Om Thakur

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पौधों की नहीं हो रही है ग्रोथ तो आज ही करें एप्सम साल्ट का प्रयोग !

एप्सम साल्ट एक नेचुरल मिनरल है जिसका नाम लंदन के एक मशहूर शहर “एप्सम” के नाम पर रखा गया है जहाँ पर इसकी खोज की गयी थी। इसमें मुख्य रूप से मैग्नीशियम और सल्फर पोषक तत्व पाए जाते हैं। इन न्यूट्रिएंट्स के कारण ही पौधों में इसका इस्तेमाल एक फर्टिलाइजर के रूप में किया जाता है

एप्सम साल्ट क्या होता है?

एप्सम साल्ट या मैग्नीशियम सल्फेट (Mgso4), नमक के जैसा दिखने वाला सफेद पदार्थ है, जिसमें मैग्नीशियम और सल्फर पोषक तत्व भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। इन्हीं पोषक तत्वों के मौजूद होने के कारण एप्सम साल्ट का इस्तेमाल उन पौधों में किया जाता है, जिन्हें इन पोषक तत्वों की अधिक आवश्यकता होती है जैसे गुलाब, टमाटर आदि।

एप्सम साल्ट को किन पौधों में डाला जाता है

लेटस, मक्का, पत्ता गोभी

हाइड्रेंजिया, पैन्सी, पिटूनिया, इम्पेतिन्स

घास, सकुलेंट, फलीदार पौधे, इत्यादि।

एप्सम साल्ट के क्या फायदे 

आसानी से घुलने वाला यह खनिज पानी में मिलते ही मैग्नीशियम और सल्फेट पोषक तत्व को रिलीज करता है, जो की पौधों के लिए बेहद उपयोगी होते हैं। एप्सम साल्ट को पौधों में डालने के कई फायदे हैं, जैसे:

एप्सम साल्ट के उपयोग से पौधों में अधिक फल और फूल लगते हैं और फलों का स्वाद अधिक मीठा (sweeter) भी होता है।

पौधे को मजबूत और घना (Bushier) बनाने के लिए इसका इस्तेमाल किया जाता है।

घोंघे और स्लग जैसे कुछ कीटों को होम गार्डन से दूर करने के लिए भी एप्सम साल्ट का इस्तेमाल किया जाता है।

बीज बोते समय मिट्टी में एप्सम साल्ट मिलाने से बीजों का अंकुरण (सीड जर्मिनेशन) अच्छी तरह से होता है। इससे जर्मिनेशन की दर बढ़ती है।

एप्सम साल्ट का उपयोग कब करें

पौधे में जब नयी पत्तियां, कलियाँ, फूल और फल आने लगें, तब पौधे की मिट्टी में एप्सम साल्ट घोल को डालना चाहिए या फोलिअर स्प्रे करना चाहिए। पौधों में एप्सम साल्ट फर्टिलाइजर हमेशा सुबह या शाम के समय डालना चाहिए, न की दोपहर को।

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