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Om Thakur
पुदीना हर्बल प्लांट की केयर कैसे करें?
पुदीना एक ऐसा हर्बल पोधा है जो हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है। पुदीना के पौधे में विटामिन A और विटामिन C के साथ-साथ खनिज जैसे पोषक तत्व भी पाये जाते हैं। तो आईये जानते हैं इस अनोखे स्वाद वाले हर्बल पौधे की केयर कैसें करें?
अच्छी मिटटी लें !
पुदीना के बीज बोने से पहले बढियां मिटटी तैयार की जाती है, इसके लिए आप 50% मिटटी, 30% गोबर खाद, 10% रेत एवं 10% नीम केक के मिश्रण से अच्छी पोटिंग साइल तैयार कर सकते हैं।
समय पर उचित खाद दें !
पुदीना हर्बल प्लांट को अधिक खाद की आवश्यकता नहीं होती है, लेकिन पौधे की अच्छी वृद्धि के लिए जैविक खाद का प्रयोग कर सकते हैं। इसके बीजों के अंकुरण के बाद लगभग 15 से 20 दिन बाद PGP लिक्विड फ़र्टिलाइज़र दें एवं पौधा बड़ा होने पर अच्छी ग्रोथ के लिए वर्मी कम्पोस्ट एवं मस्टर्ड केक फ़र्टिलाइज़र का उपयोग करें।
उचित समय पर पानी दें !
जब मिट्टी सूखी दिखे, तो मिट्टी में नमी बनाये रखने के लिए पुदीना प्लांट को उचित मात्रा में पानी अवश्य दें, लेकिन ओवर वाटरिंग से बचे।
उचित सूर्यप्रकाश एवं तापमान
पुदीना के पौधे पूर्ण सूर्यप्रकाश में अच्छी तरह ग्रो करते हैं, इसलिए इन पौधों को रोजाना दिन में कम से कम 6 घंटे की धूप मिलती रहे।
प्रूनिंग का रखें ध्यान
प्रूनर या कैची की मदद से पुदीना की पत्तियों को और छोटी-छोटी टहनियों को काट लें, ध्यान रहे कि पौधे के सिर्फ 1/3 हिस्से की ही प्रूनिंग करनी है, बाकि हिस्से को ऐसे ही छोड़ दें, जिससे पौधे में नई पत्तियां आ सके।
कीटों एवं रोगों से बचाव !
पुदीना प्लांट्स में आमतौर पर कोई कीट या बीमारी का खतरा नहीं होता हैं, लेकिन पुदीना में कीट या बीमारी लगने की सम्भावना होने पर आप पौधों पर नीम तेल का छिडकाव कर सकते हैं।
खरपतवार नियंत्रण !
पुदीना के आस-पास खरपतवार उग सकती है, जिससे पौधों को हानि पहुँचाने वाले कीट यहाँ पर छिप सकते हैं। अतः इस समय उगने वाली खरपतवार को खुरपा या वीडिंग टूल्स की मदद से निकाल दें।
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