बड़े गमले में सीडलिंग ट्रांसप्लांट करने के बाद बरतें ये सावधानियां!

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जानकर बागवान हमेशा सीधे गमलों में बीज नहीं लगाते हैं, वे हमेशा पहले सीडलिंग तैयार करते हैं।

लेकिन जब हम सीडलिंग को बड़े गमले में ट्रांसप्लांट करते हैं, तब सावधान और ध्यान के साथ काम करना जरूरी है।

सीडलिंग को ट्रांसप्लांट करने का समय ध्यान में रखें। यह काम सर्दी में न करें।

उचित समय चयन:

सीडलिंग को ट्रे से निकालते समय इस बात का ध्यान रखें कि शाखाओं और जड़ों को नुकसान न पहुंचे, इसलिए इसे धीरे-धीरे निकाले।

सीडलिंग ध्यान से निकालें: 

सीडलिंग के विकास और पोषक तत्वों के लिए उचित मिट्टी का चयन करें।

अच्छी मिट्टी का चयन करें: 

गमले में अच्छी जल निकासी सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है ताकि पानी अधिक जमा न हो।

अच्छे ड्रेनेज की व्यवस्था करें:

पौध की रोपाई के बाद उसे उचित स्थान पर रखें, जिसमें पौध को प्रकाश, तापमान और उचित वातावरण मिले।

गमले को सही स्थान पर रखें:

अंकुर को नियमित पानी दें, ताकि वह पोषक तत्वों से भरपूर रहे और पौधे का निरंतर विकसित हो।

नियमित पानी देना: 

गमले में लगे पौधों को नियमित अंतराल पर वर्मीकम्पोस्ट और गोबर खाद जैसी जैविक खाद दें।

नियमित प्रकार में खाद दें: