है और पौधे में फलों व फूलों का न आना व फलों का अच्छी मात्रा में उत्पादन न होना, इत्यादि समस्याएं होने लगी हैं, तो आप समझ जाइये कि, अब पौधों को मुख्य रूप से फास्फोरस रिच ऑर्गेनिक फर्टिलाइजर देने की जरुरत है। इसके लिए आप पौधों में प्रोम उर्वरक का उपयोग कर सकते हैं।
प्रोम (PROM) फर्टिलाइजर क्या है?
प्रोम खाद, विभिन्न फॉस्फोरस युक्त कार्बनिक पदार्थों जैसे– गोबर खाद, प्लांट वेस्ट, चीनी मिल का प्रेस मड, विभिन्न प्रकार की खली और ऊन के कारखानों का अपशिष्ट पदार्थ, आदि को रॉक फॉस्फेट के साथ कम्पोस्टिंग करके बनाया जाता है। यह डाइ अमोनियम फॉस्फेट (DAP) और सिंगल सुपर फॉस्फेट (SSP) रसायनों के स्थान पर जैविक खाद के रूप में उपयोग किया जा सकता है।
आर्गेनिक प्रोम (PROM) खाद के संघटक!
गमले या ग्रो बैग में लगे पौधे के लिए प्रोम खाद बहुत ही लाभदायक होती है, आइये जानते हैं कि, प्रोम में क्या-क्या पाया जाता है तथा यह कौन से पदार्थ से मिलकर बनता है। प्रोम में इनके संघटक की प्रतिशत वैल्यू निम्न है- जैविक खाद 40%, रॉक फॉस्फेट 25%, बोन मील स्टीम्ड 15%, डी-ऑयल केक 5%, कैलोट्रोफिस 5%, नोची लीफ 3%, अंडे का छिलका 2%, पोटेशियम 2%, वैम 2%, बायो फर्टिलाइजर 1% !
गार्डनिंग में प्रोम खाद का महत्व!
घर पर गमले या गार्डन की मिट्टी में लगे पौधों के लिए प्रोम (prom) खाद बहुत ही महत्वपूर्ण होती है, जैसे:
प्रोम खाद पेड़ पौधों में मुख्य रूप से फॉस्फोरस की कमी को पूरा करती है।
इस उर्वरक में मौजूद जीवाणु, रॉक फॉस्फेट को अपघटित कर इससे प्राप्त पोषक तत्व पौधों के लिए उपलब्ध कराते हैं।
गार्डन या गमले की मिट्टी में लगे पौधे प्रोम उर्वरक में उपस्थित फास्फोरस पोषक तत्व को आसानी से ग्रहण करते हैं।
प्रोम फर्टिलाइजर बनाने की विधि !
फॉस्फोरस रिच ऑर्गेनिक मैन्योर (PROM) को आप अपने घर पर बड़ी ही आसानी से बना सकते हैं, प्रोम खाद बनाने के लिए रॉक फॉस्फेट तथा अन्य जैविक पदार्थों को एक साथ मिलाया जाता है, घर पर पौधों के लिए आसानी से प्रोम खाद बनाने का तरीका अगली स्लाइड पर दिया गया है:
सबसे पहले खाद बनाने के लिए एक बड़ा बर्तन या ग्रो बैग लें एवं कंटेनर या पॉट को आधे से थोड़ा कम गाय या किसी अन्य जानवर (बकरी, भैंस) के गोबर से भरें।
फिर गोबर के ऊपर सूखी पत्तियों की 2-3 इंच मोटी परत बिछाएं। अब इसमें गोबर की मात्रा से आधी मात्रा में रॉक फॉस्फेट मिलाएं।
फिर वेस्ट डी-कंपोजर (waste decomposer) का छिड़काव करें। अब इसे कम से कम 30-35 दिनों तक ढककर रखें।
30-35 दिन के बाद आपके द्वारा बनाई हुई प्रोम खाद, गार्डन में पौधों के उपयोग के लिए बनकर तैयार हो जाएगी।
प्रोम फर्टिलाइजर का उपयोग कब करें !
फास्फोरस रिच ऑर्गेनिक मैन्योर एक दानेदार उर्वरक के रूप में आता है, जिसे महीन बारीक चूर्ण के रूप में या पानी में घोल तैयार कर लिक्विड फॉर्म में पौधों पर उपयोग कर सकते हैं। प्रोम, अम्लीय मिट्टी और क्षारीय मिट्टी दोनों में अच्छी तरह कार्य करता है।
प्रोम फर्टिलाइजर का उपयोग कैसें करें?
पौधों के लिए मिट्टी तैयार करते समय आप मिट्टी में प्रोम खाद का पाउडर मिला सकते हैं।
होम गार्डन के गमले या ग्रो बैग में लगे पेड़ पौधों में प्रोम फर्टिलाइजर का उपयोग करने के लिए आप निम्न टिप्स अपना सकते हैं, जैसे:
गमले की मिट्टी या गार्डन में लगे पौधों में फलों व फूलों की उपज को बढ़ावा देने के लिए, पानी में लगभग 2 बड़े चम्मच प्रोम खाद डालकर घोल तैयार कर लें,
अब इस घोल को स्प्रे पम्प या वाटरिंग केन की मदद से पौधे लगे पॉट की मिट्टी में डालें।
गार्डनिंग में प्रोम उर्वरक के फायदे!
प्रोम खाद, मिट्टी की संरचना में सुधार करती है एवं मिट्टी को भुरभुरा व मुलायम बनाती है।
मृदा को अम्लीय और विषाक्त होने से रोकती है तथा – मिट्टी की जल धारण क्षमता को बढ़ाती है।
यह खाद पौधों की वृद्धि और उत्पादकता में सुधार करता है तथा पौधों द्वारा प्रोम उर्वरक लगभग 100 % उपयोग किया जाता है।
प्रोम खाद की उपस्थिति पोषक तत्वों के बहाव को रोकती है तथा पौधे की गुणवत्ता में सुधार कर उपज को 10-30% तक बढ़ाती है।
प्रोम खाद क्षारीय मिट्टी में बहुत प्रभावी है, जहां डीएपी (DAP) उर्वरक पूरी तरह से विफल हो जाता है।