पौधों में मैग्नीशियम की कमी से दिखाई दे रहे यह लक्षण,तो अभी करे यह उपाय !

Samiksha Tiwari

www.organicbazar.net

मैग्नीशियम पौधों में होने वाली प्रकाश संश्लेषण की क्रिया को पूरा करने के लिए बहुत उपयोगी है। पौधों की पत्तियों में पाया जाने वाला क्लोरोफिल मैग्नीशियम से बनता है।

पौधे की पत्तियां अपना हरा रंग छोड़कर, हल्के पीले रंग की होती जा रही है यह मैग्नीशियम की कमी का संकेत देती हैं।

अधिक रेतीली मिट्टी का होना।

उच्च पोटेशियम युक्त उर्वरकों का उपयोग करना। 

मिट्टी का अधिक ठंडा होना।

मिट्टी में पोषक तत्वों की असंतुलित मात्रा का होना।

पौधों में मैग्नीशियम की कमी के कारण निम्न हैं:-

मिट्टी का Ph स्तर 5.5 से कम होना।

गार्डन में लगे हुए पौधों में मैग्नीशियम की कमी को दूर करने के उपाय:-

एप्सम सॉल्ट का उपयोग।

मिट्टी में डोलोमाइट चूना मिलाना।

 मैग्नीशियम युक्त उर्वरकों का उपयोग।

मिट्टी में कम्पोस्ट खाद का उपयोग।

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एप्सम सॉल्ट एक प्राकृतिक खनिज है। मिट्टी तैयार करते समय मिट्टी में एप्सम सॉल्ट मिलाये।

मैग्नीशियम का एक अच्छा स्रोत डोलोमाइट है जिसके इस्ममाल से मैग्नीशियम की कमी को दूर किया जा सकता है।

गार्डन की मिट्टी में मैग्नीशियम को बढ़ाने के लिए, आप कम्पोस्ट खाद का उपयोग भी कर सकते हैं।

पौधे में मैग्नीशियम युक्त उर्वरकों का उपयोग करे , पर अधिक उपयोग न करें, इससे पौधे की पत्तियां जल भी सकती हैं।

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